NFT क्या है

NFT क्या है? एनएफटी कैसे काम करता है सम्पूर्ण जानकारी
दोस्तों अपने भी कभी न कभी NFT शब्द जरूर सुना होगा और आपके मन में भी इसके बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ी होंगी तभी आप आज इस पोस्ट NFT क्या है पर पहुँच हों आपको बता दे की NFT का फुल फॉर्म Non Fungible Tokens होता है,
एनएफटी का नाम भी उतने ही तेजी के साथ बढ़ा है जितना तेजी से क्रिप्टो करेंसी का का नाम बढ़ा था Cryptocurrency का चलन तो अभी भी बहुत चल रहा है,लेकिन इसके साथ ही NFT भी बहुत फैमस हों रहा है,और आज के समय में बहुत सारे लोग एनएफटी का उपयोग कर बहुत सारे पैसे भी कमा रहे है,
अगर आपको भी NFT ( Non Fungible Thoken ) के बारे में जानना है आपको जानना है की NFT Kya Hai, NFT Kaise Kam Karta Hai तो आप इस ब्लॉग पोस्ट को ध्यान से पढ़े और एनएफटी की सम्पूर्ण जानकारी सरल तरीके से सरल भाषा में ले तो चलिए शुरू करते है|
NFT क्या है? ( What Is NFT In Hindi )
NFT यानी Non Fungible Thoken एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन है, यह टोकन एक यूनिक चीज को दर्शाता है, आपके या किसी व्यक्ति के पास NFT का होना यह दर्शाता हैं की आपके या उस व्यक्ति के पास कोई यूनिक या एंटीक डिजिटल आर्ट वर्क है जो इस दुनिया में किसी के पास भी नहीं है
NFT Jankari In Hindi |
एनएफटी एक यूनिक टोकन होते है जो आपकी डिजिटल संपत्ति की वेल्यू को दर्शातें है,
बिटकॉइन की तरह ही एनएफटी क्रिप्टो टोकन है, NFT Token डिजिटल संपत्ति जैसे म्यूजिक, डिजिटल आर्ट, टीवी शो, फ़िल्म, गेम या आपको किसी कलेक्शन के लिए मिल सकता है
इसका हर टोकन अपने आप में यूनिक होता है, जिसकी एकमात्र कॉपी सिर्फ आपके पास ही होती है,जिसे आप जरुरत पड़ने पर अपनी कीमत पर बेच सकते हों इसी लिए एनएफटी ने पेंटिग के दुनिया के लोगों या कलाकारों को एक नई राह दिखाई है,
यानी ऐसा कोई आर्टवर्क, गेम, फिल्म आदि जिसकी एकमात्र कॉपी हों उसे NFT कर डिजिटल टोकन जारी किया जाता है , और पैसे कमाए जाते है |
एनएफटी फुल फॉर्म ( NFT Full Form in Hindi )
NFT Full Form- Non Fungible Token यानी अपूरणीय टोकन |
एनएफटी कैसे काम करता है?
मौजूदा समय में एनएफटी एक ही ब्लॉकचेंन एथेरियम ब्लॉकचैन पर मौजूद है यह एक क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफार्म है, हर एक NFT अविनाशीय है तथा इसे दोहराया नहीं जा सकता
Non Fungible Token भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी से बनता है, यह एक सार्वजानिक बही खाता के रूप में कार्य करता है, जो लेनदेन का रिकॉड रखने के काम आता है, क्योंकि ब्लॉकचैन डिजिटल तोर पर डिजिटल जानकारी को रिकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूटकरने की अनुमति देता है.
ब्लॉकचेंन को DLT यानी डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी के रूप में भी जाना जाता है, ब्लॉकचैन लेन देन का ऐसा रिकॉर्ड है, जिसे न हटाया, न बदला और नहीं नष्ट किया जा सकता है.
इस एथेरियम ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग न केवल क्रिप्टोकरेंसी बल्कि और कामों के लिए भी किया जाता हैं जैसे NFT जैसे डिजिटल एसेट की खरीदी और बिक्री भी इसी टेक्नोलॉजी के द्वारा की जाती है जिसे एथेरियम ब्लॉकचैन कहाँ जाता है.
NFT डिजिटल तौर पर दुनिया में मूर्त,अमूर्त दोनों वस्तुओं को रिप्रजेट करता है जिसमें कुछ चिजे जैसे आर्ट, विडियो, फिल्म, GIF, मैसेज, ट्वीट आदि है.
उदाहरण - आसान भाषा में समझें तो NFT आर्ट, विडियो आदि बहुत सारी डिजिटल एसेटस को खरीदने और बेचने का माध्यम है,
मान लीजिए अर्जित सिंह ने एक नया गाना बनाया है,जो अभी तक रिलीज नहीं हुवा और वो गाना एक ही है, तो आप उसे NFT के माध्यम से खरीद सकते हों अब उस गाने की एक ही कॉपी है जो है आपके पास तो आप उसे भविष्य में अच्छी कीमत में बेच सकते हों तो कुछ इस तरह आप NFT के जरीये इन्वेस्टमेंट कर अच्छे पैसे कमा सकते हों|
NFT का उपयोग क्यों किया जाता है
एनएफटी यानी Non Fungible Token का उपयोग डिजिटल दुनिया में एक अलग ही चीज जैसे ओडियो, विडियो, GIF, पेंटिग मैसेज, सांग, आदि को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है|
Crypto Currency और NFT में क्या समानता है?
देखा जाये तो Crypto Currency और NFT दोनों ही अलग - अलग है लेकिन इनमें एक समानता यह है की दोनों को ही Blockchain Technology द्वारा बनाया गया है क्योंकि ब्लॉकचैन डिजिटल तोर पर डिजिटल जानकारी को रिकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूटकरने की अनुमति देता है|
NFT और क्रिप्टोकरेंसी में अंतर
Non Fungible Token और Crypto Currency में सबसे बड़ा अंतर यह है की NFT जो है नॉन फंजीबल एसेट है जबकि क्रिप्टोकरेंसी फंजीबल एसेट है |
अपना NFT कैसे बनाएंगे जानिए
अपना एनएफटी तैयार करने के लिए आपके पास सबसे पहले एक ऑनलाइन वॉलेट होना चाहिए नहीं है तो आपको क्रिएट करना होगा क्योंकि इसी वॉलेट में आपकी NFTs होल्ड या रखी जाएगी क्रिप्टो एसेटस को वॉलेट में स्टोर किया जाता है तथा वॉलेट को ' प्राइवेट ' की मदद स एक्सेस किया जाता है, यह जो प्राइवेट होता है वो किसी सुपर सिक्योंर पासवर्ड की तरह काम करता है, तथा इसके बिना NFT ऑनर टोकन एक्सेस नहीं कर सकते इस वॉलेट को आपको मेटामाक्स जैसी किसी सर्विस से लिंक करना होता है तथा जिसके बाद आप अपनी NFTs क्रिएट यानी बना सकते हों |
NFT पर क्या क्या बेचा जा सकता है?
- पेंटिग
- इमेज
- GIF
- विडियो
- Logo
- 3D आर्ट. और भी बहुत कुछ
NFT कैसे काम करता है जानिए?
किसी भी डिजिटल आर्ट को जब NFT में बदला जाता है, तो उस आर्ट का आपको एक यूनिक नबर दिया जाता है जो यह बताता है की इस प्रकार की आर्ट इस दुनिया में केवल एक है जो आपके पास है और आप ही उसके असली मालिक हों यानी की आपके आर्ट को एक Fungible Token में बदल गया.
NFT क्रिएट करते समय आपको और भी बहुत सारे ऑप्शन मिल जाते है, जिसमें आप अपना अलग सेल कमीशन सलेक्ट कर सकते हों.
इसका मतलब जितनी भी बार NFT एक सब ऑनर से दूसरे सब ऑनर के पास सेल होंगी आपको उसका कुछ कमीशन मिलता रहेगा क्योंकि आप उस NFT के जन्मदाता यानी असली मालिक हों |
NFT फ्री में कैसे बनाये
फ्री में एनएफटी यानी Non Fungible Token बनाने के लिए तथा उन्हें खरीदने बेचने के लिए कई प्लेटफार्म मौजूद है आप चाहो NFT क्या है तो निचे दिये प्लेटफार्म का यूज़ कर सकते हों
Metamask- सबसे पहले आपको मेटामास्क पर एक डिजिटल वॉलेट बनाना होगा इसमें डिजिटल वॉलेट बनाने की जानकारी आपको यूट्यूब में मिल जायेगी.
जिसके बाद आपको Mintable की जिसमें आपको अकाउंट बनाना होगा तथा यहाँ आपसे एक डिजिटल वॉलेट जोड़ने को कहाँ जायेगा इस लिए आपको सबसे पहले Metamask में डिजिटल वॉलेट खोलना है जिसके बाद ही mintable में अकाउंट बनाना है, और अपनी NFT क्रिएट करनी है |
NFT भारत में
बात NFT क्या है करें भारत में एनएफटी के बारे में तो धीरे - धीरे भारत में भी NFT लोगो का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रही है क्योंकि भारतीय मूल के नागरिक विग्नेश सुदरेंशन ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी से बिजनेस करते है, और माना जा रहा है की बॉलीवुड के अभिनेता अमिताभ बच्चन, सलमान खान और टीम इंडिया के विकेट कीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भी NFT बनाने की पहल की है और ऐसा भी माना जा रहा है की भारत के लोगो तक NFT को पहुंचाने वाली पहली कंपनी क्रिप्टो एक्सचेंज बनेगी |
NFTs की दुनिया: पेटिंग्स से Memes तक के बिक रहे डिजिटल वर्जन, आखिर क्या होते हैं ये टोकन?
Non-Fungible Tokens : NFT एक तरीके के डिजिटल टोकन होते हैं, जिन्हें असली चीजों यानी कि किसी पेंटिंग, गेम, म्यूजिक एलबम, मीम, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है. कोई क्रिएटिव शख्स अपने स्किल को NFT के जरिए मॉनेटाइज़ करके बेच सकता है.
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डिजिटल NFT क्या है स्पेस में NFTs (Non-Fungible Tokens) का नया क्रेज शुरू हुआ है. NFT नई जेनरेशन के लिए काफी दिलचस्प चीज है, क्योंकि इसमें क्रिप्टोकरेंसी, वर्चुअल रिएलिटी और सोशल मीडिया का क्रेज जुड़ा हुआ है. NFT के जरिए बड़े-बड़े अरबपतियों ने भी लाखों डॉलर के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में लगाए हैं. लेकिन NFT तो बस डिजिटल स्पेस में ही होते हैं. इनको आप इंटरनेट पर देख तो सकते हैं, लेकिन छू नहीं सकते, फिर ऐसी चीज के लिए इतने पैसे क्यों खर्च NFT क्या है किए जा रहे हैं? ऐसा भी नहीं है कि कुछ डिजिटल असेट को देखने के लिए लोगों को पैसे चुकाने हैं, वो चीजें आसानी से इंटरनेट पर सर्च करके देखी जा सकती हैं, फिर भी उन्हें खरीद कौन और क्यों रहा है? आइए समझते हैं.
NFT क्या है?
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NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन एक तरह की डिजिटल संपत्ति या डेटा होता है, जो ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड होता है. NFT एक तरीके के डिजिटल टोकन होते हैं, जिन्हें असली चीजों यानी कि किसी पेंटिंग, गेम, म्यूजिक एलबम, मीम, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है. कोई क्रिएटिव शख्स अपने स्किल को NFT के जरिए मॉनेटाइज़ करके बेच सकता है. इन डिजिटल संपत्तियों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए बेचा और खरीदा जाता है, क्योंकि इनका एन्क्रिप्शन भी वैसे ही सॉफ्टवेयर के साथ होता है.
आपको जानकर शायद हैरानी हो कि NFT साल 2014 से अस्तित्व में हैं. हालांकि, पिछले कुछ वक्त में Ethereum और Tezos जैसे ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म ने ट्रांजैक्शन के लिए आ रहे डिजिटल असेट्स के खरेपन को लेकर कुछ पैमाने तय किए हैं, जिसके बाद NFT में निवेश बढ़ा है.
NFT यूनीक क्यों है?
कोई भी क्रिएशन अगर डिजिटल है, यानी इंटरनेट पर है, तो हो सकता है कि उसकी कुछ कॉपीज़ भी इंटरनेट पर हों. लेकिन NFT यूनीक होते हैं, क्योंकि उनका एक यूनीक आईडी कोड होता है. जैसे कि कहा जाता है कि दो अंगूठों के छाप एक जैसे नहीं होते हैं, वैसे ही दो NFT मैच नहीं कर सकते. हर NFT की आईडी यूनीक होती है, इससे फर्जी NFT के बिकने की शंका कम हो जाती है. जब कोई NFT खरीदता है, तो उसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से लैस सुरक्षित सर्टिफिकेट मिलता है.
बता दें कि किसी भी चीज को NFT में बदला जा सकता है और इसे बेच सकता है. चाहे वो कोई पेंटिंग हो, मीम हो या फिर कोई फनी सा वीडियो ही क्यों न हो.
पिछले कुछ वक्त में इन बड़ी NFT सेल्स ने खींचा है ध्यान
हाल ही में, साल 2015 का एक मीम फिर से वायरल हो रहा था. यह NFT के रूप में 38 लाख रुपये में बिका. इस मीम में एक पाकिस्तानी शख्स ने अपने दोस्त के साथ दोस्ती खत्म होने को लेकर जोक बनाया था. इस मीम को बनाने वाले मुहम्मद आसिफ रज़ा राना और उनके दोस्त मुदस्सिर पर बने इस मीम से उन्हें खूब फायदा हुआ और वो सुर्खियों में भी रहे.
हाल ही में एक ग्रे रंग के पत्थर की एक पेंटिंग NFT के तौर पर लगभग 75 लाख में बिकी है. यह एक डिजिटल पेंटिंग हैं, जिसमें एक बड़ा सा ग्रे रंग का पत्थर है, बस. इस साल जुलाई में ‘Super Mario 64' वीडियो गेम का एक कार्टरिज एक नीलामी में 11.58 करोड़ रुपये में बिका.
यहां तक कि Twitter के CEO जैक डॉर्सी का पहला ट्वीट एक NFT के तौर पर मिला. यूएस की कंपनी Cent के जरिए Valuables नाम के एक प्लेटफॉर्म पर बिके इस ट्वीट के लिए उन्हें लगभग 20 करोड़ रुपये मिले. उन्होंने यह ट्वीट 21 मार्च, 2006 को किया था, जो इस साल 22 मार्च को NFT के तौर पर बिक गया.
यहां तक कि Beeple नाम से जाने जाने वाले एक डिजिटल आर्टिस्ट ने अपना एक jpeg फाइल लगभग 512 करोड़ में बेचा.
NFTs जरूरी क्यों हैं?
NFTs के समर्थकों के मुताबिक, ये इसलिए बहुत अहम हैं क्योंकि सबसे पहले तो ये किसी भी असेट के मालिकाना हक को एक ही व्यक्ति तक सीमित रखता है. दूसरे, ब्लॉकचेन टेक्नीक पर काम कर रहे इन डिजिटल असेट्स को बस एक ही शख्स होल्ड और एक्सेस कर सकता है. आर्टिस्ट्स के लिए यह बड़ी मदद साबित हो सकता है. वो अपने वर्क को NFT के जरिए मॉनेटाइज कर सकते हैं और अगर उनका क्रिएशन कहीं और बिकता है तो उन्हें इसपर रॉयल्टी भी मिलेगी.
क्या आप क्रिप्टोकरेंसी के जरिए NFT खरीद सकते हैं?
बहुत सारे मार्केटप्लेस हैं, जहां इथीरियम में पेमेंट होता है. हालांकि ये NFT बेच रहे शख्स पर निर्भर करता है कि वो किसी करेंसी में पेमेंट चाहता है.
अब आखिर में हम आपको यह भी बता दें कि NFTs को जेनरेट करने में बहुत ज्यादा बिजली खर्च होती है क्योंकि ये भी क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही ब्लॉकचेन पर काम करते हैं और इनके जेनरेशन में ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं, जो क्लाइमेंट के लिए अच्छी नहीं होतीं.
एक और कमी जो है, वो ये कि जरूरी नहीं है कि आपको बहुत आराम से कोई अच्छी डील मिल जाए. हो सकता है कि कहीं किसी चीज को खरीदने के चक्कर में आप ज्यादा NFT क्या है पैसे लगा दें. अगर एक सेलर यानी विक्रेता के नजरिए से सोचें तो जब NFT का हाइप फेड होगा, तो प्रॉफिट कमाने में दिक्कत आएगी, क्योंकि उस वक्त हर कोई प्रॉफिट ही कमाने की कोशिश कर रहा होगा.
Non Fungible Tokens: क्या हैं नॉन फंजिबल टोकन, कैसे काम करते हैं NFT? यहां जानिए सबकुछ
आजकल मार्केट में NFT का नाम काफी चर्चा में है। इसका चलन भारत में काफी तेजी से बढ़ रहा है। NFT का चलन पिछले कुछ दिनों से भारत में उतनी ही तेजी से बढ़ा है, जितनी तेजी से क्रिप्टोकरेंसी। NFT क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इस साल सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये इस कदर चर्चा में रहा कि गूगल ट्रेंड्स के डाटा के अनुसार, सर्च के मामले में NFT ने Crypto को भी पछाड़ दिया है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये आंकड़ा ग्लोबल है। इसका मतलब, NFT सिर्फ कुछ देशों में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल स्तर पर चर्चा का NFT क्या है विषय रहा। आजकल के डिजिटलाइजेशन के समय में इसका नाम तेजी से लिया जा रहा है। ऐसे में डिजिटलाइजेशन के इस दौर में अगर आप अभी तक NFT के बारे में नहीं जानते, तो जानना जरूरी है। चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं NFT क्या है और ये कैसे काम करता है।
NFT क्या है?
वर्तमान समय में दुनिया डिजिटाइजेशन की ओर बहुत तेजी से बढ़ रही है | इसके साथ ही बिटकॉइन, एथेरियम आदि जैसी विभिन्न प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है | इसी बीच पिछले कुछ दिनों से बीच एनएफटी (NFT) का नाम कुछ ज्यादा ही चर्चा में चल रहा है | दरअसल यह एक नॉन-फंजिबल टोकन है, जिसे आप क्रिप्टोग्राफिक टोकन भी कह सकते है | एनएफटी एक प्रकार की डिजिटल संपत्ति है, जिसने इसी वर्ष मार्च में एनएफटी कलाकृतियों के लाखों डॉलर में बिकने के बाद लोकप्रियता हासिल की।
बाद में, किंग्स ऑफ लियोन रॉक ग्रुप जैसे संगीतकारों ने भी उन्हें अपने नवीनतम एलबम के लिए अपनाया। हालाँकि अर्थशास्त्रियों का मानना है कि भले ही इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है लेकिन यह सब एक बुलबुला है, जो जल्द ही फट जाएगा। NFT क्या है ? यदि आपको इसके बारें में जानकारी नहीं है, तो आपको यहाँ NFT का फुल फॉर्म और एनएफटी कैसे काम करता है ? इसके बारें में पूरी जानकारी दी जा रही है |
एनएफटीका फुल फॉर्म (NFT Full Form)
Table of Contents
NFT का फुल NFT क्या है फॉर्म “Non Fungible Token (नॉन-फंजिबल टोकन)” होता है | यह प्रकार का डिजिटल टोकन होता है,जिसे डिजिटल मार्केटप्लेस में बड़ी सरलता से खरीदा या बेचा जा सकता है | यदि आप इसका उपयोग करना चाहते है, तो आप इसे डिजिटल असेट्स या सामानों के लिए कर सकते है | नॉन-फंजिबल टोकनको स्टैंडर्ड और ट्रेडिशनल एक्सचेंजेज में ट्रेड नहीं किया जा सकता है।
एनएफटी का क्या मतलब होता है
नॉन-फंजिबल टोकन अर्थात एनएफटी को पहली बार मई 2014 में केविन मैककॉय (Kevin McCoy) और अनिल दास (Anil Dash) द्वारा बनाया गया था | यह इथेरियम (Ethereum) ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के सिद्धांत पर कार्य करता है। कोई ऐसी तकनीकी आर्ट जिसके बारे में यह दावा किया जाता है, कि वह यूनिक है और साथ ही यह स्थापित किया जाता है, कि उसका ओनर्स राइट किसी स्पेसिफिक परसन के पास है, तो उसे नॉन-फंजिबल टोकन या एनएफटी कहा जाता है।
एनएफटी एक प्रकार के यूनिक टोकन्स होते हैं अर्थात यह डिजिटल असेट्स होते हैं, जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। उदाहरण के लिए आप 10 रुपये के नोट को 5 रुपये के दो नोटों में बदल सकते हैं और इसका मूल्य समान होगा। नॉन-फंजिबल टोकनमें अद्वितीय गुण होते हैं, यह एक घर या एक पेंटिंग हो सकती है |
जिसमें अद्वितीय गुणऔर विशेषताएं हों, आप मूल पेंटिंग का फोटो या प्रिंटआउट ले सकते हैं, लेकिन केवल एक ही मूल पेंटिंग होगी । आज की इस डिजिटल दुनिया में एनएफटी एक तरह की संपत्ति की गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। किसी भी संपत्ति या टुकड़े की तरह, एनएफटी को खरीदा और बेचा जा सकता है। हालांकि, इसकी बिक्री और खरीद डिजिटल रूप से होती है।
एनएफटी कैसे काम करते हैं (How do NFTs work) ?
नॉन-फंजिबल टोकन एनएफटी का उपयोग डिजिटल संपत्ति या सामानों के लिए किया जा सकता है | सभी उपलब्ध एनएफटी के पास एक अद्वितीय डिजिटल हस्ताक्षर है। मुख्य रूप से यह देखा गया है, कि एनएफटी को क्रिप्टोक्यूरेंसी ईथर के साथ या डॉलर में खरीदा जाता है। एक ब्लॉकचेन एनएफटी के लिए हुए लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है। इंटरनेट पर उपलब्ध डिजिटल वस्तुओं जैसे छवियों, वीडियो, संगीत, टेक्स्ट और यहां तक कि ट्वीट्स को एक अनूठी प्रक्रिया के माध्यम से एनएफटी में बदला जा सकता है।
डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कलाकृति और अन्य संपत्तियों को इसके रचनाकारों द्वारा टोकन किया जा सकता है। वह इसे एक अद्वितीय डिजिटल प्रमाणपत्र और स्वामित्व के NFT क्या है हस्ताक्षर बनाकर करते हैं, इसलिए एनएफटी बनाते हैं और बाद में वह इसे डिजिटल रूप से बेचते हैं।
उदाहरण के रूप में, यदि आपके पास कोई यूनिक पेंटिंग है और आप इसे बेचना चाहते है, तो इस पेंटिंग के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाले को यह पेंटिंग दे दी जाती है और उस पेंटिंग के बदले में ओरिजनल आर्टिस्ट को पैसे मिल जाते है | ठीक इसी प्रकार नॉन फंजिबल टोकन भी का र्य करता है | लेकिन यह डिजिटली रूप में किया जाता है अर्थात इसमें ऑनलाइन बोली लगाई जाती है और आर्ट्स भी डिजिटल गिफ्ट, पेंटिंग, वीडियो को ऑनलाइन NFTs प्लेटफार्म पर बेचा और खरीदा जा सकता है।
एनएफटी में खास क्या है (What is special about NFT) ?
दरअसल जब आप ऑनलाइन एनएफटी में किसी प्रकार की पेंटिंग, जीआईएफ, वीडियो क्लिप्स आदि खरीदते है, तो यह सभी चीजे आपको फिजिकल रूप से नही मिलती है | इनके स्थान पर आपको एक प्रकार का यूनिक टोकन दिया जाता है, जिसे आप एनएफटी टोकन भी कह सकते है | इस टोकन की सहायता से आपको उस वस्तु का मालिक अर्थात डिजिटल ओनरशिप माना जाता है |
इस नॉन फंजिबल टोकन को स्वामित्व (Ownership) का वैध सर्टिफिकेट (Valid certificate) प्राप्त होता है | जिस किसी का कोई भी आईटम इस आर्ट इस कैटगरी में आता है, उन्हें ओनरशिप का सर्टिफिकेट के साथ उस आर्ट से सम्बंधित सभी अधिकार उसके ऑनर के पास चले जाते है।पिछले कुछ समय से ऑनलाइन गेमिंग, क्रिप्टो आर्ट आदि के लिए इस टोकन का उपयोग किया जा रहा है |
एनएफटी के अंतर्गत खरीद – फरोख्त के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल किया जाता है | इसमें मुख्य रूप से एथरियम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जा रही है, जिसमें किसी प्रकार की एंट्री फीड करनें के पश्चात इसे कोई डिलीट नही कर सकता है।
भारत में एनएफटी का भविष्य (The future of NFTs in India)
भारत में एनएफटी का भविष्य क्या होगा अर्थात यह भारत में इसका परिचालन शुरू होनें के बारें में कुछ कहा नही जा सकता है | इसका मुख्य कारण यह है, कि यह बिल्कुल नया कांसेप्ट है | जिस प्रकार यहाँ पहले क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगो के बीच विभिन्न प्रकार की आशंकाये थी ठीक उसी प्रकार एनएफटी को लेकर भी मतभेद बना हुआ है | विशेषज्ञों के मुताबिक, इसे भारत में आने अभी कुछ समय लग सकता है।
हालांकि कई अर्थशास्त्री लंबे समय में इसका भविष्य नहीं देखते हैं, कई लोग एनएफटी को संपत्तियों और अन्य संपत्तियों के स्वामित्व के भविष्य के रूप में देखते हैं। एनएफटी के उत्साही लोगों के अनुसार, सभी प्रकार की संपत्तियों को उनके स्वामित्व की स्थिति को डिजिटल रूप NFT क्या है से चिह्नित किया जाएगा। भारत में एनएफटीको लॉन्च करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज नमक पहली भारतीय कंपनी तैयारी में है, जिसे Duzzle नाम से जाना जा सकता है।
कमाई का मौका! क्या होता है NFT और कैसे करता है काम? जानिए अपने हर सवाल का जवाब
इन दिनों मार्केट में NFT का नाम काफी चर्चा में है. NFT सिर्फ एक टोकन नहीं बल्कि आपके लिए कमाई और इंवेस्टमेंट का भी अच्छा ऑप्शन भी हो सकता है. NFT बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे ही क्रिप्टो टोकन है. NFT यूनिक टोकन्स होते हैं ये डिजिटल असेट्स होते हैं जो वैल्यू को जेनरेट करते हैं. चलिए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ.
- News18Hindi
- Last Updated : November 03, 2021, 11:25 IST
नई दिल्ली. इन दिनों मार्केट में NFT का नाम काफी चर्चा में है. बड़े बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटी अलग-अलग एनएफटी लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं. बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के NFT कलेक्शन को नीलामी के पहले दिन ही 5.20 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 3.8 करोड़ रुपये) की बोलियां मिली हैं. यह सिर्फ एक टोकन नहीं बल्कि आपके लिए कमाई और इंवेस्टमेंट का भी अच्छा ऑप्शन भी हो सकता है. इस नए ट्रेंड का हिस्सा बनकर आप भी डिजिटल आर्ट को NFT में बदल सकते हैं और बेच सकते हैं.
NFT को ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल कर बनाया जाता है. इसकी मदद से NFT डिजिटल कलेक्शन के खरीदार उन संपत्तियों के हमेशा मालिक बने रह सकते हैं.
NFT का मतलब नॉन फंजिबल टोकन (Non fungible token) है. NFT बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे ही क्रिप्टो टोकन है. NFT यूनिक टोकन्स होते हैं ये डिजिटल असेट्स होते हैं जो वैल्यू को जेनरेट करते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर दो लोगों के पास बिटकॉइन हैं तो वो उन्हें एक्सचेंज कर सकते हैं. एनएफटी डिजिटल संपत्ति जैसे डिजिटल आर्ट, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स या आपको किसी कलेक्शन में मिल सकता है.
नॉन फंजिबल टोकन का इस्तेमाल डिजिटल असेट्स या सामानों के लिए किया जा सकता है जो एक दूसरे से अलग होते हैं. इससे उनकी कीमत और यूनिकनेस साबित होती है. ये वर्चुअल गेम्स से आर्टवर्क तक हर चीज के लिए स्वीकृति प्रदान कर सकते हैं. NFT को स्टैंडर्ड और ट्रेडिशनल एक्सचेंजेज में ट्रेड नहीं किया जा सकता है. इन्हें डिजिटल मार्केटप्लेस में खरीदा या बेचा जा सकता है.
इनकी मदद से डिजिटल जगत में किसी पेंटिंग, किसी पोस्टर, ऑडियो या NFT क्या है वीडियो को सामान्य चीजों की तरह खरीदा बेचा जा सकता है. इसके बदले आपको डिजिटल टोकन मिलते हैं जिन्हें एनएफटी कहा जाता है. NFT को आप नए दौर की नीलामी की तरह समझ सकते हैं. कोई आर्टवर्क या फिर कोई ऐसी चीज जिसकी दूसरी कॉपी दुनिया में न हो उसे NFT करके लोग पैसे कमाते हैं.
खुद का NFT तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको एक ऑनलाइन वॉलेट क्रिएट करना होगा, जिसमें NFTs होल्ड की जा सकें.
क्रिप्टो-असेट्स को जिस वॉलेट में स्टोर किया जाता है, उसे ‘प्राइवेट की’ की मदद से ऐक्सेस किया जा सकता है. यह प्राइवेट की किसी सुपर-सिक्योर पासवर्ड की तरह काम करती है, जिसके बिना NFT ओनर टोकन्स ऐक्सेस नहीं कर सकते. इस वॉलेट को आपको मेटामास्क जैसी किसी सर्विस से लिंक करना होगा.
अपना वॉलेट मेटामास्क से लिंक करने के बाद आप खुद के NFTs क्रिएट कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए इस लिंक nftically.com पर क्लिक करें.
अमिताभ के NFT कलेक्शन ने तोड़े सभी रिकॉर्ड
अमिताभ बच्चन के NFT कलेक्शन की नीलामी एनएफटी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म “Beyondlife.club” ने आयोजित की थी. Beyondlife.club ने बताया कि अमिताभ के NFT कलेक्शन ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और यह भारत में अब तक किसी भी NFT के लिए आई सबसे अधिक बोली है.
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