सिक्योरिटीज मतलब क्या?

वैसे दोस्तों आज के इस ब्लॉग में दी गई जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। साथ ही में इस टॉपिक से रिलेटेड कुछ और भी जानना हो तब आप हमें कमेंट और सुझाव दे सकते हैं।
VIP और VVIP क्या होता हैं ? पूरी जानकारी
What is VIP Or VVIP Full Information in Hindi : - अक्सर आप अपने आसपास के फ्रेंड्स और फैमिली से VIP और VVIP शब्द जरूर सुने होंगे। लेकिन क्या कभी आपने यह नोटिस किया है कि VIP और VVIP का मतलब क्या होता है ? VIP और VVIP में अंतर क्या होता है ? अगर आप भी इन शब्दों के बारे में ज्यादा कुछ नॉलेज नहीं रखते है। तो आज का यह ब्लॉग आपको शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़ लेना चाहिए।
VIP का पूरा नाम " Very Important Person " होता हैं। एक ऐसा व्यक्ति जो बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। मतलब जब भी किसी उत्सव या फंक्शन में मुख्य अतिथि के रूप में आता है। तब उसे अलग ही तरीके से फैसिलिटी प्रदान की जाती है। इसी को हम वेरी इंपोर्टेंट पर्सन का दर्जा देते हैं।
वीवीआइपी का मतलब क्या होता है ? What is VVIP Meaning in Hindi
VVIP का पूरा नाम " Very Very Important Person " होता है। जिसका हिंदी में मतलब सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। वैसे देखा जाए तो वीआईपी और वीवीआईपी दोनों शब्द का यूज़ फेमस सेलिब्रिटीज, मसूर बिजनेसमैन और राष्ट्रीय नेता के लिए ही किया जाता है। लेकिन इस शब्द का यूज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व्यक्ति के लिए किया जाता है।
बेसिकली हमारे इंडिया में वीआईपी और वीवीआईपी के श्रेणी में आने वाले पर्सन को काफी फैसिलिटी प्रदान की जाती हैं। और इन्हें किसी समारोह में आने के लिए अलग ही एंट्री गेट दिया जाता है। लेकिन सामान्य रूप से VIP और VVIP की श्रेणी में कौन कौनसे पर्सन आयेंगे। उनकी कोई लिस्ट नही जारी की जाती हैं।
इंडिया में VIP और VVIP की श्रेणी में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, लोकसभा और राज्यसभा के अध्यक्ष, विधानसभाओं के अध्यक्ष, आईपीएस, आईएएस, आईसीएस, आईआरएस अधिकारी, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, फेमस सेलिब्रिटी, मशहूर बिजनेसमैन और स्पोर्ट्समैन इत्यादि।
भारत में VIP और VVIP को दी जाने वाली सिक्योरिटीज कितने प्रकार की होती हैं ?
किसी पर्सन पर होने वाले खतरों को देखते हुए भारत सरकार उनको सिक्योरिटी प्रदान करती है। यह सिक्योरिटी भारत के इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अधिकारियों, गृह सचिव और गृह मंत्री की सदस्यों वाली सिक्योरिटीज मतलब क्या? एक कमेटी के द्वारा निर्णय लिया जाता है।
वैसे देखा जाए तो हमारे देश के राष्ट्रीय नेता और हाई लेवल की पोस्ट पर काम करने वाले अधिकारियों को उनकी पात्रता के अनुसार सुरक्षा प्रधान करवा दी जाती है और इनका सारा खर्चा भारत सरकार के द्वारा वहन किया जाता हैं। लेकिन जो व्यक्ति अपने निजी खतरे के आधार पर भारत सरकार से सुरक्षा की मांग करता है। तब उसका सारा खर्चा वह व्यक्ति ही उठाता है।
Types of VIP Securities in India
1. SPG
2. Z Plus Security
3. Z Security
4. Y Plus Security
5. Y Security
6. X Security
Primary Market और Secondary Market क्या है? जानिए दोनों के बीच क्या है अंतर?
Primary Market & Secondary Market: आपने भी प्राइमरी और सेकेंडरी शेयर मार्केट के बारे में सुना ही होगा। लेकिन क्या आप इसका मतलब जानते है? दरअसल, शेयर बाजार दो तरह के होते हैं। पहला प्राइमरी मार्केट और दूसरा सेकेंडरी मार्केट। आइए इन दोनों बाजार के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
Primary Market & Secondary सिक्योरिटीज मतलब क्या? Market: फाइनेंसियल मार्केट में जनता को नियमित रूप से नई सिक्योरिटीज जारी की जाती हैं। जनता की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुरूप कई वित्तीय उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध हैं। इन वित्तीय उत्पादों का पूंजी बाजार पर कारोबार किया जाता है, जिसे दो खंडों में वर्गीकृत किया गया है।
- प्राइमरी मार्केट (Primary Market)
- सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market)
मेकरडीएओ रेनबीटीसी को स्थिर मुद्रा संपार्श्विक के रूप में समाप्त करता है
मेकर ने कहा, “अल्मेडा रिसर्च द्वारा रेन प्रोजेक्ट के अधिग्रहण और हाल ही में उसके दिवालियापन को ध्यान में रखते हुए, रेन डेवलपमेंट टीम ने रेन नेटवर्क टकसालों को निष्क्रिय कर दिया।” रेन 1.0 नेटवर्क ने कहा, 18 नवंबर के बाद 30 दिनों के भीतर बंद हो जाएगा।
रेन को जोखिम?
रेनबीटीसी की मौजूदा स्थिरता के बावजूद, मेकर की जोखिम कोर यूनिट ने कहा कि डीएओ की परिसंपत्ति की ऑफबोर्डिंग स्वयं बिटकॉइन से डी-पेग का कारण बन सकती है। “बर्न को अक्षम करने का मतलब है कि निर्माता के पास भविष्य की संभावित जटिलताओं को कम करने के लिए संपार्श्विक को बंद करने के लिए सीमित समय सीमा है,” निर्माता ने समझाया।
संगठन ने कहा कि आरईएनबीटीसी-ए से इसकी ऑफबोर्डिंग “निर्माता प्रोटोकॉल के वित्तीय स्वास्थ्य के लिए किसी भी खतरे या कमी का प्रतिनिधित्व नहीं करती है, न ही इसकी सॉल्वेंसी के लिए।”
इस महीने की शुरुआत में FTX अक्षम निकासी के बाद एक और FTX-लिंक्ड बिटकॉइन संपत्ति – soBTC – पहले ही मूल्य में 90% गिर चुकी है। एक्सचेंज बिटकॉइन को उन टोकन का समर्थन करने के लिए जिम्मेदार था, लेकिन था उजागर 10 नवंबर तक इसकी बैलेंस सिक्योरिटीज मतलब क्या? शीट पर शून्य बिटकॉइन होने के कारण।
मेकरडीएओ द्वारा रेनबीटीसी को स्थिर मुद्रा संपार्श्विक के रूप में निपटाने के बाद सबसे पहले क्रिप्टोपोटैटो पर दिखाई दिया।
इक्विटी फंड क्या होते हैं? What are Equity funds?
इक्विटी फंड वो म्यूचुअल फंड होते हैं जिसके तहत इनवेस्टमेंड एक्सपर्ट पैसे को स्टॉक मार्केट की कंपनियों में लगाते हैं। ये एक्सपर्ट तेज़ी से बढ़ने वाली कंपनियों के शेयर पर फंड के पैसे लगाते हैं। इन्हें ग्रोथ फंड भी कहा जाता है। सिक्योरिटीज मतलब क्या? ये जोखिम से भरपूर होते हैं।
डेब्ट फंड एक ऐसा म्यूच्यूअल फंड होता है जो निश्चित आय के साधनों में निवेश करता है, जैसे बॉन्ड (कॉर्पोरेट या सरकारी), कॉर्पोरेट डेब्ट सिक्योरिटीज या मनी मार्केट आदि जहां पैसे के बढ़ने की प्रबल उम्मीद हो। ये निवेश का सुरक्षित जरिया होते हैं।
हाइब्रिड फंड क्या होते हैं? What are Hybrid Funds?
हाइब्रिड फंड वो म्यूचुअल फंड होते हैं जिनमें इक्विटी और डेब्ट दोनों में निवेश किया जाता है। ये ऐसा फंड होता है जो कई तरह के एसेट में निवेश करता है। इसमें जोखिम कम होता है और रिटर्न भी भरपूर मिलता है।
हाई रिटर्न देने सिक्योरिटीज मतलब क्या? वाले टॉप 10 म्यूचुअल फंड Top Mutual Funds offering High return
अब हम आपको बताने जा रहे हैं उन टॉप 10 म्यूचुअल फंड्स के बारे में जिन्होंने उतार-चढ़ाव भरे बाज़ार के बावजूद चौंकाने वाले रिटर्न दिए। हमने 3 साल की निवेश अवधि के तहत ये लिस्ट तैयार की है। इस लिस्ट में शामिल किए गए म्यूचुअल फंड ELSS, इक्विटी और हाइब्रिड कैटेगरी से लिए गए हैं।
MUTUAL FUNDS | ESTIMATED RUTURN IN LAST 3 YEARS |
1. Quant Tax Plan Direct-Growth | 43.8% p.a. |
2. Quant Active Fund | 38.55% p.a. |
3. Quant Absolute Fund | 34.89% p.a |
4. HDFC Focussed 30 Fund | 32.15% p.a. |
5. Nippon India Multi Cap Fund | 31.48% p.a. |
6. Quant Multi Asset Fund | 30.61% p.a. |
7. IDFC Tax Advantage (ELSS) Direct Plan-Growth | 28.9% p.a. |
8. ICICI Prudential Thematic Advantage Fund (FOF) | 27.95% p.a. |
9. Quant Focused Fund | 27.84% p.a. |
10. Parag Parikh Tax Saver Fund Direct – Growth | 27.78% p.a. |
SEBI ने Mutual Fund में फर्जीवाड़े पर दिखाई सख्ती, Insider Trading के नियम किए लागू, जाने कौन होगा प्रभावित?
Securities Exchange Board of India (SEBI) ने Mutual Fund Unit की खरीद-बिक्री को भेदिया कारोबार (Insider Trading) संबंधी नियमों के दायरे में लाने के लिए नियमों में बदलाव किये है। फिलहाल Insider Trading संबंधी नियम…..
Business Desk: Securities Exchange Board of India (SEBI) ने Mutual Fund Unit की खरीद-बिक्री को भेदिया कारोबार (Insider Trading) संबंधी नियमों के दायरे में लाने के लिए नियमों में बदलाव किये है। फिलहाल Insider Trading संबंधी नियम लिस्टेड कंपनियों की सिक्योरिटीज और सूचीबद्ध होने के लिए प्रस्तावित कंपनियों पर लागू होते हैं। लेकिन अभी तक Mutual Fund Units को Insider Trading के नियमों से बाहर रखा गया था।