स्टॉक ट्रेड

सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण

सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण
गुड्स ट्रेड बैरोमीटर विश्व व्यापार के लिए एक समग्र प्रमुख संकेतक है, जो हाल के रुझानों के सापेक्ष व्यापार की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है। 100 से अधिक मान अपट्रेंड यानी विस्तार का संकेत देते हैं जबकि 100 से कम मूल्य डाउनट्रेंड यानी कटौती का संकेत देते हैं।

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने सोमवार को कहा कि सूचकांक में गिरावट का श्रेय यूक्रेन में युद्ध, उच्च ऊर्जा कीमतों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक तंगी को दिया जा सकता है। निर्यात ऑर्डर (91.7), एयर फ्रेट (93.3) और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स (91.0) का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-सूचकांकों में नकारात्मक रीडिंग दिख रही है। साथ ही ये आंकड़े व्यापार जगत में सुस्ती और वैश्विक आयात में कमजोरी दर्शाते हैं।

Goods Barometer: वर्ष 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के धीमा पड़ने के संकेत, क्या कहते हैं WTO के आंकड़े?

Goods Barometer: विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने सोमवार को कहा कि सूचकांक में गिरावट का श्रेय यूक्रेन में युद्ध, उच्च ऊर्जा कीमतों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक तंगी को दिया जा सकता है। निर्यात ऑर्डर (91.7), एयर फ्रेट (93.3) और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स (91.0) का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-सूचकांकों में नकारात्मक रीडिंग दिख रही है।

विश्व व्यापार संगठन (WTO)

वैश्विक व्यापार वृद्धि 2022 के आखिरी महीनों और 2023 में धीमी पड़ने की संभावना है क्योंकि विश्व अर्थव्यवस्था मजबूत विपरीत परिस्थितियों से घिरी हुई है। विश्व व्यापार संगठन के माल व्यापार बैरोमीटर के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। वर्तमानद में गुड्स ट्रेड बैरोमीटर इंडेक्स रीडिंग 96.2 है।

Image Courtesy: World Trade Organization

गुड्स ट्रेड बैरोमीटर विश्व व्यापार के लिए एक समग्र प्रमुख संकेतक है, जो हाल के रुझानों के सापेक्ष व्यापार की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है। 100 से अधिक मान अपट्रेंड यानी विस्तार का संकेत देते हैं जबकि 100 से कम मूल्य डाउनट्रेंड यानी कटौती का संकेत देते हैं।

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने सोमवार को कहा कि सूचकांक में गिरावट का श्रेय यूक्रेन में युद्ध, उच्च ऊर्जा कीमतों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक तंगी को दिया जा सकता है। निर्यात ऑर्डर (91.7), एयर फ्रेट (93.3) और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स (91.0) का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-सूचकांकों में नकारात्मक रीडिंग दिख रही है। साथ ही ये आंकड़े व्यापार जगत में सुस्ती और वैश्विक आयात में कमजोरी दर्शाते हैं।

कंटेनर शिपिंग (99.3) और कच्चा माल (97.6) सूचकांक में हल्की गिरावट हे पर ये तय है कि इन क्षेत्रों ने अपनी गति खो दी है। इस बैरोमीटर पर मुख्य अपवाद ऑटोमोटिव उत्पाद सूचकांक (103.8) है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में मजबूत वाहन बिक्री के कारण प्रवृत्ति से ऊपर उठा है। जापान से निर्यात में भी वृद्धि हुई क्योंकि आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है। इस दौरान येन का मूल्यह्रास जारी रहा। बता दें कि गुड्स ट्रेड बैरोमीटर डेटा उपलब्धता के आधार पर तिमाही आधार पर जारी किया जाता है।

विस्तार

वैश्विक व्यापार वृद्धि 2022 के आखिरी महीनों और 2023 में धीमी पड़ने की संभावना है क्योंकि विश्व अर्थव्यवस्था मजबूत विपरीत परिस्थितियों से घिरी हुई है। विश्व व्यापार संगठन के माल व्यापार बैरोमीटर के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। वर्तमानद में गुड्स ट्रेड बैरोमीटर इंडेक्स रीडिंग 96.2 है।

गुड्स ट्रेड बैरोमीटर विश्व व्यापार के लिए एक समग्र प्रमुख संकेतक है, जो हाल के रुझानों के सापेक्ष व्यापार की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है। 100 से अधिक मान अपट्रेंड यानी विस्तार का संकेत देते हैं जबकि 100 से कम मूल्य डाउनट्रेंड यानी कटौती का संकेत देते हैं।

Image Courtesy: World Trade Organization


विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने सोमवार को कहा कि सूचकांक में गिरावट का श्रेय यूक्रेन में युद्ध, उच्च ऊर्जा कीमतों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक तंगी को दिया जा सकता है। निर्यात ऑर्डर (91.7), एयर फ्रेट (93.3) और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स (91.0) का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-सूचकांकों में नकारात्मक रीडिंग दिख रही है। साथ ही ये आंकड़े व्यापार जगत में सुस्ती और वैश्विक आयात में कमजोरी दर्शाते हैं।

कंटेनर शिपिंग (99.3) और कच्चा माल (97.6) सूचकांक में हल्की गिरावट हे पर ये तय है कि इन क्षेत्रों ने अपनी गति खो दी है। इस बैरोमीटर पर मुख्य अपवाद ऑटोमोटिव उत्पाद सूचकांक (103.8) है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में मजबूत वाहन बिक्री के कारण प्रवृत्ति से ऊपर उठा है। जापान से निर्यात में भी वृद्धि हुई क्योंकि आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है। इस दौरान येन का मूल्यह्रास जारी रहा। बता दें कि गुड्स ट्रेड बैरोमीटर डेटा उपलब्धता के आधार पर तिमाही आधार पर जारी किया जाता है।

Stock Market Crash: इन 4 प्रमुख कारणों से शेयर बाजार में हाहाकार मचा, डिटेल में समझें सबकुछ

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी (NIFTY 50) भी करीब 300 अंकों की गिरावट के साथ 17,238.60 पर ट्रेड कर रहा था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी (NIFTY 50) भी करीब 300 अंकों की गिरावट के साथ 17,238.60 पर ट्रेड कर रहा था.

Stock Market Update: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट का असर भारतीय बाजार पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है. . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 26, 2021, 12:29 IST

नई दिल्‍ली. भारत का स्टॉक मार्केट (Indian stock markets) में आज बड़ी सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण गिरावट देखने को मिल रही है. बाजार खुलते ही धड़ाम हो गया. इसके बाद तो शेयर बाजार में हाहाकार (Share Market Crash) मच गया. हर मिनट पर तेज उठापटक होने लगी. मुंबई शेयर बाजार संवेदी सूचकांक सेंसेक्स (BSE SENSEX) लगभग 1,300 अंकों की गिरावट के साथ 57,814 के स्तर पर ट्रेड करता दिखाई दिया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी (NIFTY 50) भी करीब 300 अंकों की गिरावट के साथ 17,145 पर ट्रेड कर रहा था. मार्केट एक्सपर्ट बता रहे हैं कि दुनियाभर में कोरोना के नए वेरिएंट के एक्टिव होने से मची खलबली का असर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है.

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट (Covid-19 New Variant) के मामले मिलने के बाद दुनियाभर में खलबली मच गई है. दक्षिण अफ्रीका के वायरोलॉजिस्ट ट्यूलियो डी ओलिवेरा ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका (Covid strain in South Africa) में मल्टीपल म्यूटेशन वाला कोविड वेरिएंट सामने आया है. इसके बाद यूनाइटेड किंगडम (UK) ने 6 अफ्रीकी देशों (UK Bans Flights) से उड़ानों के अस्थायी निलंबन की घोषणा की है.

कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट का असर भारतीय बाजार पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है. भारतीय बाजारों में ऑटो, बैंक और ऊर्जा स्टॉक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. उप-सूचकांक (sub-indexes) 1.5 परसेंट और 1.7 परसेंट के बीच नीचे ट्रेड कर रहे हैं. निफ्टी फार्मा इंडेक्स एकमात्र सब-इंडेक्स था जिसने 2 फीसदी के उछाल के साथ काम कर रहा सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण है.

गिरावट के बाद भी डॉ. रेड्डी में उछाल
सुबह 10.30 बजे बीएसई सेंसेक्स में दर्ज तमाम कंपनियां लाल निशान पर ट्रेड करती दिखाई दीं. केवल डॉक्टर रेड्डी (DRREDDY) का स्टॉक 2.71 फीसदी के उछाल के साथ 4717 ट्रेड कर रहा था.

Sensex

निफ्टी भी हुआ धड़ाम
निफ्टी में दर्ज 50 में से 47 स्टॉक में गिरावट देखने को मिली. यहां भी फार्मा कंपनियां डॉक्टर रेड्डी, सिप्ला और DIVILAB हरे निशान पर ट्रेड कर रहे थे.

Nifty

टाटा मोटर्स में बड़ी गिरावट
ऑटो कंपनियों के शेयर एक के बाद एक करके धड़ाम होते चले गए. सबसे ज्यादा गिरावट टाटा मोटर्स के स्टॉक में दर्ज की गई. TATAMOTORS सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण का स्टॉक 5.33 फीसदी की गिरावट के साथ 466 पर ट्रेड करते देखे गए.

मारुति में 4.17 फीसदी तो ओएनजीसी में 4 फीसदी की गिरावट देखी गई. टाटा स्टील का स्टॉक 3.85 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1126 रुपये पर हिचकोले खा रहा था.

बाजार गिरने के मुख्य कारण
मार्केट एक्सपर्ट की मानें तो भारतीय बाजार के गिरने के पीछे कई इंटरनेशल कारण हैं. कोरोनावायरस का नया वेरिएंट (COVID threat), कच्चे तेल में गिरावट (crude oil slump), मैटल और फाइनेंशियल (metals and financials) बेंचमार्क का टूटना और एशियाई बाजारों को हुए नुकसान (losses in Asian bourses) का असर भारत के स्टॉक मार्केट पर देखने को मिल रहा है.

कोरोनावायरस का नया वेरिएंट (Fresh COVID worries)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने दक्षिण अफ्रीका में वायरस के एक नए वेरिएंट का पता लगाया है. कोरोना का यह नया रूप (new variant of COVID-19 virus) पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. और यह वेरिएंट तेजी से फैल रहा है.

स्वास्थ्य संगठन ने इस नए वेरिएंट पर चर्चा के लिए आपात बैठक बुलाई है. डब्ल्यूएचओ (WHO) का कहना है कि इस नए वेरिएंट पर कोविड का टीका भी बेअसर है.

कोविड के नए वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया में उथल-पुथल मच गई है. ब्रिटेन ने कई देशों से अपनी उड़ान सर्विस को बंद कर दिया है. यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वास्थ्य विभाग एक नए संस्करण की जांच कर रहा है और अधिक डेटा की आवश्यकता है लेकिन हम अभी सावधानी बरत रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘शुक्रवार दोपहर से छह अफ्रीकी देशों को रेड लिस्ट में जोड़ा जाएगा. उड़ानों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा और ब्रिटेन के यात्रियों को क्वारंटीन में रहना होगा.’

एशियाई बाजार में गिरावट (Asian markets Update)
यूरोप में कोरोना के फिर से सक्रिय होने के चलते फिर से हलचल मचनी शुरू हो गई है. यूरोप के कई देश अपने सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण यहां उड़ानों पर रोक लगाने की तैयारी कर रहे हैं, जिसका सीधा असर कारोबार पर देखने को मिल रहा है. हवाई यात्राएं फिर से बाधित होने से निवेशक हताश हैं. निवेशकों की इस हताशा के चलते एशियाई बाजारों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है.

जापानी निक्केई 225 (Japanese Nikkei 225) में 800 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई. निक्केई 225 आज 28,700 पर लाल निशान के साथ ट्रेड कर रहा था.

ऑस्ट्रेलियाई एसएंडपी एएसएक्स 200 (Australian S&P ASX) में भी बड़ी गिरावट देखी गई. ऑस्ट्रेलियाई बाजार 128 अंक नीचे था. और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स (Shanghai Composite Index) 0.6 प्रतिशत गिरकर 3,562.09 अंक पर आ गया.

कच्चे तेल में गिरावट (Crude Oil price)
भारतीय बाजार पर कच्चे तेल की कीमतों का भी सीधा-सीधा असर पड़ता है. अमेरिका के नेतृत्व में प्रमुख तेल उपभोक्ताओं के बीच कच्चे तेल के भंडार को जारी किए जाने के बाद तेल की कीमतें शुक्रवार को एक प्रतिशत से अधिक गिर गईं. ब्रेंट क्रूड वायदा (Brent crude futures) 1.2 प्रतिशत गिरकर 81.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 1.35 डॉलर या 1.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.04 डॉलर प्रति बैरल पर था.

मेटल और फाइनेंशियल सेक्टर पर दबाव
निफ्टी मेटल इंडेक्स सुबह 10:40 पर 3 प्रतिशत नीचे था और इसमें शामिल सभी स्टॉक्स लाल रंग पर ट्रेड कर रहे थे. निफ्टी पर सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले फाइनेंशियल्स में भी शुक्रवार को भारी बिकवाली देखी गई. शुक्रवार को निफ्टी बैंक इंडेक्स में 2.9 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हुआ.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Price volume breakout: बाजार में सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण गिरावट के बीच इन सात शेयरों ने बढ़ाई उम्मीद, जानिए कौन-कौन हैं लिस्ट में

शुक्रवार को सुबह के कारोबार में प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे। इतना ही नहीं सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट पर हैं। निफ्टी 50 इंडेक्स (Nifty 50) 16,300 अंक के नीचे ट्रेड कर रहा है। निफ्टी 50 1.17% यानी 193.2 अंक की गिरावट के साथ 16,284.90 अंक पर ट्रेड कर रहा है।

Price Volume breakout

शेयर बाजार में शुक्रवार को गिरावट दिख रही है।

price volume breakout

(Disclaimer: This above is third party content and TIL hereby disclaims any and all warranties, express or implied, relating to the same. TIL does not guarantee, vouch for or endorse any of the above content or its accuracy nor is responsible for it in any manner whatsoever. The content does not constitute any investment advice or solicitation of any kind. Users are advised to check with certified experts before taking any investment decision and take all steps necessary to ascertain that any information and content provided is correct, updated and verified.)

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

शेयर बाजार में कोहराम, 1189 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ सेंसेक्स; निफ्टी का भी बुरा हाल

Share Market Live Update: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक या 2.09 प्रतिशत.

शेयर बाजार में कोहराम, 1189 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ सेंसेक्स; निफ्टी का भी बुरा हाल

Share Market Live Update: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण को शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक या 2.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी 466 अंक टूटकर 16,518.70 पर बंद हुआ। BSE में सोमवार को इंडेक्स के 28 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। केवल HUL और डॉक्टर रेड्डीज के शेयरों में तेजी आई। BSE में HUL के शेयर 1.70 फीसदी के उछाल के साथ 2268.30 रुपये बंद हुए। वहीं, टाटा स्टील के शेयर सबसे ज्यादा 5.20 फीसदी की गिरावट के साथ 1,072.95 रुपये पर बंद हुए। इंडसइंड बैंक के शेयरों में 4.23 फीसदी की गिरावट आई और वह 845.85 रुपये पर बंद हुए।

क्या था दोपहर का हाल
दिन के कारोबार के दौरान घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सूचकांक सेंसेक्स सोमवार दोपहर 55,132.68 के लेवल तक गिर गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी 542 अंक की गिरावट के साथ 16,442.30 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था। रिकॉर्ड हाई से घरेलू शेयर बाजार में करीब 10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।

इनवेस्टर्स को हुआ 9.37 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
ग्लोबल इनफ्लेशन (वैश्विक महंगाई) बढ़ने के कारण इकनॉमिक रिकवरी को लेकर चिंता और कोविड-19 के नए वेरियंट के तेजी से फैलने की वजह से दुनिया भर के स्टॉक मार्केट दबाव में हैं। एनालिस्ट्स का कहना है कि इन कारणों के अलावा, FII की तरफ से लगातार बिकवाली किए जाने और डिवेलप्ड इकनॉमीज में सुस्त ग्रोथ मोमेंटम की वजह से शेयर मार्केट में यह कोहराम आया है। शेयर बाजार में सोमवार को आई तेज गिरावट के कारण इक्विटी इनवेस्टर्स को 9.37 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

स्टॉक मार्केट्स की चिंता बढ़ा रही हैं ये चीजें
कोविड-19 के नए वेरियंट ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया भर में चिंता बढ़ रही है। अमेरिकी हेल्थ ऑफिसर्स ने लोगों से कहा है कि अगर वह विंटर हॉलिडेज में ट्रेवल करना चाहते हैं तो बूस्टर शॉट्स लें, मॉस्क पहनें और सावधान रहें। ओमिक्रॉन वेरियंट दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है और यह अमेरिका में प्रमुख स्ट्रेन बन सकता है।

यूरोप में लॉकडाउन का डर
क्रिसमस और न्यू ईयर हॉलिडे से पहले कई यूरोपीय देशों में कोविड-19 को लेकर पाबंदियां बढ़ाई जा सकती हैं, क्योंकि ओमिक्रॉन वेरियंट तेजी से फैलता है। नीदरलैंड्स ने पहले ही अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अगर ग्लोबल मार्केट्स की बात करें तो चाइनीज ब्लू चिप्स 0.4 फीसदी डाउन हैं। जापान के निक्केई में 1.7 फीसदी और दक्षिण कोरिया के बाजार में 1.2 फीसदी की गिरावट आई है।

कुछ ऐसा रहा सुबह में घरेलू बाजार का हाल
सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजा की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बीएसई का 30 शेयरों पर सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 494 अंकों के नुकसान के साथ 56,517के स्तर पर खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 16824 के स्तर से आज के दिन के कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 268.60 अंकों की गिरावट के साथ 16,716.60 के स्तर पर था तो सेंसेक्स 1074.89 अंक फिसलकर 55,936.85 के स्तर पर आ गया। सेंसेक्स में विप्रो, सन फार्मा और एशियन पेंट्स को छोड़ सभी स्टॉक्स सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण लाल निशान पर थे।

10: 29 बजे: बीएसई सेंसेक्स में गिरावट बढ़कर अब 1342.83 अंक हो गई है। सेंसेक्स अब 55,668.91 के स्तर पर आ चुका है। वहीं निफ्टी की बाद करें तो निफ्टी फार्मा, हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूराबेल्स, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी,आईटी, मीडिया, निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट बैंक जैसे सभी इंडेक्स दबाव में हैं। निफ्टी 414.40 अंकों का गोता लगाकर 16,570.80 के स्तर पर आ गया है।

रेटिंग: 4.31
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 365
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *