फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है?

जानिए फॉरेक्स ट्रेडिंग से कैसे बना सकते हैं पैसा
फॉरेक्स ट्रेडिंग में अलग-अलग देशों की करेंसी का लेन-देन होता है। इसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदला जाता है।
आजकल के इस अर्थ युग में हर कोई पैसे के लिए परेशान नजर आ रहा है। लोग ऐसे निवेश की तलाश में है, जहां रुपये का पेड़ लगाने पर मनचाहा रिटर्न मिले। ऐसे में अगर आप बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो हम आपको सबसे बढ़िया और सबसे अच्छा उपाय बता रहे हैं। इस उपाय के जरिए आप करोडों, अरबों में खेल सकते हैं। इस उपाय का नाम है फॉरेक्स ट्रेडिंग। जी हां फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए आप मनचाहा पैसा कमा सकते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग का नाम सुनकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह बहुत ही सरल है। एक बार आप इसे सीख गए, तो फिर समझो कि दुनिया की करेंसी जैसे डॉलर, यूरो आपकी मुट्ठी में होगी। तो फिर पहले समझते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग को ही फॉरेक्स करेंसी ट्रेडिंग कहते हैं। इसी को एफएक्स (FX) मार्केट भी कहते हैं। यह शेयर बाजार की तरह काम करता है। जैसे शेयर बाजार में लेन-देन होता है। वैसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग में भी होता है। अंतर इस बात का है कि शेयर बाजार में शेयर का लेन-देन होता है वहीं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अलग-अलग देशों की करेंसी का लेन-देन होता है। इसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। इसे आप भी कर बैठे इंटरनेट के जरिए कर सकते हैं। फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदला जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात याद रखना है एक्सचेंज रेट का। एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदलने की दर को एक्सेचेंज रेट कहते हैं। यानी आप यूरो से डॉलर में, डॉलर को यूरो में, रुपये को डॉलर में या किसी भी देश की करेंसी को किसी भी देश की करेंसी के साथ बदल सकते हैं।
कैसे करें ट्रेडिंग :-
फॉरेक्स ट्रेडिंग आजकल ट्रेडिंग का सबसे ज्यादा हॉटस्पॉट प्लेस है। यहां एक से बढ़कर एक बिजनेस मैन ट्रेडिंग करते हुए नजर आएंगे। अगर आप भी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि ट्रेडिंग कैसे करें और किस तरह से की जाती है। ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास डीमैट एकाउंट होना जरूरी है।
ट्रेडिंग करेंसी ऑनलाइन:-
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग यानी यहां पर आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपका डीमैट एकाउंट होना जरूरी है। एकाउंट ओपने के बाद आपको हर देश की करेंसी के उतार-चढ़ाव पर ध्यान देना है। यानी एक्सचेंज रेट पर ध्यान देना है। इसमें जो एक्सचेंज रेट आपको अच्छा लगे, उसी में लॉक कर देना है। फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ये सबसे बेहतर उपाय है।
ब्रोकरेज फर्म के जरिए कमाई:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग में अगर आपने महारत हासिल कर ली, तो फिर ब्रोकरेज फर्म उसका अगला स्टेप है। इसमें आप ब्रोकरेज फर्म खल सकते हैं। इसके जरिए आप अन्य निवेशकों से ट्रेडिंग कराएं। इसमें आपको निवेशकों द्वारा खरीदने, बेचने पर कमीशन मिलेगा। इसके अलावा अगर आप निवेशक को बेहतर एक्सचेंज दिलाते हैं। आपकी साख भी बढ़ेगी। जिससे आपके यहां निवेशक बढ़ेंगे। इसमें आप बिना ट्रेडिंग किए हुए करोड़ों, अरबों कमा सकते हैं।
वेबसाइट के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग में आप वेबसाइट खोलकर भी पैसे कमा सकते हैं। इस वेबसाइट पर आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग करने वालों की जरूरते पूरी करनी होगी। वेबसाइट पर लोगों को फॉरेक्स ट्रेडिंग से संबंधित जानकारी देनी होगी। आप अपने वेबसाइट के जरिए लोगों को को एक से पांच साल की सदस्यता देकर उनको अपना ग्राहक बना सकते हैं। इसमें आपको डीमैट एकाउंट के बारे में जानकारी देनी होगी। फिर आप सलाहकार के रूप में फीस लेकर भी निवेशकों को सुविधा दे सकते हैं। यहां भी आप बिना ट्रेडिंग किए मोटी रकम कमा सकते हैं।
मनी एक्सचेंज एजेंसी खोलना:-
एक्सचेंज रेट के बारे में अच्छी जानकारी रखने वालों के लिए एक्सेचेंज एजेंसी खोलना सबसे बढ़िया उपाय है। इसके जरिए आप लोगों की करेंसी को एक्सचेंज (बदल) सकते हैं। इसमें आपको हर दिन कमाई होती रहेगी। करेंसी को बदलने पर आपको शानदार कमीशन मिलेगा। कुल मिलाकर आप एक्सचेंज एजेंसी के जरिए भी बेहतर कमाई कर सकते हैं।
इस प्रकार से फॉरेक्स ट्रेडिंग की बारीकियों को समझने और एक्सचेंज रेट पर पैनी नजर रखने वाले करोड़ों, अरबों की कमाई कर सकते हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से अमीर बनने का सपना देख रहे हैं तो रुकिए! कहीं हो न जाएं फ्रॉड के शिकार, जानें क्या कहता है RBI का नियम
Illegal Forex Trading: विदेश में रजिस्टर्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ट्रेड करने से आप दंड के भागी बन सकते हैं. इसके खिलाफ जागरूक करने के लिए समय-समय पर RBI निवेशकों को विज्ञापन देकर, मोबाइल पर मैसेज भेजकर आगाह करता रहता है.
Illegal Forex Trading: अगर आपको सोशल मीडिया पर फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए रातों-रात अमीर बनने का सपना दिखाने वाले एडवर्टीज़मेंट्स दिखें तो सावधान हो जाइए. ऐसे विज्ञापनों पर भरोसा करके निवेश करना महंगा पड़ सकता है. ये फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स (forex trading Apps) निवेशकों को पहली बार ट्रेड के लिए फ़्री कैश या फ्री ट्रेडिंग कोर्स का लालच भी देते हैं. ये प्लेटफॉर्म्स अक्सर अपने ऐड्स में इसे लीगल बताकर या किसी विदेशी रेगुलेटर से नियमित बताकर या फर्जी ग्लोबल अवॉर्ड पाने वाला बताकर लोगों को गुमराह करते हैं.
OctaFx, OlympTrade, Alpari, Forex.com, Ava Trade, FBS, I-Forex, Binomo.com, IQ Option, TP Global Forex जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फॉरेक्स ट्रेडिंग रिजर्व बैंक नियमों के तहत कानूनन अपराध की श्रेणी फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? में आता है. ये प्लेटफॉर्म्स रिजर्व बैंक या सेबी (Securities and Exchange Board of India) में से किसी के पास भी रजिस्टर्ड नहीं हैं.
क्रिप्टो की तरह विदेश में रजिस्टर्ड फोरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेड करना अवैध है. रिजर्व बैंक इसकी इजाजत नहीं देता है. इसके खिलाफ जागरूक करने के लिए समय-समय पर RBI निवेशकों को विज्ञापन देकर, मोबाइल पर मैसेज भेजकर आगाह करता रहता है. विदेश में रजिस्टर्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ट्रेड करने से आप दंड के भागी बन सकते हैं.
भारत में फोरेक्स ट्रेडिंग का रेगुलेशन रिजर्व बैंक और सेबी संयुक्त रूप से करते हैं.
भारत में फोरेक्स ट्रेडिंग सिर्फ और सिर्फ उन्हीं ऑथराइज़्ड डीलर बैंक्स या कंपनियों के साथ कर सकते हैं जिनके पास विदेशी करेंसी में ट्रेड करने का लाइसेंस है. इतना ही नहीं आप अमेरिकी डॉलर-रुपए या यूरो-रुपये के वायदा बाजार में ट्रेड सिर्फ लोकल एक्सचेंज पर ही ट्रेड कर सकते हैं. RBI के तहत RS यानी Liberalised Remittance Scheme के तहत भी इसकी इजाजत नहीं है.
विदेशी अनऑथराइज्ड प्लेटफॉर्म्स पर डॉलर, पाउंड, येन में ट्रेडिंग से अमीर बनने का सपना ठीक क्रिप्टो की तरह आपका पैसा डूबा सकता है.
बता दें कि आरबीआई ने इस साल फरवरी में कुछ ऐसे ही प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ लोगों को आगाह किया था. बैंक का कहना था कि फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 (FEMA) के तहत जिन संस्थाओं को ट्रेडिंग सॉल्यूशन देने का लाइसेंस होगा, ट्रेडर्स को उनके साथ ही फॉरेक्स ट्रांजैक्शन करने की अनुमति होगी. वहीं, एक्ट के तहत जिन उद्देश्यों को मंजूरी दी गई है, उन्हीं के तहत ट्रांजैक्शन करना होगा.
फॉरेक्स ट्रेडिंग
हेल्लो दोस्तों आज हम Currency Market पर विस्तार से चर्चा करने वाले है ‘करेंसी ट्रेडिंग’ जिसे दुसरे शब्दों में ‘फॉरेक्स ट्रेडिंग’ भी कहा जाता है – ‘करेंसी ट्रेडिंग’ क्या है, इसमें कैसे निवेश करें और इसकी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजि क्या है (फॉरेक्स ट्रेडिंग)
करेंसी मार्केट क्या हैं :-
‘करेंसी ट्रेडिंग’ स्टॉक मार्केट का ही एक भाग है जिसमे सभी अलग – अलग देशों की करेंसी (मुद्रा) में किसी दो देशों की करेंसी के कम्पेरिजन (तुलना) में स्टॉक मार्केट के जरिये कारोबार (ट्रेडिंग) होती है जिसे करेंसी मार्केट कहा जाता हैं
“Forex यानि Currency Trading में दुनिया भर के ट्रेडर्स शामिल होते हैं, फोरेक्स ट्रेडिंग का मुख्य सिद्धांत यह है की इसमें विभिन्न देशों की करेंसी के मूल्य दुनिया भर में हो रही रोजबरोज की घटनाओं के आधार पर बदलते रहते हैं”
Forex (Currency) Market की शुरुआत सन 1970 के पहले विदेशी मुद्रा विनिमय दरें स्थिर रहा करती थी जिसका प्रचलन आनेवाले दसको में परिवर्तन होने वाली विनिमय दरो के रूप में हुआ, फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में लगभग 5.3 ट्रिलियन डॉलर के दैनिक लेनदेन के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा वितीय मार्केट है
फॉरेक्स (करेंसी) ट्रेडिंग एक ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल होने वाला टर्म है, इसमें चाहे यूरो को डॉलर से ट्रेडिंग करना हो या डॉलर को रुपये के साथ ट्रेड करना हो यह सभी प्रकार के ट्रेडिंग (कारोबार) फॉरेक्स यानि फॉरेन एक्सचेंज मार्केट के जरिये किया जाता हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या हैं :-
करेंसी ट्रेडिंग को दुसरे तरीके से समजते हैं, दुनिया के सभी देशों की अपनी एक करेंसी (फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? मुद्रा) होती है जैसे की; भारत में रुपीस, अमेरिका में डॉलर, जापान में येन और ब्रिटेन में पाउंड आदि इन सभी की एक कीमत होती है जो मार्केट (बाजार) में Demand And Supply के आधार पर कम या ज्यादा होती हैं
आपने अक्सर न्यूज या अखबार में देखा होंगा की आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.40 पैसे गिरा है या आज डॉलर के मुकाबले रुपिया 0.50 पैसे बढ़ा हैं इन वजहों से करेंसी (मुद्रा) में मूवमेंट होती फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? है
इन मूवमेंट्स का फायदा उठाने के लिए करेंसी मार्केट के ट्रेडर्स इसे कम दाम पर खरीद लेते हैं और ज्यादा दाम पर बेच देते हैं इस कारोबारीक ट्रेडिंग को Forex या Currency Trading कहते हैं
मुद्रा व्यापार की पुरानी बातें फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है?
मुद्रा व्यापार और विनिमय बाजार के कार्य प्राचीन काल से चले आरहे है तब के समय में मनी – चेंजर जिसे पैसे बदलने के लिए दुसरों की मदद करने वाले और कमीशन या शुल्क (चार्ज) वसूलने वाले लोग जो इस प्रकार का कार्य करते थे
प्राचीन समय में लोगो को भुगतान के रूप में एक दुसरे के साथ वस्तु विनिमय और व्यापार माल के सिद्धांत के द्वारा संचालित करते थे और आज, पूरी दुनिया करेंसी की शक्ति पर चलती हैं साथ ही दुनिया भर में करेंसी का एक अलग ही महत्व है
मूल्यों का बढ़ना और गिरना और साथ ही इन करेंसीयों का आदान – प्रदान करना व्यापार के लिए एक अपार अवसर प्रदान करता है यही कारन है की आज करेंसी मार्केट निवेश का एक बड़ा केन्द्र बन चूका हैं
Currency Pairs Example :-
आमतौर पर आपने देखा होंगा की रूपये की कीमत डॉलर के मुकाबले इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो के मुकाबले इतनी है इसे एक उदाहरण के माध्यम से बेहतर समजते है
इसके लिए Currency Market के 20 अप्रैल, 2021 के दिन के सभी अलग – अलग Country के Currencies को Rupee के साथ कॉम्पेर (तुलना) करके देखते हैं 1 US Dollar (USD) की कीमत 74.88 ₨. हैं, 1 Euro (EUR) की कीमत 90.74 ₨. हैं, 1 Pound Sterling (GBP) की कीमत 105.05 ₨. हैं, 1 Japanese Yen (JPY) की कीमत सिर्फ 0.69 ₨. हैं, 1 Renminbi की कीमत 11.52 Rs. हैं, 1 Australian Dollar (AUD) की कीमत 57.72 Rs. हैं, 1 Singapore Dollar (SGD) की कीमत 56.74 Rs. हैं और आखिर में 1 Taiwan Dollar की कीमत 2.67 Rs. हैं
इसे किसी अन्य मुद्रा के सबंध में एक देश की मुद्रा के मूल्य को किसी दुसरे देश की मुद्रा के मूल्य से तुलनात्मक रूप से इन दोनों में अपने – अपने करेंसी के हिसाबसे एक्सचेंज यानि ट्रेडिंग किया जाता है जिसे Forex Trading या Currency Trading के नाम से जाना जाता हैं
प्रत्येक देश अपने विनिमय दर को निर्धारित करता है जो उसकी मुद्रा पर लागु होंगा जैसे की; एक चल यानि फ्लोटिंग मुद्रा, फिक्स्ड या एक हाइब्रिड मुद्रा हो सकती है जिसमे अपने – अपने देश की सरकारे विनिमय दरों पर सीमा – नियंत्रण लागु कर सकती हैं, Forex Market 24/7 यानि 24 घंटे और साल के 365 दिन चालू रहती हैं
करेंसी एक्सचेंज रेट क्या हैं :-
जिस प्रकार एक देश का स्टॉक मार्केट उस देश की विकास श्रेणी को दर्शाता है उसी प्रकार फॉरेन एक्सचेंज मार्केट दुनिया के सभी देशो की अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिबिम्ब दिखता है
Forex Market में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला जाता हैं इस ट्रेडिंग में सबसे जरुरी बात एक्सचेंज रेट की होती है इसका यह मतलब है की अगर हमें एक करेंसी को दूसरी करेंसी से एक्सचेंज करना है यानि उन दो करेंसी में ट्रेडिंग करना है तो उन दोनों मार्केट दरो (रेट) को मिलाकर देखा जाता है
किसी एक करेंसी की तुलना में किसी दूसरी करेंसी की कीमत को उसकी एक्सचेंज रेट के जरिये जाना जाता है यह एक्सचेंज रेट उस देश के आर्थिक मुद्रा स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण संकेत दिखता है, किसी देश की करेंसी के लिए उसका मुद्रा का हाई एक्सचेंज रेट्स उस देश की आर्थिक स्थिति विकसित होने का संकेत देता हैं, इसी प्रकार किसी देश की करेंसी के लिए उसका कम एक्सचेंज रेट्स उसकी विपरीत स्थिति दर्शाता हैं
‘करेंसी मार्केट’ अनिवार्य रूप से मुद्रा के व्यापार के लिए एक वैश्वीक, विकेंद्रीकृत बाजार है, हर करेंसी के लिए फॉरेन एक्सचेंज रेट्स करेंसी ट्रेडिंग के लिए निर्धारित की जाती है इसमें करेंसी व्यापार (ट्रेडिंग) के सभी पहलु शामिल होते हैं जैसे की; फॉरेन (मुद्रा) के जोड़े की खरीद – बिक्री करना, करेंसी के वर्तमान मूल्य पर करेंसीस का आदान – प्रदान करना या एक निश्चित मूल्य नक्की करना
करेंसी मार्केट कोई एक जगह या स्थान नहीं बल्कि इसका प्रयोग सिस्टम को संदर्भित करने के लिए किया जाता है यह कई वितीय केन्द्रों से बना हैं जहा पर फॉरेन एक्सचेंज में लेनदेन (कारोबार) चोबीसो घंटे चलता हैं
करेंसी ट्रेडिंग में इन बातोँ का ध्यान रखें :-
भारत में ‘करेंसी ट्रेडिंग’ शुरू करने से पहले इन बातो का अवश्य ध्यान रखे, सबसे पहले हम किन – किन करेंसी सेक्सन में ट्रेडिंग कर सकते है तो भारत में ज्यादा वोल्यूम के साथ 4 Currency Trading of Pairs में ट्रेडिंग की जाती है और यह चार करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – USD/INR, EUR/INR, GBP/INR And JPY/INR
इसमें भारत की मुद्रा को दुसरे देशों की मुद्राओ के साथ Trade किया जाता है, इनके अलावा और 3 Cross Currency Trading of Pairs है जिसमे हाल फ़िलहाल में ही ट्रेडिंग की शुरुआत हुई है और यह तिन क्रॉस करेंसी ट्रेडिंग के जोड़े है – EUR/USD, GBP/USD And USD/JPY लेकिन इन Pairs में ज्यादा Volume नहीं होता है, इसमें भारत की मुद्रा के अलावा दुसरे देशों की मुद्राओ में Trade किया जाता हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए एक खाता
Forex Trading में करेंसी पेयर्स, डेरिवेटिव्स और F&O ट्रेडिंग (Future Trading / Option Trading) भी शामिल हैं करेंसी ट्रेडिंग को शुरू करने के लिए फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? एक फॉरेक्स ट्रेडिंग खाता खुलवाना जरुरी हैं
कई ब्रोकर्स अपने क्लाइंट को करेंसी ट्रेडिंग सरलता से करने के लिए प्लेटफार्म भी प्रदान करते है, आप यदि करेंसी ट्रेडिंग में रिसर्च और सलाह में किसी प्रकार की सहायता चाहते हो तो आपको (Full-Service Stock Brokers And Discount Stock Brokers) फुल – सर्विस स्टॉक ब्रोकर को चुनना होंगा दूसरी तरफ डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर है जो आपको कम ब्रोकरेज और चार्जिस में न्यूनतम सेवाएँ प्रदान करता हैं
Currency Trading का खाता खुलवाने के बाद आप ट्रेडिंग प्लेटफार्म को एक्सेस कर सकते है जो आपको करेंसी ट्रेडिंग करने में मदद करेंगा, सामान्य तौरपर OHLC Chart (Open High Low Close Chart) और (Candlestick chart) केंडलस्टिक चार्ट जो पेयर्स के प्राइस मूवमेंट को समजने में आपकी मदद करता है, पेयर्स और प्राइस मूवमेंट का विशलेषण करने के बाद, आर्डर प्लेजमेंट के साथ आगे बढ़ सकते हैं
फोरेक्स ट्रेडिंग ऑनलाइन
एक बाजार जो दैनिक मात्रा में लगभग $ 5.2 ट्रिलियन को आकर्षित करता है, जिसे दुनिया के सबसे बड़े बाजार के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो विश्व स्तर पर 24 घंटे उपलब्ध है - बिल्कुल यही मुद्रा बाज़ार होता है। छोटी मार्जिन आवश्यकताओं और कम प्रवेश बाधाओं का लाभ इसे खुदरा निवेशक के पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
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मुद्रा संबंधी एफ.ए.क्यू
व्यापार डेरिवेटिव के लिए न्यूनतम निवेश कितना है?
यह कदम तब आया जब बाज़ार नियामक सेबी ने छोटे निवेशकों को उच्च जोखिम वाले उत्पादों से बचाने के प्रयास में वर्तमान में किसी भी इक्विटी डेरिवेटिव उत्पाद के लिए न्यूनतम निवेश आकार में 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक की बढ़ोतरी की।
करेंसी ट्रेडिंग इन इंडिया क्या है और मैं मुद्रा व्यापार कैसे शुरु करूँ?
विदेशी मुद्रा व्यापार, एक मुद्रा का दूसरे में रूपांतरण है। यह दुनिया के सबसे सक्रिय रूप से कारोबार किए जाने वाले बाज़ारों में से एक है, जिसमें औसत दैनिक व्यापार की मात्रा 5 ट्रिलियन डॉलर है।
मैं ऑनलाइन फोरेक्स ट्रेडिंग कैसे कर सकता हूँ?
सभी मुद्रा व्यापार जोड़े में किया जाता है। शेयर बाज़ार के विपरीत, जहाँ आप एकल स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं, आपको एक मुद्रा खरीदनी होगी और दूसरी मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाज़ार में बेचना होगा। इसके बाद, लगभग सभी मुद्राओं का मूल्य चौथे दशमलव बिंदु तक होगा। बिंदु में प्रतिशत व्यापार की सबसे छोटी वृद्धि है।
भारत में मुद्रा का व्यापार कैसे कर सकता हूँ?
सभी मुद्रा व्यापार जोड़े में किया जाता है। शेयर बाज़ार के विपरीत, जहाँ आप एकल स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं, आपको एक मुद्रा खरीदनी होगी और दूसरी मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाज़ार में बेचना होगा। इसके बाद, लगभग सभी मुद्राओं का मूल्य चौथे दशमलव बिंदु तक होगा। बिंदु में प्रतिशत व्यापार की सबसे छोटी वृद्धि है।
विदेशी मुद्रा व्यापार से लाभ प्राप्त कैसे करें?
विदेशी मुद्रा व्यापार आपको मुनाफ़ा दे सकती है यदि आप असामान्य रूप से कुशल मुद्रा व्यापारी के साथ धनराशि को छुपा कर रखते हैं। हालांकि इसका अर्थ यह लगाया जा सकता है कि मुद्राओं में व्यापार करते समय तीन में से एक व्यापारी का पैसा नहीं डूबता, लेकिन यह समृद्ध व्यापार विदेशी मुद्रा प्राप्त करने के समान नहीं है।
क्या विदेशी मुद्रा व्यापार में कोई जोखिम कारक शामिल है?
विदेशी मुद्रा व्यापार में मुद्रा जोड़े का व्यापार शामिल है। कोई भी निवेश जो संभावित लाभ प्रदान करने का प्रस्ताव रखता है उसमें भी मार्जिन पर व्यापार करते समय अपने लेनदेन के मूल्य से बहुत अधिक खोने के बिंदु तक डाउनसाइड जोखिम होता है।
भारतीय विदेशी मुद्रा क्या है?
भारत के आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15 में कहा गया कि भारत 750 बिलियन यू.एस डॉलर से 1 ट्रिलियन डॉलर तक के विदेशी मुद्रा भंडार को लक्षित कर सकता है। दिसंबर 2019 तक, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार मुख्य रूप से यू.एस सरकारी बॉन्ड और संस्थागत बॉन्ड के फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? रूप में यू.एस डॉलर के साथ सोने में लगभग 6% विदेशी संचय से बने हैं ।
Forex ट्रेडिंग क्या है? | What is Forex in Hindi
दोस्तों आप में से बहुत से लोग ट्रेडिंग करते होंगे और ट्रेडिंग कई तरह की होती है उन्ही में से एक फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग होती है, लेकिन क्या आपको पता है कि फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है और ये कितने तरह की होती है अगर नही, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन देते हैं.
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Table of Contents
Forex ट्रेडिंग क्या है (What is Forex in Hindi)
फॉरेक्स का अर्थ होता है विदेशी मुद्रा का विनिमय विदेशी मुद्रा की खरीदारी करना और ट्रेडिंग का अर्थ होता है किसी भी चीज़ का बिज़नेस करना.
फॉरेक्स ट्रेनिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमे हम किसी भी दूसरे देश की करेंसी का एक जोड़ा खरीदते हैं बस जोड़े में दो करेंसी होती है इन करेंसीज का मार्केट में मूल्य घटता और बढ़ता रहता है तो ऐसे में फॉरेस्ट ट्रेडिंग करने वाला व्यक्ति टेक्निकल एनालिसिस करके अंदाजा लगाता है की आज कनसी किस रेट में नीचे जाने वाला है और किस रेट में ये ऊपर आने वाला है फॉरेक्स ट्रेडिंग में हम अच्छा पैसा लगाकर इनकम भी कमा सकते हैं फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट है जहाँ दुनिया की सभी करेंसी की ट्रेडिंग होती है। जहाँ तक बात भारत फॉरेक्स ट्रेडिंग की है तो यहाँ निवेशकों के मन में फॉरेक्स ट्रेडिंग की वैधता (लीगल) को को लेकर जरूर संदेह है.
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करना पूरी तरह से कानूनी काम है लेकिन यह केवल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय सिक्योरिटी विनिमय बोर्ड द्वारा तय पूर्व निर्धारित सीमाओं के तहत कि यूज किया जाता है.
ऐसे में अगर यदि कोई व्यक्ति भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करना चाहता है तो उसे इसके बारे में अच्छी जानकारी भी होनी चाहिए.
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करता है
जिस तरह से इक्विटी ट्रेडिंग में हमारे प्रॉफिट और लॉस के लिए हमारे द्वारा लिए गए किसी भी शेयर के मूल्य बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं ठीक उसी प्रकार से फॉरेक्स ट्रेडिंग भी हमारे देश के शेयर मार्केट में होने वाले इक्विटी ट्रेडिंग के जैसा ही होता है
फोरेक्स ट्रेडिंग में हमारे फायदे और नुकसान के लिए किसी भी विदेशी करेंसी का एक्सचेंज रेट या अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उसके घटते बढ़ते हुए मोहल्ले इसका फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है? बहुत मायने रखते हैं उदाहरण मन कोई व्यक्ति हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और वह डॉलर के बढ़ते हुए मूल्य में अच्छा प्रॉफिट लेना चाहते हैं तो मान लीजिये की उसने 70 के हिसाब से 1000 यूएस डॉलर खरीद लिये जिनकी वैल्यू 7000 रूपये होती है और ये मान लीजिए कि कल उनमें 300 की वृद्धि हो रही है और जब वो उन $1000 का बेचता है तब उसे 73000 रूपये मिलते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अच्छा प्रॉफिट कमाने के लिए उसे अच्छी तरह से एक्सचेंज रेट का टेक्निकल लाइन से करना होगा.
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए बेस्ट करेंसी कौन सी है
फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए सभी देशों की मुद्राएं में से सबसे अच्छी करेंसी है
इन देशों की करंसी मैं अगर आप फॉरेक्स ट्रेडिंग करते हैं तो यह आपके लिए काफी बेनिफिट वाला हो सकता है.
हमारे देश भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें?
हमारे देश में बहुत से लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते हैं लेकिन उन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी न होने के कारण वह फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं कर पाते हैं हमारे भारत देश में बहुत सारी बड़ी बड़ी कंपनियां हैं और बड़े बड़े बैंक हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करते है और अच्छा प्रॉफिट भी कमाते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट कर कोई भी अच्छी इनकम कमा सकता है जैसे कि आप शेयर मार्केट में करते हुए इसमें बहुत ही कम रिस्क होता है पर ये आपको अच्छा प्रॉफिट भी देता है जिसके लिए आपको ब्रोकर आपको अच्छा मार्जिन भी देते हैं जिस कारण से अब कम इन्वेस्टमेंट करते हैं अधिक से अधिक फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग की सावधानियां क्या-क्या है?
फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको ये सावधानियां रखना जरूरी है-
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको इसके बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आप पहले से ही मार्केट में एक इन्वेस्टर ग्रुप में काम कर रहे हो तो आप इसमें अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं
- आज के टाइम में तो फर्स्ट थिंग करने के लिए बहुत से कोर्स भी आते हैं आप उन कोशिशों कर सकते हैं
- अगर आप फॉरेस्ट ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस का अच्छा ज्ञान होना चाहिए और आप को मार्केट का पूर्वानुमान लगाना भी आना चाहिए
- फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपके पास एक अच्छा बैंक बैलेंस भी होना चाहिए जिससे अगर आपको कभी ट्रेडिंग करने में कोई घाटा हो तो आप उसे कवर कर सकते हैं.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (forex kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (forex kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.