Bitcoin का उपयोग

2020 में 7.8
2021 में 14.0
Cryptocurrency पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब भारत में कर सकेंगे Bitcoin का इस्तेमाल
- News18Hindi
- Last Updated : March 04, 2020, 11:19 IST
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए इस पर लगे सभी प्रतिबंध हटा लिए है. अब देश के सभी बैंक इसका लेन-देन शुरू कर सकते है. आपको बता दें कि RBI (Reserve Bank Of India) ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में कारोबार करने से मना कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय भी Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकेंगे.
क्या है मामला- आरबीआई के सर्कुलर को चुनौती देने के लिए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान आईएएमएआई द्वारा कहा गया कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से Bitcoin का उपयोग क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली वैध कारोबारी गतिविधियों पर प्रभावी रूप से पाबंदी लग गई है. जिसके जवाब में आरबीआई ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. आरबीआई ने कहा कि उसने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से मनी लांड्रिंग और आतंकी वित्त पोषण के खतरे के मद्देनजर यह कदम उठाया है.
पिज्जा खरीदें या वीडियो गेम्स… जानिए बिटकॉइन का कहां, कैसे हो रहा इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल कई तरह के काम में हो रहा है. ट्रांजेक्शन से लेकर खरीदारी तक में. यहां तक कि लोग पिज्जा ऑर्डर भी बिटकॉइन से करते हैं. वीडियो गेम्स खरीदने की बात हो तो लोग रुपये और डॉलर खर्च करने की बजाय बिटकॉइन देते हैं. बिटकॉइन bitcoin जैसी क्रिप्टोकरंसी में जैसे लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है, वैसे-वैसे इनवेस्टमेंट बढ़ रहा है. इसी हिसाब से लोग इसका खर्च भी कर रहे हैं.
अब सवाल है कि जिन लोगों ने पहले से क्रिप्टोकरंसी जैसे कि बिटकॉइन आदि इकट्ठा किया है, उसे कैसे इस्तेमाल करें. उन्हें पता होना चाहिए कि बिटकॉइन को कहां-कहां खर्च कर सकते हैं. यह सवाल उनके लिए बड़ा है जिन्हें लगता है कि क्रिप्टो का चलन अभी डेली यूज में नहीं आया है. भारत में अभी इसे हरी झंडी नहीं मिली है लेकिन इसमें निवेश धड़ल्ले से हो रहा है. इसी तरह विदेशों में तो लोग छोटे खर्च के लिए भी bitcoin का इस्तेमाल करते हैं.
दान में इस्तेमाल
इसका इस्तेमाल दान के रूप में कर सकते हैं. कोई चैरिटी का काम करना चाहते हैं तो ऑनलाइन बिटकॉइन bitcoin दान कर अपनी बड़ी जिम्मेदारी निभा सकते हैं. कुछ लोग इसे गिफ्ट या सौगात देने का सबसे अच्छा जरिया बता रहे हैं. इसकी कीमतें जिस हिसाब से बढ़ी हैं और आगे बढ़ने की संभावना है, उसे देखते हुए गिफ्ट में उपयोग कर सकते हैं. गिफ्ट भी ऐसा कि कोई भारी-भरकम चीज हाथ में नहीं देना है बल्कि डिजिटल तरीके से बिटकॉइन दे देना है. कई लोग गुमनाम रहते हुए दान करते हैं. इन अनाम लोगों के लिए बिटकॉइन अच्छा स्रोत हो सकता है क्योंकि इसमें देने वाले का पता नहीं चलेगा.
अब कई वीडियो गेम्स कंपनियां बिटकॉइन ले रही हैं. माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी ने वीडियो गेम्स ऑफर करने का काम शुरू किया है और इसके लिए पेमेंट सोर्स के तौर पर बिटकॉइन लिया जा रहा है. कुछ ऐप्स भी बिटकॉइन ले रहे हैं. अगर आप वीडियो गेम के शौकीन हैं और आपके पास बिटकॉइन है, तो इस तरीके से खर्च कर सकते हैं.
ट्रैवल
एक्सपीडिया और cheapAir जैसी ट्रैवल कंपनियां बिटकॉइन में पेमेंट ले रही हैं. आप क्रिप्टो का पेमेंट कर आसानी से होटल बुक कर सकते हैं या फ्लाइट का टिकट ले सकते हैं. कुछ कार डीलर कंपनियां भी बिटकॉइन लेने पर काम कर रही हैं. दुनिया के कुछ हिस्सों में गैस का पेमेंट बिटकॉइन से किया जा रहा है. आजकल कई सॉफ्टवेयर आ गए हैं जिसकी मदद से बिटकॉइन को खर्च किया जा सकता है.
ओवरस्टॉक Bitcoin का उपयोग एक रिटेल शॉप है जहां से आप बिटकॉइन से घर के सामान खरीद सकते हैं. यह पेमेंट प्रोसेस करने के लिए कॉइनबेस का उपयोग करता है. सबसे बड़ा काम वर्जिन अटलांटिक ने शुरू किया है जो स्पेस टूरिज्म को लेकर है. सभी लोग स्पेस में जाना चाहते हैं और इस इच्छा को वर्जिन अटलांटिक बखूबी पूरा करने जा रहा है. हैरत की बात नहीं कि वर्जिन को आगे चलकर लोग बिटकॉइन में ही पेमेंट करेंगे.
Cryptocurrency पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब भारत में कर सकेंगे Bitcoin का इस्तेमाल
- News18Hindi
- Last Updated : March 04, 2020, 11:19 IST
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए इस पर लगे सभी प्रतिबंध हटा लिए है. अब देश के सभी बैंक इसका लेन-देन शुरू कर सकते है. आपको बता दें कि RBI (Reserve Bank Of India) ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में कारोबार करने से मना कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय भी Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकेंगे.
क्या है मामला- आरबीआई के सर्कुलर को चुनौती देने के लिए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान आईएएमएआई द्वारा कहा गया कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली वैध कारोबारी गतिविधियों पर प्रभावी रूप से पाबंदी लग गई है. जिसके जवाब में आरबीआई ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. आरबीआई ने कहा कि उसने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से मनी लांड्रिंग और आतंकी वित्त पोषण के खतरे के मद्देनजर यह कदम उठाया है.
मनी लॉन्ड्रिंग में क्रिप्टोकरंसी का बढ़ता इस्तेमाल बड़ी चिंता, वजीर एक्स की संपत्तियों को ईडी ने किया फ्रीज
वित्तीय अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनी वजीर एक्स की संपत्तियों को फ्रीज कर दिया। ब्लॉकचेन की अंतर्निहित क्षमता के बावजूद ईडी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पर इस तरह के आरोप लगाने वाली पहली एजेंसी नहीं है। जांच एजेंसियों के लिए यह एक नई चिंता बनकर उभरा है।
कैसे बढ़ रही क्रिप्टो चोरी
चेनअनालिसिस 2022 क्रिप्टो क्राइम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में क्रिप्टोकरंसी चोरी और अवैध खातों में पैसा हस्तांतरित करने का चलन 80 फीसदी तक बढ़ गया।
ऑल्टकॉइंस में तेजी की वजह
-
के बाद धीमी बढ़त को विशेषज्ञ ऑल्टकॉइंस में तेजी की वजह मान रहे हैं। हालांकि बिटकॉइन मंदी के बाद 22 हजार के स्तर से ऊपर आ गया है, लेकिन ऑल्टकॉइंस ने बिटकॉइन के मुकाबले कहीं अधिक रिटर्न निवेशकों को दिया है।
- ऑल्टकॉइंस में तेजी की दूसरी सबसे बड़ी वजह निवेशकों द्वारा कॉइंस को लेकर तेजी का नजरिया होना है, जिसके कारण Bitcoin का उपयोग इनमें तेजी बनी हुई है।
- ऑल्टकॉइंस के लिए विशेषज्ञ और ट्रेडर्स लगातार पॉजिटिव आउटलुक बता रहे हैं। उनका मानना है कि मौजूदा समय में ऑल्टकॉइंस, बिटकॉइन के मुकाबले टेक्निकल स्तर पर अधिक मजबूत है।