बिटकॉइन निवेश

क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट, निवेश के लिए अच्छा मौका!
क्रिप्टकरेंसी बाजार में सोमवार को हलचल दिखाई दी. वहीं, बिटकॉइन क्रिप्टो बाजार में फिसल गया और वह अपनी औसत रेंज से नीचे आ गया. इस साल बिटकॉइन ने जिस रेंज में कारोबार किया है, वह उससे भी नीचे आ गया. बिटकॉइन की कीमत बीते 24 घंटों में 0.97 प्रतिशत गिरावट के साथ भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर करीब 33,66,640.68 रुपये रहा.
मुंबई: क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में सोमवार को गिरावट देखने को मिली. टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल Litecoin, Stellar, Cardano, Solana, Polkadot, Polygon, Uniswap की कीमतों में गिरावट देखी गयी. यदि आप क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्ट करने के इच्छुक हैं तो यह आपके लिए बेहतरी मौका हो सकता है.
बीते 24 घंटों टेरा (Terra) में 9 फीसदी की गिरावट दिखाई दी. क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों के अनुसार वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैपिटल 2 ट्रिलियन डॉलर के निशान से ऊपर था, भले ही यह 2.04 बिटकॉइन निवेश ट्रिलियन डॉलर तक गिर गया. इसमें बीते 24 घंटों में 2 फीसदी से अधिक का बदलाव आया. क्रिप्टकरेंसी के बाजार में बिटकॉइन नीचे गिरा. यह अपने बीते 50 दिनों की औसत रेंज से नीचे लुढ़क गया. क्रिप्टो बाजार का सबसे बड़ा डिजिटल टोकन बिटकॉइन 2% गिरकर 41,917 डॉलर पर कारोबार करता दिखा. बिटकॉइन साल 2022 में अब तक 9% से अधिक नीचे पहुंच गया.
Ether और Dogecoin का प्राइस: एथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ी क्रिप्टो ईथर 5% से अधिक गिरकर 3,179 डॉलर तक आ गया. Dogecoin की कीमत 3% से अधिक गिरकर 0.14 डॉलर पर आ गई. शीबा इनु भी 3% से अधिक गिरकर 0.000024 डॉलर पर कारोबार कर रहा था.
जाने बिटकॉइन का औसत: बिटकॉइन का ट्रेडिंग रेंज करीब 35,000 डॉलर से लेकर 45,000 डॉलर के आस पास रहा. पिछले महीने बिटकॉइन 48000 डॉलर के ऊपर गया था. इस समय यह अपने निचले स्तर पर आ गया. अगर आप इस समय क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का मन बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
बिटकॉइन पर सरकार की चेतावनी, फर्जी स्कीम है, फंसना मना है
सरकार ने बिटकॉइन को लेकर जारी किया बयान, कहा- निवेश है जोखिम भरा, पैसों का हो सकता है गलत इस्तेमाल
वित्त मंत्रालय ने बिटकॉइन समेत तमाम वर्चुअल करंसी में निवेश को लेकर लोगों को आगाह किया है. वित्त मंत्रालय ने बिटकॉइन और इसी तरह की दूसरी वर्चुअल करेंसी को फर्जी स्कीम करार दिया है. साथ ही इसमें निवेश को बेहद जोखिम भरा बताया है. सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इसमें निवेश होने वाले धन का इस्तेमाल गैर कानूनी कामों में बिटकॉइन निवेश भी किया जा सकता है.
यह पहली बार है जब वित्त मंत्रालय ने बिटकॉइन समेत तमाम वर्चुअल करेंसी को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया है.
हाल के दिनों में भारत ही नहीं पूरे विश्व में बिटकॉइन समेत दूसरी वर्चुअल करेंसी (वीसी) की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. वर्चुअल करेंसी की अपनी कोई वैल्यू नहीं होती है साथ ही इसका कोई आधार नहीं है. बिटकॉइन और अन्य वर्चुअल करंसियों के दामों में सट्टेबाजी की वजह से उतार-चढ़ाव होता है. इसी आधार पर इसके दाम लगातार घटते-बढ़ते रहते हैं.”
बिटकॉइन में निवेश करने में बड़ा जोखिम
सरकार के मुताबिक, बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करंसी में इन्वेस्ट करने में बड़ा जोखिम है. बिटकॉइन पानी के बुलबुले जैसा या फर्जी स्कीम जैसा है, जिसमें इन्वेस्ट करने का परिणाम खतरनाक हो सकता है. सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इसमें इन्वेस्ट करने से लोग अपना मेहनत से कमाया गया धन गंवा भी सकते हैं.
सरकार ने लोगों को चेताते हुए कहा है कि इस तरह की पॉन्जी स्कीमों से दूर रहें. वर्चुअल करंसी को डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में रखा जा सकता है. इसकी वजह से इसके हैक होने, पासवर्ड खोने या फिर मालवेयर अटैक का खतरा बना रहता है, जिसकी वजह से निवेशक अपना धन गंवा भी सकते हैं.
सरकार ने कहा है कि वर्चुअल करंसी की ट्रांजेक्शन इंक्रिप्टिड है, जिसकी वजह से इनका टेरर-फंडिंग, स्मगलिंग, ड्रग ट्रैफिकिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गैरकानूनी कामों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
बिटकॉइन में निवेश करने से बचें !
अर्चना कुमारी । शारीक नसीम नाम है उसका और वह व्यक्ति बिटकॉइन के नाम पर ठगी करता था। पुलिस का दावा है कि अलीगढ़ में बैठा शातिर आरोपी युवक अपने साथियों के साथ मिलकर बिटक्वाइन में निवेश के नाम पर ठगी कर रहा था। दुबई और दूसरी जगह बैठे लोग बदले में युवक को मोटा कमिशन दे रहे थे। पुलिस ने इस संबंध में आरोपी को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है और उस आरोपी की पहचान हमदर्द नगर, जमालपुर, कोली, अलीगढ़, यूपी निवासी शारिक नसीम (36) के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते में 3.84 लाख रुपये फ्रीज करने के अलावा इसके पास से पांच डेबिट कार्ड, दो चेकबुक और एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसमें कई एप मौजूद हैं। आरोपी पूर्व में करीब 10 साल निजी बैंक में काम कर चुका है। उसे इंटरनेट बैँकिंग का अच्छा ज्ञान है। इसका फायदा उठाकर वह अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस को शारिक के कई अन्य साथियों की तलाश है।
ISD 4:1 के अनुपात से चलता है। हम समय, शोध, संसाधन, और श्रम (बिटकॉइन निवेश S4) से आपके लिए गुणवत्तापूर्ण कंटेंट लाते हैं। आप अखबार, DTH, OTT की तरह Subscription Pay (S1) कर उस कंटेंट का मूल्य चुकाते हैं। इससे दबाव रहित और निष्पक्ष पत्रकारिता आपको मिलती बिटकॉइन निवेश है। यदि समर्थ हैं तो Subscription अवश्य भरें। धन्यवाद।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि 10 अक्तूबर बिटकॉइन निवेश को दक्षिण जिले के साइबर थाना पुलिस को साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से ठगी की एक शिकायत मिली थी। पीड़ित ने बताया कि उससे यूएसडीटी बिटक्वाइन में निवेश करवाने के नाम पर 17 लाख रुपये ठग लिये गए। पीड़ित की शिकायत पर छानबीन के बाद पुलिस ने 28 अक्तूबर को इस संबंध में मामला दर्ज किया। जिन बैंक खातों में ठगी की रकम गई और आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल की पड़ताल की गई। 100 से अधिक मोबाइल नंबर की जांच करने के बाद पता चला कि आरोपी अलीगढ़ में मौजूद है।
एक टीम को भेजकर आरोपी शारिक को जमालपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसके बैंक खातों से 3.84 लाख रुपये बरामद हुए, जिनको फ्रीज करा दिया गया।आरोपी ने बताया कि वह कमिशन के आधार पर मुख्य आरोपी को बैंक खाते उपलब्ध करवाता था। मुख्य आरोपी से करीब एक साल पूर्व उसकी मुलाकात हुई थी। वह मेरठ का रहने वाला है और फिलहाल दुबई में मौजूद है। वहीं से मुख्य आरोपी और उसके साथी वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
ज्ञान अनमोल हैं, परंतु उसे आप तक पहुंचाने में लगने वाले समय, शोध, संसाधन और श्रम (S4) का मू्ल्य है। आप मात्र 100₹/माह Subscription Fee देकर इस ज्ञान-यज्ञ में भागीदार बन सकते हैं! धन्यवाद!
Bitcoin News Update : भारत में तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश, क्या बिटकॉइन को नए जमाने का सोना मान रहे हैं भारतीय?
पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) खासकर बिटकॉइन (bitcoin) में देश में निवेश तेजी से बढ़ा बिटकॉइन निवेश है। यह तब है जब देश का केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) क्रिप्टो में निवेश से खुश नहीं है।
हाइलाइट्स
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में निवेश करने वालों की संख्या 1.5 करोड़ तक पहुंच गई है।
- देश में क्रिप्टो में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर हो गया है।
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों में कम उम्र के निवेशकों (investors) की संख्या ज्यादा है।
भारत में परिवारों के पास 25,000 टन से ज्यादा सोना है। इधर, चाइनालिसिस (Chainalysis) क्रिप्टोकरेंसी में भारत में निवेश एक साल में 20 करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 अरब डॉलर पहुंच गया है। यह तब है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर खुश नहीं है। वह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है।
32 साल की उद्यमी रिची सूद उन बिटकॉइन निवेश निवेशकों में हैं, जिन्होंने गोल्ड की जगह क्रिप्टो में पैसे लगाना शुरू किया है। पिछले साल दिसंबर से वह इसमें 10 लाख रुपये से ज्यादा रकम निवेश कर चुकी हैं। इसमें से कुछ रकम उन्होंने अपने पिता से उधार लिया है। उन्होंने मुख्य रूप से बिटकॉइन (Bitcoin), डॉगकॉइन (Dogecoin) और इथर (Ether) में निवेश किया है।
सूद ने क्रिप्टो में निवेश से अच्छा मुनाफा भी कमाया है। जब इस साल फरवरी में बिटकॉइन (bitcoin) की कीमत 50,000 डॉलर तक पहुंच गई तो उन्होंने जमकर मुनाफावसूली की। फिर हाल में आई गिरावट के बाद उन्होंने फिर से इसमें निवेश कर दिया। इससे उन्हें अपने बिजनेस का विस्तार करने में काफी मदद मिली है।
सूद कहती हैं, "मैं गोल्ड की जगह अपना पैसा क्रिप्टो में डालना पसंद करूंगी। क्रिप्टो गोल्ड (Gold) और प्रॉपर्टी के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी है। इससे छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है।" सूद देश में लगातार बढ़ रहे उन निवेशकों में शामिल हैं, जो क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त में खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
देश में 1.5 करोड़ से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं, जो डिजिटल कॉइन (digital coin) खरीद और बेच रहे हैं। अमेरिका में क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या 2.3 करोड़ है। इंग्लैंड में क्रिप्टो में करीब 23 लाख लोगों ने बिटकॉइन निवेश ही पैसे लगाए हैं। इस तरह क्रिप्टो में निवेश के मामले में भारतीय निवेशक अमेरिकी निवेशकों के जल्द करीब पहुंच सकते हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के पहले एक्सचेंज के संस्थापक का कहना है बिटकॉइन निवेश कि क्रिप्टो में निवेश में ज्यादा दिलचस्पी 18 से 35 साल के लोग दिखा रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (world gold council) की नई रिपोर्ट से पता चलता है भारत में 34 साल से कम उम्र के लोगों में बुजुर्गों के मुकाबले सोने में निवेश की चाहत कम है।