चिट फंड के प्रकार

chit fund company चिटफंड कंपनी गरिमा रियल स्टेट कंपनी द्वारा प्रार्थी एवं निवेशकों के रूपये को निर्धारित अवधि में दुगूना करने का लालच देकर जमा करवाया गया और समयावधि पूर्ण होने के बाद उक्त रकम को वापस नहीं किया गया है। कि रिपोर्ट पर उक्त चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर्स व प्रबंधकों के विरूद्ध थाना सिटी कोतवाली एवं सुहेला क्रमशः 192/2017 एवं 69/2018 धारा 420 भादवि, निपेक्षकों के हितों का संरक्षण 2005 की धारा 10 अधिनियम के तहत पंजीबद्ध चिट फंड के प्रकार कर विवेचना में लिया गया है।
चिटफंड कंपनी सहारा में निवेश करने वाले हितग्राहियों को 16 सितंबर से किया जाएगा राशि का वितरण
कलेक्टर डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में शासन की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन, जनहित से जुड़े समस्याओं व आवेदन पत्रों की समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों से विभागों में संचालित योजनाओं की प्रगति और वित्तीय व भौतिक लक्ष्य की जानकारी लेकर प्राथमिकता से योजनाओं का क्रियान्वयन करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन से संबंधित पत्रों का शीघ्र निराकरण करना सुनिश्चित करें। राजस्व संबंधी सभी चिट फंड के प्रकार प्रकार के प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय अवधि में करने कहा। इसी प्रकार उन्होंने कलेक्टोरेट कार्यालय के अंतर्गत ई-कोर्ट में लंबित प्रकरणों का निराकरण भी निर्धारित समयावधि में करने कहा है। कलेक्टर ने शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी गौठानों में सुचारू रूप से योजना का क्रियान्वयन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में नियमित रूप से गोबर की खरीदी, कंपोस्ट खाद का निर्माण व बिक्री की प्रक्रिया के साथ ही आजीविका मूलक गतिविधियों का संचालन सक्रियता से होना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती माताओं, एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों को नियमित रूप से पोषणयुक्त आहार का वितरण करने कहा। उन्होंने कहा कि सुपोषित आहार नियमित रूप से मिलने से बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार में कारगर साबित होगा।
सीएम भूपेश ने ईडी को दिया अल्टीमेटम: 15 दिन के भीतर नान घोटाले व चिटफंड घोटाले की जांच हो
रायपुर (khabargali) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्ववर्ती डॉ रमन सिंह और उनके तत्कालीन मंत्रियों पर हमला बोलते हुए ईडी को एक पत्र लिखकर नान घोटाला,चिटफंड घोटाला जैसे मामलों की जांच किए जाने की मांग की है। पत्र में कहा है कि चिटफंड घोटाले में ग्रामीणों का पैसा लूटा गया उसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है। मनी लांड्रिग केस में ईडी प्रदेश में अभी कारोबारियों व अफसरों की चिट फंड के प्रकार जांच कर रही है। इन सबके बीच मुख्यमंत्री ने पत्र लिखा है। यदि 15 दिन के भीतर ईडी द्वारा जांच में कोई कार्यवाही नहीं की गई तो न्यायालय में याचिका दायर की जायेगी। नान घोटाले में मैडम सीएम और भी नेताओं के नाम हैं, इस केस की जांच होनी चाहिए। पूरे देश में इस केस की गूंज सुनाई दी थी। किन्तु आश्चर्य की बात है कि छोटे छोटे प्रकरणों में प्रकरण दर्ज कर त्वरित कार्यवाही करने वाली संस्था ईडी द्वारा प्रकरण की जांच हेतु कोई पहल नहीं की गई है।
रायपुर : चिटफंड कंपनी में पैसा निवेशकों की राशी जल्द आ सकती है खाते में
रायपुर। चिटफंड कंपनियों में अपने गाढ़े पसीने की कमाई लगाने वाले निवेंशकों की राशी की वापसी के लिए कार्रवाई तेजी से जारी है। रायपुर जिले में ऐसी कंपनियों के संचालकों और कंपनियों की संपत्तियों की पूरी जानकारी प्रशासन द्वारा खंगाली जा रही है। अभी तक चिटफंड कंपनियां बनाकर निवेशकों से बड़ी रकम जमा कराने वाले 14 डायरेक्टरों की गिरफ्तारी रायपुर पुलिस ने कर ली है। चिट फंड के प्रकार इसके साथ ही निवेशकों की से जमा कराई गई राशी से कंपनियों द्वारा खरीदी गई संपत्तियों की जानाकरी भी जिला प्रशासन तेजी से जुटा रहा है। अभी तक ऐसी 17 कंपनियों की संपत्तियों का प्रशासन ने पता लगा लिया है और इन संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों की राशी लौटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। चिटफंड कंपनियों के निवेशकों से जिले में 3 लाख 19 हजार 739 आवेदन मिले है। जिला स्तर पर इन आवेदनों की स्क्रुटनी कर ऑनलाइन एंट्री पूरी करी ली गई है। चिटफंड कंपनियों और उनकी संपत्ति की जानकारी रायपुर सहित अन्य जिलों और राज्यों से भी एक़ित्रत की जा रही है। संपत्तियों की जानकारी मिलते ही उन्हें नीलाम करने की कार्रवाई की जाएगी।
chit fund company चिटफंड कंपनी गरिमा रियल स्टेट कंपनी के 04 आरोपी डायरेक्टर गिरफ्तार
chit fund company चिटफंड कंपनी गरिमा रियल स्टेट कंपनी के 04 आरोपी डायरेक्टर गिरफ्तार
chit fund company बलौदाबाजार-भाटापारा ! मुख्यमंत्री छ.ग.शासन के मंशा अनुरूप जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में चिटफंड कंपनियों के आरोपी डायरेक्टरों के गिरफ्तारी की कार्यवाही लगातार की जा रही हैं।
chit fund company इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के दिशा निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र चौबे एवम् एसडीओपी भाटापारा सिद्धार्थ बघेल के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम कुर्रे थाना प्रभारी सुहेला एवं उप निरीक्षक हरीश साहू चौकी प्रभारी करहीबाजार के नेतृत्व में सउनि पवन सिन्हा, प्रधान आरक्षक समीर शुक्ला, आरक्षक यशवंत यादव, पूरन पंकज, सहदेव पटेल एवं शिवशंकर कुर्रे की पुलिस टीम द्वारा चिटफंड कंपनी गरिमा रियल स्टेट कंपनी के फरार 04 आरोपी डायरेक्टरों को आज दिनांक 21.11.2022 को न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत धौलपुर जेल राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है।
देवयानी चिटफंड निवेशकों को वेब लिंक के माध्यम से सही जानकारी भरना होगा
रायपुर।। जिला प्रशासन रायपुर द्वारा चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों से प्राप्त आवेदनों का बारीकी से अवलोकन करने पर पता चला है कि आवेदनों में विभिन्न प्रकार की सूचनाओं का अभाव है, आवेदन अपूर्ण है और आवश्यक दस्तावेज संलग्न नहीं हैं, विशेषकर प्राप्ति की कमी है। इन सभी कमियों को दूर करने और निवेशकों से जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा निवेशक न्याय वेब लिंक भी जारी किया गया है। प्रशासन ने निवेशकों से इस वेब लिंक के माध्यम से सही और वांछित जानकारी उपलब्ध कराने और दस्तावेज अपलोड करने को कहा है। देवयानी कंपनी की संपत्ति की नीलामी के बाद प्राप्त राशि का वितरण भी निवेशकों में किया जाना है, लेकिन जानकारी के अभाव और अपूर्ण होने के कारण राशि के वितरण में समस्या आ रही है। ऐसे सभी निवेशकों को वेबलिंक https://niveshaknyay.com/ पर सही जानकारी देने को कहा गया है।