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निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए
(लेखक ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी औऱ सह-संस्थापक हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

FTX Crypto Exchange bankruptcy investors Need to be careful of such fraud schemes (Jagran File Photo)

Low Risk Investment Options: निवेश के इन विकल्‍पों में रिस्‍क है कम, जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं ऑप्‍शन

Low Risk Investment Options हम सभी अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखते हुए इसे बढ़ाना चाहते हैं। कोई भी अपने पैसे को समय के साथ यूं ही नहीं पड़े देना चाहता। बल्कि सभी इससे कुछ अर्जित करना ही चाहते हैं।

नई दिल्‍ली, हर्ष जैन। जब बात निवेश की आती है तो अधिकांश लोग ऐसे विकल्प की तलाश करते हैं जो सुरक्षित और विश्वसनीय हो और साथ ही यह उन्हें जोखिम का सामना करने से बचाए। जाहिर तौर पर यह स्वाभाविक भी है। हम सभी अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखते हुए इसे बढ़ाना चाहते हैं। कोई भी अपने पैसे को समय के साथ यूं ही नहीं पड़े देना चाहता। बल्कि, सभी इससे कुछ अर्जित करना ही चाहते हैं। एक सुरक्षित निवेश एक ऐसा निवेश है जो शून्य से थोड़े जोखिम के बीच होता है। हां, निवेश के ऐसे अन्य विकल्प मौजूद हैं जिनमें उच्च जोखिम शामिल हैं, लेकिन जो निवेशक पूंजी वृद्धि के मुकाबले आम तौर पर अपने वित्त की सुरक्षा के बारे में चिंतित हैं, वे सर्वाधिक सुरक्षित निवेश की तलाश करते हैं।

बचत खाते (Savings Account)

प्रत्येक कॉमर्शियल बैंक अपने ग्राहकों को उनकी गाढ़ी कमाई में से बचत करने के लिए एक बचत खाता प्रदान करता है। वित्त का प्रबंधन करने के लिए बचत खाता की जरूरत होती है, लेकिन यह कम रिटर्न देता है। सामान्य तौर पर रिटर्न लगभग 4% होता है और यह बैंक दर बैंक अलग-अलग होता है। यदि आप अपना पैसा रखना चाहते हैं और बार-बार निकासी करना चाहते हैं, तो बचत खाता एक आदर्श विकल्प हो सकता है। इसलिए आप एक बचत खाता चुनते हुए ब्याज दरों की तुलना कर अपने लिए सबसे अच्छे खाते का चयन कर सकते हैं।

भारतीय डाक विभाग विभिन्न योजनाएं उपलब्‍ध कराता है जो व्यक्तियों को अपना धन बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। यह बचत की आदत भी विकसित करता है। और साथ ही, डाकघरों की योजनाओं से मिलने वाला रिटर्न बैंकों और अन्य एनबीएफसी की तुलना में अधिक है। एक डाकघर योजना आमतौर पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या ट्रैकिंग सिस्टम की पेशकश नहीं करती है, और इसके लिए आपके लिए अपने नजदीकी डाकघर जाना ही पड़ेगा। डिजिटलीकरण तेजी से हो रहा है, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि डाक विभाग जल्द ही इसे अपनाएगा।

फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit)

आपने इसके बारे में सुना होगा और निश्चित तौर पर सावधि जमा या फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में सर्वाधिक सुरक्षित निवेश में से एक है। दशकों तक यह भारतीयों के लिए पसंदीदा विकल्प रहा है और यह बात अतीत में साबित भी हुई है। सरप्लस फंड के लिए इससे बेहतर जगह और क्या हो सकती है? यह ज्यादातर परिपक्वता पर तयशुदा रिटर्न के साथ सभी बैंकों द्वारा ऑफर किया जाता है और सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि यह स्पष्ट रूप से जोखिम मुक्त है।

आवर्ती जमा या रेकरिंग डिपॉजिट काफी हद तक सावधिक जमा के समान हैं। सावधि जमा में निवेश एकमुश्त जमा के माध्यम से किया निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए जाता है। आवर्ती जमा में नियमित अंतराल पर निश्चित राशि के रूप में निवेश किया जाता है, जैसे कि महीने में एक बार। सावधिक जमा की तरह आवर्ती जमा भी रिटर्न की गारंटी देता है, और आवर्ती जमा पर ब्याज दर पूरी निवेश अवधि में नहीं बदलती है और परिपक्वता पर निवेश की गई राशि को उस पर अर्जित ब्याज के साथ एकमुश्त राशि के रूप में लौटा दिया जाता है।

PPF (सार्वजनिक भविष्य निधि)

सार्वजनिक भविष्य निधि भी भारत में बचत का एक बहुत लोकप्रिय विकल्प है, और यह रिटर्न और कर छूट की गारंटी भी देता है। सरकार यह योजना व्यक्तियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर बचत करने में मदद करने के लिए प्रदान करती है। यह एक ऐसी योजना है जिसे बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है। आमतौर पर इस योजना का कार्यकाल 15 साल का होता है और जरूरत पड़ने पर इसे और भी बढ़ाया जा सकता है। हालांकि इस योजना में समय से पहले आकस्मिक निकासी का भी प्रावधान है। इसलिए यह एक बेहतर स्थिति है। यह सुरक्षित है, गारंटीड या तयशुदा रिटर्न निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए देने वाला है और साथ ही यह आपको कर बचत का विकल्प देता है।

गैर-इक्विटी म्युचुअल फंड डेट और गिल्ट फंड की तरह हैं, और ये पूंजी की सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये ऐसी योजनाएं हैं जिनमें कम जोखिम होता है। यह हमेशा सरकारी बॉन्ड, डिबेंचर और फिक्स्ड सिक्यॉरिटीज वाले गोल्ड बॉन्ड जैसे सुरक्षित उत्पादों में निवेश करता है। इन योजनाओं की समयावधि छोटी, मध्यम या दीर्घकालिक है, और यह उस फंड के प्रकार पर निर्भर करता है, जिसे आपने अपने वित्तीय लक्ष्य के मुताबिक चुना है।

क्या है किसान विकास पत्र (केवीपी)?

किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस की सबसे पुरानी और विश्वसनीय स्कीम में से एक है। यह भारत सरकार की एक वन टाइम इन्वेस्टमेंट स्कीम है। यानि कि आप इस स्कीम में एक बार में एक मुश्त पैसा लगाकर निवेश कर सकते हैं। यह स्कीम इसलिए भी लोकप्रिय है, क्योंकि इस स्कीम में आप एक तय अवधि में अपना पैसा दोगुना कर सकते हैं।

किसान विकास पत्र एक सरकारी स्कीम है, इसे सिर्फ देश के किसी भी डाकघर में खोला जा सकता है। यह सेवा देश के सभी डाकघरों में मौजूद है। आपक गांव के डाकघर से लेकर दिल्ली मुंबई जैसे महानगरों में मौजूद किसी भी डाकघर में किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं।

कितने समय में पैसा होगा डबल

सरकार समय समय पर डाकघर की छोटी जमाओं पर ब्याज की दरें तय करती है। किसान विकास पत्र की मैच्योरिटी अवधि इसी के आधार पर तय होती है। इस समय किसान विकास पत्र की मैच्योरिटी अवधि 124 महीने है। यानि आपका पैसा 10 साल और 4 महीने की अवधि में डबल हो सकता है। KVP के लिए वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में ब्याज दर 6.9 फीसदी तय किया है।

कितना कर सकते हैं निवेश

किसान विकास पत्र में न्यूनतम निवेश 1000 रुपए का होता है। अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। अगर आप एकमुश्त 1 लाख रुपये निवेश करते हैं तो आपको मेच्योरिटी पर 2 लाख रुपये मिलेंगे। आप 1000 रुपए, 5000 रुपए, 10,000 रुपए और 50,000 रुपए तक के सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं।

तीन तरह से खरीद सकते हैं

  1. सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट: इस तरह का सर्टिफिकेट खुद के लिए या किसी नाबालिग के लिए खरीदा जाता है
  2. ज्वाइंट A अकाउंट सर्टिफिकेट: इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है. दोनों होल्डर्स को भुगतान होता है, या जो जीवित हो
  3. ज्वाइंट B अकाउंट सर्टिफिकेट: इसे दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है. दोनों में से किसी एक को भुगतान होता है या जो जीवित हो

कैसे खोलें अकाउंट?

आप किसी भी डाकघर में जाकर फॉर्म भरकर अकाउंट खोल सकते हैं। फॉर्म पर पूरा नाम, जन्मतिथि और नामांकित व्यक्ति का पता लिखा होना चाहिए। फॉर्म में परचेज अमाउंट की मात्रा स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए। KVP फॉर्म की राशि का भुगतान चेक या नकद के माध्यम से किया जा सकता है। चेक के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं, तो फॉर्म पर चेक नंबर की जानकारी लिखें। फॉर्म जमा करने पर लाभार्थी के नाम, मेच्योरिटी तिथि और मेच्योरिटी राशि के साथ किसान विकास प्रमाणपत्र मिलेगा।

इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट नहीं मिलती है। इस पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्सेबल है। मैच्योरिटी के बाद निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगता है। मैच्योरिटी पर यानी 124 महीने बाद आप रकम निकाल सकते हैं, लेकिन इसका लॉक -इन पीरियड 30 महीनों का होता है।

FD में भी कर सकते हैं निवेश

डाकघर में आप FD में भी निवेश कर सकते हैं। इसके तहत आप 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए खुलवा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस में 1 साल से 3 साल के निवेश में टाइम डिपॉजिट पर 5.5 प्रतिशत तक का रिटर्न मिल रहा है। अगर पांच साल के लिए करते हैं तो आपको 6.7 फीसदी का रिटर्न मिलेगा। अगर आप मैच्योरिटी से पहले अपनी निवेश की हुई रकम को निकालते हैं तो आपको पोस्ट ऑफिस सेविंग्स खाते जैसे ब्याज ही मिलेंगे। पांच साल के टाइम डिपॉजिट पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है।

किसान विकास पत्र की तरह ही पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम भी काफी लोकप्रिय है। NSC पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत आयकर में भी छूट हासिल की जा सकती है। अधिकतम 1.5 लाख रुपये का टैक्स लाभ लिया जा सकता है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) स्कीम में सालाना 6.8 फीसदी ब्याज मिल रहा है।

सावधान ! अधिक ब्याज चाहिए तो जोखिम के लिए भी रहना होगा तैयार

आप अपना पैसा कहां पर निवेश करना चाहते हैं और कितना अधिक रिस्क लेने का जोखिम उठा सकते हैं. यह एक ऐसा विषय है, जो हर जमाकर्ता के सामने आता है. वैसे आमतौर पर कुछ वर्षों पहले तक निवेशक सावधि जमा योजना को प्राथमिकता देते थे. लेकिन अब स्थितियां बदल गईं हैं. अब बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं. वे अच्छा ब्याज भी देते हैं, लेकिन रिस्क फैक्टर से कोई इनकार नहीं कर सकता है.

हैदराबाद : कुछ वर्षों पहले तक लोग निश्चित आमदनी प्राप्त करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट यानी सावधि जमा को प्राथमिकता देते थे. लेकिन हाल के वर्षों में स्थितियां बदल गईं हैं. अब उसकी जगह पर ढेरों सारे नए विकल्प मौजूद हैं. विशेष रूप से, फिनटेक फर्मों के आगमन ने औसत जमाकर्ताओं के लिए निवेश के पूरे परिदृश्य ​​​​को बदल दिया है. और सबसे बड़ी बात ये है कि इन योजनाओं में सावधि जमा योजना के मुकाबले अधिक ब्याज भी मिलते हैं. वैसे, अधिक ब्याज देने वाली जमाराशियां आपके पैसे को उच्च जोखिम में भी डालती हैं.

अवधी पूरा होने से पहले पैसे निकालने से जुड़ी जानकारी

निकासी का समयफायदे / नुकसान
एक साल की समय अवधी पूरा होने से पहलेकोई फायदा नहीं
पहले से तीसरे साल के बीच मेंपूरी जमा राशि से 2% की कटौती के बाद रकम वापसी।
तीसरे से पांचवे साल के बिच मेंपूरी जमा राशि से 1% की कटौती के बाद रकम वापसी।
  • पूँजी सुरक्षित(Capital Protection): इस स्कीम की अवधी पूरी होने तक आपके द्वारा किया गया निवेश पूरी तरह निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए से सुरक्षित होता है। क्योंकि ये स्कीम सर्कार समर्थित योजनाओं का ही एक हिस्सा है।
  • निश्चित अवधी: इस स्कीम की निश्चित अवधी 5 वर्ष है, लेकिन अगर कोई अवधी पूरी होने के बाद दुबारा निवेश करना चाहता हो तब भी ये भी सम्भव है।
  • निश्चित रिटर्न: इस स्कीम के जरिये एक निश्चित रिटर्न ब्याज के रूप में प्रत्येक महीने निवेशक के खाते में अति है। जो एफडी से कहीं न कहीं अधिक होती है।
  • टैक्स से राहत: इस स्कीम से मिलने वाली रिटर्न Section 80 C के अंतर्गत नहीं आती। इसके साथ ही इस पर TDS भी लागू नहीं होता।
  • न्यूनतम जमा राशि: इस स्कीम में निवेश की शुरुआत कम से कम ₹1000 से की जा सकती है।
  • भुगतान: अगर बात करें इससे जुडी भुगतान की तब आपके निवेश करने के ठीक पहले महीने से ही आपको इसका लाभ मिलने लगेगा।
  • फंड मूवमेंट: इसकी एक और बड़ी खासियत ये है की इसमें जमा की हुई राशि को रेकरिंग डिपॉजिट में भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • एक से ज़्यादा अकाउंट: इस स्कीम की सबसे ख़ास बात ये है की इसमें एक ही व्यक्ति द्वारा एक से ज़्यदा अकाउंट खोला जा सकता है। लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है की सभी अकाउंट में मौजूद जमाराशि ₹4.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • जॉइंट अकाउंट की सुविधा: 2 या फिर 3 लोगों का नाम एक ही खाते में जोड़कर जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है।
  • लाभ प्राप्त करना काफी आसान: इस स्कीम से मिलने वाले फायदे को सीधे जमाकर्ता के अकाउंट में ट्रांसफर करने की सुविधा होती है या फिर इसे पोस्ट ऑफिस से प्रति महीने लिया जा सकता है।

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम से अपने जाना की पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम क्या है? साथ ही आपने ये भी जाना की इसमें खाता कैसे खुलवाया जाता है और इससे जुड़ी बाकी अन्य जानकारी जैसे इसमें लगने वाले दस्तावेज़, इसके फायदे और साथ ही इसकी विशेषताओं को भी आपने जाना। लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई सुझाव, शिकायत या सवाल आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बताएं, धन्यवाद्।

Q: क्या मंथली इनकम स्कीम सिंगल अकाउंट को जॉइंट अकाउंट में बदला जा सकता है?

उत्तर: हाँ।

Q: क्या मंथली इनकम स्कीम में नॉमिनी जोड़ सकते हैं?

उत्तर: हाँ, पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में नॉमिनी जोड़ने की सुविधा उपलब्ध है।

आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।

कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश

म्यूचुअल फंड के किसी भी डायरेक्ट प्लान में आप ऑनवाइन या एएमसी की वेबसाइट पर जाकर निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको म्यूचुअल फंड एप्लिकेशन फॉर्म को जरूरी डिटेल जैसे कि नाम, बैंक की डिटेल के साथ भर सकते हैं. इसी के साथ ईकेवाईसी के लिए पैन और आधार की जानकारी देनी होगी. आप अपने ऑनलाइन बैंक अकाउंट के माध्यम से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि एसआईपी के जरिये ऑनलाइन पैसे कैसे जमा कर सकते हैं.

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. आप केआरए (केवाईसी पंजीकरण एजेंसी) में ऑनलाइन केवाईसी पंजीकरण फॉर्म भरकर और सेल्फ एटेस्टेड पहचान और पते का प्रमाण जमा करके ऐसा कर सकते हैं.

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