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कारोबार की प्रमुख मुद्राएं

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शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग सपाट खुला रुपया

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.55 पर मजबूत खुला लेकिन बाद में घरेलू मुद्रा ने 79.53 से 79.60 के दायरे में कारोबार किया। रुपया शुरुआती सौदों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.58 पर कारोबार कर रहा था जो पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की बढ़त को दर्शाता है।

रुपया पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले 79.59 के अपने नए निचले स्तर पर बंद हुआ था।

इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 108.20 पर पहुंच गया।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 99.78 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 1,565.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये ने सीमित दायरे में कारोबार किया

मुंबई, 11 अगस्त (भाषा) घरेलू शेयर बाजार में बढ़त के बीच बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के कारोबार की प्रमुख मुद्राएं मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.22 पर खुला, फिर यह गिरकर 79.31 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की गिरावट दर्शाता है। शुरुआती कारोबार में रुपया 79.22 से 79.31 के दायरे में कारोबार कर रहा था। बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 38 पैसे की तेजी के साथ 79.25

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.22 पर खुला, फिर यह गिरकर 79.31 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की गिरावट दर्शाता है।

शुरुआती कारोबार में रुपया 79.22 से 79.31 के दायरे में कारोबार कर रहा था।

बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 38 पैसे की तेजी के साथ 79.25 के भाव पर बंद हुआ था।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत बढ़कर 105.36 पर आ गया।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.12 प्रतिशत बढ़कर 97.28 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,061.88 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

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दुनिया की सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्राएं: यूएसडी, यूरो, जेपीवाई, जीबीपी, एयूडी, सीएडी | Most traded currencies globally

दुनिया भर में सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राएं

  • Date : 03/11/2021
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  • Read in English: Top 6 most traded currencies across the world

दुनिया की सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राएं कौन सी हैं, जानिये। उनकी लोकप्रियता का कारण क्या है?

दुनिया भर में सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राएं

इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिकी डॉलर दुनिया में सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। कुछ अन्य मुद्राएं भी हैं जिनके साथ इसका बड़े पैमाने पर कारोबार होता है। साथ ही ये मुद्रा जोड़े दुनिया में कुल विदेशी मुद्रा व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस लेख में, आप दुनिया भर में कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राओं के बारे में पढ़ेंगे।

1. अमेरिकी डॉलर (यूएसडी)

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में औसतन लगभग 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का कारोबार होता है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होना, इस मुद्रा की इस असाधारण लोकप्रियता की मुख्य वजह है। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन करने के लिए विश्व स्तर पर कई बैंकों में सबसे अधिक आरक्षित मुद्रा है। दूसरा कारण यह है कि सोना, कच्चा तेल, तांबा आदि जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं का दाम अमेरिकी डॉलर में बताया जाता है।

2. यूरो (ईयूआर)

दूसरे स्थान पर यूरो है, जो यूरोपीय संघ की आधिकारिक मुद्रा है। एक अध्ययन के अनुसार, यह अमेरिकी डॉलर के बाद दुनिया में दूसरी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा का औसतन लगभग 1.1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर प्रतिदिन कारोबार किया जाता है। यूरोप में मजबूत आर्थिक परिदृश्य और मजबूत राजनीतिक माहौल यूरो के मूल्य को स्थिर और उच्च रखता है।

3. जापानी येन (जेपीवाई)

इसके बाद जापानी येन है, जिसका दुनिया भर में अत्यधिक कारोबार होता है। यूएसडी/जेपीवाई मुद्रा जोड़ी भी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्राओं में से एक है। यह जापान की आधिकारिक मुद्रा है और विश्व स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी आरक्षित मुद्रा है। देश के फलते-फूलते विनिर्माण क्षेत्र के कारण इसका मूल्य अधिक है। जापान असाधारण विकास वाला एक छोटा देश है और इसकी मुद्रा का मूल्य मजबूत बना हुआ है।

4. पाउंड स्टर्लिंग (जीबीपी)

पाउंड स्टर्लिंग यूनाइटेड किंगडम और उसके क्षेत्रों की आधिकारिक मुद्रा है।एक रिपोर्ट के अनुसार, यह दुनिया की चौथी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा के व्यापार की दैनिक मात्रा लगभग 422 बिलियन अमरीकी डॉलर है। जीबीपी की लोकप्रियता का कारण यूके का उत्कृष्ट आर्थिक प्रदर्शन, उच्च रोजगार स्तर और महत्वपूर्ण मौद्रिक नीतियां हैं।

5. ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (एयूडी)

पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है, जिसकी दैनिक मुद्रा कारोबार मात्रा लगभग 223 बिलियन अमरीकी डॉलर है। एयूडी के मूल्य को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है इस देश का विकसित विदेश कारोबार होना। ऑस्ट्रेलिया कोयला, तांबा, लोहा और अन्य खनन वस्तुओं का शीर्ष निर्यातक है, इसलिए इसकी मुद्रा का मूल्य स्वाभाविक रूप से मजबूत रहता है।

6. कैनेडियन डॉलर (सीएडी)

सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा के मामले में छठवें स्थान पर कैनेडियन डॉलर है। यह कनाडा की आधिकारिक मुद्रा है। इसका दैनिक औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग 166 बिलियन अमरीकी डॉलर है। कनाडा प्राकृतिक संसाधनों से भरा देश है। यह वस्तुओं के प्रमुख निर्यातकों में से एक है, जो इसकी मुद्रा के मूल्य को काफी हद तक प्रभावित करता है।

विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया में सबसे बड़ा है। 2020 के बाद से इसके कारोबार की दैनिक मात्रा 6.6 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गई है। यह मात्रा लगातार बढ़ रही है। ऊपर उल्लिखित मुद्राएं कारोबार के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिकी डॉलर दुनिया में सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। कुछ अन्य मुद्राएं भी हैं जिनके साथ इसका बड़े पैमाने पर कारोबार होता है। साथ ही ये मुद्रा जोड़े दुनिया में कुल विदेशी मुद्रा व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस लेख में, आप दुनिया भर में कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राओं के बारे में पढ़ेंगे।

1. अमेरिकी डॉलर (यूएसडी)

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में औसतन लगभग 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का कारोबार होता है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होना, इस मुद्रा की इस असाधारण लोकप्रियता की मुख्य वजह है। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन करने के लिए विश्व स्तर पर कई बैंकों में सबसे अधिक आरक्षित मुद्रा है। दूसरा कारण यह है कि सोना, कच्चा तेल, तांबा आदि जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं का दाम अमेरिकी डॉलर में बताया जाता है।

2. यूरो (ईयूआर)

दूसरे स्थान पर यूरो है, जो यूरोपीय संघ की आधिकारिक मुद्रा है। एक अध्ययन के अनुसार, यह अमेरिकी डॉलर के बाद दुनिया में दूसरी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा का औसतन लगभग 1.कारोबार की प्रमुख मुद्राएं 1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर प्रतिदिन कारोबार किया जाता है। यूरोप में मजबूत आर्थिक परिदृश्य और मजबूत राजनीतिक माहौल यूरो के मूल्य को स्थिर और उच्च रखता है।

3. जापानी येन (जेपीवाई)

इसके बाद जापानी येन है, जिसका दुनिया भर में अत्यधिक कारोबार होता है। यूएसडी/जेपीवाई मुद्रा जोड़ी भी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्राओं में से एक है। यह जापान की आधिकारिक मुद्रा है और विश्व स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी आरक्षित मुद्रा है। देश के फलते-फूलते विनिर्माण क्षेत्र के कारण इसका मूल्य अधिक है। जापान असाधारण विकास वाला एक छोटा देश है और इसकी मुद्रा का मूल्य मजबूत बना हुआ है।

4. पाउंड स्टर्लिंग (जीबीपी)

पाउंड स्टर्लिंग यूनाइटेड किंगडम और उसके क्षेत्रों की आधिकारिक मुद्रा है।एक रिपोर्ट के अनुसार, यह दुनिया की चौथी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा के व्यापार की दैनिक मात्रा लगभग 422 बिलियन अमरीकी डॉलर है। जीबीपी की लोकप्रियता का कारण यूके का उत्कृष्ट आर्थिक प्रदर्शन, उच्च रोजगार स्तर और महत्वपूर्ण मौद्रिक नीतियां हैं।

5. ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (एयूडी)

पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है, जिसकी दैनिक मुद्रा कारोबार मात्रा लगभग 223 बिलियन अमरीकी डॉलर है। एयूडी के मूल्य को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है इस देश का विकसित विदेश कारोबार होना। ऑस्ट्रेलिया कोयला, तांबा, लोहा और अन्य खनन वस्तुओं का शीर्ष निर्यातक है, इसलिए इसकी मुद्रा का मूल्य स्वाभाविक रूप से मजबूत रहता है।

6. कैनेडियन डॉलर (सीएडी)

सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा के मामले में छठवें स्थान पर कैनेडियन डॉलर है। यह कनाडा की आधिकारिक मुद्रा है। इसका दैनिक औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग 166 बिलियन अमरीकी डॉलर है। कनाडा प्राकृतिक संसाधनों से भरा देश है। यह वस्तुओं के प्रमुख निर्यातकों में से एक है, जो इसकी मुद्रा के मूल्य को काफी हद तक प्रभावित करता है।

विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया में सबसे बड़ा है। 2020 के बाद से इसके कारोबार की दैनिक मात्रा 6.6 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गई है। यह मात्रा लगातार बढ़ रही है। ऊपर उल्लिखित मुद्राएं कारोबार के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

रुपया शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले कमजोर, 71.57 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा

घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती गिरावट और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 9 पैसे कमजोर होकर 71.57 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा.

रुपया शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले कमजोर, 71.57 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा

घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती गिरावट और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 9 पैसे कमजोर होकर 71.57 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।

मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिका - चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर बाजार प्रतिभागी सतर्क रुख अपना रहे हैं। रुपये समेत अन्य प्रमुख एशियाई मुद्राओं में गिरावट रही। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गिरावट के साथ 71.50 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में मंगलवार की तुलना में 9 पैसे गिरकर 71.57 कारोबार की प्रमुख मुद्राएं कारोबार की प्रमुख मुद्राएं रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।

रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 71.48 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार की सतर्क शुरुआत , अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती , कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी पूंजी निकासी से रुपये पर दबाव रहा।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.67 प्रतिशत बढ़कर 59.91 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक , विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से पूंजी बाजार से 923.94 करोड़ रुपये की निकासी की।
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एक डॉलर की कीमत 81.92 रुपये पर, भारतीय मुद्रा में 43 पैसे की आयी तेजी

दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने और घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी को बदौलत आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 43 पैसे मजबूत होकर 81.92 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया.

एक डॉलर की कीमत 81.92 रुपये पर, भारतीय मुद्रा में 43 पैसे की आयी तेजी

दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने और घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी को बदौलत आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 43 पैसे मजबूत होकर 81.92 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. इसी तरह पिछले कारोबारी दिवस रुपया 53 पैसे की तेजी लेकर 82.35 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था. कारोबार की शुरुआत में रुपया 21 पैसे की बढ़त लेकर 82.14 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और बिकवाली से समर्थन पाकर 81.87 रुपये प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.

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हालांकि लिवाली के दबाव में यह 82.32 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर तक लुढ़क गया. अंत में पिछले दिवस के 82.35 रुपये प्रति डॉलर की तुलना में 43 पैसे मजबूत होकर 81.92 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विश्लेषकों के अनुसार, चीन के कोविड प्रतिबंध को पूरी तरह से समाप्त करने से इंकार करने की वजह से दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में गिरावट आई है, जिससे रुपये को समर्थन कारोबार की प्रमुख मुद्राएं मिला है. इसके साथ ही घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन भी तेजी रहने से रुपये को बल मिला है.

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