मनी मार्केट म्युचुअल फंड

म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने का सही तरीका है – सबसे पहले इसका पोर्टफोलियो बनाना । एक पोर्टफोलियो, म्युचुअल फंड का एक समूह होता है। यह आपको अपने इन्वेस्टमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। आपका सारा रिटर्न् आपके पूरे पोर्टफोलियो पर टिका होता है, ना कि किसी एक विशेष फंड पर। इस सेक्शन में, हम यह मनी मार्केट म्युचुअल फंड सीखेंगे कि म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो कैसे तैयार किया जाता है।
म्यूचुअल फंड निवेश
म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए आदर्श हैं जो विभिन्न निवेश उद्देश्यों के साथ विभिन्न प्रकार की योजनाओं में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन जीतने वाले शेयरों को लेने के लिए पर्याप्त समय और विशेषज्ञता नहीं है। म्यूचुअल फंड आपको पेशेवर प्रबंधन, कम लेन-देन लागत और विविधीकरण, चल निधि मनी मार्केट म्युचुअल फंड और कर लाभ का लाभ देते हैं।
- अनुशासित निवेश दृष्टिकोण
- कम लेनदेन लागत
- चलनिधि और कर लाभ
- एकमुश्त और एस.आई.पी मोड के माध्यम मनी मार्केट म्युचुअल फंड से निवेश करें
- पोर्टफोलियो का विविधीकरण
- निवेश का कम जोखिम
म्यूचुअल फंड निवेश मनी मार्केट म्युचुअल फंड के लिए हमें क्यों चुनें
- 39 ए.एम.सी.एस. में 9,000 + योजनाएं
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- जोखिम आधारित क्यूरेटेड पोर्टफोलियो
- एन.एफ.ओ.एस में सरलीकृत निवेश
- इक्विटी व्यापार के लिए एम.एफ.एस लाभ
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पोर्टफोलियो को 100% ऋण और मुद्रा बाजार की प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। यह एक न्यून जोखिम है, उच्च गुणवत्ता (ए.ए.ए) संप्रभु और कॉर्पोरेट बॉन्ड पेपर के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न पोर्टफोलियो
पोर्टफोलियो को 60% इक्विटी और 40% ऋण में निवेश किया जाता है। यह एक मध्यम जोखिम, बड़े कैप स्टॉक और उच्च गुणवत्ता वाले (एएए रेटेड) डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम के साथ मध्यम रिटर्न पोर्टफोलियो है।
पोर्टफोलियो को 100% इक्विटी में निवेश किया जाता है। इस पोर्टफोलियो में मल्टी-कैप शेयरों का प्रदर्शन है। यह एक उच्च जोखिम, छोटे और मिडकैप शेयरों के महत्वपूर्ण जोखिम के साथ उच्च रिटर्न पोर्टफोलियो है।
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Choosing Mutual Funds for Your Portfolio
मनी मार्केट म्यूचुअल फंडों के बारे में जानिए ये 5 जरूरी बातें
मनी मार्केट फंड डेट म्यूचुअल फंड की मनी मार्केट म्युचुअल फंड एक कैटेगरी है. इन स्कीमों के लिए एक साल तक के मैच्योरिटी वाले मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना जरूरी है.
2. जैसा कि नाम से पता चलता है, ये स्कीमें मुख्य रूप से मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करती हैं. मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में मुख्य रूप से ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर, रीपर्चेज एग्रीमेंट, रेपो इत्यादि शामिल हैं.
3. ये स्कीमें चूंकि एक साल तक की छोटी अवधि के इंस्ट्रूमेंट में पैसा लगाती हैं. इसलिए इन पर अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में होने वाले बदलाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता है. इन स्कीमों में निवेश का आइडिया लिक्विडिटी के स्तर को अधिक बनाए रखते हुए एक साल में अच्छा रिटर्न कमाना होता है.
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म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
क्या होते हैं मनी मार्केट फंड? कौन कर सकता है निवेश?
- Paurav Joshi
- Publish Date - November 18, 2021 / 01:13 PM IST
शॉर्ट टर्म होने के कारण अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में होने वाले बदलाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता है
मनी मार्केट फंड (Money Market Fund) म्यूचुअल फंड की एक कैटेगरी है. मनी मार्केट (Money Market) म्यूचुअल फंड को लिक्विड फंड भी कहते हैं. इसमें कंपनी निवेशकों से लिया हुआ पैसा सुरक्षित व शॉर्ट-टर्म स्कीम में लगाती हैं, जैसे ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर, रीपर्चेज एग्रीमेंट इत्यादि. ऐसे निवेश एक साल से भी काम समय में मैच्योर हो जाते हैं, इसमें 91 दिन या फिर उससे भी कम समय के लिए निवेश होता है. इसके साथ ही किसी आपातकालीन स्थिति में आप अपना पूरा पैसा भी निकाल सकते हैं. इस में एक्जिट लोड भी कम रहता है.
कौन कर सकता है निवेश
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड विभिन्न वित्तीय साधनों के माध्यम से शोर्ट टर्म इंवेस्ट पर अच्छा रिटर्न प्रदान करता है. आप इसमें एक वर्ष तक निवेश कर सकते हैं. ऐसे लोग, जिनके पास बचत खाते में ठीक-ठाक पैसा है और कम जोखिम पर उच्च रिटर्न चाहते हैं इसमें निवेश कर सकते हैं. यह फंड आपको बचत खाते की तुलना में अधिक रिटर्न देगा. लिक्विड फण्ड में आपको कम से कम 8 से 10 प्रतिशत सालाना की दर से या मनी मार्केट म्युचुअल फंड उससे अधिक ब्याज प्राप्त हो सकता है, क्योंकि लिक्विड फण्ड के अन्तर्गत आपके इन्वेस्ट्मन्ट का ज्यादातर हिस्सा सरकारी सिक्युरटीज़ और बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है. यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो मनी मार्केट फंड (Money Market Fund) आपके लिए बेहतर नहीं है. लंबी अवधि के लिए आप डायनेमिक बांड फंड और बैलेंस फंड का उपयोग कर सकते हैं.
इसमें निवेश करने का मुख्य लाभ यह है कि मनी मार्केट म्युचुअल फंड मनी मार्केट म्युचुअल फंड ये अन्य निवेश विकल्पों जैसे कि इक्विटी आदि की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं तथा इनमें अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है. निवेशक इसमें कम अवधि के लिए भी निवेश कर सकते हैं तथा निवेशित पैसे को कभी भी निकाल सकते हैं. शॉर्ट टर्म होने के कारण अर्थव्यवस्था में ब्याज दर में होने वाले बदलाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता है.
इन बातों का रखें ध्यान
निवेशकों को सबसे पहले विभिन्न प्रकार के मनी मार्केट म्यूचुअल फंड्स की विशेषताओं और जोखिमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए. डेट फंडों के साथ जो जोखिम होते हैं, वे इनके साथ भी जुड़े होते हैं. यानी क्रेडिट रिस्क, इंटरेस्ट रेट रिस्क इत्यादि का जोखिम इनमें होता है.
निवेश किस उद्देश्य से किया जा रहा है उसे याद रखें और फंड चुनने से पहले देखे कि यह आपके उद्देश्य को पूरा करता है या नहीं.
हमेशा अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले म्यूचुअल फंड को चुनना चाहिए. फंड मैनेजर की निवेश रणनीति को भी देख लेना चाहिए. निवेश से पहले एक्सपेंस रेशियो को भी देख लें.