स्केलिंग ट्रेडिंग रणनीति

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान
cryptocurrency

Cryptocurrency: 30 फीसदी टैक्स के प्रावधान के अमल में आने के बाद, क्या घट रहा क्रिप्टोकरेंसी के प्रति निवेशकों का रुझान?

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है.क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है.

By: ABP Live | Updated at : 10 May 2022 12:48 PM (IST)

Cryptocurrency: एक अप्रैल 2022 से शुरु हुए नए वित्त वर्ष से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स ( Tax) का प्रावधान लागू हो चुका है. लेकिन निवेशकों की मुश्किल ये है कि क्रिप्टोकरेंसी में हाल के दिनों में बड़ी गिरावट आई है. अगर आपने क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान एक साल पहले एक लाख रुपये बिट्कॉइन में लगाया हुआ होता तो उसका वैल्यू घटकर आज की तारीख में 56,000 रुपये केवल रह गया है. निवेशकों को 44,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. लेकिन उनकी मुश्किल ये है कि दूसरे इनकम के सोर्स से इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है.

क्रिप्टो नुकसान के बावजूद देना होगा TDS
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी कैपिटल गेस टैक्स ( Capital Gain Tax) लगाने का ऐलान किया था. लेकिन आपको बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. ऐसे क्रिप्टो में निवेश करने वाले निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा जिससे सरकार क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगा सके. क्रिप्टो को लाभ में बेचने पर 30 प्रतिशत का टैक्स देना होगा. लेकिन लाभ में नहीं बेचने पर भी एक प्रतिशत का क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान टीडीएस देना होगा जिससे ये पता चलेगा कि कहां-कहां क्रिप्टो का लेनदेन हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी पर एक फीसदी टीडीएस लगाये जाने का प्रावधान एक जुलाई 2022 से लागू होने जा रहा है.

क्रिप्टो में लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान नहीं
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है. उदाहरण के जरिए आपको समझाते हैं मान लिजिए किसी निवेशक ने बिट्कॉइन और एथेरियम दोनों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. और उसे बिट्कॉइन में निवेश से 1 लाख रुपये का फायदा होता है और एथेरियम में निवेश से 1 लाख का नुकसान होता है तो भी निवेशक को 1 लाख रुपये पर 30 फीसदी के दर से टैक्स का भुगतान करना होगा. दरअसल प्रॉपर्टी, शेयरों में निवेश से होने वाले प्रॉफिट लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है. सरकार ने साफतौर पर कहा है कि इनकम टैक्स 1961 की प्रस्तावित धारा 115BBH के प्रावधानों के अनुसार, वीडीए (वर्चुअल डिजिटल एसेट्स) के हस्तांतरण से होने वाले नुकसान को दूसरे वीडीए के हस्तांतरण से उत्पन्न आय के खिलाफ सेट-ऑफ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. धारा 115BBH इनकम टैक्स एक्ट में एक नया प्रस्तावित खंड है जो क्रिप्टोकरेंसी जैसे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाले लाभ को परिभाषित करता है.

क्रिप्टो को लेकर घट रहा निवेशकों का उत्साह
एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों को नुकसान हो रहा. इसके बावजूद टैक्स का भार उन पर आ रहा है. जिससे अप्रैल से 30 फीसदी टैक्स का प्रावधान अमल में आने के बाद से क्रिप्टो में निवेश करने को लेकर निवेशकों के उत्साह में कमी आई है. क्रिप्टो के निवेशक अब रोजाना ट्रेंडिंग से पहेज कर लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं. इससे देसी क्रिप्टो एक्सचेंज के वॉल्यूम और रेवेन्यू में गिरावट आई है. निवेशक अब गेमिंग और मेटावर्स से जुड़े क्रिप्टोकॉइन्स में निवेश की संभावना तलाश रहे हैं.

News Reels

ये भी पढ़ें

Published at : 10 May 2022 12:48 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin income tax Income Tax Laws cryptocurrency news Tax on Cryptocurrency TDS On Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

cryptocurrency क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है। इसके लाभ हानि क्या है।

cryptocurrency- My Money Adda

क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो एक डिजिटल संपत्ति के रूप मे है जिसे एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। और जिसमें व्यक्तिगत सिक्का स्वामित्व रिकॉर्ड को एक कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में मौजूदा बहीखाता के रूप में संग्रहित किया जाता है। आज इसके चर्चे हर जगह है।

जब यह शब्द पहले मार्केट मे आया था तो विभिन्न ‘विशेषज्ञों’ द्वारा ‘तकनीकि -बुलबुले ‘ के क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान रूप में इसको खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब फिर बदलते दौर मे वैश्विक हस्तियो ने इसको बढ़ावा दे दिया है।

मुद्रा किसी भी रूप में मुद्रा होती है। और जिसका उपयोग विनिमय के माध्यम के रूप में किया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी भी उनमे से एक है जो मुद्रा का एक रूप है । और जो पैसे के रूप में कार्य करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग किया जा रहा है।

इससे डिजिटल रूप से कारोबार किया जा सकता है। और यह इस प्रकार कार्य कर रहा है।

1. विनिमय का एक माध्यम के रूप मे

2. खाते की एक इकाई के रूप मे

3. मूल्य का भंडारके रूप मे लेकिन कानूनी निविदा की स्थिति इसमे नही है।

इसको अलग अलग लोंगों के द्वारा इस प्रकार से देखा गया है।

बिल गेट्स के अनुसार

“बिटकॉइन एक तकनीकी माध्यम है जो टूर डी फोर्स हो सकता है।”

टायलर विंकलेवोस (जो की फेसबुक के सह-आविष्कारक)है उनके अनुसार –

“हमने अपना पैसा और विश्वास एक गणितीय ढांचे में लगाने के लिए इसका चुनाव किया है। जो राजनीति और मानवीय त्रुटि से मुक्त है।”

अल गोर (अमेरिका के 45वें उपराष्ट्रपति) के अनुसार –
मैं बिटकॉइन का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। इसका अर्थ यह है कि बिटकॉइन ब्रह्मांड एक एल्गोरिथ्म सरकार के कार्यों को बदल देता है। यह बहुत अच्छा है।

पीटर थिएल (पेपैल के सह-संस्थापक)के अनुसार –

“मुझे लगता है कि बिटकॉइन में दुनिया को बदलने की क्षमता है।”

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान जॉन मैक्एफ़ी के अनुसार –

आप बिटकॉइन को नहीं रोक सकते। यह हर जगह उपलब्ध होगाऔर इससे दुनिया को फिर से समायोजित करना होगा।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे –

क्रिप्टोकरेंसी को किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौगोलिक बाधा नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी सस्ता, सुरक्षित, तेज मुद्रा है।

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान-

क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है।
क्रिप्टोकरेंसीलेनदेन मे अपरिवर्तनीय हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग अवैध गतिविधि या डार्क वेब में हो रहा है।

ब्लॉक श्रृंखला पर निर्धारित –

यह एक ऐसी गतिविधि है जहां व्यक्ति अपनी कंप्यूटिंग क्षमता का उपयोग करके एक परेशान करने वाले 64-अंकीय हेक्साडेसिमल समीकरणों, पहेलियों और हैश के रूप में ज्ञात कोड को हल करने के लिए करता है। क्रिप्टोकरेंसी एक माध्यम है जिसमे लेनदेन को एक ब्लॉक श्रृंखला पर सत्यापित और मान्य किया जाता है। इससे एक नई क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करते हैं।

पहले बैंक था जो मुद्रा के रूप मे निवेश का माध्यम हुआ करता था। अब क्रिप्टोकुरेंसी के साथ लेनदेन सत्यापित करने के लिए कोई मध्यस्थ नहीं बचा है। दुनिया भर में ऐसे हजारों लोग हैं जो अपने लेनदेन को सत्यापित करने के लिए वहां मौजूद हैं।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता-

भारत मे ऐसा कोई कानून नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री को प्रतिबंधित करता है। यहा पर यह परिसंपत्ति वर्ग है जहां कोई भी निवेश कर सकता है। लेकिन यहा पर इसको कानूनी निविदा नहीं माना जाता है।

भारत मे कोई भी तकनीकी रूप से क्रिप्टोकरेंसी को रोक नहीं सकता। क्योंकि इसमे किसी भी केंद्रीकृत पार्टी आदि का इसपर कोई नियंत्रण नहीं है।

भारत मे पिछले कुछ समय में क्रिप्टो करेंसी की भूमिका एक मुद्रा के रूप में कम हो गईथी जो अब फिर से बढ़ गयी है। इसका एक बहुत छोटा हिस्सा है। यह सोने की तरह एक परिसंपत्ति वर्ग की तरह विकसित हो रहा है।

अब दुनिया मे यह तेजी से विकसित हो रही है। दुनिया के किसी भी देश ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। और आगे ईआई सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर का दर्जा भी दे दिया है।

भारत में क्रिप्टो मुद्रा पर कर के प्रभाव और इसका स्वरूप –

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कर योग्यता की स्थिति के बारे में 23 मार्च 2021 क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान को संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था की जिसमें कहा गया है कि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 5 के अनुसार यह कुल आय से एक व्यक्ति की सभी आय होगी। और इसके सभी स्रोत चाहे कानूनी हों या नहीं और , कोई भी व्यावसायिक गतिविधि जो क्रिप्टोकरेंसी या संपत्ति से संबंधित हैउस पर जब तक कि विशेष रूप से छूट प्रदान न किया गया हो माल और सेवा कर के तहत कर योग्य है।

और इसी तरहसे “किसी भी सेवा की आपूर्ति यदि विशेष रूप से छूट प्रदान नही की गयी है तो वह जीएसटी के तहत कर योग्य है । और क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज से संबंधित किसी भी सेवा को छूट नहीं दी गई हैइसलिए यह भी कर योग्य है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार खुले दिमाग से सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। और यह सुनिश्चित करेगी कि निवेशकों के हितों की रक्षा जिसमे हो उसको लागू किया जाए। आरबीआई भारत की अपनी डिजिटल मुद्रा पर भी काम कर रहा है। और सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी समिति की भी गठन किया गया है। जहां पर सचिवों ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 2 (24) में आय की परिभाषाइस प्रकार से दी गयी है। जिसमे ‘आय’ शब्द ‘लाभ’ या ‘लाभ’ तक सीमित नहीं है। जबकि इस परिभाषा का उद्देश्य ‘आय’ के अर्थ को सीमित करना नहीं है बल्कि आय के स्त्रोत को चौड़ा करना है। भले ही एक रसीद परिभाषित किसी भी खंड के दायरे में क्यो नहीं आती है। फिर भी यह आय की प्रकृति का एक हिस्सा हो सकती है। जब तक कि स्पष्ट रूप से छूट न दी गयी हो।

यदि डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में माना जाता है। तो यह आयकर अधिनियम के अनुसार कर के लिए अतिसंवेदनशील नहीं होगा। परंतु इसका प्राकृतिक अर्थ और न ही आईटी अधिनियम की धारा 2(24) में आय के रूप में क्रिप्टोकुरेंसी ‘पैसा’ या ‘मुद्रा’ मे शामिल किया गया है। हालांकि इसमें ‘मौद्रिक भुगतान’ शामिल है।

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

cryptocurrency

cryptocurrency

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2021,
  • (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.

Crypto Currency: क्या है डिजिटल करेंसी और कैसे करती है काम, यहां

Crypto Currency

आज के समय में पैसा हर इंसान की एक बहुत बड़ी जरूरत है ,और यदि पैसा कमाना आसान लगने लगे तो मान लीजिए कि ये बहुत अच्छा चुनाव है। कोरोना काल के बाद आप आर्थिक मंदी को देख ही चुके हो, इसी आर्थिक मंदी को देखते हुए काफी सारे ऐसे काम शुरु हुए जो ऑनलाइन भी हो सके। =चाहे वह ऑनलाइन क्लास लेने की बात हो,ऑनलाइन नौकरी करने की या ऑनलाइन इन्वेस्ट करने की । Offline को ऑनलाइन आने में ज्यादा समय नहीं लगा, और करोना के बाद ऑनलाइन काम ने एक जबरदस्त पकड़ बनाए रखी जो आज भी मजबूत है!

आज भी कई ऐसे काम है जो लोग ऑनलाइन ही करना पसंद करते हैं। काफी लोग जो घर पर रहते हैं वह ऑनलाइन काम को ज्यादा importance देकर घर से ही अपना काम करते हैं, फिर चाहे business हो या job या फिर कोई और तरीका जिससे पैसा कमाया जा सके और पैसा कमाना किसे पसंद नहीं होता पर जब यह भी ऑनलाइन कमाना पड़े तो यह एक बहुत अच्छा चुनाव बन जाता है। आपने ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के बारे में तो सुना ही होगा पर बात जब ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट की हो और क्रिप्टो करेंसी का नाम ना आए यह हो ही नहीं सकता ।

पर क्या आप जानते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या होती है? इसके फायदे क्या है और नुकसान क्या है? और क्या हमारे भारत देश में क्रिप्टो करेंसी को legal रूप से माना जाता है? और अगर आप क्रिप्टो करेंसी में पैसे लगाते हैं तो क्या सच में आपको पैसे बढ़कर मिलते हैं? तो आइए जानते हैं क्रिप्टो करेंसी के बारे में detail से।

आज के समय में हर कोई क्रिप्टो करेंसी के पीछे भाग रहा है। थोड़े समय में ही क्रिप्टोकरंसी ने अपनी एक अच्छी जगह लोगों के बीच में बनाई है। क्रिप्टो करेंसी पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। इस वजह से इसमें फिजिकली लेन-देन नहीं किया जा सकता। क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल asset के रूप मे उपयोग होता है।

Table of Contents

क्रिप्टो करंसी क्या है?

What is Crypto Currency?

सबसे पहले जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी के नाम का अर्थ क्या है?

Crypto का मतलब है सीक्रेट या यू कहे कुछ छुपा हुआ। यह ऑनलाइन ही होती है जिसे आप देख नहीं सकते क्योंकि यह फिजिकल फॉर्म में नहीं होती। यह किसी 500 या 2000 के नोट की तरह नहीं। बल्कि यह एक फाइल होती है, जिसमें डिजिटल कोड होते हैं जो एक मिश्रित तरीके से तैयार की जाती है।

जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं। यह बहुत सारे सिस्टम से मिलकर तैयार होते हैं इसलिए इसे डिकोड करना मुश्किल होता है। यही बनाए हुए कोड ही क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान क्रिप्टो करेंसी कहलाते हैं। इन्हीं कोड को कॉइन का नाम दिया गया है।

क्या आपको पता है हमारे भारत देश में 10 करोड से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो क्रिप्टोकरंसी के यूजर्स है इन कोड को मार्केट में उतारा जाता है और खरीदार इन पर पैसा लगाते हैं। खरीदार अपने पैसों को इन कोड पर इन्वेस्ट करते हैं। जितने इनके खरीदार होते हैं उतनी ही तेज़ी से इनकी वैल्यू बढ़ती जाती है। जैसे आपने यह कोड अपने समय में सस्ते पर खरीदे तो आप बढ़ी हुई कीमत पर उसे बाद में बेच सकते हैं।

जितनी इन कोड की डिमांड होती है उतना आपको मुनाफा मिलता है। परंतु यदि यह घाटे में चल रहे हो तो आपको एक भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसके फायदे और नुकसान दोनों है। कुछ ही घंटों में आप क्रिप्टोकरंसी से एक अच्छा मुनाफा पा सकते हैं परंतु दूसरी तरफ एक अच्छा घाटा भी आपको झेलना पड़ सकता है।

सबकुछ मिलाकर यू कह सकते हैं कि यह क्रिप्टो करेंसी भारत देश के लिए एक ऐसी करेंसी है जिसका कोई मूल्य नहीं है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन होने की वजह से आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि इसे क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान कौन हैंडल कर रहा है। कॉइन के रेट कैसे ऊपर और कैसे नीचे जा रहे हैं? सारे coins क्रिप्टो है, इसका मतलब सीक्रेट है।

क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाया जा सकता है?:-

काफी सारी क्रिप्टोकरेंसीज होती है,जिनमें से

आपको जो क्रिप्टोकरंसी अच्छे लगे वह खरीद सकते हैं। आपको जिस समय लगे कि, कॉइन के रेट अच्छे मिल रहे हैं तो आप इस करेंसी को बेच सकते हैं। इस तरह से आप क्रिप्टो करेंसी में पैसे कमा सकते हैं।

अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो शुरुआत में रु100 से ₹200 ही इस करेंसी में लगाए।जब इसकी थोड़ी समझ आ जाए तो धीरे धीरे बढ़ाते जाएं।

क्या आप जानते हैं क्रिप्टो करेंसी के लाभ और हानियां क्या-क्या है? चलिए बताते हैं।

क्रिप्टो करेंसी के लाभ

1.क्रिप्टो करेंसी से आप एक देश से दूसरे देश में लेनदेन कर सकते हैं।

2.क्रिप्टोकरंसी के लेनदेन पर कोई भी चार्जेस नहीं लगाए जाते।

3.क्रिप्टो करेंसी में पैसे लगाकर यदि क्रिप्टोकरंसी में रेट बढ़ता है तो आप एक अच्छा मुनाफा पा सकते हैं।

4.क्रिप्टो करेंसी पर सरकार का कोई अधिकार नहीं है।

क्रिप्टो करेंसी के नुकसान

1.क्रिप्टोकरंसी के नुकसान यह है कि ये पूरी तरह से ऑनलाइन होने की वजह से इसका कोई भी नोट या सिक्का नहीं है।

2.अगर आप क्रिप्टो करेंसी का ट्रांजैक्शन करते हैं तो बहुत सोच समझकर करिए क्योंकि गलत ट्रांजैक्शन होने पर यह आपको किसी भी तरह से वापस नहीं किया जाएगा।

3.क्रिप्टो करेंसी में हम यह नहीं कह सकते कि इतने लोगों ने पैसा लगाया और उनको मिला या नहीं? जिन लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में पैसे लगाए हैं उसमें से कुछ लोगों को तो मुनाफा हुआ है पर आधे से ज्यादा वह लोग हैं जिन्हें क्रिप्टो करेंसी से हानि उठानी पड़ी है। हमारे भारत देश में क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू नहीं है। इसकी मुख्य वजह यह है कि हमारे देश में क्रिप्टो करेंसी अभी भी पूरी तरह से लीगल नहीं है। इसके फायदे की बात की जाए तो ना के बराबर है परंतु अगर नुकसान की बात की जाए तो काफी मिल जाते हैं। क्रिप्टोकरंसी भारत में लीगल ना होने के कारण आपको भविष्य में यदि क्रिप्टो करेंसी के द्वारा कोई फ्रॉड होता है तो आप की सुनवाई नहीं हो सकती।

4.क्रिप्टो करेंसी बिना किसी रेगुलेटर के संचालित की जाती है और यह बैंकिंग प्रणाली से पूरी तरह से बाहर है।

5.यह पूरी तरह से ऑनलाइन होने के कारण इसमें हैक होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

क्रिप्टो करेंसी में पैसा कौन लगा सकता है?

क्रिप्टो करेंसी में पैसा वही लोग लगा सकते हैं जिनके पास सेविंग के साथ-साथ कुछ ऐसा धन भी रखा हुआ है जो किसी इस्तेमाल में नहीं है, जिनके खोने और पाने का खतरा उन्हें नहीं है।

क्योंकि क्रिप्टो करेंसी में जोखिम ज्यादा है। इस कारण आपके पास एक ऐसा मूल्य होना चाहिए जिसके खोने पर आपको ज्यादा दुख ना हो। यानी आप अपने surplus money को इसमें invest करके किस्मत आजमा सकते है। लेकिन limited income के साथ crypto जैसे जोखिम पर दांव लगाना बेवकूफी कहलाएगी।

आज के समय में क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करने वाले लोग नौजवान ज्यादा है। इसलिए यह चिंता का विषय बनता जा रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी का कहना है कि अगर आप ऑनलाइन ठगी से बचना चाहते हैं तो क्रिप्टो करेंसी से दूर रहे।

आखिर में हम आपको यही कहना चाहेंगे कि यदि कहीं पर भी इन्वेस्ट करें तो पूरी जानकारी अवश्य ले ताकि बाद में पछताना ना पड़े।

Bitcoin समेत क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उछाल, स्टेबल कॉइन्स में हुआ नुकसान

शिबा इनु और डॉजकॉइन में आज हल्की बढ़त देखने को मिली है

Bitcoin समेत क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उछाल, स्टेबल कॉइन्स में हुआ नुकसान

बिटकॉइन की कीमत 24,290 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर बनी हुई है

खास बातें

  • Bitcoin ने आज की ट्रेडिंग हल्के नुकसान के साथ शुरू की
  • Ether में Bitcoin के उलट हल्की बढोत्तरी हुई है
  • शिबा इनु और डॉजकॉइन में आज हल्की बढ़त

क्रिप्टो मार्केट में आज हरा रंग हावी दिखाई दिया. वहीं, Bitcoin ने आज की ट्रेडिंग हल्के नुकसान के साथ शुरू की. भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार आज बिटकॉइन की कीमत 24,000 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) के करीब मंडरा रही है. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में पिछले 24 घंटों में 1.36 प्रतिशत की गिरावट आई है. ग्लोबल एक्सचेंज्स पर बिटकॉइन की कीमत में 0.13 प्रतिशत की गिरावट आई है जो कि बहुत मामूली है. ग्लोबल लेवल पर यह 22,885 डॉलर (लगभग 18 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा है. इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि अगर बिटकॉइन इसी राह पर बना क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके लाभ और नुकसान रहता है तो जल्द ही यह 25 हजार डॉलर यानि लगभग 20 लाख रुपये को पार कर जाएगा.

बिटकॉइन में जहां आज हल्का नुकसान हुआ है, Ether में इसके उलट हल्की बढोत्तरी हुई है. भारतीय एक्सचेंज कॉइन स्विच कुबेर के अनुसार, ईथर की कीमत 1,738 डॉलर (लगभग 1.36 लाख रुपये) पर चल रही है. पिछले 24 घंटों में इसकी कीमत में 1.81 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले कुछ दिनों से ईथर की कीमत में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है और इथेरियम ब्लॉकचेन का ईको-फ्रेंडली अपडेट Merge भी जल्द ही रिलीज होने वाला है, जिसका असर इसकी कीमत पर भी देखा जा रहा है.

गैजेट्स 360 क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर बताता है कि आज कई पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स में हल्की बढ़त देखी गई है. Binance Coin, Cardano, Polkadot, Polygon, Avalanche, Tron और Uniswap ऐसे डिजिटल कॉइन रहे जिनको आज हल्का लाभ हुआ है. जबकि स्टेबल कॉइन्स जैसे USD Coin और Binance USD में आज नुकसान हुआ है. बढ़त हासिल करने वालों में Binance Coin (BNB) भी रहा, जिसमें खबर लिखे जाने तक 5.4 प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही थी.

मीम क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो शिबा इनु और डॉजकॉइन में आज हल्की बढ़त देखने को मिली है. खबर लिखे जाने तक भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार भारत में डॉजकॉइन की कीमत 5.38 रुपये पर ट्रेड कर रही थी जो कि पिछले 24 घंटों में 2.28 प्रतिशत का इजाफा है. शिबा इनु में भी आज लाभ हुआ है. खबर लिखे जाने तक यह मीम क्रिप्टोकरेंसी 0.000958 रुपये पर ट्रेड कर रही थी जो कि पिछले 24 घंटों में 3.83 प्रतिशत की बढ़त है.

रेटिंग: 4.45
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 693
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *