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Graph Trading कैसे करें

Graph Trading कैसे करें

Technical Analysis क्या है Market Analysis कैसे करें ?

तकनीकी विश्लेषण क्या है - What Is Technical Analysis

Market Analysis को मुख्य रूप से fundamental analysis और technical analysis में विभाजित किया गया है। तकनीकी विश्लेषण ( Technical Analysis) को विशेष रुप से शेयर मार्केट में शॉर्ट टर्म की ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता है।टेक्निकल एनालिसिस की मदद से share price movements, trends, trading volume इत्यादि का विश्लेषण कर सकते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग ( फंडामेंटल एनालिसिस के मुकाबले) वित्तीय बाजार की चाल को आसानी से समझने के लिए किया जाता है। यह ऐतिहासिक वॉल्यूम और प्राइस मूवमेंट के आंकड़ों के आधार पर वित्तीय बाजार (financial market) की कीमतों की दिशा का पहले से अनुमान लगाने का एक मेथड है । इसके माध्यम से पुराने आंकड़ों के आधार पर शेयर कि चाल का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। शेयर के उतार-चढ़ाव के चार्ट का विश्लेषण कर सकते हैं।

फंडामेंटल बनाम टेक्निकल एनालिसिस

टेक्निकल एनालिसिस में ऐतिहासिक आंकड़ों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस में ऐतिहासिक प्राइस और वॉल्यूम के आंकड़ों के आधार पर शेयर के ट्रेंड का मूल्यांकन कर सकते हैं। वहीं फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी की फाइनेंशियल स्टेटमेंट, बिजनेस मॉडल, मैनेजमेंट कैपबिलिट्स इत्यादि का अध्ययन करना पड़ता है। fundamental analysis करने का सबसे बड़ा मकसद किसी भी कंपनी में लंबे समय के लिए इन्वेस्टमेंट करने के लिए पहले से अनुमान लगा सकते है।

शॉर्ट टर्म निवेशक या ट्रेडर्स के लिए टेक्निकल एनालिसिस और लंबे समय के निवेशक के लिए फंडामेंटल एनालिसिस बेहतर माना जाता है। प्राइस और वॉल्यूम के माध्यम से आप लॉन्ग टर्म के लिए एंट्री और एग्जिस्ट का सही तरीके से निर्णय ले सकते है। टेक्निकल एनालिसिस आपको लॉग टर्म में निवेश करने में भी मददगार साबित होता है। वहीं शॉर्ट टर्म के लिए निवेश करने के लिए सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस का स्टडी कर सकते हैं। चलिए अब टेक्निकल एनालिसिस से जुड़े कुछ और भी basic के बारे में जान लेते है।

तकनीकी विश्लेषक का टूलबॉक्स - Technical Analyst's Toolbox

Technical Analysis Chart

बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट लाइन चार्ट या प्वाइंट एंड फिगर चार्ट इत्यादि तकनीकी विश्लेषक के टूल बॉक्स का हिस्सा हैं। चलिए इनके बारे में कुछ बेसिक जानकारी प्राप्त करते है।

बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट लाइन चार्ट या प्वाइंट एंड फिगर चार्ट इत्यादि तकनीकी विश्लेषक के टूल बॉक्स का हिस्सा हैं। चलिए इनके बारे में कुछ बेसिक जानकारी प्राप्त करते है।

Bar Chart

Bar Chart का प्रयोग किसी भी शेयर या स्टॉक के particular समय की मूवमेंट के लिए उपयोग किया जाता है यह किसी भी stock या commodity या forex share के कुछ समय के अवधि ( 15 minutes, 1 hours, 1 day इत्यादि।) का ओपनिंग, हाई, लो, और क्लोज को जानने के लिए प्रयोग किया जाता है। Technical Analysis बार चार्ट या किसी और तरह के चार्ट जैसे कि कैंडलस्टिक या लाइन चार्ट को शेयर कि प्राइस का मूवमेंट को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है।

Candlestick Chart

Candlestick chart भी एक तरह से बार चार्ट की तरह प्राइस कि मूवमेंट को दर्शाता है। इसमें भी stock या commodity या forex share के specific समय के अवधि ( 15 minutes, 1 hours, 4 hours इत्यादि।) का ओपनिंग, हाई, लो, और क्लोज (OHLC) को जानने के लिए प्रयोग किया जाता है। बार चार्ट में शेयर को बार के तरह दिखाया जाता है। वहीं candlestick chart में शेयर प्राइस को कैंडल के फार्म में दिखाया जाता है। कैंडल स्टिक चार्ट को समझना बार चार्ट या लाइन चार्ट इत्यादि से ज्यादा आसान है। Bullish Market में कैंडल को ग्रीन और bearish market में कैंडल को रेड से प्रदर्शित किया जाता है। कुछ सॉफ्टवेयर में bear को black candles और bullish को white candle से भी दर्शाया गया है लेकिन मतलब दोनों का एक ही होता है।

Line Chart

Line Chart, बार चार्ट और कैंडल स्टिक चार्ट से बिल्कुल भिन्न है। लाइन चार्ट में जैसे कि नाम में ही लाइन है तो इसमें आपको शेयर प्राइस कि मूवमेंट का आकलन करने के लिए एक लाइन कि तरह दर्शाया गया है। लाइन चार्ट को बार चार्ट और कैंडल स्टिक चार्ट की तरह आसानी से नहीं समझा जा सकता है। लाइन चार्ट के माध्यम से opening, high, low, close (OHLC) का आकलन कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है।

Point And Figure Chart

Point And Figure Chart बार चार्ट, कैंडल स्टिक चार्ट की तरह एक शेयर प्राइस का उतार चढ़ाव का आकलन करने की एक चार्टिंग तकनीक है। इस तकनीक को "Hoyle" नाम के राइटर ने अपनी बुक में 1898 को इंट्रोड्यूस किया था। इसलिए इसे एक old chart technique में शामिल किया गया है।
इस चार्ट टेक्नीक में zero और cross दो तरह के figure होते है। यहां zero को रेड यानी bearish market को दर्शाने के लिए उपयोग किया गया है। वहीं cross को ग्रीन यानी bullish market को दर्शाया गया है।

Basic Terminology Of Technical Analysis

Bull -

Bull का मतलब bullish होता है। स्टॉक मार्केट की भाषा में bull का मतलब शेयर बाजार की दिशा का मूवमेंट ऊपर जाने का होता है।

Bear-

Bear का मतलब bearish होता है। अगर शेयर मार्केट की दिशा आपको ऐसा लगता है कि नीचे की तरफ जाएगी तो यह स्टॉक मार्केट की भाषा में bearish कहलाता है।

Intraday -

Intraday ट्रेडर्स को बेसिकली day traders भी कहा जाता है। इसमें आपको मार्केट ओपन होने के बाद शेयर को खरीदना होता है और मार्केट के closed होने से पहले शेयर को sell करना होता है। यानी कि आज ही शेयर खरीदना और आज ही उसी शेयर को बेचना शेयर मार्केट में Intraday trading कहलाता है।

Swing Trading -

Swing trading का शेयर बाजार में मतलब यह है कि आज किसी भी स्टॉक को खरीदना और एक से ज्यादा लगभग 1 सप्ताह तक होल्ड करना और उसके बाद में sell कर देना स्टॉक मार्केट में स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है।

Postional Trading -

Postional trading का शेयर बाजार में मतलब यह है कि आज किसी भी स्टॉक को खरीदना और एक या जायदा से जायदा तीन महीनों तक होल्ड करना और उसके बाद में sell कर देना स्टॉक मार्केट में पोजिशनल ट्रेडिंग कहा जाता है।

Short Term Trading -

Short Term trading का शेयर बाजार में मतलब यह है कि आज किसी भी स्टॉक को खरीदना और तीन या जायदा से जायदा बारह महीनों तक होल्ड करना और उसके बाद में sell कर देना स्टॉक मार्केट में शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है।

Assumptions In Technical Analysis

1. बाजार की कीमत में हर चीज शामिल होती है-

इसमें ऐसा माना जाता है कि किसी भी स्टॉक से जुड़ी जानकारी या समाचार शेयर की कीमत में involve हो जाती है। उदाहरण के तौर पर किसी shareholder को ऐसी जानकारी प्राप्त होती है, कि अगले माह कंपनी का आने वाला नतीजा अच्छा होने वाला है। तो वह चुपचाप से उस शेयर को खरीद लेता है। लेकिन एक अच्छा टेक्निकल एनालिस्ट उसी जानकारी को शेयर की चाल चलन से समझ लेता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका असर शेयर की कीमत पर दिखने लगता है।

2. शेयर का प्राइस एक ट्रेंड पर चलता है-

Technical analysis में ऐसा assume किया गया है कि किसी भी स्टॉक के प्राइस ट्रेंड और पैटर्न के साथ उप और डाउन होता है। अगर आसान भाषा में समझें तो इसका मतलब यह हुआ कि टेक्निकल एनालिसिस में स्टॉक के price में तेजी और मनदी आने का कारण ट्रेंड और पैटर्न होता है।

3. बाजार की कीमत इतिहास दोहराती है-

Technical analysis में ऐसा माना जाता है कि शेयर अपनी बीते हुए चाल को दोबारा जरूर दोहराता है। यानी कि बीते समय में जहां से स्टॉक में तेजी आई थी शायद वर्तमान में भी स्टॉक की कीमत में उसी जगह से दोबारा उछाल आ सकता है। अगर बीते समय में बाजार में मंडी आई है तो ऐसा माना जाता है कि वर्तमान में भी बाजार कि कीमत में उसी जगह से दोबारा गिरावट आ सकती है।

ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार के भागीदार हैं ज्यादातर एक ही तरह की अपनी प्रतिक्रिया देते हैं। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि शेयर की कीमत अपनी चाल को दोबारा उसी तरह से चलता है जैसे उसने इतिहास में चला था।

आपने क्या सीखा

आज आपने इस लेख में टेक्निकल एनालिसिस के बारे में basic जानकारी प्राप्त की है। इस लेख में आपने पढ़ा कि टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है? टेक्निकल एनालिसिस में चार्ट कितने प्रकार के होते हैं और साथ ही टेक्निकल एनालिसिस करते समय क्या assume किया जाता है।

उम्मीद करता हूं कि आपको टेक्निकल एनालिसिस के बारे में समझ आया होगा। ऐसे ही टेक्निकल एनालिसिस सीखने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे।

स्टॉक चार्ट पढ़ने के लिए एक व्यापक गाइड

यदि आप नौसिखिए हैं, तो आप निश्चित रूप से इसे किसी प्रकार का मोर्स कोड मानेंगे जो चतुराई से विशेषज्ञों को डैश और लाइनों के साथ जानकारी देने के लिए रखा गया है। और, निश्चित रूप से, आप अपनी धारणा में गलत नहीं हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि स्टॉक चार्ट पढ़ने का एक सरल तरीका है।

यह पोस्ट आपके लिए समान है। पढ़ें और सबसे आसान लेकिन दिलचस्प तरीका खोजें जो आपको इन चार्टों के डेटा को समझने में मदद करेगा।

स्टॉक चार्ट से आप क्या समझ सकते हैं?

स्टॉक चार्ट का प्राथमिक उद्देश्य आपको यह समझने में मदद करना है कि स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए वर्तमान समय पर्याप्त है या नहीं। एक बात जो आपको ध्यान रखनी चाहिए वह यह है कि कहीं यह आपको यह नहीं बताता कि किन शेयरों में निवेश करना है।

एक बार जब आप इन चार्टों को पढ़ने की विधि समझ गए, तो आप ऐसे पहलुओं पर ध्यान देना शुरू कर देंगे जिन्हें आप अन्यथा टालते। इसके अलावा, के साथमंडी सूचकांक, आप पूरे बाजार की स्थिति का भी आकलन कर सकते हैं।

स्टॉक चार्ट पैटर्न कैसे पढ़ें?

स्टॉक चार्ट पैटर्न को पढ़ने का तरीका जानने के लिए, निष्कर्ष निकालने और चार्ट का विश्लेषण करने के लिए उपयोग की जाने वाली मूल बातें समझना आवश्यक है। ध्यान रखें कि नीचे दिए गए इन सभी पैटर्न का उपयोग फिगर और पॉइंट चार्ट के अलावा सभी चार्ट प्रकारों के लिए किया जा सकता है।

उलटा पैटर्न

ये पैटर्न दर्शाते हैं कि मौजूदा मूल्य आंदोलनों की प्रवृत्ति विपरीत दिशा में बढ़ रही है। इस प्रकार, यदि स्टॉक की कीमत बढ़ रही है, तो यह गिर जाएगी; और अगर कीमत बढ़ रही है, तो यह बढ़ेगी। दो आवश्यक उलट पैटर्न हैं:

सिर और कंधे का पैटर्न:

Head and Shoulders Pattern

यह एक तब बनाया जाता है जब स्टॉक चार्ट पर लगातार तीन तरंगें दिखाई देती हैं जैसा कि ऊपर की छवि में परिचालित किया गया है। वहां, आप देख सकते हैं कि मध्य तरंग दूसरों की तुलना में अधिक है, है ना? वही सिर के रूप में जाना जाता है। और, अन्य दो कंधे हैं।

डबल टॉप और डबल बॉटम्स

Double Tops and Double Bottoms

एक पर्याप्त अपट्रेंड के बाद एक डबल टॉप होता है। हालाँकि, तीन के बजाय, इसमें दो तरंगें शामिल हैं। पिछले पैटर्न के विपरीत, दोनों चोटियों पर कीमत समान है। एक डबल टॉप पैटर्न के संस्करण का उपयोग डाउनट्रेंड रिवर्सल को चिह्नित करने के लिए भी किया जा सकता है, जिसे डबल बॉटम पैटर्न के रूप में जाना जाता है। यह पैटर्न लगातार गिरती कीमतों का वर्णन करता है।

निरंतरता पैटर्न

ये पैटर्न इस बात की पुष्टि करते हैं कि पैटर्न के उभरने से पहले एक विशिष्ट स्टॉक चार्ट द्वारा दर्शाया गया रुझान भविष्य में भी जारी रहेगा। इसलिए, यदि कीमत अधिक हो रही थी, तो यह जारी रहेगी और इसके विपरीत। तीन सामान्य निरंतरता पैटर्न हैं:

त्रिभुज पैटर्न:

Triangle

एक त्रिभुज पैटर्न तब विकसित होता है जब चार्ट पर बॉटम्स और टॉप्स के बीच का अंतर घट रहा होता है। इसका परिणाम ट्रेंडिंग लाइन्स में होगा, यदि बॉटम्स और टॉप्स के लिए डाला जाता है, तो कनवर्जिंग, त्रिकोण को प्रकट करता है

आयत पैटर्न:

Rectangle Pattern

यह पैटर्न तब बनता है जब किसी शेयर की कीमत एक विशिष्ट के भीतर बढ़ रही होती हैश्रेणी. इस पैटर्न में, ऊपर जाने वाली प्रत्येक चाल एक समान शीर्ष पर समाप्त होती है और नीचे जाने वाली प्रत्येक चाल एक समान तल पर समाप्त होती है। इस प्रकार, लंबी अवधि के लिए बॉटम्स और टॉप्स में कोई विशेष परिवर्तन नहीं दिखता है।

झंडे और पेनेटेंट:

जबकि एक ध्वज की उपस्थिति प्रवृत्तियों की दो समानांतर रेखाओं के कारण होती है, जो नीचे और शीर्ष के समान दर से बढ़ने या घटने के कारण होती है; पताका बहुत कुछ त्रिभुजों की तरह है जो केवल अल्पकालिक प्रवृत्तियों की सलाह देते हैं। ये उपरोक्त दो निरंतरता पैटर्न के समान हैं। हालाँकि, आप उन्हें थोड़े समय के लिए ही नोटिस कर सकते हैं। आयतों और त्रिभुजों के विपरीत, आप इन्हें इंट्राडे चार्ट में देख सकते हैं, आमतौर पर अधिकतम एक सप्ताह या दस दिनों के लिए।

स्टॉक मार्केट चार्ट कैसे पढ़ें?

आइए अब आसान तरीके से शुरू करते हैं कि स्टॉक मार्केट चार्ट को कैसे पढ़ा जाए।

बार चार्ट पढ़ना

आरंभ करने के लिए, ग्राफ़ में मौजूद लाल और हरे रंग की लंबवत पट्टियों पर एक नज़र डालें। इस ऊर्ध्वाधर पट्टी के ऊपर और नीचे उस समय अवधि में, दाईं ओर प्रदर्शित उच्च और निम्न स्टॉक कीमतों को प्रदर्शित करता है।

मामले में, वास्तविक मूल्य के बजाय, आप मूल्य में प्रतिशत परिवर्तन देखना चाहेंगे, वह भी उपलब्ध होगा। इस स्थिति में, समय अंतराल 15 मिनट है। बार की लंबाई के साथ, आप समझ सकते हैं कि उस समय अंतराल में स्टॉक कितना आगे बढ़ गया है। यदि बार छोटा है, तो इसका मतलब है कि कीमत नहीं बढ़ी और इसके विपरीत।

यदि शुरुआत की तुलना में समय अंतराल के अंत में कीमत कम है, तो बार लाल हो जाएगा। या, अगर कीमत बढ़ती है, तो यह हरी पट्टी दिखाएगा। हालाँकि, यह रंग संयोजन तदनुसार बदल सकता है।

कैंडलस्टिक चार्ट पढ़ना

अब, इस चार्ट को देखकर, आयताकार सलाखों (भरे और खोखले) को आम तौर पर बॉडी कहा जाता है। बॉडी का टॉप क्लोजिंग प्राइस है, और बॉटम ओपनिंग प्राइस है। और, शरीर के नीचे और ऊपर चिपकी हुई रेखाओं को छाया, पूंछ या बत्ती के रूप में जाना जाता है।

वे एक अंतराल के दौरान कीमतों की उच्चतम और निम्नतम श्रेणी को दर्शाते हैं। यदि अंतराल पर अंत इसकी शुरुआती कीमत से अधिक है, तोमोमबत्ती खोखला होगा। अगर यह कम है, तो कैंडलस्टिक भर जाएगा।

ऊपर दिए गए इस चार्ट में, लाल और हरे रंग से संकेत मिलता है कि क्या स्टॉक ने पिछले अंतराल के पिछले व्यापार की तुलना में अंतराल व्यापार कम या अधिक शुरू किया है।

निष्कर्ष

अंततः, Graph Trading कैसे करें स्टॉक चार्ट को पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका अभ्यास करना है। अब जब आप मूल बातें समझ गए हैं, तो कोई भी निवेश करने से पहले अभ्यास करते रहें। एक बार जब आप इस कला में महारत हासिल कर लेते हैं, तो आपको किसी भी नुकसान से डरने की जरूरत नहीं है।

स्टॉक चार्ट कैसे पढ़ें: आइए बुनियादी बातों पर गौर करते हैं

स्टॉक चार्ट पढ़ें — Olymp Trade आधिकारिक ब्लॉग

ट्रेडिंग चार्ट ट्रेडर को असेट की कीमत में बदलाव पर नज़र बनाए रखने, नुकसान से बचने और सही ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करते हैं। प्रत्येक ग्राफ महत्वपूर्ण जानकारी की एक श्रृंखला है। इस जानकारी को सही ढंग से पढ़ना और विश्लेषण करना लाभदायक ट्रेड का एक अनिवार्य अंग है।

विषय-वस्तु:

अतिरिक्त विवरण और स्पष्टीकरण प्राप्त करने के लिए डैश युक्त नीला शब्द और चित्रों के ऊपर स्थित हरे बिंदु के साथ अंतर्क्रिया करें।

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स्टॉक चार्ट को कैसे पढ़ना है इसके सम्बन्ध में निवेशकों को जानकारी क्यों होनी चाहिए

भाव चार्ट किसी असेट की वर्तमान कीमत और समय के साथ परिवर्तन को दिखाते हैं। यह आपको किसी निश्चित समय पर किसी असेट की कीमत का पता लगाने और उनकी दिशा का पूर्वानुमान लगाते हुए भाव में उतार-चढ़ाव के सामान्य पैटर्न का अध्ययन करने में सक्षम बनाता है।

अपडेट दर प्लेटफ़ॉर्म की तकनीकी क्षमताओं और निश्चित असेट में ट्रेडिंग की तीव्रता पर निर्भर करती है। Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर, नियमत:, प्रति सेकंड 4 भाव तक को प्रदर्शित किए जाते हैं। समय सीमा एक निश्चित समय का अंतराल है जिसके दौरान भाव की गतिविधि की निगरानी की जाती है।

उदाहरण के लिए, Olymp Trade प्लेटफॉर्म 15 सेकंड, 1, 5, 15, 30 मिनट, 1 से 4 घंटे, 1 से 7 दिन और एक महीने तक की समय-सीमा का उपयोग करता है।

एक समय-सीमा का चयन कर, आप यह निर्धारित करते हैं कि आप किस भाव उतार-चढ़ाव के ट्रेंड में ट्रेड करते हैं - Graph Trading कैसे करें अल्पावधि, मध्यम-अवधि, या लम्बी-अवधि। कम समय सीमा के लिए, अल्पावधि ट्रेडिंग - स्काल्पिंग करना उपयुक्त होता है। धीमी वृद्धि में निवेश करने के लिए लंबी समय सीमा - दिन, सप्ताह या महीने अधिक उपयुक्त होती हैं। दिवसीय ट्रेडिंग - इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मिनटों और घंटों के अंतराल में समय सीमा अधिक Graph Trading कैसे करें उपयुक्त हैं।

चार्ट के कितने प्रकार मौजूद हैं?

भाव को ट्रैक करने के लिए कई प्रकार के चार्ट हैं। यहां चार सबसे लोकप्रिय प्रकार दिए गए हैं और ये सभी Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं।

लाइन चार्ट (एरिया चार्ट)

यह सबसे आसान तरीका है। यह किसी असेट की कीमत में उतार-चढ़ाव दिखाने वाला सबसे विस्तृत चार्ट है। यह लाइन चार्ट ट्रेडिंग के अंत में स्टॉक की कीमत को प्रदर्शित करता है।

एरिया चार्ट – Olymp Trade – 5.07.2022

कैंडलस्टिक चार्ट या जापानी कैंडलस्टिक्स

यह ग्राफ़ असेट की कीमत के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदर्शित करता है। ट्रेडर बंद करने, खोलने की लागत और असेट के अधिकतम और न्यूनतम कीमत को देख सकता है। Graph Trading कैसे करें बढ़ते कैंडल हरे रंग के होते हैं जबकि गिरते हुए कैंडल लाल रंग के होते हैं।

जब खरीदार कीमत को ऊपर पहुँचते हैं तो हरे कैंडल एक अपट्रेंड को इंगित करता है। शरीर की निचली अंश प्रारंभिक कीमत को दर्शाती है, और ऊपरी - समापन कीमत को। कैंडलस्टिक (विक्स) की ऊपरी और निचली छाया एक निश्चित अवधि के भीतर असेट की उच्चतम और निम्नतम कीमत को दिखाती है। इसके विपरीत लाल कैंडल में, शरीर की ऊपरी सीमा प्रारंभिक कीमत और निचली समापन कीमत को दर्शाती है।

कैंडलस्टिक चार्ट – Olymp Trade – 5.07.2022

हाइकेन आशी

यह एक औसत जापानी कैंडलस्टिक चार्ट की तरह दिखता है, लेकिन यह एक इंडिकेटर है। यह ट्रेंड विश्लेषण को सरल बनाता है, इस प्रकार असेट की कीमत के उतार-चढ़ाव की दिशा और वर्तमान ट्रेंड की ताकत को बेहतर ढंग से निर्धारित करने में मदद करता है। यह प्रारंभिक और समापन कीमतों और अधिकतम और न्यूनतम भावों के औसत से प्राप्त किया जाता है। इस प्रकार के चार्ट आपको बाज़ार के शोर-गुल को दूर करते हुए ट्रेंड को अधिक स्पष्ट रूप से ट्रैक करने में सक्षम बनाता है।

हाइकेन आशी – Olymp Trade – 5.07.2022

बार चार्ट।

हालांकि यह चार्ट जापानी कैंडलस्टिक्स की तुलना में अधिक जटिल नज़र आता है, लेकिन यह केवल दिखने में भिन्न है। किसी असेट की कीमत में परिवर्तन निर्धारित करने के लिए, आपको बगल पर हॉरिजॉन्टल रेखाओं को देखना होगा, जिन्हें "ईयर" कहा जाता है।

बार चार्ट – Olymp Trade – 5.07.2022

तकनीकी विश्लेषण कैसे एक ट्रेडर की मदद करता है

तकनीकी विश्लेषण का काम यहीं पर आता है। यह तीन अभिधारणाओं पर आधारित है:

  • कीमत पर सभी चीज़ों का प्रभाव पड़ता है। यह उन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए बनती है जो Graph Trading कैसे करें इसे प्रभावित कर सकते हैं (आर्थिक, राजनीतिक, मनोवैज्ञानिक, आदि)।
  • भावों में उतार-चढ़ाव एक विशिष्ट ट्रेंड के ढांचे के अंतर्गत होता है।
  • इतिहास की पुनरावृत्ति होती है। भावों के पिछले उतार-चढ़ाव के आधार पर, आप भविष्य की भविष्यवाणी कर सकते हैं।

आप ग्राफिकल या गणितीय टूल्स का उपयोग करके दो मुख्य तरीकों से स्टॉक चार्ट का विश्लेषण और पढ़ सकते हैं।

ग्राफिकल (चित्रात्मक) विश्लेषण

इस प्रकार के विश्लेषण में ड्राइंग टूल शामिल होते हैं, जैसे कि Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध साधन। उनकी मदद से आप कुछ महत्वपूर्ण ग्राफिक्स खुद बना सकते हैं।

ड्राइंग टूल्स – Olymp Trade – 5.07.2022

आप यहां ड्राइंग इंस्ट्रूमेंट्स पा सकते हैं।

आपको यहां इंडिकेटर टैब खोलने की आवश्यकता है।

ट्रेंडलाइन।

ट्रेंड लाइन पर ध्यान केंद्रित कर निवेशक यह निर्धारित कर पाता है कि असेट बढ़ रहा है या नहीं। यदि ट्रेंड लाइन में अपवर्ड ट्रेंड विद्यमान है, तो ट्रेंड सकारात्मक है। यदि रेखा नीचे चली जाती है, तो ट्रेंड नकारात्मक होती है। यदा-कदा, ट्रेंड रेखा एक हॉरिजॉन्टल सीधी रेखा की तरह दिख सकती है।

सपोर्ट और रेज़िस्टेंस।

ये असेट के अधिकतम और न्यूनतम कीमत के स्तरों की प्रतिबंधात्मक सीमाएं हैं। सपोर्ट स्तर वर्तमान मूल्य सीमा के नीचे होता है, और रेज़िस्टेंस स्तर शीर्ष पर अवस्थित होता है। इस अंतराल के भीतर कुछ समय के लिए भाव चल सकते हैं, और इस स्थिति को कभी-कभी फ्लैट (सपाट) कहा जाता है।

हालांकि, समय के साथ, कीमतें एक स्तर तक पहुंच जाती हैं (परीक्षण करती है) और फिर या तो पीछे हट जाती हैं (रिफ्लेक्ट होती हैं) या इस स्तर को पार कर जाती हैं। स्तर के टूटने से अक्सर अपट्रेंड या डाउनट्रेंड घटित होता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न और ग्राफिकल (चित्रात्मक) बनावट।

ये तकनीकी विश्लेषण के आंकड़े होते हैं जिन्हें भाव चार्ट पर प्लॉट (चित्रित) किया जा सकता है। प्रत्येक पैटर्न की अपनी विशेषताएं होती हैं और यह ट्रेंड की निरंतरता और इसके उलट होने का संकेत दे सकता है। डोजी, थ्री ब्लैक क्रोज़ और क्लाउड पैटर्न इसके अच्छे उदाहरण हैं।

हेड एंड Graph Trading कैसे करें शोल्डर, फ्लैग और डबल टॉप जैसे ग्राफिकल बनावट के पैटर्न आपको लंबी-अवधि के ट्रेंड की गणना करने में सक्षम बनाते हैं।

आप इस लेख में स्टॉक चार्ट पैटर्न को पढ़ने के तरीके के बारे में Olymp Trade ब्लॉग या सहायता केंद्र पर अधिक पढ़ सकते हैं।

गणितीय विश्लेषण में, हमारे पास फाइबोनाची साधन, इंडिकेटर और ऑसिलेटर उपलब्ध हैं।

गणितीय विश्लेषण

जटिल गणितीय गणनाओं के आधार पर भावों का विश्लेषण करते समय अधिक जटिल साधनों का भी उपयोग किया जाता है। तकनीकी विश्लेषण के साधन के कुछ उदाहरण फाइबोनाची स्तर और फाइबोनाची फैन हैं। उनकी सहायता से, आप उन संभावित स्तरों की गणना कर सकते हैं जिन पर मौजूदा ट्रेंड तेज होगा या उलट जाएगा। आप हमारे ब्लॉग पर एक विशेष लेख में इसके बारे में अधिक पढ़ सकते हैं।

इंडिकेटर गणितीय विश्लेषण साधन का एक और उदाहरण हैं। Olymp ट्रेड प्लेटफॉर्म के पास इंडिकेटर का एक विस्तृत संकलन है और उन्हें सेट-अप करने और उनका उपयोग करने के बारे में मूल्यवान सुझाव वहाँ उपलब्ध कराया गया है।

Trading View Tutorial in Hindi 2022

स्टाॅक मार्केट कि बात हो और TradingView in Hindi इसके बारे में चर्चा ना हो ऐसा हो सकता हैं क्या भला। मार्केट वालों कि Technical Chart और Trading करने कि सबसे पसंदीदा कोई Platform होगा तो वह Graph Trading कैसे करें हैं Trading View.

शेअर मार्केट का गणित समझना है, अगर आपको ट्रेंडिंग या इन्वेस्टमेंट करना है तो Chart, Analysis, Market Updates रखना काफी महत्वपूर्ण हो जाता हैं ऐसे में ज्यादातर मार्केट जानकार कोई प्लॅटफाॅर्म आज के समय इस्तमाल करते होंगे तो यह ट्रेडिंग व्हिव जो कि सबसे आसान, बहुत सारे फिचर्स से भरा, Clean & Easy Interface इसलिये यह आजकल काफी इस्तमाल हो रहा हैं।आज हम इसी प्लॅटफाॅर्म के बारे में विस्तार से जानेंगे।

TradingView in Hindi

TradingView Platform क्या हैं?

यह एक ट्रेंडिंग टुल प्लॅटफाॅर्म हैं जो कि ट्रेडिंग चार्ट, मार्केट आयडियाज, मार्केट न्युज के बारे में जानकारी देता है और यह इस्तमाल में सबसे आसान हैं।

इस ऐप के माध्यम से आप बहुत-सारे फिचर्स का इस्तमाल करके किसी भी स्टाॅक्स, इंडेक्स, करेंसी, इंडेक्स,फिचर, क्रिप्टोकरेंसी कि Analysis कर सकते हैं।

इस ऐप में आपको एक बड़ी Trader Community मिलेंगी जो कि अलग राय Ideas आपको जानने को मिलेंगे।

यह पर आपको भारत के साथ बाहर कि खबरें भी पढ़ने मिलेगी।

अगर आसान भाषा में TradingView Platform को कहा कहा जाये तो यह Beginner से लेकर Advance Trader कि इस्तमाल कि जानेवाली प्लॅटफाॅर्म हैं।

TradingView Account का इस्तमाल कैसे करें?

यह काफी आसान है कोई भी इसे 2 मिनट में अपना अकांउट बना सकता हैं इसके लिये आपको नीचे दिये गये स्टेप्स Graph Trading कैसे करें को फोलो करना होगा।

इसके लिये आपको गुगल प्ले स्टोर में जाना है और सर्च करना हैं TradingView आपको यह आप ऐप दिख जायेगी जिसके लगभग 50 Lakh से ज्यादा लोगों ने इंस्टॉल किया हुआ है और इसकी Rating लगभग 4.5 से भी ज्यादा हैं।

यह इंस्टॉल करने के बाद आपको इस Graph Trading कैसे करें Graph Trading कैसे करें ऐप को ओपन कर देना हैं यह करने के बाद आपको Left Bottam में प्रोफाईल का लोगों दिखेगा वहां पर जाना हैं।

प्रोफाईल को ओपन करने के बाद आपको Sign In के बहुत से ऑप्शन दिखाई पड़ेंगे जैसे कि गुगल , ट्विटर, लिंक्डइन, ऍपल, राहु इत्यादी। इसमें आपका जिसपर भी अकाउंट है उससे इसमें Sign In कर देना हैं या चाहे तो आप अपने ईमेल से लाॅगिन भी कर सकते हैं।

इसके बाद आपका अकाउंट ओपन हो जायेगा अब आप TradingView Login करने को तयार हो।

TradingView में कौन कौन से Features हैं?

अगर आप आज की बात करें तो यह Platform काफी लोकप्रिय बन गया है क्योंकि यह काफी सिंपल और समझने में आसान है और बहुत सारे फिचर्स है जो आपको दुसरे प्लॅटफाॅर्म पर नहीं मिलते। चलिये देखते हैं कौन कौन से Function हैं जो कि इसे दुसरो से Unique बनाते हैं।

  • प्रोफाईल ( TradingView Profile)

इसमें आपके अकाउंट कि सारी डिटेल्स मिलेंगी जहां पर आप आपकी प्रोफाइल इडिट कर सकते हैं। सेंटिंग में आपको भाषा, अलर्ट, डार्क थिम, वाचलिस्ट, चार्ट जैसे अनेकों ऑप्शन आप पसंद के अनुसार सेट कर सकते हों।

इसमें आप आपके फोलोवर्स, फोलोइंग, आपके प्बलिश आयडिया,रेप्युटेशन आदी दिखाई पड़ेंगे।

इसमें आपको Bonds, Futures, Indices, Stocks, Currencies, Crypto आदी विषय के Latest खबरों ‌को पढ़ने मिलेंगी जिसे पढ़कर आप हमेशा मार्केट में अपडेट रहेंगे। इसमें आप अलग अलग देश कि खबरें पड़ सकते हैं।

  • आयडियाज (TradingView Ideas)

यह फिचर काफी लोकप्रिय है इसमें इस कमुनिटी अनेक लोग के द्वारा Chart Ideas Share करते दिखेंगे जिसे‌ आप देख और पढ़ सकते हों। इसमें आपको Editor's Picks, Popular और Following जैसे कॅटेगिरी देखने को मिलेगी।

इस फंक्शन कि बात करें तो यह इस प्लॅटफाॅर्म कि सबसे बड़ा पार्ट है जिसके लिखें है जाना और पसंद किया जाता हैं।

इसमें आपको Real Time Chart देखने‌ को मिलेगा जो कि आपको दुसरे प्लॅटफाॅर्म से Smooth लगेगा, और इसमें Trading के लिये बहुत सारे Features दिये गये हैं जो कि अन्य कहीं भी दुसरे प्लॅटफाॅर्म पर आपको दिखाई नहीं पड़ेंगे।

अगर आप Share Market me Trading, Analysis करते हैं तो आपके लिये यह काफी कारगार हैं।

इसमें आप अलग प्रकार के इंडिकेटर्स, टाईमफ्रेम, अलर्टस, Trendlines ऐसी कई चीजें मिलेंगी।

  • वाचलिस्ट ( TradingView Watchlist)

इसमें आप अपने पसंद अनुसार अपने हिसाब से Stocks, Index को अपने वाचलिस्ट में जोड़ सकते हैं और अपने हि,अब से लिस्ट मैनेंज कर सकते हैं।

इसमें आप अलग-अलग प्रकार कि Watchlist को बना सकते हैं।

TradingView Chart in Hindi

अगर ट्रेडिंग व्हिव कि बात करे तो यह सबसे ज्यादा Chart देखने के लिये इस्तमाल किया जाता हैं और यह समझने में बहुत ही आसान हैं। इसमें आप अलग अलग प्रकार के

Indiactor Chart

Horizontal Vertical Lines

Parallel Lines

Fib Retracement, Fib Circles

Text, Arrow, Balloon

Short position,Long Position

Prize Range, Bars Pattern

ऐसे कईसारे ढेरों फंक्शन देखनें को मिलेंगे।

TradingView का Bank Nifty और Nifty 50 में इस्तमाल?

इस प्लॅटफाॅर्म का ज्यादातर इस्तमाल ट्रेडिंग करनेवाले करते हैं इस वजह से Index में Option Trading में Real Time Fast Data मिलने कि वजह से लोग इसे काफी पसंद करते हैं।

Tradeview Nifty 50 और Bank Nifty में Tradeline , Technical Chart Analysis में इस Platform में काफी आसानी होती है इसलिये यह काफी अच्छा हैं।

इसमें बिटकॉइन, गोल्ड के भी चार्ट अच्छी तरिके से देखें जा सकते हैं।

TradingView Paper Trading क्या हैं?

अगर आप मार्केट मे नये हैं और अगर आपको रिस्क नहीं लेना है लेकिन मार्केट को सिखना है तो इस प्लॅटफाॅर्म कि मदत से Paper Trading भी कर सकते जैसे आप सच में Real Time में करते हैं।

जैसे आप किसी ब्रोकर प्लॅटफाॅर्म पर ट्रेडिंग करते हो वैसे ही लगभग सेम लेकिन आपको सच में एक रुपयें भी रियल मनी नहीं लगना आप Virtual Money से यह कर पायेंगे और जब आप अच्छी तरह से इसे सिख जायेंगे तब आप अपने हिसाब से रियल यानी सच में ट्रेंड कर सकते हों।

आपने क्या सिखा?

इसमें आपने सिखा कि TradingView Platform Kya hai in hindi [ TradingView in Hindi] इसमें अकांउट कैसे खोले और इसके क्या क्या उपयोग हैं?

अगर आप खुद से ट्रेंडिंग या इन्वेस्टमेंट के लिये Research और Analysis करते हो तो यह काफी अच्छा हैं और आपको इसमें उसी रिलेटेड कमुनिटी से भी इंटरेक्शन करने का मौका मिलेगा और बहुत सारे Expert कि को आप फोलो करके आप इसके द्वारा बहुत कुछ सिख सकते हैं।

FAQ

Q1: ट्रेड्रिंग व्हिव क्या हैं?

Ans: यह एक ट्रेंडिंग टुल है जो कि आपको आयडियाज, न्युज और चार्ट के रिलेटेड काम में आता हैं.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

Soma Roy | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: May 14, 2021 | 10:32 PM

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.

3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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