स्टॉक इंडेक्स

Adani Group Latest Update: मल्टीबैगर स्टॉक अडानी इंटरप्राइजेज निफ्टी 50 में शामिल, समूह की दूसरी कंपनी करेगी निफ्टी में ट्रेड
Gautam Adani: अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 3.44 फीसदी की तेजी के साथ 3344 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. वहीं दो सालों में शेयर ने 1081 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है.
By: ABP Live | Updated at : 02 Sep 2022 01:31 PM (IST)
Adani Enterprises Share: दुनिया के तीसरे सबसे अमीर अडानी समूह (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) की दूसरी कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Enetrprises) देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के इंडेक्स निफ्टी 50 ( Nifty 50) में शामिल होने रही है. 30 सितंबर, 2022 से अडानी इंटरप्राइजेज निफ्टी 50 इंडेक्स में ट्रेड करने लगेगी. अडानी इंटरप्राइजेज सीमेंट कंपनी श्री सीमेंट्स लिमिटेड ( Shree Cements Limited) की जगह इंडेक्स में लेने जा रही है. श्री सीमेंट्स को निफ्टी 50 से बाहर किया जा रहा है.
निफ्टी 50 में समूह की दूसरी कंपनी शामिल
गौतम अडानी की ग्रुप कंपनियों की इस फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के लिए ये बड़ी उपलब्धि है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की इंडेक्स मेनटेंनेंस सब-कमिटी ने ये फैसला किया है जो तय करती है कि कौन कंपनी निफ्टी 50 में रहेगी. माना जा रहा है कि अडानी इंटरप्राइजेज के निफ्टी 50 में शामिल होने के बाद स्टॉक में 213 मिलियन डॉलर का इनफ्लो (Inflow) आ सकता है. वहीं श्री सीमेंट्स के निफ्टी 50 से बाहर होने के बाद 87 मिलियन डॉलर का आउटफ्लो (Outflow) देखने को मिल सकता है. आपको बता दें अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports & SEZ) पहले से निफ्टी 50 इंडेक्स का हिस्सा है.
अडानी इंटरप्राइजेज ने 2 साल में दिया 1080 फीसदी का रिटर्न
निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल किए जाने की खबर के चलते शुक्रवार के ट्रेडिंग सेशन में अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 3.44 फीसदी की तेजी के साथ 3344 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. आपको बता दें अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर ने बीते कुछ वर्षों में निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न ( Multibagger Return) दिया है. बीते एक साल में शेयर में 112 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. ठीक एक साल पहले शेयर 1571 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. वहीं दो सालों में शेयर ने 1081 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. 2 सितंबर, 2022 को अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 283 रुपये पर ट्रेड कर रहा था.
अडानी इंटरप्राइजेज अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी है. अडानी समूह जिन सेक्टरों में विस्तार कर रही है अडानी इंटरप्राइजेज उन कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है.
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Published at : 02 Sep 2022 01:31 PM (IST) Tags: Gautam Adani Adani Group Adani Enterprises share price Adani Enterprises In Nifty 50 Index Shree Cements Share Price हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Stock Market Holiday: दिवाली बलिप्रतिपदा पर आज शेयर बाजार बंद, बीएसई-एनएसई में नहीं होगा कारोबार
Stock Market Holiday: बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।
कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।
इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।
विस्तार
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण बंद रहेगा, इसलिए आज स्टॉक मार्केट में कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर ट्रेडिंग पूरे सत्र के लिए बंद रहेगी।
बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर 2022 के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, आज शेयर बाजार के इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। इस बीच करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी आज निलंबित रहेगी।
कमोडिटी सेगमेंट की बात करें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के तीनों मार्केट में पहले हाफ में ट्रेडिंग नहीं होगी, जबकि 26 अक्टूबर, 2022 को दूसरे हफ में शाम 5 बजे (शाम के सत्र) में ट्रेडिंग होगी।
इससे पहले बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को लगातार सात दिनों तक बढ़त के बाद लाल निशान पर बंद हुए। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 287.70 अंक गिरकर 59,543.96 के लेवल पर आ गया, जबकि निफ्टी 74 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में अगली छुट्टी आठ नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन रहेगी।
5paisa से समझें इंडेक्स कैसे कराएंगे शेयर बाजार में कमाई, समझ जाएंगे कहां जा रहा स्टॉक मार्केट
बाजार में कई इंडेक्स मौजूद हैं जो निवेशकों को निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद करते हैं। 5paisa शेयर बाजार के सभी सेक्टर और इंडेक्स से जुड़ी जानकारियां देने के अलावा बेहद आसान तरीके से इंडेक्स की चाल को समझने में मदद करता है।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या फिर करना चाहते हैं तो आपको एक बात हर हाल में पता होगी कि शेयर बाजार का गिरना या उसका चढ़ना ही तय करता है कि आपको बाजार में कमाई होगी या नुकसान होगा। अब सवाल उठता है कि किसी निवेशक या आम आदमी को कैसे पता चलता है कि किसी दिन शेयर बाजार गिरा है स्टॉक इंडेक्स या चढ़ा है। इसी सवाल का आसान जवाब देने के लिए शेयर बाजार ने सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत हुई थी जो कि अब भारतीय शेयर बाजार का चेहरा बन गए हैं। बाजार पर हल्की नजर रखने वाले भी जानते हैं कि जब सेंसेक्स और निफ्टी गिरते हैं तो माना जाता है कि भारत का शेयर बाजार गिरा है, वहीं ये इंडेक्स अगर बढ़ते हैं तो माना जाता है कि घरेलू बाजार बढ़ रहा है। हालांकि इंडेक्स की दुनिया इतनी आसान और छोटी नहीं है। सेंसेक्स और निफ्टी के अलावा बाजार में कई इंडेक्स मौजूद हैं जो न केवल बाजार के कई अलग अलग हिस्सों के प्रदर्शन की जानकारी देते हैं। साथ ही निवेशकों को निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद भी करते हैं। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि बाजार से आप ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकें तो आपके लिए ये जानना जरूरी होगा आखिर ये इंडेक्स होते क्या हैं।
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क्या होते हैं इंडेक्स
शेयर बाजार अपने तेजी से लिए जाने वाले फैसलों के लिए जाना जाता है। हालांकि फैसले लेने के लिए आपको पता होना चाहिए कि शेयर बाजार की दिशा क्या है। सभी जानते हैं कि किसी की भी दिशा जानने के लिए भले ही वो शेयर बाजार क्यों न हो आपके पास कम से कम दो रिफ्रेंस प्वाइंट होने जरूरी हैं। क्योंकि इसी से आप दोनों प्वाइंट की तुलना कर कोई निष्कर्ष निकाल सकते हैं। इसी नियम को देखते हुए शेयर बाजार में इंडेक्स की शुरुआत की गई है। ये इंडेक्स इस आधार पर डिजाइन किये गए हैं कि वो शेयर बाजार के अधिकांश हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हों और कई स्टॉक के प्रदर्शन के असर को किसी खास वक्त के लिए एक रिफ्रेंस प्वाइंट के रूप में दर्शा सकते हों। इसका फायदा ये है कि सूचकांक के पिछले रिफ्रेंस प्वाइंट्स की आपस में तुलना कर बाजार में निवेशक जान सकते हैं कि इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों का कुल प्रदर्शन पहले से बेहतर हुआ या नीचे गिरा है। निवेशक ऐसे ही कई प्वाइंट की मदद से बाजार की चाल का अंदाजा भी लगाते हैं। यानि इंडेक्स बाजार में किसी एक खासियत के आधार पर चुनी गई कंपनियों का समूह होता है जिसका किसी खास वक्त पर मूल्य उन कंपनियों के उसी वक्त पर स्टॉक के प्रदर्शन के आधार पर तय होता है।
कितनी तरह के होते हैं इंडेक्स
शेयर बाजार में हजारों कंपनियां लिस्टेड हैं, ये कंपनियां बाजार मूल्य के हिसाब से अलग अलग साइज और सेक्टर से आती है। शेयर बाजार के हर हिस्से की सही तस्वीर पाने के लिए अलग अलग साइज और सेक्टर के हिसाब से इंडेक्स बनाए गए हैं। आम तौर पर तीन तरह दो तरह के इंडेक्स होते हैं। पहला इंडेक्स कंपनियों के बाजार मूल्य के हिसाब से बनाया जाता है। इसमें सभी सेक्टर की कंपनियों को शामिल किया जाता है। इसमें सेंसेक्स निफ्टी, निफ्टी नेकस्ट 50, लार्ज कैप, स्मॉल कैप और मिड कैप इंडेक्स आते हैं। वहीं दूसरे इंडेक्स सेक्टर पर आधारित होते हैं। जैसे बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स, आईटी सेक्टर इंडेक्स, फार्मा सेक्टर इंडेक्स, रियल्टी सेक्टर इंडेक्स आदि।
क्या होते हैं सेंसेक्स और निफ्टी
Sensex और Nifty शेयर बाजार के मुख्य इंडेक्स हैं। दरअसल भारत के बाजार की चाल इन दो Index से पता चलती है। सेंसेक्स में देश की सबसे बड़ी 30 कंपनियों और निफ्टी में 50 कंपनियों को शामिल किया गया है। ये कंपनियां लगभग सभी प्रमुख sector का प्रतिनिधित्व करती हैं और घरेलू बाजार में कुल कारोबार का अधिकांश हिस्सा इन कंपनियों में होता है। यानि इन कंपनियों का प्रदर्शन तय करता है कि किसी खास दिन पूरे बाजार की चाल क्या होगी।
क्यों जरूरी है इंडेक्स को समझना
Index को समझना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे किसी खास समय पूरे बाजार या किसी खास सेक्टर की दिशा का पता चलता है। वहीं दूसरी तरफ म्युचुअल फंड मैनेजर इन इंडेक्स को बेंचमार्क रखकर रणनीति बनाते हैं। जैसे आईटी सेक्टर पर आधारित म्युचुअल फंड स्कीम आईटी सेक्टर के रिटर्न से ज्यादा रिटर्न पाने की कोशिश करती है। इंडेक्स और स्कीम के प्रदर्शन की तुलना से निवेशक पता कर सकते हैं कि किस स्कीम में निवेशकों को रिटर्न बाजार के रिटर्न से भी ज्यादा मिला है। 5paisa आपको शेयर बाजार के सभी सेक्टर और इंडेक्स से जुड़ी ताजा जानकारियां देता है और बेहद आसान तरीके से इंडेक्स की चाल को समझने में मदद करता है। जिससे आप बाजार में निवेश को लेकर बेहतर फैसला ले सकते हैं।
अडानी ग्रुप के एक और स्टॉक इंडेक्स शेयर की Nifty 50 में हुई एंट्री, श्री सीमेंट को किया रिप्लेस
अडानी ग्रुप के स्टॉक अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने शुक्रवार को निफ्टी 50 इंडेक्स में एंट्री की है। अडानी एंटरप्राइजेज ने श्री सीमेंट को निफ्टी 50 इंडेक्स में रिप्लेस किया है।
अडानी ग्रुप के स्टॉक अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने शुक्रवार को निफ्टी 50 इंडेक्स में एंट्री की है। अडानी एंटरप्राइजेज ने श्री सीमेंट को निफ्टी 50 इंडेक्स में रिप्लेस किया है। अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रुप की दूसरी कंपनी है, जिसने बेंचमार्क इंडेक्स में एंट्री की है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, अडानी ग्रुप की पहली कंपनी थी जिसने निफ्टी 50 इंडेक्स में एंट्री की थी। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 3510.25 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।
अडानी एंटरप्राइजेज में हो सकता है 213 मिलियन डॉलर का नेट फ्लो
NSE इंडेक्स लिमिटेड की इंडेक्स मेंटीनेंस सब-कमेटी ने सितंबर 2022 की शुरुआत में अपनी पेरियोडिक रिव्यू के दौरान बेंचमार्क इंडेक्स में बदलाव करने का फैसला लिया था। स्टॉक मार्केट से जुड़ी यह खबर सामने आने के बाद एडलवाइज सिक्योरिटीज का अनुमान था कि पेरियोडिक रिव्यू से अडानी एंटरप्राइजेज में 213 मिलियन डॉलर का नेट फ्लो होगा। वहीं, श्री सीमेंट में 87 मिलियन डॉलर का नेट आउटफ्लो देखने को मिलेगा।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों ने दिया है 400000% से ज्यादा का रिटर्न
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों ने निवेशकों स्टॉक इंडेक्स को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। शुरुआत से लेकर अब तक कंपनी के शेयरों ने 443590 पर्सेंट का रिटर्न लोगों को दिया है। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 17 जुलाई 1998 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 79 पैसे पर थे। कंपनी के शेयर 30 सितंबर 2022 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 3510.25 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति ने शुरुआत में कंपनी के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते और अपने निवेश को बनाए रखा होता तो मौजूदा समय में यह पैसा 44 करोड़ रुपये से कहीं ज्यादा होता।
Sensex और Nifty के बारे में क्यों होती है इतनी बात, क्या है इनके कैलकुलेशन का तरीका, जानिए कई दिलचस्प सवालों के जवाब
How Sensex and Nifty Calculated: सेंसेक्स और निफ्टी स्टॉक मार्केट में उठा-पटक को मापने का काम करते हैं.
सेंसेक्स और निफ्टी दो प्रमुख लॉर्ज कैप इंडेक्सेज हैं जो देश के दो प्रमुख स्टॉक्स एक्सचेंजेज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंजेज से जुड़ा हुए हैं.
Know How Sensex and Nifty are Calculated: कारोबार की खबरें पढ़ने के दौरान कुछ शब्द बार-बार सामने आते हैं जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी प्रमुख हैं. खबरों के जरिए पता चलता है कि सेंसेक्स ने रिकॉर्ड स्तर छुआ या सेंसेक्स में गिरावट के चलते निवेशकों का करोड़ों का नुकसान हुआ, ऐसे में आम लोगों के मन में दिलचस्पी उठना स्वाभाविक हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी क्या हैं जिससे लोगों के करोड़ो का नफा-नुकसान जुड़ा हुआ है. इसके अलावा अगर शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो भी इनके बारे में जानना बहुत जरूरी है.
Sensex और Nifty दो प्रमुख लॉर्ज कैप इंडेक्स यानी सूचकांक हैं. सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) से जुड़ा इंडेक्रस है, जबकि निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंच (NSE) से जुड़ा हुआ है. ये दोनों इंडेक्स स्टॉक मार्केट में उठा-पटक को मापने का काम करते हैं. आमतौर पर जब कोई निफ्टी कहता है तो उसका मतलब निफ्टी 50 होता है.
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Sensex क्या है?
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क इंडेक्स है. इसीलिए इसे बीएसई सेंसेक्स भी कहा जाता है. सेंसेक्स शब्द सेंसेटिव और इंडेक्स को मिलाकर बना है. हिंदी में कुछ लोग इसे संवेदी सूचकांक भी कहते हैं. इसे सबसे पहले 1986 में अपनाया गया था और यह 13 विभिन्न क्षेत्रों की 30 कंपनियों के शेयरों में होने वाले उतार-चढ़ाव को दिखाता है. इन शेयरों में बदलाव से सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव आता है. सेंसेक्स का कैलकुलेशन फ्री फ्लोट मेथड से किया जाता है.
कैसे होता है सेंसेक्स का कैलकुलेशन ?
- सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन निकाला जाता है. इसके लिए कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयरों की संख्या को शेयर के भाव से गुणा करते हैं. इस तरह जो आंकड़ा मिलता है, उसे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन या हिंदी में बाजार पूंजीकरण भी कहते हैं.
- अब उस कंपनी के फ्री फ्लोट फैक्टर की गणना की जाती है. यह कंपनी द्वारा जारी किए कुल शेयरों का वह परसेंटेज यानी हिस्सा है जो बाजार में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होता है. जैसे कि किसी कंपनी ABC के 100 शेयरों में 40 शेयर सरकार और प्रमोटर के पास हैं, तो बाकी 60 फीसदी ही ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे. यानी इस कंपनी का फ्री फ्लोट फैक्टर 60 फीसदी हुआ.
- बारी-बारी से सभी कंपनियों के फ्री फ्लोट फैक्टर को उस कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन से गुणा करके कंपनी के फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन की गणना की जाती है.
- सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन को जोड़कर उसे बेस वैल्यू से डिवाइड करते हैं और फिर इसे बेस इंडेक्स वैल्यू से गुणा करते हैं. सेंसेक्स के लिए बेस वैल्यू 2501.24 करोड़ रुपये तय किया गया है. इसके अलावा बेस इंडेक्स वैल्यू 100 है. इस गणना से सेंसेक्स का आकलन किया जाता है.
निफ्टी 50 क्या है ?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी एक प्रमुख मार्केट इंडिकेटर है. निफ्टी शब्द नेशनल और फिफ्टी को मिलाने से बना है. नाम के अनुरूप इस इंडेक्स स्टॉक इंडेक्स में 14 सेक्टर्स की 50 भारतीय कंपनियां शामिल हैं. इस प्रकार यह बीएसई की तुलना में अधिक डाइवर्सिफाइड है. बीएसई की तरह ही यह लार्ज कैप कंपनियों के मार्केट परफॉरमेंस को ट्रैक करता है. इसे 1996 में लांच किया गया था और इसकी गणना फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर की जाती है.
4. कैसे होता है Nifty का कैलकुलेशन?
- निफ्टी की गणना लगभग सेंसेक्स की तरह ही फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटालाइजेशन के आधार पर होती है लेकिन कुछ अंतर भी है.
- निफ्टी की गणना के लिए सबसे पहले सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैपिटलाइजेशन निकाला जाता है, जिसके लिए आउटस्टैंडिंग शेयर की संख्या को वर्तमान भाव से गुणा करते हैं.
- इसके बाद मार्केट कैप को इंवेस्टेबल वेट फैक्टर (RWF) से गुणा किया जाता है. RWF पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध शेयरों का हिस्सा है.
- इसके बाद मार्केट कैप को इंडिविजुअल स्टॉक को एसाइन किए हुए वेटेज से गुणा किया जाता है.
- निफ्टी को कैलकुलेट करने के लिए सभी कंपनियों के वर्तमान मार्केट वैल्यू को बेस मार्केट कैपिटल से डिवाइड कर बेस वैल्यू से गुणा किया जाता है. बेस मार्केट कैपिटल 2.06 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है और बेस वैल्यू इंडेक्स 1 हजार है.
5. इतने खास क्यों हैं Nifty और Sensex ?
भारतीय शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का संकेत देने वाले सिर्फ यही दो इंडेक्स नहीं हैं. इसके अलावा भी तमाम इंडेक्स मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल शेयरों की चाल को समझने के लिए किया जाता है. इनमें ज्यादातर इंडेक्स किसी खास सेक्टर या कंपनियों के किसी खास वर्गीकरण से जुड़े हुए हैं. मिसाल के तौर पर किसी दिन के कारोबार के दौरान 12 प्रमुख बैंकों के शेयरों की औसत चाल का संकेत देने वाला Bank Index या सिर्फ सरकारी बैंकों के शेयरों का हाल बताने वाला PSU Bank Index, स्टील, एल्यूमीनियम और माइनिंग सेक्टर की कंपनियों के शेयरों के चाल का संकेत देने वाला मेटल इंडेक्स या फार्मा कंपनियों के शेयरों का फार्मा इंडेक्स, वगैरह-वगैरह.
ये सभी इंडेक्स बाजार में पैसे लगाने वाले निवेशकों या उन्हें मशविरा देने वाले ब्रोकर्स या सलाहकारों के लिए बेहद काम के होते हैं. लेकिन अगर एक नजर में बाजार का ओवरऑल रुझान समझना हो या उसके भविष्य की दशा-दिशा का अंदाज़ा लगाना हो, तो उसके लिए सबसे ज्यादा सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बेंचमार्क इंडेक्स पर ही गौर किया जाता है. इन्हें मोटे तौर पर मार्केट सेंटीमेंट का सबसे आसान इंडिकेटर माना जाता है.
अगर ये इंडेक्स न हों तो कारोबारी दिन के किसी भी वक्त में एक नज़र डालकर शेयर बाजार के रुझान का अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो जाए. इसी तरह इन दोनों इंडेक्स के पिछले ऐतिहासिक आंकड़ों को देखकर बड़ी आसानी से यह निष्कर्ष भी निकाल लिया जाता है कि पिछले एक महीने, साल भर, 5 साल या उससे भी ज्यादा वक्त के दौरान भारतीय शेयर बाजार की चाल यानी लिस्टेड कंपनियों के कारोबार की दशा-दिशा कैसे रही है.