शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में

Investment Tips : आपको भी ललचा रहा शेयर बाजार तो कहां से करें शुरुआत?
नई दिल्ली. शेयर बाजार में अभी तगड़ा उछाल दिख रहा है और सेंसेक्स एक बार फिर 62 हजार की ओर जा रहा है. ऐसे में नए निवेशकों के मन में भी यह सवाल उठता है कि क्यों न चढ़ते बाजार में पैसा लगाया जाए. अब दिक्कत यह आती है कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए. आपकी इसी समस्या को काफी हद तक हल करता है शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में निफ्टी 50 ईटीएफ.
कई निवेशक जिन्हें इक्विटी के बारे में पूरी समझ नहीं हैं, वे अक्सर इस बात पर फंसते हैं कि सही निवेश के मौके आने पर शुरुआत कैसे करें. लोग इक्विटी की ओर आमतौर पर इसलिए आकर्षित होते हैं कि क्योंकि इसमें लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न मिलता है. अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे शेयरों के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो निवेश करने के लिए सही कंपनी पर निर्णय लेना आसान नहीं है. यहां पर निफ्टी 50 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) काफी मददगार होता है. ईटीएफ विशिष्ट सूचकांक को ट्रैक करता है, इससे एक्सचेंजों पर स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है, लेकिन इसे एक म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा पेश किया जाता है.
कैसे काम करता है निफ्टी का ईटीएफ
ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ बहुत कम राशि में भी एक्सपोजर देगा. ईटीएफ की एक यूनिट को काफी कम रुपये में खरीद सकते हैं. उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड करता शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में है. इस तरह आप 500-1000 रुपये में निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ की यूनिट खरीद सकते हैं. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे कम है. सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितना होगी, उतना ही बेहतर होगा रिटर्न पाना.
इसमें बड़ी कंपनियां शामिल
निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (market capitalization) के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं. इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में बड़ा डाइवर्सिफिकेशन देता है, क्योंकि यह सूचकांक पर आधारित होता है. आप बाजार में ट्रेडिंग समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ के यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं. इस संबंध में निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक बेहतर शुरुआत देता है.
निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है. चूंकि ईटीएफ निफ्टी 50 इंडेक्स को निष्क्रिय रूप से (passively) ट्रैक करता है और इंडेक्स में लागत कम होती है. एक्सपेन्स रेशयो या दूसरे शब्दों में, जो फंड हाउस चार्ज करते हैं, वह सिर्फ 2 से 5 आधार अंक (0.02-0.05%) है. इक्विटी और स्टॉक में एक नौसिखिया निवेशक के रूप में आपको कुछ कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी महंगी लग सकती हैं. निफ्टी बास्केट के भीतर ऐसे स्टॉक हैं जो 15,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति शेयर के बीच ट्रेड करते हैं. यह शेयर खरीदने के लिए आपको मोटा पैसा लगाना पड़ेगा, लेकिन ईटीएफ के जरिये हम बेहद कम पैसों में इन शेयरों के रिटर्न का लाभ ले सकते हैं.
निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके आप बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना बाजार की बढ़त का लाभ उठा सकते हैं. इससे आपके रिस्क लेने की क्षमता पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ता है. कुलमिलाकर नए निवेशक के तौर पर आप निफ्टी 50 ईटीएफ से शेयर बाजार का सफर शुरू कर सकते हैं.
Share market क्या होता है? शेयर मार्केट में पैसा निवेश कैसे करें
पहले यह समझना जरूरी हैं कि Share Market क्या है और इसमें क्या होता हैं? Share Market को Stock Market या Equity Market भी कहा जाता हैं। यह वह जगह होती हैं जहाँ विभिन्न कंपनियों के शेयर्स खरीदने और बेचे जाते हैं।
लेकिन यह कोई सामान्य बाजार जैसा नहीं हैं, डिजटाइलेजशन के बाद तो बिल्कुल नहीं हैं। भारत मे मुख्य रूप से 2 शेयर मार्केट हैं, जो इस प्रकार हैं:
BSE : बीएसी का पूरा नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) है, जो भारत का सबसे पुराना आधिकारिक शेयर बाजार भी है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1875 में कई जा चुकी हैं।
NSE : एनएसी का फुल फॉर्म नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (National Stock Exchange of India) हैं जिसकी स्थापना 1992 में हुई थी लेकिन इसमे ट्रेडिंग की शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में शुरुआत 1994 में हुई थी।
सरल भाषा में शेयर बाजार को समझा जाए तो शेयर बाजार एक ऐसा बाजार होता है, जहां पर काफी सारी कंपनियां लिस्टेड होती है और उनके शेयर खरीदे हुए बेचे जाते हैं। शेयर की कीमत कंपनी की वैल्यू, प्रॉफिट, लॉस और डिमांड और सप्लाई जैसे नियमों पर आधारित होती है।
आप कंपनी के जितने शेयर खरीदते हैं, उतने ही आप कंपनी के मालिक माने जाते हैं। यही कि अगर आपने किसी कंपनी के 1% शेयर खरीदे तो आप उस कंपनी के 1% मालिक होंगे।
शेयर बाजार कैसे काम करता हैं? How Share Market Works in Hindi?
अब क्योंकि आप समझ चुके हैं कि शेयर बाजार क्या है और इसमें क्या होता है तो आपका यह जानना भी जरूरी है कि शेयर बाजार कैसे काम करता है?
सबसे पहले तो आपको यह जानना होगा कि किसी भी कम्पनी के शेयर या फिर कहा जाए तो स्टॉक कम्पनी की ओनरशिप इक्विटी को दर्शाते हैं।
अर्थात आप कम्पनी के जितने प्रतिशत शेयर के मालिक होंगे, आपका कम्पनी पर उतना ही अधिकार होगा। इसके अलावा कैपिटल गेन और डिविडेंट्स के रूप में कम्पनी की कॉरपोरेट इनकम पर भी शेयर होल्डर का अधिकार होता हैं।
शेयर बाजार में विभिन्न कम्पनियो के लिमिटेड स्टॉक्स लिस्टेड किये जाते हैं, जिनपर ट्रेडिंग की जाती हैं अर्थात उन्हें ख़रीदा और बेचा जाता हैं। शेयर बाजार की पूरी गणित डिमांड और सप्लाई के नियम पर आधारित हैं।
अगर डिमांड अधिक है और सप्लाई कम हैं तो शेयर की कीमत बढ़ती है और अगर डिमांड कम है और सप्लाई अधिक हैं तो शेयर की कीमत घटी हैं।
वैसे तो शेयर की कीमत घटना और बढ़ना कई बातों पर डिपेंड करता है लेकिन वह भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डिमांड और सप्लाई के नियम पर ही निर्भर करती है।
शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाते हैं? How to Earn Money from Share Market in Hindi
अब तक आप समझ चुके होंगे कि शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है? तो अब बारी है शेयर बाजार से पैसे कमाने की प्रोसेस को समझने की। शेयर बाजार से पैसे कमाना बिल्कुल रियल एस्टेट से पैसे कमाने जैसा है।
रियल एस्टेट में आप कोई प्रॉपर्टी खरीदते हैं और विभिन्न कारणों से और इन्फ्लेशन के साथ उस प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ती है। जब आप उसे बेचते हैं तो आपको प्रॉफिट मिलता है और यह प्रॉफिट आपकी कमाई होती है।
जो आपको आपके इन्वेस्टमेंट से मिली है। लेकिन अगर आप गलत जगह पर अधिक कीमत में प्रॉपर्टी खरीदेंगे और उसे कम कीमत में बेचेंगे तो आपको लॉस होगा।
बिल्कुल ऐसा ही शेयर बाजार में भी होता है। डिमांड और सप्लाई शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में की वजह से शेयर बाजार में शेयर की कीमत घटती और बढ़ती रहती है। जब भी किसी चीज की कीमत घटती है तो उसमें निवेश करके अच्छा प्रॉफिट भी प्राप्त किया जा सकता है और लॉस होने की संभावनाएं भी रहती है।
शेयर बाजार में जब आप किसी स्टॉक को कम कीमत में खरीदकर अधिक कीमत में बेचते हो तो आपको प्रॉफिट मिलता है और वह प्रॉफिट आपकी कमाई होता है। इसी तरह से शेयर बाजार से पैसे कमाए जाते हैं।
ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में घाटे की संभावना नहीं रहती लेकिन अगर आप रिसर्च के साथ क्वालिटी स्टॉक्स में निवेश करोगे तो प्रॉफिट की संभावना अधिक रहेगी।
शेयर बाजार में इन्वेस्ट कैसे करें? How to Invest in Share Market in Hindi
शेयर बाजार के बारे में काफी कुछ समझ चुके हैं और अब आपको यह निर्णय करना है कि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं या फिर नहीं।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि शेयर बाजार में इन्वेस्ट कैसे करते हैं? (How to Invest in Share Market in Hindi)? शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना कोई मुश्किल बात नहीं है और आप घर बैठे हुए आसानी से ही अपने पसंदीदा कंपनी के स्टॉक्स खरीद सकते हैं।
शेयर मार्केट में निवेश करना आसान हैं और अब तो शेयर मार्केट मे पूरा डिजिटलाइजेशन हो चुका है तो आप आसानी से अपने स्मार्टफोन की मदद से बाजार में निवेश कर सकते है।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपको मुख्य रूप से तीन चीजों की आवश्यकता होती है:
- • आधार कार्ड और पैन कार्ड
- • सेविंग्स अकाउंट
- • इंटरनेट कनेक्शन और इंटरनेट सक्षम डिवाइस (Internet-enabled devices)
अगर आपके पास यह तीनों हैं तो आप शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर सकते हो। लेकिन कैसे? आइये जानते हैं Step by Step प्रोसेस।
सबसे पहले किसी ट्रेडिंग एप्प का चुनाव करे
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आपको सबसे पहले किसी ट्रेडिंग एप का चुनाव करना होगा। Play Store या App Store पर Zerodha, Groww और Angel Broking जैसे कई विश्वसनीय Stock Trading App हैं।
यह सभी ब्रोकर कंपनियां हैं, जो शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए कुछ ब्रोकरेज चार्ज देती है। इनके Apps के माध्यम से आप आसानी से शेयर बाजार में निवेश कर सकते हो।
डीमैट अकाउंट Open करे
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए अर्थात शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको डिमैट अकाउंट खुलवाना होता हैं। डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है।
जहां पर आपके स्टॉक्स को रखा जाता है। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको कोई अलग प्रोसेस फोलो करने की जरूरत शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में नहीं है, क्योंकि जिन एप्स (ब्रोकर) के बारे में हमने आपको बताया आप इन्हीं के माध्यम से आसानी से अपने स्मार्टफोन में ही डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
Savings Account जोड़े और Trading शुरू करे
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने जा रहे हो तो इसके लिए आपको पैसे भी चाहिए ही होंगे। क्योंकि आज के समय मे हम इलेक्ट्रॉनिक रुप से शेयर्स खरीदते है और सब काम वर्चुअल किए जाते हैं तो आपको अपने डिमैट अकाउंट से सेविंग अकाउंट्स को जोड़ना होगा ताकि शेयर खरीदने के लिए आप फंड ट्रांसफर कर सको।
Savings Account को Demat Account से जोड़ने के बाद आप Share खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हो। इस तरह से आप आसानी से घर बैठे हुए शेयर बाजार में निवेश कर सकते हो।
अंत में
हमने जाना कि शेयर मार्केट क्या होता है और कैसे काम करता है। इसके साथ ही हमने यह भी जाना कि हम कैसे अपने मोबाइल फ़ोन से शेयर मार्केट में पैसा निवेश कर सकते है।
शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने के लिए हमें कुछ छोटे से काम करने होते है। जिसको हम अपने घर से मोबाइल पर कर सकते है। आपको यह जानकारी कैसी लगी आप हमें जरूर बताए।
Benefits of Share Market – Why to Invest In Stock Market ?
पैसा सभी कमाना चाहते हैं और कमाते भी हैं, कोई जॉब करके पैसा कमाता है तो कोई बिज़नस करके पैसा कमाता है लेकिन पैसा कमाने के लिए हमें रोज काम करना पड़ता है और Retirement तक हमेशा करना पड़ेगा और उसके बाद हम बूढ़े हो जाते हैं और किसी काम के नहीं रहते , कोई अपने बच्चों पे निर्भर रहता है तो कोई पेंशन प्लान से मिलने वाले मुट्ठी भर पैसो से अपना गुजारा चलाता है किसी को तो ये भी नसीब नहीं होता है और उसे अपनी आखिरी सांसो तक काम करना पड़ता है|
अमेरिका के महान निवेशक Warren Buffett कहते हैं – “If you don’t find a way to make money while you sleep, you will work until you die.”
अर्थात “अगर आप पैसा कमाने का ऐसा विकल्प तलाश नहीं करते जिससे आप सोते समय भी पैसा कमा सको तो आपको अपनी अंतिम सांसो तक काम करना होगा.”
शेयर बाजार हमें एक ऐसा विकल्प प्रदान करता है जिसके माध्यम से हम अपने देश की अर्थव्यवस्था में निवेश कर सकते हैं विभिन्न प्रकार के बिज़नेस में निवेश करके उनके Profit में भागीदार बन सकते हैं.देश के अच्छे बिज़नेस में लम्बे समय के लिए निवेश करके अपनी संपत्ति को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं. हमारे पास निवेश करने के लिए शेयर बाजार के अतिरिक्त और भी विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे – Bank FD, RD, Gold, Govt./Corporate Bonds, Insurance Schemes, PPF, etc. और ये सभी विकल्प शेयर बाजार की तुलना में अधिक सुरक्षित और कम जोखिम भरे हैं.लेकिन क्या ये विकल्प शेयर बाजार की तुलना में ज्यादा Returns या उसके बराबर Returns दे सकते हैं ?
आइये कुछ उदाहरण देखते हैं ?
यहाँ पर हम उन कंपनियों का उदाहरण देखेंगे जिनके बारे में हर कोई जानता है,हर कोई इन कंपनियों के उत्पाद और सेवाओ का प्रयोग करते हैं |
SHARE PRICE OF MARUTI SUZUKI
पिछले 10 सालों में मारुती सुजुकी ने निवेशकों को हर साल 20% (CAGR) का return दिया है |
SHARE PRICE OF BRITANNIA INDUSTRY
पिछले 10 सालों में ब्रिटानिया ने निवेशकों को हर साल 30% (CAGR) से अधिक का return दिया है |
SHARE PRICE OF HDFC BANK
पिछले 10 सालों में HDFC बैंक ने भी निवेशकों को हर साल 20% (CAGR) का return दिया है |
मारुती सुजुकी की कारों के बारे मैं कौन नहीं जानता, ब्रिटानिया के बिस्कुट कौन नहीं खाता और बैंकिंग सेवाओ का उपयोग कोन नहीं करता |शेयर बाजार में ऐसी हजारो कंपनियां हैं बस जरुरत है उन्हें तलाशने की |अगर हम इन कंपनियों के उत्पाद और सेवाओं से संतुष्ट हैं तो हम इन कंपनियों में निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं |
Comparison of Returns in Different Investment Options-
अब हम इन तीनो कम्पनीज के रिटर्न्स को निवेश के अन्य विकल्पों के साथ तुलना करेंगे
Saving Account | Recurrent Deposit/GOVT. BOND YIELD | REAL ESTATE | DABUR INDIA | HDFC OR MARUTI | BRITANNIA OR SHREE CEMENT | |
AVERAGE ANNUAL RATE OF RETURNS * (LAST 10 YEARS) | 3% | 7% | 12% | 18% | 20% | 32% |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 10 Yrs (TOTAL RETURNS) | 99000 | 260000 | 521000 | 948000 | 1126000 | 3313000 |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 20 Yrs | 438000 | 135200 | 344000 | 8455000 (84.5 L) | 11214000 (1.12 Cr.) | 55321000 (5.53 Cr.) |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 30 Yrs | DO | IT YOURSELF. | YOU | WILL BE | SURPRISED. |
TABLE में दिखाए गए DATA तो अगर हम ध्यान से देखे तो पाएंगे कि शेयर्स के returns अन्य विकल्पों की तुलना में बहुत अधिक हैं हालांकि यह संभव नहीं है कि इन कंपनीयों ने आज तक जो returns दिए हैं आने वाले 10,20 या 30 सालों तक ये कंपनियां ऐसे ही returns देती रहे लेकिन हम अपने रिसर्च और analysis द्वारा अच्छी व भरोसेमंद कंपनियों का चुनाव करके और अनुशाषित तरीके से निवेश करके अन्य विकल्पों की तुलना में बहुत बेहतर returns प्राप्त कर सकते हैं.
हर महीने मात्र 1000 रुपये शेयर बाजार में निवेश करके 30 सालों बाद कितनी संपत्ति बनाई जा सकती है? इस पोस्ट को अवश्य देखें- शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
Benefits of Share Market में हमने जाना कि सोच समझ कर रिसर्च करके अच्छे बिज़नेस मॉडल वाली क्वालिटी कंपनियों में निवेश करके अन्य विकल्पों जैसे बैंक डिपोजिट, बांड, रियल एस्टेट और अन्य सरकारी स्कीम से बेहतर returns प्राप्त किये जा सकते हैं, इसके अतिरिक्त शेयर्स में निवेश करने के और भी फायदे होते हैं | जैसे –
- कुछ कंपनियां हर साल अपने नेट प्रॉफिट का कुछ प्रतिशत भाग अपने शेयर होल्डर्स को देती हैं जिसे Dividend कहा जाता है | कंपनियां जब भी dividend देती हैं वो सीधे शेयर होल्डर्स के बैंक अकाउंट में आता है | जिससे शेयर होल्डर्स को मिलने वाले returns कुछ और बढ़ जाते हैं |
- HighLiquidity-शेयर ऐसी Asset Class में आते हैं जिनको आसानी से बहुत ही कम समय में कैश में कन्वर्ट किया जा सकता है|आवश्यकता पड़ने पर किसी आकस्मिक स्थिति में शेयर होल्डर जब चाहे अपने शेयर्स बेचकर बहुत कम समय ( कुछ मिनट या घंटे ) में कैश प्राप्त कर सकता है |
- शेयर मार्केट में अलग अलग तरह की ( Small Cap to Large Cap ) हजारों कंपनियां होती हैं जिनमे High Business Growth वाली नयी कंपनियों से लेकर Low Risk वाली पुरानी और स्टेबल कंपनियां मौजूद हैं | जिनमे से निवेशक अपनी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार किसी भी कंपनी में निवेश कर सकता है|
- हम जब कंपनी के शेयर्स खरीदते हैं तो उसी समय हम कंपनी के Owners की लिस्ट में शामिल हो जाते हैं जिस कारण हमें कंपनी मीटिंग में वोटिंग करने का अधिकार भी मिल जाता है |
- निवेश के अन्य विकल्पों की शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में तुलना में शेयर्स खरीदना और बेचना सबसे आसान होता है और इसमें सबसे काम समय लगता है|
दोस्तों आपको ये जानकारी Benefits of Share Market कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइए और अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें |
निवेश की बात: जिन्होंने अब तक शेयरों में निवेश नहीं किया, उनके लिए 2022 शुरू करने का सही समय
मार्च 2020 में शेयर बाजार में जितनी तेजी से गिरावट आई, उसके बाद उससे ज्यादा तेजी से शेयरों की कीमतों में सुधार हुआ। इससे यह बात सिद्ध होती है कि शॉर्ट टर्म की भारी गिरावट से इक्विटी को कोई फर्क नहीं पड़ता, लॉन्ग टर्म में इनका प्रदर्शन बेहतर ही रहता है।
2021 ने हमें यह भी बताया कि शेयर बाजार एकतरफा रास्ता नहीं है। यहां कीमतें ऊपर और नीचे दोनों तरफ जाती हैं। यह नए और मौजूदा निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सबक हैं। ऐसे निवेशक जो इक्विटी फंड के जरिए शेयरों में निवेश करते हैं, उन्हें 2022 में होने वाली घटनाओं के कारण आने वाले उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं चाहिए। अंतत: जो चीजें शेयरों की कीमतें बढ़ाती हैं वे हैं कंपनियों की आमदनी और आने वाले सालों में ग्रोथ की उम्मीद। मौजूदा समय में कई कंपनियों की इनपुट कॉस्ट पर दबाव नजर आ रहा है।
इस साल भी जारी रह सकता है उतार-चढ़ाव
2022 में बढ़ती मांग के बीच कंपनियां बढ़ी लागत का भार कब तक खुद वहन करती हैं और कब इसका भार ग्राहकों पर डालती हैं, यह हमें 2022 में समय के साथ देखने को मिलेगा। शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में 2022 में बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। यह आपके ऊपर है कि अपने लॉन्ग टर्म के लक्ष्यों के लिए मौकों का कैसे सबसे अच्छा उपयोग करते हैं। बिना सोच-विचारे निवेश करने के बजाय, योजना बनाकर निवेश करने से मदद मिलती है। यदि आपने अभी तक शेयरों में निवेश नहीं किया है तो 2022 इस यात्रा को शुरू करने का सही समय हो सकता है। बजाज कैपिटल के जॉइंट सीएमडी, संजीव बजाज निवेश के लिए ऐसी 6 रणनीति बता रहे हैं जो आपके लिए फायदेमंद रहेंगी..
- बाजार कब किस स्तर पर पहुंचेगा, इसका अंदाजा लगाने और उस हिसाब से निवेश के फैसले करने से बचें। यदि आप लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए निवेश कर रहे हैं, तो करेक्शन में म्यूचुअल फंड्स की और यूनिट्स खरीदें ताकि आपकी निवेश को होल्ड करने की लागत की एवरेजिंग हो सके।
- निवेश को लार्ज-मिड-स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम्स में उचित डायवर्सिफाई कर कुछ इक्विटी म्यूचुअल फंड में एसआईपी शुरू करें। जब भी आपके पास निवेश के लिए एकमुश्त राशि उपलब्ध हो, इसे मौजूदा फोलियो में डालें। बाजार में गिरावट आने पर इस मौके का उपयोग कम कीमत पर मिल रहे मजबूत कारोबारी संभावनाओं वाले शेयर खरीदने में करें।
- महत्वपूर्ण बात, अपनी निवेश की राशि को इक्विटी, डेट और गोल्ड में डायवर्सिफाई कर अपने एसेट एलोकेशन को मेंटेन रखें। किसी एक एसेट क्लास या स्कीम के शॉर्ट टर्म के प्रदर्शन के आधार पर उसमें जरूरत से ज्यादा निवेश न कर दें।
- मौजूदा एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के निवेशक अपना निवेश जारी रख सकते हैं। जब भी शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के आने के कारण एनएवी गिरती है, वे लंबी अवधि में बड़ा कॉर्पस बनाने के लिए उसी फोलियो में नए फंड्स जोड़ सकते हैं।
- यदि आपके पास एकमुश्त राशि है, तो आप या तो अपने निवेश को 2-4 चरणों में बांटकर निवेश शुरू कर सकते हैं। या फिर आप लिक्विड फंड में निवेश कर के सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें फंड को नियमित अंतराल पर इक्विटी में निवेश करने के लिए कह सकते हैं।
- लॉन्ग टर्म इक्विटी फंडों में और अच्छा प्रदर्शन करने वाले लार्ज और मिड-कैप फंडों में बने रहना चाहिए। स्मॉल-कैप फंड्स को वे लोग चुन सकते हैं, जिनकी जोखिम क्षमता अधिक है। कुछ हिस्सा थीमैटिक या सेक्टर फंड्स जैसे फार्मा फंड्स और आईटी फंड्स में निवेश किया जा सकता है।
बीमा: पर्याप्त हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस कवर लें
निवेश शुरू करने से पहले अपने और परिवार के हर सदस्य के लिए पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस कवर लें। छोटे और युवा परिवार फैमिली फ्लोटर प्लान का विकल्प चुन सकते हैं। जहां तक जीवन बीमा की बात है, सालाना आमदनी के 15 गुना के बराबर राशि का टर्म इंश्योरेंस प्लान लें। हर पांच साल में अपनी नई वित्तीय जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए इसकी समीक्षा करते रहें। 40 साल के आसपास के व्यक्ति के लिए क्रिटिकल इलनेस प्लान का चयन करना भी जरूरी है। साथ ही, अतिरिक्त सुरक्षा के लिए कोरोनावायरस हेल्थ कवर जोड़ने पर विचार करें।
अगर करना चाहते हैं शेयर बाजार में निवेश तो रखें इन बातों का ध्यान, जानिए शेयर मार्केट से जुड़ी सारी जानकारी
क्या आपने कभी शेयर बाजार में निवेश करने को सोचा है? अगर नहीं तो एक बार आप इसका जरूर लाभ उठाए। आपको बता दें कि भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी में से एक है। कोई भी व्यक्ति अगर अर्थव्यवस्था का लाभ उठाना चाहता है, तो उन्हें शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए।
शेयर बाजार में रिस्क भी है
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको इसे पूरी तरह से समझना होगा क्योंकि इक्विटी ट्रेडिंग आसान कार्य नहीं है। आज हम आपको छह ऐसी जानकारियां देंगे जो स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।
शेयर बाजार में निवेश आपको बहुत सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि इसमें आपको नुकसान भी हो सकता है। आपको बता दें कि निवेश शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में करने के लिए सही कंपनी का चुनाव करना सबसे महत्वपूर्ण होता है, वरना आपका पैसा डूब सकता हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
यदि एक्सपर्ट की माने तो उनका कहना है कि शेयर बाजार में आप जब भी निवेश करें तो वह रकम बचत की नहीं बल्कि अलग से होना चाहिए क्योंकि यदि आपको कोई भी नुकसान हो, तो आपको मुश्किलों का सामना ना करना पड़े।
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- समय-समय पर करते रहें निवेश
आपको बता दें कि शेयर बाजार में स्टॉक का भाव में ऊपर-नीचे होते रहता है इसलिए अगर आप एक ही दिन में पूरी रकम निवेश कर दिए तो आपकी खरीद कीमत का औसत उतना नहीं बन पाएगा। अगर आप समय-समय पर शेयरों की खरीदारी करेंगे तो आप किसी कंपनी के शेयरों को अलग-अलग मूल्यों पर खरीद पाएंगे और इससे आपको अधिक फायदा भी हो सकता हैं।
करे सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आप अगर चाहे तो सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) बना सकते है। इसके लिए आपको एक निश्चित अंतराल पर निवेश करना होता है। इस प्रोसेस में जोखिम कम रहता हैं और आपको रिटर्न भी अच्छा खासा मिलता है।- stock market mein kaise invest karein
- जोखिम को ऐसे करे नियंत्रण
यदि आपको शेयर बाजार में निवेश करना है, तो इसके उतार-चढ़ाव को नियंत्रित तो नहीं कर सकते परंतु आप उसके मुताबिक निवेश करने या भुनाने का विचार कर सकते है।- stock market mein kaise invest karein
जब आए निवेश में कमजोरी
कभी भी अगर आपके किए गए निवेश में कमजोरी आ रही हो, तो इसे नियंत्रित करने का एक ही तरीका है, जिसे स्टॉप लॉस कहा जाता है। जैसे कि अगर आपने किसी को इस उम्मीद में खरीदा है कि वह 100 रुपए शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में से बढ़कर एक महीने में 110 रुपए हो जायेगा। यदि उसमें कमजोरी आने लगे तो आप उसके लिए 95 रुपए का स्टॉप लॉस सेट कर सकते है। ऐसा करने से आपका नुकसान कम से कम होने की संभावना रहता हैं। कभी भी आप निवेश करेंगे और यदि निवेश की मूल्य में
बदलाव 5-15% तक होगा उस समय स्टॉप लॉस टूल अपना कार्य शुरु कर देगा।
यदि आप शेयर बाजारों में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप एक ही कंपनी में निवेश ना करें आपको अलग-अलग कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए।- stock market mein kaise invest karein
अलग अलग सेक्टर में करें निवेश
अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों के शेयर में निवेश करने से पोर्टफोलियो आपको जोखिम से बचाने में सहायता करता है। इसका कारण यह है कि अगर किसी भी अवधि में कुछ स्टॉक में अच्छा प्रदर्शन नहीं हुआ तो बाकी सेक्टर की कंपनियां आपको अच्छे परिणाम दे सकती है। एक निश्चित सीमा तक स्टॉक की संख्या में बढ़ोतरी आनुपातिक रूप से किसी खतरे से बाहर निकालने में मदद करती है।- stock market mein kaise invest karein
यदि आप शेयर बाजार में निवेश करने को सोच रहे हैं, तो कम से कम 5 साल का निवेश करें। लंबे समय के निवेश से नुकसान होने का संभावना कम हो जाता है। अकसर लंबे समय में किसी भी कंपनी की कार्य क्षमता और निपुणता बढ़ने की पूरी संभावना रहती है।- stock market mein kaise invest karein
- शेयर में निवेश का मतलब क्या होता है?
किसी भी तरह के शेयर का मतलब होता है किसी कंपनी में हिस्सा खरीदना। आपको बता दें कि यदि आप शेयर बाजार में पहली बार निवेश करने वाले हैं, तो सबसे पहले उस कंपनी के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर लें। इसके लिए आपको उस कंपनी की बैलेंस शीट और उसके नतीजे को समझना होगा। यह ध्यान रखें की अगर उस कंपनी का कामकाज बेहतर तरीके से आपको भी इसका फायदा होगा।- stock market mein kaise invest karein
देश की जीडीपी का असर
देश की जीडीपी विकास दर में तेजी हो या महंगाई दर में बढ़ोतरी हो, तो बड़ी कंपनियों (लार्ज कैप) के शेयरों पर ध्यान रखें। वही यदि शेयर बाजार में कमजोरी हो तो आपको कंपनियों के कार्यकाज और उसकी बाजार में स्थिति के मुताबिक निवेश का विचार करना चाहिए।- stock market mein kaise invest karein