कैसे रोल ओवर काम करता है

VI Weekend Data Rollover: वीकेंड पर पाएं डेली फिक्स्ड डेटा से भी ज्यादा, Vi के खास ऑफर का उठाएं फायदा
VI Weekend Data Rollover: अगर आप वोडाफोन-आईडिया यूजर हैं तो वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को अपनी दैनिक लिमिट से अधिक डेटा पा सकते हैं.
Currently, users having smartphones offered by Xiaomi and OnePlus can reportedly use the Wi-Fi calling service offered by Vi.
Vi Weekend Data Rollover: अगर आप वोडाफोन-आईडिया यूजर हैं तो वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को अपनी दैनिक लिमिट से अधिक डेटा पा सकते हैं. यानी कि अगर आपने हर दिन 1.5 जीबी वाले पैक से रिचार्ज कराया है तो वीकेंड पर 1.5 जीबी से अधिक डेटा भी पा सकते हैं. वोडाफोन आईडिया ने डेटा रोलओवर का एक प्लान पेश किया है. इसके तहत सोमवार से लेकर शुक्रवार तक हर दिन जितना डेटा आपका प्रयोग नहीं हो पाता है, वह पूरा जुड़ता रहता है और आप उसका उपयोग वीकेंड पर कर सकते हैं.
उदाहरण के लिए अगर आपका रिचार्ज 1.5 जीबी प्रतिदिन का है. आपने सोमवार को 0.5 जीबी ही यूज किया तो उस दिन 1 जीबी डेटा बचा. मंगलवार को 1 जीबी डेटा यूज किया तो उस दिन 0.5 जीबी डेटा बचा. बुधवार को 1 जीबी डेटा यूज किया तो उस दिन 0.5 जीबी डेटा बचा. गुरुवार को आपने डेटा यूज नहीं किया तो उस दिन पूरा 1.5 जीबी डेटा बच गया. शुक्रवार को आपपने 0.5 जीबी डेटा यूज किया तो उस दिन आपने 1 जीबी डेटा का प्रयोग नहीं किया. इस प्रकार आपने सोमवार से लेकर शुक्रवार तक 4.5 (1.0+0.5+0.5+1.5+1.0) जीबी डेटा का प्रयोग नहीं किया. इस प्रकार आपको शनिवार को 4.5+1.5 यानी 6 जीबी डेटा मिलेगा. अगर यह डेटा शनिवार को भी नहीं इस्तेमाल हो पाया तो अगले दिन रविवार को भी यह डेटा (4.5 जीबी) मिलेगा.
Weekend Rollover प्लान की खासियत
- वोडाफोन-आईडिया का यह वीकेंड रोलओवर प्लान 249 रुपये से अधिक के अनलिमिटेड रिचार्ज पर उपलब्ध है.
- वीकेंड पर डेली डेटा लिमिट से पहले सोमवार से शुक्रवार को बचे हुए डेटा का इस्तेमाल होगा. यानी ऊपर उदाहरण में जो 4.5 जीबी डेटा बचा है, वीकेंड को पहले यह इस्तेमाल होगा, उसके बाद ही फिक्स्ड डेटा कोटा का इस्तेमाल शुरू होगा.
- एक खास बात और है कि इस रोलओवर डेटा का इस्तेमाल सिर्फ वीकेंड पर ही किया जा सकता है. यह रविवार की रात तक ही उपलब्ध रहेगा और उसके बाद ऑटोमैटिक ही लैप्स हो जाएगा यानी खत्म हो जाएगा.
- रोलओवर डेटा शनिवार 00:00 (12 बजे रात) और रविवार 23:59 (12 बजे रात) तक ही उपलब्ध रहेगा.
- यह ऑफर वर्तमान वोडाफोन और आईडिया यूजर्स के लिए भी उपलब्ध है.
Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 9 कंपनियों का मार्केट कैप 79,798 करोड़ बढ़ा, TCS-Infosys को सबसे ज्यादा मुनाफा
Crorepati Stock: 1 लाख के बन गए 30 लाख, 10 साल में 30 गुना बढ़ा पैसा, इस केमिकल शेयर ने बनाया करोड़पति
Tata-Bisleri Deal: कौन हैं जयंती चौहान, जिन्होंने 7 हजार करोड़ की कंपनी को आगे बढ़ाने से कर दिया इनकार? 5 प्वाइंट में जानिए वजह
Bikaji Foods के IPO में पैसा लगाने वालों की भर रही है जेब, लगातार दूसरे दिन 10% अपर सर्किट, रिकॉर्ड हाई पर शेयर
Vi के धांसू प्रीपेड प्लान, रोज 3GB डेटा और फ्री कॉलिंग के साथ डिज्नी+ हॉटस्टार भी, 48GB तक एक्स्ट्रा डेटा का भी फायदा
टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vi) यूजर्स को शानदार बेनिफिट्स वाले कई प्लान ऑफर कर रही है। Vi के प्लान की सबसे बड़ी खासियत है, इनमें मिलने वाला बिंज ऑल नाइट और वीकेंड डेटा रोलओवर बेनिफिट। वोडा के.
टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vi) यूजर्स को शानदार बेनिफिट्स वाले कई प्लान ऑफर कर रही है। Vi के प्लान की सबसे बड़ी खासियत है, इनमें मिलने वाला बिंज ऑल नाइट और वीकेंड कैसे रोल ओवर काम करता है डेटा रोलओवर बेनिफिट। वोडा के अलावा कोई और कंपनी यूजर्स को ये बेनिफिट ऑफर नहीं करती। वोडाफोन के कुछ प्रीपेड प्लान जबर्दस्त ओटीटी बेनिफिट्स के लिए भी जाने जाते हैं। आइए जानते हैं वोडाफोन-आइडिया के कुछ ऐसे ही प्लान्स के बारे में।
501 रुपये वाला प्लान
28 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में कंपनी रोज 3जीबी डेटा ऑफर कर रही है। प्लान में आपको हर दिन 100 फ्री एसएमएस के साथ देशभर में किसी भी नेटवर्क के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग भी मिलेगी। प्लान की सबसे बड़ी खासियत है कि कंपनी इसमें 16जीबी एक्ट्रा डेटा के साथ एक साल के लिए डिज्नी+ हॉटस्टार मोबाइल का फ्री सब्सक्रिप्शन भी दे रही है। इसके अलावा इस प्लान में आपको वीकेंड डेटा रोलओवर और बिंज ऑल नाइट बेनिफिट भी मिलेगा।
701 रुपये वाला प्लान
वोडाफोन के इस प्लान में भी आपको इंटरनेट यूज करने के लिए रोज 3जीबी डेटा मिलेगा। 56 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में कंपनी 32जीबी एक्स्ट्रा डेटा भी दे रही है। प्लान अनलिमिटेड कॉलिंग और हर दिन 100 फ्री एसएमएस भी ऑफर करता है। प्लान में मिलने वाले अडिशनल बेनिफिट में एक साल के डिज्नी+ हॉटस्टार के फ्री सब्सक्रिप्शन के साथ बिंज ऑल नाइट और वीकेंड डेटा रोलओवर भी शामिल है।
901 रुपये वाला प्लान
84 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में आपको हर दिन 3जीबी डेटा का फायदा होगा और इस प्लान में कंपनी 48जीबी एक्सट्रा डेटा भी फ्री में दे रही है। प्लान में डेली 100 फ्री एसएमएस के साथ देशभर में किसी भी नेटवर्क के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा भी दी जा रही है। यह प्लान में एक साल के डिज्नी+ हॉटस्टार मोबाइल, बिंज ऑल नाइट और वीकेंड डेटा रोलओवर जैसे बेनिफिट्स के साथ आता है।
601 रुपये वाला प्लान
कंपनी का यहब प्लान ऊपर बताए गए प्लान्स से अलग है। यह एक डेटा पैक है और इसमें आपको फ्री एसएमएस और अनलिमिटेड कॉलिंग नहीं मिलेगा। प्लान में कंपनी इंटरनेट यूज करने के लिए टोटल 75जीबी डेटा दे रही है। 56 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में आपको डिज्नी+ हॉटस्टार का एक साल का फ्री सब्सक्रिप्शन दिया जा रहा है।
क्या सच में ICC फंडिंग में है BCCI का दबदबा? PCB चीफ की बात में कितना दम
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. इस बोर्ड के सामने कभी ताकतवर समझे जाने वाले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड भी कहीं नहीं ठहरते. बीसीसीआई को हर साल होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से काफी आमदनी होती है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 09 अक्टूबर 2021,
- (अपडेटेड 09 अक्टूबर 2021, 12:58 PM IST)
- भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है
- BCCI के दबदबे को PCB ने भी खुले तौर पर स्वीकार कर लिया है
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. इस बोर्ड के सामने कभी ताकतवर समझे जाने वाले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड भी कहीं नहीं ठहरते. बीसीसीआई को हर साल होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से काफी आमदनी होती है. साथ ही, कई जानी-मानी कंपनियों का भारतीय बोर्ड के साथ करार है. इन कंपनियों में एमपीएल, पेटीएम, ड्रीम इलेवन, अंबुजा सीमेंट्स, बायजूस और स्टार स्पोर्ट्स जैसी कंपनियां शामिल हैं. अब बीसीसीआई के दबदबे को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भी खुले तौर पर स्वीकार कर लिया है.
क्या कहा था पीसीबी चीफ ने?
पीसीबी चीफ रमीज राजा ने हाल ही में कहा, 'अगर भारत चाहे तो उनके बोर्ड का संचालन ‘बिखर’ सकता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का 90 प्रतिशत राजस्व कैसे रोल ओवर काम करता है भारत से आता है और इसका प्रभावी तौर पर यही मतलब है कि इस खेल को ‘भारत के व्यापारिक घरानों’ द्वारा चलाया जा रहा है. अगर कल भारतीय पीएम फैसला करते हैं कि वह पाकिस्तान को कोई फंडिंग नहीं होने देंगे, तो यह क्रिकेट बोर्ड ढह सकता है.'
BCCI की कमाई में गिरावट नहीं
कोरोना वायरस के चलते कई देशों के बोर्ड की कमाई में गिरावट आना लाजिमी था. लेकिन बीसीसीआई को इस महामारी का कोई खास नुकसान नहीं हुआ. इस साल मई में आई कैसे रोल ओवर काम करता है एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड की कमाई कुल 3730 करोड़ रुपए की है. वहीं, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) काफी पीछे हैं. सीए का राजस्व 2843 करोड़ और ईसीबी का 2135 करोड़ रुपए है.
क्रिकेट कैसे रोल ओवर काम करता है फंडिंग का अधिकांश हिस्सा (प्रमुख देशों की अपनी व्यवस्था को छोड़कर) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की ओर से वितरित धन से आता है. मौजूदा अधिकार अवधि (2015-23) में सौ से अधिक सदस्य देशों को लगभग 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर वितरित किया जा रहा है. आईसीसी के अधिकांश फंड उनके "वैश्विक आयोजनों" से प्राप्त होते हैं, जिसमें पुरुषों और महिलाओं के 50 ओवर क्रिकेट विश्व कप (CWC) और विश्व ट्वेंटी 20 (WT20) शामिल हैं.
ICC को मुख्यतया फंड दो स्रोतों से आते हैं-
1. मीडिया अधिकार (टीवी और डीजिटल): स्टार स्पोर्ट्स (अपने भारतीय/मध्य पूर्व ब्रॉडकास्टिंग के माध्यम से) ने दुनिया भर में 2015-23 के कैसे रोल ओवर काम करता है अधिकार लगभग दो बिलियन डॉलर में खरीदे थे. आईसीसी की ओर से अनुमोदित ब्रॉडकास्टर स्टार को शुल्क देने के बाद इन कार्यक्रमों को अपने क्षेत्रों में प्रसारित कर रहे हैं. उदाहरण के लिए स्काई (यूके), सुपर स्पोर्ट (उप-सहारा अफ्रीका), चैनल 9/फॉक्स स्पोर्ट्स (ऑस्ट्रेलिया). दिलचस्प बात यह है कि स्टार को उसके मालिक फॉक्स ने एक बड़े सौदे के तहत डिग्री को बेच दिया गया था.
2. स्पॉन्सरशिप अधिकार: 2015-23 की अवधि के लिए यह ICC बजट में लगभग 700 मिलियन डॉलर है. इसमें ट्रॉफी नामकरण अधिकार और अन्य प्रमुख सौदे शामिल हैं. हालांकि आईसीसी अब विश्व आयोजनों के नामकरण अधिकार नहीं बेचती हैं. उदाहरण कैसे रोल ओवर काम करता है कैसे रोल ओवर काम करता है के लिए 1996 का वर्ल्ड कप 'विल्स विश्व कप' के नाम से आयोजित हुआ था. इस अवधि के दौरान आईसीसी इवेंट्स से जुड़े प्रमुख नामों में GoDaddy, Booking.com, Bira91, Uber, निसान, एमिरेट्स ओप्पो, पेप्सी, कोक, एलजी, MRF टायर, कैस्ट्रोल, रिलायंस, हुंडई शामिल हैं.
इस अलावा गैर-इवेंट विशिष्ट स्पॉन्सर जैसे एमिरेट्स (अंपायर), ग्रे-निकोल्स (उपकरण) इन वैश्विक आयोजनों के अतिरिक्त हैं. लेकिन आम तौर पर ये प्रमुख टूर्नामेंटों में भी शामिल होते हैं.
2015-23 पीरियड के लिए ICC अनुदानों का विवरण (अमेरिकी डॉलर में) कैसे रोल ओवर काम करता है -
भारत- 405 मिलियन (लगभग 51मि. प्रति वर्ष)
इंग्लैंड- 139 मिलियन (लगभग 17 मि. प्रति वर्ष)
ऑस्ट्रेलिया बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज - 128 मिलियन (16 मिलियन प्रति वर्ष)
जिम्बाब्वे- 94 मिलियन (लगभग 12 मि. प्रति वर्ष)
अफगानिस्तान और आयरलैंड - 40 मिलियन (लगभग 5 मि. प्रति वर्ष) ये दोनों अब आईसीसी के पूर्ण सदस्य बन गए हैं, इसलिए यह 2017-23 से तक आनुपातिक हो सकता है)
93 एसोसिएट्स देश- 160 मिलियन, यह दो अनुदान प्रणालियों (टूर्नामेंट और स्कोरकार्ड) में बंटा हुआ है.कैसे रोल ओवर काम करता है
क्या है डेरिवेटिव बाजार, यह कैसे काम करता है?
कई बार आपका सामना फ्यूचर्स, ऑप्शंस और ऑप्शन जैसे शब्दों से कैसे रोल ओवर काम करता है हुआ होगा. क्या आप इनका मतलब जानते हैं?
प्रश्न: क्या एफएंडओ सेगमेंट के डेरिवेटिव की वैल्यू कैश सेगमेंट से निकाली जाती है?
उत्तर: जैसा नाम से जाहिर है डेरिवेटिव सेगमेंट की वैल्यू अंडरलायर के तहत निकाली जाती है. मौजूदा समय में निफ्टी 50 इंडेक्स और सेंसेक्स, बैंक निफ्टी और कैश सेगमेंट के चुनिंदा शेयर अंडरलायर की भूमिका अदा करते हैं.
प्रश्न: इसका मतलब है कि निफ्टी के पास निफ्टी फ्यूचर्स सौदे हैं और बैंक निफ्टी के पास भी इसी तरह के एफएंडओ सौदे होंगे?
उत्तर: हां. सिर्फ इंडेक्स के फ्यूचर्स सौदे ही नहीं बल्कि ऑप्शंस सौदे भी मौजूद हैं. चुनिंदा शेयरों के मामले में फ्चूचर्स और ऑप्शन दोनों ही सौदे सूचीबद्ध होते हैं. मगर जरूरी नहीं कि हर शेयर के ऑप्शन सौदों का कारोबार बड़ी संख्या में होता हो. हालांकि, ज्यादा सक्रियता एकल शेयरों के फ्यूचर्स में नजर आती है.
प्रश्न: फ्यूचर्स एंड ऑप्शन सौदे किसे कहते हैं?
उत्तर: फ्यूचर सौदों के तहत एक ग्राहक किसी शेयर को मौजूदा कीमत पर भविष्य की तिथि में खरीद या बेच सकता है. इसी तरह, ऑप्शन सौदे के तहत ग्राहक को भविष्य के लिए निर्धारित किसी कीमत पर किसी शेयर को खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है.
हालांकि, जरूर नहीं कि वह उस तिथि को शेयर को खरीदे या बेचे. यदि तय तिथि से पहले उस सौदे का निपटारा कर लिया जाता है, तो उसे 'स्क्वेयर ऑफ' कहा जाता है. यदि ग्राहक उस सौदे को आगे लेकर जाना चाहता है, तो उसे 'रोलओवर' कहते हैं. हालांकि, इसके लिए कुछ शुल्क भी चुकाना होता है.
प्रश्न: किन सूचकांको पर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस सौदे उपलब्ध हैं?
उत्तर: बीएसई और एनएसई कारोबार के लिए शेयरों और कमोडिटी के डेरिवेटिव सौदों की सुविधा प्रदान करते हैं. इन दोनों सूचकांकों पर कैश सौदे भी होते हैं. इसके अलावा एमीसएक्स, एनसीडीईएक्स और आईसीईएक्स भी कमोडिटी सौदों के कारोबार की अनुमति देते हैं.
हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.