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Demat Account कैसे खोले इन हिंदी

Demat Account कैसे खोले इन हिंदी

Demat Account कैसे खोले इन हिंदी

बोनांजा पोर्टफोलियो में एसोसिएट फंड एवं वेल्थ मैनेजर हीरेन ढाकन कहते हैं कि हाल तक ब्रोकिंग कंपनियों से ग्राहक इस तरह की पूछताछ करते रहे हैं कि वे अपने निष्क्रिय डीमैट खाते को फिर से कैसे चालू करा सकते हैं? उन्होंने लंबे समय से कोई खरीद-बिक्री नहीं की है लेकिन अब जबकि इक्विटी और प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार में फिर से तेजी आई है तो Demat Account कैसे खोले इन हिंदी वे ऐसा करना चाहते हैं। ढाकन का कहना है, 'हम तीन साल तक डीमैट खाते को निष्क्रिय रहने देते हैं और फिर इन्हें स्थायी रूप से निष्क्रिय बना लेते हैं। हालांकि कुछ ऐसी ब्रोकिंग कंपनियां हैं Demat Account कैसे खोले इन हिंदी जो इन खातों को पूरी तरह निष्क्रिय घोषित करने से पहले पांच साल तक इंतजार करती हैं।' हालांकि इस बारे में कोई तय नियम नहीं है कि किसी डीमैट खाते को निष्क्रिय घोषित करने से पहले कितने समय तक इस खाते में लेन-देन नहीं होना चाहिए। यह इस पर निर्भर करता है कि डिपोजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी), बैंक या ब्रोकर और ग्राहक के बीच किस तरह का करार हुआ है? आमतौर पर यह इस पर निर्भर करता है कि खाते के रखरखाव का शुल्क किस तरह वसूला जाता है।

अगर खाते के लिए आजीवन या एक बार फीस वसूली गई है तो खाता में लंबे समय तक कोई लेन-देन न होने के बावजूद इसे निष्क्रिय श्रेणी में नहीं डाला जाता है। हालांकि अगर डिपोजिटरी पार्टिसिपेंट सालाना प्रबंधन फीस लेता है तो इसे एक साल बाद भी निष्क्रिय घोषित किया जा सकता है। बोनांजा के ही मामले में Demat Account कैसे खोले इन हिंदी प्रबंधन शुल्क 350 रुपये से 370 रुपये प्रति वर्ष होता है जबकि आजीवन शुल्क 1500-1600 रुपये है। ज्यादातर डिपोजिटरी पार्टिसिपेंट ग्राहकों को उनके प्रोफाइल के हिसाब से लघु अवधि, दीर्घ अवधि आदि श्रेणियों में रखते हैं।

फंड्सइंडिया डॉट कॉम में इक्विटी प्रमुख आर. सुधींद्र का कहना है कि अक्सर ग्राहकों के प्रोफाइल के आधार पर ही फीस भी तय होती है। मिसाल के तौर पर लंबी अवधि के निवेशक जो साल में एक ही बार खाते में कारोबार करते हैं तो डीपी उनका खाता खोलने के लिए ज्यादा शुल्क और ब्रोकिंग के लिए कम शुल्क वसूल सकता है। ऐसे ग्राहकों के डीमैट खाते को निष्क्रिय श्रेणी में डालने से पहले उनको ज्यादा लंबे समय की इजाजत दी जा सकती है। हालांकि रोजाना कारोबार करने वाले सट्टा कारोबारी का खाता खोलने का शुल्क कम हो सकता है लेकिन ब्रोकिंग शुल्क ज्यादा हो सकता है। ऐसे खाते में अगर 12 महीने तक कोई कारोबार नहीं होता है तो उसे निष्क्रिय कहा जा सकता है। खाता खोलने की फीस ग्राहक के प्रोफाइल के मुताबिक 500-1000 रुपये तक हो सकती है। आमतौर पर एक डीमैट खाते को दोबारा चालू कराने में दो दिन का वक्त लगता है।

डीमैट खाते को फिर से बहाल कराने के लिए सबसे पहले आपको एक रिएक्टीवेशन फॉर्म भरना होता है और नो योर कस्टमर (केवाईसी) ब्योरा देना पड़ता है। इस ब्योरे में निवास और पहचान प्रमाणपत्र देना शामिल है। आपका डीपी यह भी देखेगा कि आपके हस्ताक्षर मूल रिकार्ड से मेल खाते हैं या नहीं। इसके लिए वह उनका मिलान मूल रिकॉर्ड के साथ करेगा। आपका डीपी इसे बहाल करने के लिए फीस वसूल सकता है। यह शुल्क अलग-अलग डीपी के लिए अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर रिएक्टीवेशन फीस 500 रुपये से कम ही होती है। सुधींद्र कहते हैं, 'मान लीजिए अगर आपके खाते में 2 लाख रुपये के शेयर हैं लेकिन उसमें कोई कारोबार नहीं हो रहा है तो मुमकिन है कि डीपी कोई रिएक्टीवेशन फीस नहीं वसूले। लेकिन अगर उस खाते में कोई शेयर नहीं हैं तो डीपी आपसे रिएक्टीवेशन फीस ले सकता है। माना यह जाता है कि जब ग्राहक कोई कारोबार करता है तो डीपी को ब्रोकिंग शुल्क से कमाई होती है और उससे लागत की भरपाई हो सकती है।' डीपी द्वारा ली गई फीस में केवल ब्रोकिंग शुल्क ही अनिवार्य होता है। दूसरे शुल्क मसलन प्रबंधन, खाता खोलने और दोबारा एक्टिवेशन शुल्क अनिवार्य नहीं है और हर डीपी का अपना नियम होता है।

ढाकन Demat Account कैसे खोले इन हिंदी का कहना है, 'आपको छह महीने में एक बार अपना खाता जरूर देखना चाहिए। आपको लाभांश मिल सकता है या कुछ लेन-देन के लिए आप पर शुल्क लगाया जा सकता है जिसके बारे में आपको पता ही नहीं हो।' हालांकि सुधींद्र कहते हैं कि केवल डीमैट खाते में लॉग इन करने से यह सक्रिय नहीं हो जाता है। वह कहते हैं, 'अगर आप कोई लेन-देन करते हैं तो ही इसे सक्रिय माना जाएगा। इसकी वजह यह है कि सभी डीमैट खाते ऑनलाइन नहीं होते। कई ऑफलाइन खाते भी होते हैं और ग्राहकों को बैंक जाकर या ब्रोकर के दफ्तर में पूरी कार्रवाई करनी होती है।'

Demat Account क्या होता है? डीमैट अकाउंट कैसे खोलें पूरी जानकारी हिंदी में

आइये आज जानते है Demat Account Kya Hai 2022 में? आज के समय में अधिकतर लोग Share Market से पैसा कामना चाहते है इसके लिए वो Google पर Search करते रहते है। आज Internet में बहुत सी Trading App मिल जाएंगी जिनसे आप Share Market या Stock market, Mutual Fund में Investment कर सकते हैं। अगर आप Share Market में पैसा लगाना चाहते है Demat Account कैसे खोले इन हिंदी तो आपको Demat Account की जानकरी होना चाहिए। Demat Account के जरिये आप Share Market से Shareको खरीद या बेच सकते है।

आप में से बहुत से लोग Share Market में Investment करके लाखों रूपए कमा रहे है। लेकिन बहुत से ऐसे भी है जिन्हें Demat Account की जानकारी नहीं होती है और बिना किसी जानकरी के Share Market में पैसे लगा देते है जिसके कारण उन्हें मुनाफा की जगह नुकसान हो जाता है। आज हम आपको Demat Account (demat account details) की पूरी जानकारी देने जा रहे है जैसे डीमैट अकाउंट क्या है? Demat Account (demat account kaise khole) कैसे खोले? Demat Account के फायदे? आइए जानते हैं कि Demat Account Kya Hai 2022 में?

डीमैट अकाउंट क्या है? (what is demat account)

Table of Contents

Demat Account एक ऐसा Account होता है जिसका उपयोग Share खरीदने और Share बेचने के लिए किया जाता है। Demat Account में Share को रखा जाता है हम इन Share को एक Demat Account से दूसरे Demat Account में Online Transfer कर सकते है। आपको बता दे Demat अकाउंट को “Dematerialized Account” कहते है।

पहले के समय में Share Market में Investment करना कठिन होता था। जब आप Share खरीदते थे इसके बाद कंपनी Share के Document आपको भेजती थी। और जब आपको Share बेचना हो तो आपके Share के Document कंपनी के ऑफिस में जाते थे इसके बाद कंपनी आपके Share की कीमत चेक करती थी इसमें काफी टाइम लगता था लेकिन Demat Account in Hindi के बाद सारे काम आसान हो गए है।

जैसे ही आप Share Market से खरीदते है तो आपके Demat Account में आ जाते है और जैसे ही आप Share बेचते है तो आपके Account में पैसे आ जाते है। Demat Account को खुलवाने के लिए आपके पास PAN Card का होना जरुरी है बिना PAN Card के आप Demat Accoun नहीं खोल सकते।

Demat Account Meaning in Hindi

Demat का मतलब Dematerialized होता है इसका हिंदी अर्थ है बिना किसी कागज के दस्तावेजों को Digitally यानी की Electronic रूप से रखने की सुविधा को डिमैट (Demat Meaning in Hindi) कहते है।

Types of Demat Account

  • Regular Demat Account
  • Repatriable demat Account
  • Non-repatriable Demat Account

1. Regular Demat Account

अगर आप भारत के Share Market में निवेश करना चाहते है तो आप Regular Demat Account किसी भी Depository CDSL (central securities depository limited) या NSDL (National Securities Depository Limited) पर Registered Broker के साथ खुलवा सकते है।

2. Repatriable Demat Account

Repatriable Demat Account NRIs के लिए होता है। Repatriable demat Account से गैर-भारतीय नागरिक भारत के Share Market में निवेश कर सकते हैं।

3. Non-repatriable Demat Account

Non-repatriable Demat Account अनिवासी भारतीयों के लिए है। इस खाते से विदेश में Demat Account कैसे खोले इन हिंदी Fund Transfer नही किये जा सकते है। इसे NRO बैंक खाते से जोड़ना जरुरी है।

Documents Required for Opening Demat Account

  • Pan Card
  • Aadhar Card
  • Voter ID
  • Passport
  • driver Licence
  • IT return

Zerodha में डिमैट अकाउंट कैसे खोलें? (how to open a demat account in zerodha)

हम आपको Zerodha में डिमैट अकाउंट (how to open a demat account online) कैसे खोलें? इसके कुछ Step बताने जा रहे है जिनसे आप अपना Demat Account Open कर सकते है। आप सभी Step नीचे देख सकते है।

Step 1. सबसे पहले अपने Computer या मोबाइल में Zerodha Website को Open करे।

Step 2. इसके बाद Zerodha Website में SignUp करने के लिए अपना Mobile Number और Email ID एंटर करे इसके बाद आपके पास एक OTP आएगाOTP एंटर करे।

Step 3. इसके बाद आपको अपने Aadhar Card वाली Date Of Birth और PAN Card Number डालना है।

Step 4. इसके बाद Zerodha में Paymet करनी है। आप पेमेंट Credit Card, , Debit Card, Net Banking, से कर सकते है।

Step 5. इसके बाद Aadhar Card की एक सॉफ्टकॉपी अपलोड करे इसके बाद Personal Information डालकर Continue पर Click करे।

Step 6. इसके बाद अपनी Bank Details एंटर करे इसके बाद अपना In Person Verification करे।

Step 7. इसके बाद Pan Card और Digital Signature उपलोड करे इसके बाद अपना Aadhar Card वेरीफाई करे।

Step 8. इसके बाद आपका Zerodha का पूरा Form आ जाएगा इसके बाद Sign Now के बटन पर क्लिक करें।

Step 9. इस तरह आपका Zerodha Demat Account खुल जायेगा।

Benefits of Demat Account

  • Demat Account में शेयर का लेन देन इलेक्ट्रानिक रूप मे होता है इससे शेयर की चोरी और धोखाधड़ी नहीं होती है।
  • Demat Account से आप शेयर बड़ी आसानी से खरीद सकते है और बेच सकते है।
  • Demat Account आप आसानी से ओपन करवा सकते है।
  • ओड लॉट समस्या Demat Account के माध्यम से खत्म हो जाती है अब आप 1 शेयर भी खरीद या बेच सकते हैं।
  • ट्रांसफर करने का खर्च कम होता है।

तो अब आप जान गए होंगे कि Demat Account Kya Hai in Hindi 2022 में? डीमैट अकाउंट (demat account kya hota hai) क्या है? Demat Account (demat account opening online) कैसे खोले? Demat Account के फायदे इसकी जानकारी दी है। जिनका यूज़ करके आप आसानी से open demat account free में कर सकते है। उम्मीद है की आपको इस आर्टिकल में सारी जानकारी मिल गई होगी।

Demat Account kya hai? डीमैट अकाउंट कैसे खोलें तथा यह क्यों जरुरी है?

आप यदि भविष्य में बाजारों में निवेश करना चाहते हैं तो आपको demat account की आवश्यकता पड़ेगी. बैंकों में पैसों के लेनदेन सम्बंधित account से तो हम सभी भलीभांति परिचित हैं किन्तु बहुत सारे लोगों को ये पता नहीं होता है कि demat account क्या है?

यह क्यों जरुरी होता है? इसे कैसे खोला जाता है? इसतरह के बहुत सारे प्रश्न हमारे मन में उठते हैं जिसे हम जानना चाहते हैं. आज के लेख में हम इन सभी सवालों का जवाब जानेंगे कि demat account kya hai? (डीमैट अकाउंट क्या है?)

Table of Contents

Demat Account kya hai?

Share market में निवेश करने के लिए हमारे पास demat account होना जरुरी है. जिसप्रकार हम अपने पैसों को bank में सुरक्षित रखते हैं ठीक उसी प्रकार हमारे demat account में shares सुरक्षित रहते हैं. यह किसी बैंक अकाउंट की तरह ही होता है जहाँ बैंकों में पैसों का लेनदेन होता है ठीक उसी प्रकार demat account के जरिये शेयरों का लेनदेन होता है. जो निवेशक होते हैं वो online shares की लेनदेन करने के लिए इस खाता का उपयोग करते हैं.

इस खाता के द्वारा transactions digitally या इलेक्ट्रॉनिक रूप से होता है इसी कारण इसे demat account कहते हैं. Demat account वास्तव में शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखने का सुविधा प्रदान करता है. यहाँ ख़रीदे गये shares को जमा करके रखा जाता है.

Demat यानि Dematerialize, यानि शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से खातों में रखने की सुविधा को ही हम demat कहते हैं. आजकल इलेक्ट्रॉनिक कैश का प्रचलन तेज़ी से बढ़ रहा है जैसे कि जब हम कहीं से कुछ खरीदारी करते हैं और भुगतान भौतिक रूप से नहीं करके डेबिट कार्ड से करते हैं तो इसी भुगतान की प्रक्रिया को हम इलेक्ट्रॉनिक कैश भुगतान कहते हैं.

हमारे पास जो shares demat account में होते हैं हम उसे दुसरे व्यक्ति के demat account में digitally transfer करते सकते हैं और ऐसे में हमें अपने shares को भौतिक रूप से रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है.

Demat account क्यों जरुरी है?

बाज़ार में यदि आप स्टॉक खरीदना और बेंचना चाहते हैं तो demat account का होना जरुरी है. शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है. जब आपके द्वारा शेयर ख़रीदा जाता है तो वह demat account में आता है और शेयर बेंचने का काम भी इसी account से होता है.

जब हम शेयर्स खरीदते हैं तो वह शेयर्स हमारे demat account में ही जमा होता है इसीतरह जब हम अपना share बेंचते हैं तो वह शेयर हमारे demat account से खरीदनेवाले के demat account में जमा हो जाता है. SEBI (Securities And Exchange Board Of India) के दिशानिर्देशों के अनुसार demat account को छोड़कर किसी अन्य रूपों में शेयरों को ख़रीदा या बेंचा नहीं जा सकता है.

इसतरह से हम कह सकते हैं कि demat account का उपयोग हमारे ख़रीदे गये shares को रखने का काम account या लॉकर के रूप में किया जाता है. इसका उपयोग सिर्फ इतना है कि हमारे ख़रीदे गये shares को रखना.

कैसे खोलें Demat account?

किसी रजिस्टर्ड DP (Depository Participant) के जरिये निवेशक अपना demat account खुलवा सकता है. Depository सर्विस – बैंक, निजी वित्तिय संस्थान आदि प्रदान करते हैं जहाँ यह खाता डीपी के द्वारा खुलवाया जा सकता है. आपको demat account खोलने के लिए यह देखना है की आपके द्वारा चयनित डीपी किस डिपाजिटरी के साथ रजिस्टर्ड है.

Demat account की देखरेख डिपाजिटरी डीपी के जरिये ही करती है. देश के अन्दर दो डिपाजिटरी हैं – 1. NSDL (National Securities Depository Limited) और 2. CDSL (Central Securities Depository Limited). ये दोनों डिपाजिटरी SEBI (Securities and Exchange Board of India) के द्वारा रजिस्टर्ड हैं.

Demat account खोलने के लिए जरुरी दस्तावेज़

Passport size Photo

आप address prove करने के लिए इसके साथ और भी कोई पहचान दे सकते हैं जैसे की वोटर कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड आदि लेकिन एक बात का ध्यान रहे पैन कार्ड और आधार कार्ड देना अनिवार्य है.

कौन कौन से बैंक और स्टॉक ब्रोकर हैं जहाँ Demat Account खोले जा सकते हैं?

यहाँ पर मैं बैंकों का नाम लेकर लिस्ट को सिमित नहीं करना चाहता हूँ क्योंकि आजकल लगभग सभी बैंक Demat Account खोलने की सुविधा प्रदान कर रहे हैं. स्टॉक ब्रोकर की अगर बात करें तो कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर हैं जो demat account खोलते हैं – SHAREKHAN LTD, INDIA INFOLINE OR IIFL, MOTILAL OSWAL, ZERODHA आदि.

Demat Account opening Fees

इस खाता को खोलने के लिए आपको फीस अदा करना पड़ता है जो अलग – अलग संस्थानों के हिसाब से अलग – अलग है. आप 200 से 1000 रुपया के अन्दर इस खाता को खोल सकते है. खाता खोलने के आलावा वार्षिक maintenance charges भी pay करना पड़ता है. आप ऑफलाइन ऑफिस जाकर और ऑनलाइन इन्टरनेट के जरिये इस खाता को खोल सकते हैं.

Nomination की सुविधा

किसी दुर्घटना की स्तिथि में यदि खाताधारक की मृत्यु हो जाए तो शेयर्स नॉमिनी के नाम पर ट्रान्सफर हो जाता है. खाता खोलने के समय नॉमिनी का नाम डालना पड़ता है. नॉमिनी का नाम डालना भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जरुरी है.

आशा करता हूँ कि आप demat account kya hai? अच्छी तरह समझ गये होंगे. यदि आपके मन में इस विषय से सम्बंधित कोई प्रश्न हो तो आप comment करके पूछ सकते हैं.

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

प्रमुख डीमैट अकाउंट कंपनियों की सूचि

प्रमुख डीमैट अकाउंट कंपनियों की सूचि

दोस्तों, शेयर बाजार के बारें में आप जरूर सुने होंगे। लेकिन क्या आप जानते है की शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे किया जाता है ? इसमें ट्रेडिंग के लिए पैसे के अलावा सबसे बुनियादी जरुरत क्या होती है?

डीमैट खाता, जी हां दोस्तों। डीमैट अकाउंट (खाता) शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे बुनियादी जरुरत है। यह आपके बैंक अकाउंट (खाता) की तरह होता है। जैसे आपको पैसे की लेनदेन के लिए बैंक अकाउंट की जरुरत होती है, उसी तरह से शेयर बाजार में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए डीमैट अकाउंट (खाता) की जरुरत होता है।

शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट (खाता) अनिवार्य होता है। डीमैट को डीमैटरियलाइज़ेशन कहते है, डीमैट इसका संक्षिप्त रूप है। शेयर बाजार में ट्रेडिंग डिजिटल होता है इसलिए डीमैट अकाउंट अनिवार्य है।

दोस्तों, अब आप समझ गए है की डीमैट अकाउंट की आवश्यकता शेयर बाजार में क्यूँ होता है। अब हम विस्तार से जानेंगे, भारत में सबसे प्रमुख कम्पनियाँ कंपनियों के बारे में, जो डीमैट अकाउंट (खाता) खोलती है।

सबसे प्रमुख डीमैट अकाउंट कम्पनियाँ

1. ज़ीरोदा (Zerodha)

ज़ीरोदा, बैंगलोर, कर्नाटक में स्थित एक डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है, जो शेयर बाजार में इक्विटी निवेश की निःशुल्क सुविधा देता है। अन्य ट्रेडिंग जैसे इंट्राडे और फ्यूचर और ऑप्शन (F&O) ट्रेडिंग पर एक निश्चित शुल्क 20 या 0.03% रुपये है।

प्रतिदिन ट्रेडो की संख्या के अनुसार, ज़ीरोदा भारत की सबसे बड़ी रिटेल (खुदरा) ब्रोकर है। यह प्रतिदिन 7 मिलियन से अधिक ट्रेड प्रोसेस करता है। ज़ीरोदा के पास 800 करोड़ रुपये से अधिक पूजी है जो किसी भी ब्रोकर कंपनी से ज्यादा है।

ज़ीरोदा ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) खोलने की सुविधा देती है, कोई भी निवेशक बहुत आसानी से अपना डीमैट अकाउंट (खाता) खोल सकता है। ज़ीरोदा में डीमैट खाता खोलने का कोई शुल्क नहीं लगता है लेकिन खाता का वार्षिक रखरखाव के लिए एक न्यूनतम शुल्क है, जो दूसरे वर्ष से लिया जाता है।

2. अपस्टॉक्स (Upstox)

अपस्टॉक्स मुंबई, महाराष्ट्र में स्थिति भारत की सबसे प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनियों में से एक है जो इक्विटी, कमोडिटी और करेंसी बाजार में ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करती है। उपस्टेक्स के माध्यम से निवेशक स्टॉक्स, म्यूच्यूअल फण्ड, डिजिटल गोल्ड और आईपीओ में आसानी से निवेश या ट्रेड कर सकते है। अपस्टॉक्स में कोई भी निवेशक अपना ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) आसानी से खोल सकता है और डीमैट अकाउंट खोलने का कोई फीस नहीं लगता है । लेकिन आपके खाता के रखरखाव का एक न्यूनतम वार्षिक शुल्क निवेशक को देना होता है।

अपस्टॉक्स, शेयर निवेशोंको को कम सुविधा शुल्क पर पर NSE, BSE और MCX में ट्रेडिंग की सेवा प्रदान करता है। अपस्टॉक्स में निवेश करने वाली कंपनी और उनकी साझेदरी ईएसएस प्रकार है; टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट – 31.1% हिस्सेदारी, कलारी कैपिटल पार्टनर्स – 15.21% हिस्सेदारी, जीवीके डेविक्स टेक्नोलॉजीज – 2.54% हिस्सेदारी और रतन टाटा – 1.33% हिस्सेदारी

3. 5 पैसा

5 पैसा एक डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है जो सभी डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनियों से काम शुल्क पर ट्रेडिंग सुविधा देती है। आईआईएफएल (इंडिया इन्फो लाइन लिमिटेड) ने साल 2015 में एक 5 पैसा कंपनी स्थापित की थी और आज भारत के प्रमुख डीमैट कंपनियों में से एक है। यह इक्विटी, करेंसी, म्यूचुअल फंड्स, बीमा, फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O), आईपीओ (IPO) आदि प्रतिभूति बाजार में ट्रेडिंग की सुविधा देता है। 5 पैसा कमोडिटी में ट्रेडिंग की अनुमति नहीं देता है।

4. शेयरखान

शेयरखान एक फुल-सर्विस स्टॉकब्रोकर है जो स्टॉक, निवेश, म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, रिसर्च, निवेशक शिक्षा आदि सहित अन्य शेयर बाजार से जुड़े सेवाएं प्रदान करता है। श्री श्रीपाल मोरखिअ द्वारा शेयरखान की स्थापना मुंबई, महाराष्ट्र में सन 2000 में हुआ था। शेयरखान बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स, सीडीएसएल और एनएसडीएल का एक सदस्य है। शेयरखान अपनी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट शेयरखान के माध्यम से ब्रोकरेज सेवाएं प्रदान करता है।

शेयरखान द्वारा कोई डीमैट खोलने का शुल्क नहीं लिया जाता है जबकि दूसरे वर्ष से 400 रुपये का एक निश्चित डीमैट रखरखाव शुल्क लिया जाता है।

5. आईसीआईसीआई डायरेक्ट

आईसीआईसीआईडायरेक्ट, भारत की सबसे बड़ा खुदरा ब्रोकर है। यह निवेशकों को ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) की सुविधा देता है, जिससे निवेशक निःशुल्क ट्रेडिंग कर सकते है। यह पिछले 2 दशकों में 50+ लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रहा है। इसका 170+ शाखाएं पुरे भारत में फैला हुआ है। आईसीआईसीआईडायरेक्ट इक्विटी, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव्स, फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O), करेंसी, कमोडिटी, ईटीएफ, इंश्योरेंस, आईपीओ, कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट, लोन, एनपीएस, वेल्थ मैनेजमेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज, एनआरआई सर्विसेज, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज आदि जैसे 50 से अधिक वित्तीय उत्पादों (Financial Products) और सेवाएं देती है।

6. एचडीएफसी सिक्योरिटीज

एचडीएफसी सिक्योरिटीज एक फुल टाइम सर्विस ब्रोकर है जिसकी शुरुवात सन 2000 में हुआ था। यह एचडीएफसी बैंक का हिस्सा है जो शेयर मार्किट ब्रोकिंग और डीमैट सेवा प्रदान करती है | डिजिटल गोल्ड, इक्विटी, स्टॉक एसआईपी, ईटीएफ, आईपीओ,, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, डेरिवेटिव, म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed Deposit ), एनपीएस (NPS), ऋण, बीमा तथा अन्य सेवाएं देती है।

वे पहले वर्ष से INR 999 का ट्रेडिंग खाता खोलने का शुल्क और INR 750 का डीमैट खाता रखरखाव शुल्क लेते हैं।

7. मोतीलाल ओसवाल

मोतीलाल ओसवाल एक फुल टाइम ब्रोकर है, इसकी शुरुवात सन 1987 में वित्तीय सेवा (Financial Service) के रूप में हुआ था जो आज वित्तीय बाजार में जाना माना नाम हो गया है। शायद ही कोई निवेशक मोतीलाल ओसवाल से परिचित नहीं हो। आज यह इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटीज, करेंसी, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, डिजिटल गोल्ड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, बॉन्ड और कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट आदि में सेवा देता है। मोतीलाgraल ओसवाल के पास 9 लाख से अधिक ग्राहक है और इसके 2200 से ज्यादा शाखा है।

खाता खोलने के लिए उनके पास कोई शुल्क नहीं है, लेकिन दूसरे वर्ष से Demat Account कैसे खोले इन हिंदी सभी डीमैट खाताधारकों से 441 का वार्षिक रखरखाव शुल्क लिया जाता है।

दोस्तों, आप यहाँ शेयर बाजार में डीमैट खाता के जरुरत को समझा। डीमैट अकाउंट निवेशक के प्रतिभूति (Security) को जमा रखता है और अगर कोई निवेशक शेयर बाजार में अपने प्रतिभूति (Security) को खरीदना या बेचना चाहता है तो डीमैट खाता दे द्वारा खरीद या बेच सकता है। साथ ही भारत की प्रमुख डीमैट खाता खोलने वाली कंपनी के बारे और उनके विशेषतावों को विस्तार जानकारी प्राप्त किये है।

दोस्तों, अगर आपके पास डीमैट खाता है और शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश के लिए रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर चाहते है तो आप कॅपिटलविआ (CapitalVia) ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड कमपनी को संपर्क कर सकते है।

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