क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें

इस मे आप कम से कम 100 रुपए जोड़ सकते है। और कम से कम 500 रुपए विथड्रा कर सकते है। पैसे जोड़ने की लिए मोबीवाईक वॉलेट, upi ऑप्शन उपलब्ध है। witdraw करते समय पर टर्जेक्शन 5 रुपए और इंस्टेंट विड्रा के लिए 10 रुपए देने होंगे। टेरेंडिंग फीस 0.2% है।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कैसे करें की जानकारी हिंदी में/Information on how to invest in crypto currency in Hindi
जैसा कि हम लोग जानते है की पुराने समय मे लोगो द्वारा वस्तु विनिमय पद्धति का इस्तेमाल आदान प्रदान के लिए किया जाता था जो अब कागज के नोटो व सिक्को ने ले ली है। और अब धीरे धीरे डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड , इवालेट ले रहे है। ये सभी इलेक्ट्रॉनिक पैसे क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें है।
डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इवॉलेट की तरह ही cryptocurrency है बस इस पर किसी सरकार या संघठन का अधिकार नहीं है जिससे फ्रॉड या स्कैम की आशंका बढ़ती है।
Cryptocurrrncy के बारे में संपूर्ण जानकारी
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल या आभासी करेंसी है जो सिर्फ देखी जा सकती है छूई नही जा सकती मतलब इसका कोई फिजिकल रूप नही होता केवल आभासी रूप होता है। इस पर किसी सरकार या संघठन का कोई नियंत्रण नहीं होता यह स्वतंत्र होती है।
यह क्रिप्टोग्राफी की सीधानत पर कार्य करती है। जिसमे क्रिप्टो कोड्स बनाए जाते है। जिसे सिर्फ वही व्यक्ति पढ़ सकता है। जिसके लिए यह बनाई जाती है। इसमें ट्रांजेक्शन स्कैम नही हो सकता।
Cryptocurrency भारत मे सही है या गलत
भारत मे crypto currency की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है । जिसे देखते हुए भारत सरकार व आरबीआई चिंतित है। क्यूकि क्रिप्टो करेंसी में बहुत उतार चढ़ाव रहता है जिससे फ्रॉड की आशंका बढ़ती है।
इसे ध्यान मे रखते हुए आरबीआई ने 2018 मे क्रिप्टो करेंसी को भारत में बंद कर दिया था । जिसे 2020 में हमारी माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इसे फिर से शुरू कर दिया।
सन 2020 में करोना वायरस की दस्तक हुई। बाद में lockdown लगा जिससे सभी के आय के श्रोत बंद हो गए और crypto currency का चलन और बढ़ा। और क्रिप्टो करेंसी प्रसिद्ध हो गई।
क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें?
ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.
- सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान
- अब अपना अकाउंट सुरक्षित तरीके से क्रिएट करें
- बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं
- वैल्यु वाली करेंसी में करें निवेश
- अलग-अलग डिजिटल करेंसी का रेट
क्रिप्टो करेंसी का भारत में भविष्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसे लेकर वित्त मंत्री ने बयान दिया है. Cryptocurrency in India: भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का चलन बढ़ रहा है. लोग इसमें अपना पैसा लगा रहे हैं, लेकिन भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या होगा. इसे लेकर अभी बहुत कुछ साफ़ नहीं है, लेकिन ये तय है कि सरकार इसके पक्ष में नहीं है.
क्रिप्टो करेंसी का फ्यूचर क्या क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में क्रिप्टो निवेशकों की अच्छी खासी तादाद है और यह लगातार आगे बढ़ रही है। यही वजह है कि सरकार भी इसे लेकर नियामक लाने का मन बना रही है। हालांकि, नियामक को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया जा सका है। लेकिन ऐसी संभावना है कि सरकार शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नियामक ला सकती है।
क्रिप्टो बाजार नीचे क्यों है?
इसे सुनेंरोकेंबिटकॉइन पिछले साल की निचले स्तर के करीब बिटकॉइन पिछले साल मतलब 2021 के अपने निचले स्तर के काफी करीब है. इस कॉइन ने सितंबर 2021 के निम्नतम स्तर को तोड़ दिया है और फिलहाल अगस्त 2021 के 37,400 डॉलर के स्तर के काफी करीब पहुंच गया है. उससे पहले जून-जुलाई 2021 में बिटकॉइन गिरकर क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें 29,000 US डॉलर के नीचे ट्रेड कर रहा था.
शीबा इनु क्यों गिर रहा है?
इसे सुनेंरोकेंविस्तार 2022 की शुरुआत के साथ शुरू हुई क्रिप्टो बाजार में गिरावट का असर दुनिया की 10 सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी में से एक शीबा इनु पर भी पड़ा है। एक-दो दिनों की तेजी को छोड़ दें तो बाकी दिनों में इसका दाम गिरा ही है। आज मंगलवार को भी Shiba Inu Coin (SHIB) में गिरावट आई।
इसे सुनेंरोकेंअन्य डिजिटल मुद्राओं ईथर और मीम को भी ज्यादा नहीं तो इतना ही नुकसान तो हुआ ही है। रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर में पीक से नीचे आने के बाद से इसकी मार्केट वैल्यू 600 अरब डॉलर से ज्यादा घट चुकी है। वहीं पूरे क्रिप्टो बाजार की बात करें तो मार्केट वैल्यू को 1 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
Crypto Currency: क्रिप्टो करेंसी क्या है, इसे कहां से खरीदें?
Crypto Currency पर ज्यादा रिटर्न मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए है, ऐसे में निवेशकों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है
- क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क पर आधारित डिजिटल मुद्रा है, जिसका डिस्ट्रीब्यूशन कंप्यूटरों के एक विशाल नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है.
- कंप्यूटर नेटवर्क और ब्लॉकचेन पर आधारित यह विकेंद्रीकृत संरचना क्रिप्टो करेंसी को सरकारों और किसी भी वित्तीय नियंत्रण से बाहर रखती है.
- क्रिप्टो करेंसी के बारे वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लॉकचेन पर आधारित इस तकनीक के कारण दुनिया भर में फाइनेंशियल और कानूनी पेचीदगियां पैदा होंगी.
- क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह अन्य परंपरागत मुद्राओं के मुकाबले में बेहद सस्ता और तेज मनी ट्रांसफर है.
- क्रिप्टो करेंसी का सिस्टम डिसेंट्रलाइज होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसी एक जगह से इस मुद्रा पर नेगेटिव असर नहीं होगा.
- क्रिप्टो करेंसी की कुछ मुश्किलें भी हैं, जिनमें कीमत में होने वाला उतार-चढ़ाव, माइनिंग के लिए ऊर्जा की ज्यादा खपत और इसका आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल है.
Crypto currency एक्सचेंज या इन्वेसमेंट कैसे करे।
क्रिप्टो करेंसी में इन्वेसमेंट के लिए आपको क्रिप्टो इवालेट की जरूरी पड़ेगी जिससे आप क्रिप्टो करेंसी को खरीद व बच पावोगय। भारत ने क्रिप्टो करेंसी मे इन्वेसमेंट के लिए निम्न ऐप्स और क्रिप्टो इवॉलेट उपलब्ध है।
1.Coin dcx pro ऐप
Coin dcx ऐप का उपयोग करके आप क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज कर सकते हो। इसके लिए आपको नीचे दिए गए डाउनलोड नाउ बॉटम पर क्लिक कर ऐप डाउनलोड करना है। उसके बाद पैन कार्ड व आधार कार्ड से kyc करनी होगी।
अब आपको coindcx वॉलेट मे पैसे जोड़ने होंगे आप mobiwik वॉलेट, नेट बैंकिंग और यूपीआई के जरिए पड़े जोड़ सकते है। अब आपको कोई भी क्रिप्टो coin खरीदना है जो आपको पैसे कमाकर दे। आप इन्वेस्ट किए गए पैसे को " my portfolio" में देख सकते है। इसमें विटद्रा चार्ज नही है। ट्रेंडिंग फीस 0.2% है।
2. Wazirax ऐप से
इस ऐप में भी आप crypto एक्सचेंज कर सकते है। इसमें भी आप निचे दिए गए डाउनलोड नाउ बॉटम पर क्लिक करके वजीरेक्स ऐप डाउनलोड करे और wazirax वॉलेट मे पैसे जोड़े आपको 100 पैसे जोड़ने के लिए आपको 101.77 रुपए पे करने होंगे। और आप crypto एक्सचेंज कर पाएंगे।
crypto currency का इतिहास
जब भी क्रिप्टो करेंसी की बात आती है तो हम बिटकॉइन को कैसे भुल सकते है। क्यूकि बिटकॉइन ही पहली crypto currency थी।
बिटकॉइन सन 2009 मे अस्तित्व मे आई और बहुत तेजी से अपनी कीमत बढ़ाई। 2017 मे बिटकॉइन की कीमत $ 1000 से बढ़कर $ 19000 तक बढ़ गई।
उसके बाद litcoin, ethirium अस्तित्व मे आई। Litecoin 2011 मे अस्तित्व में आई जिसकी अच्छी बात यह है की इसके ट्रेक्शन तेज गति से होती है।
crypto currency के फेमस होने के कारण
1. मानव हस्तचेप से दूर
हम crypto currency के काम मे हस्तचेप नही कर सकते है। जिसे फिजिकल पैसे मे नकली नोट और काला धन जैसी कमिया नही हो सकती है। इस कारण यह मानव हस्तचैप से बहुत दूर है। इससे इसकी पॉपुलैरिटी बढ़ती है।
2. सुरक्षित इंटरफेस
एक्सपर्ट्स का मानना है की क्रिप्टो करेंसी और ब्लॉक चैन हो क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें हैक करना इंपॉसिबल है। क्यू कि इसका डाटा हर पल बदलता रहता है इसलिए यह एक सुरक्षित इंटरफेस प्रदान करता है।
3. आसान उपयोग
इसका उपयोग करना आसन होता है। क्यू कि इसके कट स्टॉक्स की तरह इंटरनेशनल मार्केट मे चेंज होती रहती है । जिससे इसका उपयोग आसन होता है।
4. ट्रेक्शन की स्पीड
इसमें ट्रेक्शन की स्पीड हवा व बिजली की गाते से भी तेज होती है जिससे सभी कार्य सुगमता से पूरे हो जाते है और समय की भी बचत होती है ।
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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?क्रिप्टो करेंसी को कैसे यूज़ करें
इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.
कौन कर सकता है ट्रेडिंग?
ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.
यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.