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रात अमीर कैसे बन सकता हूँ?

रात अमीर कैसे बन सकता हूँ?

अमीर और सफल लोगों की 10 आदतें।top 10 habits of rich and successful people

अगर आप भी सुबह में जल्दी उठते हैं तो आपको अपने टारगेट को पूरा करने के लिए अधिक समय मिलेगा। हम सभी लोगों के जीवन में कभी ना कभी ऐसा वक्त आता है जब हमें देर रात तक जागकर काम करना पड़ता है ,पर कोशिश करें की रात में ज्यादा से ज्यादा 12 बजे तक सो जाएँ।

सफल लोग अपने अगले दिन के कार्यों को सोने के पहले ही निर्धारित कर लेते हैं जिससे अगली सुबह उठने के बाद उनको अपना समय यह सोचने में नहीं बर्बाद करना पड़े की आज क्या- क्या करना है।

सुबह एक ही टाइम पर उठना शुरुआत में थोड़ा कठिन लग सकता है लेकिन अगर आपने यह आदत अपने अंदर विकसित कर लिया तो आप अपने जीवन में अमीर बनने की राह में काफी आगे तक जा सकते हैं।

यह आदत आपके अंदर एक तरह की डिसिप्लिन विकसित करेगा जो किसी भी व्यक्ति को सफल बनाने के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।

2. व्यायाम (Exercise):

आपने यह कहावत तो सुना ही होगा की एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है, इसीलिए अगर आपका शरीर स्वस्थ रहता है तब आपका दिमाग भी अपने पूरी उत्पादकता से कार्य करेगा जो आपके सफल होने में काफी कारगर साबित होगा।

दुनिया के हर चार में से तीन सफल व्यक्ति अपने पूरे सप्ताह में तीन से चार दिन की एरोबिक्स या कोई अन्य शारीरिक कसरत औसतन 30 मिनट के लिए करते हैं।

इसलिए आप भी हफ्ते में तीन से चार दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज करने का प्रयास करें एक्सरसाइज करने से आपका स्ट्रेस लेवल कम होता है और आप पहले से अधिक कॉन्फिडेंट और हैपी फील करते हैं।

हम में से ज्यादातर लोग अधिक काम या आलस की वजह से एक्सरसाइज को नज़रंदाज़ करते हैं लेकिन लोंग टर्म में यह आदत हमारे लिए बहुत ग़लत साबित हो सकती है। exercise ना करने से शरीर कमजोर हो सकता है और कई बीमारियाँ लग सकती हैं।

हम आपको टॉप 3 ऐसे एक्सरसाइज को बताने जा रहे हैं जिसको दुनिया के सबसे सफल और अमीर लोग करना पसंद करते हैं।

B.Running or cycling

3. अपने दिन के कार्यों को पहले से निर्धारित करना (schedule your work before a day):

अगर देखा जाए तो यह आदत आम लोगों में नहीं पाई जाती है। आम लोगों में अपने पूरे दिन के कार्यों का बस एक रफ आइडिया होता है जिसको वे कभी करते हैं तो कभी नहीं करते हैं, लेकिन सफल लोग अपने दिन के कार्यों को अलग-अलग भाग में बांट लेते हैं और हर कार्य का निश्चित समय निर्धारित करके उसे पूरा करते हैं।

इस आदत को आप भी अपने जीवन में अपनाकर बहुत सारे तनाव और टाइम वेस्टिंग से बच सकते हैं एक रिसर्च में पता चला है की जो लोग अपने दिन के कार्यों को नोट डाउन करने की आदत रखते हैं उनमें स्ट्रेस लेवल काफी कम पाया गया।

इस तरह से आप भी अपने मीटिंग्स और अपने कार्यों की लिस्ट दिन की शुरुआत में ही किसी डायरी में लिख कर रख सकते हैं और एक निश्चित समय के अंदर अपने कार्यों को पूरा कर सकते हैं।

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4.अपने लुक्स पर ध्यान देना (always well groomed):

आपने इंग्लिश की एक कहावत सुनी होगी जिसमें कहा गया है की " people judge a book by its cover" तो आप भी सुनिश्चित करें के आपका भी कवर अच्छा दिखे आप कोशिश करें कि आपके कपड़े साफ-सुथरे हो दाढ़ी shave हो या फिर अच्छे डिजाइन में हो।

आप थोड़े परफ्यूम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं आपके जूते साफ-सुथरे हो जिससे जब आप किसी के सामने हो तो आपके अंदर से सकारात्मक ऊर्जा को सामने वाला महसूस कर सके।

हाँ यह बात सच है की आपकी शारीरिक बनावट और आपके लंबाई- चौड़ाई पर आपका नियंत्रण नहीं होता क्यूँकि वो आपमें genetically हैं,लेकिन आपके कपड़े पहनने का तरीका साफ -सफाई और अच्छा लुक्स आपके नियंत्रण में होता है।

आपके लुक्स का प्रभाव आपके सामने वाले पर बहुत ही अधिक पड़ता है इसलिए अगर आप यंग है और इंटरव्यूज में जाते हैं तो कोशिश करें आप वेल ग्रूमेड हो इसका प्रभाव आपके इंटर्व्यूअर पर काफ़ी अच्छा होता है।

5. ध्यान (Meditation):

क्या आपको पता है दुनिया के 5 में से चार सफल व्यक्तियों में प्रतिदिन मेडिटेशन या ध्यान करने की आदत होती है और यह सफल लोग अपनी सफलता का पूरा श्रेय इस ध्यान की प्रैक्टिस को देते हैं, जिसकी वजह से उनका मस्तिष्क बहुत ही शांत होता है और उन्हें कई सारे बड़े डिसीजन लेने में आसानी होती है।

इन सब के साथ ही साथ मेडिटेशन से तनाव भी काफी कम होता है जिससे उनके अंदर कार्य करने की क्षमता लंबे समय तक बनी रहती है।

6. Eat healthy (हेल्थी खाना):

आप अपने जीवन में जो भी कार्य करते हैं, उसमें लगातार विकास करते रहने के लिए आप का स्वस्थ होना बहुत ही ज़रूरी होता है।

इसलिए सफल लोग हमेशा से अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाना खाने पर ध्यान देते हैं क्योंकि अगर वह बीमार पड़े तो उनका काम बाधित होगा

दुनिया में सफल लोगों में 10 में से केवल 1 व्यक्ति महीने में केवल एक बार शराब का सेवन करते हैं, जबकि गरीब लोग हफ्ते में 4 से भी अधिक बार शराब सेवन करते हैं।

इन आदतों की वजह से ही वो दिन पर दिन स्वास्थ्य और अपने पैसे दोनो गवा देता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पोषण युक्त रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? भोजन रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? का सेवन करें जिससे कि आप स्वस्थ और मज़बूत महसूस करें।

7. अपने गोल्ज़ पर नज़र बनाए रखना (Keep tracking of your goals):

दुनिया में हर सफल व्यक्ति का अपना एक लक्ष्य होता है ना की अन्य लोगों की तरह केवल इच्छाएं। सफल लोगों के खुद के गोल होते हैं वह अपने समय को कई हिस्सों में बांटकर मंथली गोल, क्वार्टरली गोल, yearly गोल जैसे हिस्सों में बांटते हैं और उस गोल को पाने के लिए उसका निश्चित समय निर्धारित कर देते हैं।

उस समय को पूरा होने पर वह चेक करते हैं की उस समय अंतराल में उन्होंने अपने गोल के कितने क़रीब पहुचने में सफलता प्राप्त की।

8. अपने कार्यों की ज़िम्मेदारी स्वयं लेना (Take ownership)

सफल लोग हमेशा अपने रिजल्ट का जिम्मेदारी स्वयं लेते हैं आम लोगों की तरह वह सरकार को, महंगाई को, दुनिया को अपने समस्याओं का जिम्मेदार नहीं बताते वह अपने लिए खुद से समस्याओं को निवारण करने के लिए रास्ता बना लेते हैं।

यदि आप अपनी असफलता का कारण दूसरे लोगों को देते हैं तो आप भी उनके जैसे बन जाते हैं पर यदि आप इसकी जिम्मेदारी स्वयं लेते हैं तो आप उस समस्या को खत्म करने के बारे में सोचेंगे। इसलिए अपने परिणामों की जिम्मेदारी आप स्वयं लेना सीखें

9. कम बोलना और अधिक सुनना (Listen more than they talk):

सफल लोग बहुत अच्छे श्रोता होते हैं । आपको यह बात पता होगी कि बहुत से अमीर और सफल लोग किसी इवेंट में बोलने के लिए या कोई स्पीच देने के लिए फ़ीस चार्ज करते हैं।

कोई भी व्यक्ति एक अच्छा वक्ता तभी बन सकता है जब वह एक अच्छा श्रोता हो। इसलिए ज़्यादा सुने और कम बोले।

हमारा दिमाग एक ऐसा यंत्र है जो एक बार में एक ही कार्य करना पसंद करता है यदि कोई व्यक्ति बात करता है तो उस समय पर उस व्यक्ति का दिमाग कोई चीज सुन नहीं पाता इसलिए सफल लोग अपने सुनने की चीजों पर अधिक ध्यान देते हैं और बोलने वाले से प्रश्न पूछते हैं और यदि उन्हें उनका जवाब सह लगता है तो उनके जवाब को वह नोट भी करते हैं।

10. लगातार नयी चीजें सीखते रहना (Keep learning new things):

सफल लोग 1 साल में औसतन 50 किताबें पढ़ते हैं वही आम लोग 1 साल में केवल एक बुक ही पढ़ पाते है। ज़्यादातर सफल लोग अपने से अधिक स्किल्ड और योग्य लोगों के साथ रहना पसंद करते हैं क्यूँकि उन्हें ऐसे लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

अमीर लोग किसी भी यूस्फ़ुल नयी चीज़ को सीखने के लिए पैसे देने से नहि हिचकिचाते हैं। इसका कारण वो जानते हैं की यह नयी स्किल सीखने में उन्हें भले ही थोड़े पैसे लगाने पड़े लेकिन यह उन्हें उसका कई गुना रिटर्न दे सकती है।

जैसे किसी नई भाषा को सीखना हुआ या फिर कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग भाषा को सीखना हुआ या फिर ब्लॉगिंग शुरू करना हुआ यह ऐसे स्किल्स है जो आपके कैरियर में मल्टिप्लाई वाला वृद्धि कर सकता है।

अंत मे-

हम आशा करते हैं की आपको हमारा यह लेख "अमीर और सफल लोगों की 10 आदतें " पसंद आया होगा। यदि आपको यह लेख पसंद आया तो हमें कॉमेंट के माध्यम से अवश्य बताएँ। अगर आप के पास कोई सुझाव हो तो हमें ज़रूर बताएँ। हम आगे ऐसे ही लेख आपके लिए लाते रहेंगे।

Diwali 2022:रातों- रात करोड़पति बनने में कौन से ग्रह करते हैं मदद, जानें किन ग्रहों के योग से आप भी बन सकते हैं धनवान

दीपावली के त्योहार के साथ ही एकता और भाईचारे की भावना इस समय हवाओं में है चारों ओर उत्सव शुरू हो गए हैं। आइए नजर डालते हैं आपकी कुंडली में मौजूद उन धन योग पर जो आपको और भी धनवान बना देगा।

Diwali 2022:रातों- रात करोड़पति बनने में कौन से ग्रह करते हैं मदद, जानें किन ग्रहों के योग से आप भी बन सकते हैं धनवान

दीपावाली की भावना पहले से ही हवा में है और अब उसे और अधिक बढ़ाने के लिए एकता और भाईचारे की भावना ने इस त्योहार के जश्न में और चार चांद लगा दिये हैं। दीपावाली का त्योहार बहुत सारी पॉजिटिविटी को अपने साथ लेकर आएगा। हालांकि, आपके ग्रहों के आधार पर आपकी सफलता और धन योग के मानक अलग- अलग होंगे।

आइए नजर डालते हैं आपकी कुंडली में मौजूद धन-योग पर -

महालक्ष्मी योग: ज्योतिष में महालक्ष्मी योग को एक बहुत ही दुर्लभ योग माना जाता है क्योंकि रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? यह बहुत कम जन्म कुंडली में पाया जाता है क्योंकि इस योग से जातक को अपने पूरे जीवन के लिए धन का आशीर्वाद मिल जाता है। यह योग तब बनता है जब किसी भी कुंडली में पहले भाव का दूसरे, पांचवें, नौवें और ग्यारहवें भाव से संबंध हो। यदि शुभ ग्रह जैसे बृहस्पति, शुक्र, बुध और चंद्रमा दूसरे और ग्यारवें भाव पर रहते हैं तो इस योग की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।

चंद्र-मंगल योग: यह जातक द्वारा धन उत्पन्न करने के लिए ग्रहों का भयानक योग है। इसे महाभाग्य योग के नाम से भी जाना जाता है। यह योग व्यक्ति की धन कमाने की क्षमता को दर्शाता है। ऐसे लोगों में किसी भी चीज से सीखने और पैसा कमाने की विशेष क्षमता होती है।यह योग तब बनता है जब किसी कुंडली में चंद्रमा और मंगल दोनों एक-दूसरे पर नजर डाल रहे हों या एक-दूसरे के साथ जुड़ रहे हों।

अधिक योग: जब बुध, शुक्र और गुरु चन्द्रमा से छठे, सातवें या आठवें भाव में हों तो अधिक योग बनता है। इस योग के तहत पैदा हुए लोग धनी और अत्यधिक सम्मानित होते हैं।

अष्ट लक्ष्मी योग: छठे भाव में राहु, 12वें रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? घर में केतु और घर के किसी भी केंद्र बृहस्पति के होने से अष्ट लक्ष्मी योग को बनता है।

करोड़पतियों का योग: ऐसा देखा जाता है कि जब चंद्रमा लग्न में, बृहस्पति 6वें भाव में, शुक्र 7वें में, बुध 8वें घर में और अन्य पाप ग्रह तीसरे, 10वें और 11वें भाव में हों तो जातक करोड़पति बनता है। सुविधाएं और विशेषाधिकार।

मालव्य योग: यह पंच महापुरुष योगों में से एक है। यह तब बनता है जब शुक्र अपने वृषभ या तुला या उच्च राशि मीन में पहले, चौथे, 7वें या 10वें घर में स्थित हो। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुखों और धन से सुख के लिए प्रमुख ग्रह माना गया है।

इंदु लग्न: इंदु लग्न को धन और समृद्धि का लग्न भी कहा जाता है। जातक की आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए इंदु लग्न का विश्लेषण किया जाता है। धन को आकर्षित करने के लिए, इंदु लग्न पर शासन करने वाले ग्रह की भूमिका जानना बहुत जरूरी है। जब यह ग्रह महादशा में एक्टिव हो जाता है, तो व्यक्ति जीवन के उस चरण में सभी प्रकार के धन और आराम को आकर्षित करने में सक्षम होता है।

कौन से ग्रह धन लाते हैं?
जबकि कोई भी ग्रह आपकी कुंडली में धन दाता की भूमिका निभा सकता है, यदि ग्रहों के अपने कुछ घर हैं, तो कुछ ग्रहों को समृद्धि और धन प्रदान करने के लिए निर्धारित किया गया है। यह ग्रह, यदि आपकी कुंडली में मजबूत हैं, तो आपको मशहूर और अमीर होने में मदद कर सकता है। आइए नजर डालते हैं इन ग्रहों पर-

बृहस्पति: वृद्धि, विस्तार, धन, स्वास्थ्य, सौभाग्य और चमत्कारी घटनाएँ सभी विशेषताएँ आमतौर पर बृहस्पति से जुड़ी होती हैं। लॉटरी जीतना, किसी समस्या के लिए एक अभिनव समाधान के साथ आना, या किसी ऐसे व्यक्ति से मिलना जो करोड़पति को जानता हो, यह सभी घटनाओं उदाहरण हैं जो आपको वित्तीय तौर पर फायदा संकेत दे सकते हैं।

शुक्र: शुक्र सौंदर्य, तेज और विलासिता का ग्रह है। धन को आकर्षित करने के लिए कुंडली में शुक्र की स्थिति काफी जरूरी होती है। यदि शुक्र की स्थिति धन भाव के अनुकूल है, तो यह एक अच्छा संकेत है कि आपकी धन को आकर्षित करने की क्षमता अधिक है।

बुध: बुध हमारी बुद्धि और तार्किक क्षमता का ग्रह है। यह पैसों के लेनदेन या व्यापार को नियंत्रित करता है। किसी को भी धनवान और सफल बनने के लिए उसकी जन्म कुंडली में बुध का मजबूत होना बवेद आवश्यक है।

अपनी कुंडली के आधार पर धन कैसे आकर्षित करें?
अब हम यह जान चुके हैं कि धन से संबंधित कुछ ग्रह हैं जो धन को अपनी ओर आकर्षित करते हैं तो इसका मतलब रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? यहीं है कि इन ग्रहों के संयोजन के साथ जन्म लेने वक हर व्यक्ति अमीर बन सकता है? उत्तर स्पष्ट है, नहीं।

कोई व्यक्ति यदि इन संयोजनों के साथ पैदा भी हुआ है तो उसे उचित समय पर इन्हें सक्रिय करने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति का धन-योग पंचम भाव में बनता है, तो वह हमारे पहले बच्चे से संबंधित पांचवें घर केरूप में उनके पहले बच्चे के जन्म के बाद ही धनवान बनेगा। जैसे ही हमारे पहले बच्चे का जन्म होता है, यह इन सभी ग्रहों को सक्रिय कर देता है और निर्धारित रिजल्ट देना शुरू कर देता है। उन ग्रहों से प्रार्थना करने की भी सलाह दी जाती है जो आपके धन पर राज करते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में उन मंत्रों का जाप करना या उनकी वास्तु-ऊर्जा को अपने घर और ऑफिस में रखने से धन प्राप्ति के लिए पॉजिटिव एनर्जी प्रेरित होती है।

हर गरीब बनेगा अमीर, केजरीवाल ने फॉर्मूला बता मोदी सरकार को दिया ऑफर


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह हर गरीब को अमीर बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा के जरिए देश के 17 करोड़ परिवारों को अमीर बनाया जा सकता है। आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह इसके लिए मोदी सरकार के साथ काम करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को ऑफर देते हैं कि उनकी सेवा ली जाए।

अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”मैं हर गरीब को अमीर बनाना चाहता हूं। मुझे अमीरों से कोई परहेज नहीं है। गरीब आदमी अमीर कैसे बनेगा? आप सोचिए एक गरीब किसान है, मजदूर है। वह अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजता है। सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है। वह बच्चा नहीं पढ़ेगा तो वह भी बड़ा होकर छोटा-मोटा काम ही करेगा, गरीब ही रह जाएगा। मान लीजिए हम स्कूल बहुत अच्छे कर देते हैं तो एक गरीब का बच्चा अच्छी पढ़ाई करता है, डॉक्टर, इंजीनियर बनता है तो वह अपने परिवार की गरीबी दूर करेगा। उसका परिवार अमीर बन जाएगा।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी की तरह पूरे देश के स्कूल अच्छे हो जाएं तो सभी की गरीबी दूर हो सकती है। उन्होंने कहा, मैंने 26 जनवरी के भाषण में कई उदाहरण दिए, कुशाग्र नाम का एक बच्चे का डॉक्टरी में एडमिशन हो गया। देश में 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, चंद स्कूलों को छोड़कर बाकी का बहुत बुरा हाल है। इन बच्चों का भविष्य अंधकार में है। इनके मां-बाप के पास पैसे नहीं हैं इसलिए सरकारी स्कूलों में भेजते हैं। यदि हम इन स्कूलों को दिल्ली की तरह शानदार बना दें और इन बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, ये डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बन जाएं, तो एक एक बच्चा अपने परिवार को अमीर बना देंगे।

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह स्कूलों को बेहतर बनाना जानते हैं और देशभर के स्कूलों की हालत सुधारने के लिए मोदी सरकार के साथ काम करने को तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा, ”यदि हम 17 करोड़ बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दें तो देश अमीर बन सकता है। अमेरिका अमीर इसलिए बना क्योंकि वह हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देता है, ब्रिटेन, डेनमार्क भी अच्छी शिक्षा देते हैं इसलिए अमीर है। भारत को भी अमीर बनना है तो हर व्यक्ति को अच्छी शिक्षा देनी होगी। हर स्कूल को अच्छा बनाना होगा। ढेर सारे सरकारी स्कूल खोलने होंगे। जिनते कच्चे टीचर हैं उन्हें पक्का करना होगा और नई भर्तियां करनी होंगी और चौथा टीचरों की ट्रेनिंग करानी है। पूरे देश में यह काम 5 साल में हो सकता है। मैं केंद्र सरकार को ऑफर देता हूं कि आप हमारी सेवा लो, हम भी तो इसी देश के हैं। हम आप सभी 130 करोड़ लोग मिलकर देशभर के स्कूल ठीक करेंगे। और इसे फ्रीबी कहना बंद कर दो, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कम रोटी भी खाना पड़े तो देश तैयार है।”

पांच लाख का बीमा करने से अच्छा इलाज नहीं होगा अस्पताल खोलने होंगे
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शिक्षा के साथ हमं अच्छा इलाज की व्यवस्था भी करनी होगी। सिर्फ पांच लाख का बीमा करके यह कह देना कि कई ही जाकर इलाज करा लो यह ठीक नहीं है। हमें उन्हें इलाज के लिए अच्छी व्यव्सथा देनी होगी। सरकारी अस्पतालों को ठीक करना होगा। सिर्फ पैसे का बीमा कराकर हमारी जिम्मेदारी खत्म नहीं होती है। हमें 130 करोड़ लोगों के इलाज की व्यवस्था भी करनी होगी। उन्होंने कहा कि हम एक बार फिर केंद्र सरकार को ऑफर देते है कि वह हमारी सेवा का प्रयोग करें। हम मिलकर देश में यह व्यवस्था ठीक करेंगे। मगर मेरी एक अपील है कि शिक्षा और इलाज की व्यवस्था को मुफ्त की रेवड़िया कहना बंद होना चाहिए।

धनी व्यक्ति कैसे बने ? Garib Se Amir Insan Kaise Bane

धन प्राप्ति व प्रयोग दोनों ही धर्म संगत होने चाहिए, अन्यथा मानव के 6 शत्रुओं यानी काम, क्रोध, लोभ.. में तीसरे स्थान पर ‘लोभ’ को गिना जाता है। पुरुषार्थ-चतुष्ट्य में धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष में भी जो-जो धर्म के अनुकूल हो वही मोक्ष तक ले जा सकता है, अन्यथा सब कुछ बन्धन में डालेगा, ‘अर्थ’ तो कई ‘अनर्थों’ का मूल बन जाता है.

वैसे धर्म से सीधे मोक्ष तक पहुँचा जा सकता है, वह भी अधिक सरलता से। मोक्ष तक जीवन व शरीर के सहज निर्वाह के लिये जितना धन आवश्यक व तर्कसंगत हो उसे पाने अथवा धनाढ्य जीवन जीने के कुछ उपाय यहाँ दर्शाए जा रहे हैं.

Garib Se Amir Insan Kaise Bane

how to be rich men

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1. बचत की आदत

बिजली, पानी इत्यादि की बचत करते हुए बहुत बड़ी राशि मासिक स्तर पर बचायी जा सकती है। कमरे में कोई न हो तो पंखा बन्द रखें, बिजली चार्जिंग न करने पर तार निकाल स्विच बन्द रखें इत्यादि सरल माध्यम ऐसे हैं कि जिनसे कोई भी बचत कर सकता है. यह राशि मासिक रूप से सैकड़ों से हज़ारों रुपयों तक हो सकती है.

इसी प्रकार सबसे पहले यह बतायें कि आप डीज़ल-पेट्रोल हर बार फ़ुल टैंक क्यों नहीं भरवाते ? पहले अपने आपको जवाब दें फिर आगे पढ़ें। जब बाद में भरवाना ही है तो अभी ही भरवायें ताकि आपका समय बचेगा (दोबारा-तिबारा भरवाने के लिये प्रायः दो-तीन किलोमीटर्स दूरी तय करनी आवश्यक हो सकती है).

इन कुछ किलोमीटर्स अथवा मीटर्स अतिरिक्त चलने से खर्च होने वाला धन भी बचेगा (जरुरी नहीं कि जहाँ आप जाने / जहाँ से आने वाले हों वहाँ मार्ग में पम्प मिल ही जाये, मिल भी गया तो यहाँ लिखित अन्य घाटे तो उठाने ही पड़ेंगे), भीड़ का हिस्सा बनने से बचाव होगा. गाड़ी रोकने, चालू करने में होने वाला प्रदूषण रुकेगा, अधिक ईंधन होने से गाड़ी की चलायमान स्थिति अच्छी रहेगी, श्रम बचेगा।

2. स्थानीय कारीगरों को एकजुट कर उनका विक्रय-माध्यम बन जायें

‘स्थानीय के लिये प्रखर होए’ (Vocal For Local), ‘भारत में करें निर्माण’ (Made In India), स्वदेशिता जैसी बातें न भी सोचते हों तो भी स्थानीय स्तर पर कार्यरत इन कारीगरों के कार्यों, छायाचित्रों, उत्पादों, सेवाओं, फ़ोन नम्बर्स इत्यादि को इनसे पूछ-पूछकर एक डायरी में मैण्टैन करके रखें.

कि मैं एक विवरण या डाटाबेस बना रही या बना रहा हूँ जिसके माध्यम से हम सब एक साथ होकर सम्भावित ग्राहकों तक पहुँचकर कमायी बढ़ा सकते हैं तथा सम्भावित ग्राहकों तक सेवाओं व उत्पादों की उपलब्धता की जानकारी पहुँचाना मेरा कार्य होगा।

आप चाहें तो एक ब्लाग (जिसे बनाने के लिये विशेषज्ञीय सेवा की आवश्यकता नहीं होती, कोई भी व निःशुल्क बना सकता है, यदि न बना पा रहे हों तो इण्टरनेट – दुकान के चालक से बनवा लें, लगभग 15-20 मिनट्स का एक बारगी कार्य है), उसमें यह सम्पूर्ण विवरण पोस्ट कर दें तथा सम्भावित ग्राहकों को SMS के रूप में इस Blog का Link मैसेज कर दें.

” मिट्टी, बाँस की उपयोगी व आकर्षक सामग्रियों के लिये …… इस लिंक को देखकर जरुर सम्पर्क करें, मैं आपके द्वारा इच्छित वस्तु आपके घर तक पहुँचाऊँगा “। ध्यान रखें कि ब्लाग एक बार बनाकर छोड़ देना पर्याप्त है, बारम्बार Online होने की कोई आवश्यकता नहीं.

ऑफलाइन सुखी रहने के उपाय अवश्य पढ़ें। यह सम्पूर्ण विवरण एक Hard copy फ़ाइल बनाकर अपने पास भी रखें। मोबाइल में डूबे रहने की आदत छोड़कर स्थानीय कारीगरों को इस प्रकार एकजुट करने का कार्य करेंगे तो आपको पता चलेगा कि व्यर्थ बैठने में बजाय थोड़ा-सा चल-फिर लेने से एवं नाममात्र के श्रम से ही आपने अपने व दूसरों के लिये कितना कुछ कर लिया, वह भी लाखों के निवेश के बिना।

3. विलासिता को त्यागें

जितनी चादर उतरे पैर पसारें , माया महाठगिनी जैसी कहावतों का महत्त्व समझें. यदि दुपहिया में कार्य अच्छे से संचालित हो रहा है तो चैपहिया की चाह क्यों ? किराये के मकान में ठीक ठाक रह ही रहे हैं तो अचानक ‘अपने मकान’ की चाहत कहाँ से आ गयी ?

(सुविधा व आवश्यकतानुसार मकान बदलने की सरलता किराये के मकान में ही रहती है, स्वयं के मकान के लोभ में ढेरों हानियाँ साथ रहती हैं). कभी त्यौहारी ख़रीद्दारी तो कभी Discount Offer के फेर में पड़कर घर को अनावश्यक वस्तुओं से भरने का क्या प्रयोजन ?

जरूरी सामग्रियों को सूचीबद्ध करने के लिये कागज़ पर लिखकर दुकान व बाज़ार जाने के बजाय दो-तीन वस्तुओं के लिये बार-बार शापिंग करने से पेट्रोल व समय नहीं खप रहा ?

यदि उत्पाद की आवश्यकता सदा रहेगी (जैसे कि दंतमंजन, तेल, साबुन, दाल इत्यादि) तो कम-कम मात्रा व छोटे डिब्बों में ख़रीदने के बजाय अधिक मात्राओं व बड़े डिब्बों में ख़रीदें.

इससे आने-जाने का समय व खर्चा तो रात अमीर कैसे बन सकता हूँ? बचेगा ही एवं साथ में बड़े पैकेट या अधिक मात्रा के कारण सामग्री तुलनात्मक रूप से सस्ती भी पड़ सकती है तथा पैकेजिंग में प्रयुक्त प्लास्टिक व पालिथीन में भी कमी आयेगी जिससे पर्यावरण में अपशिष्ट कम बनेगा।

4. दिखावा कभी न करें

कभी स्वयं के, कभी तथाकथित मित्रों तो कभी रिश्तेदारों के जन्मदिवस या अन्य आयोजनों के नाम पर हज़ारों रुपये उड़ा देने वाले लोग जब पारिवारिक मूलभूत आवश्यकता अथवा सामाजिक दायित्वपूर्ति के दौरान स्वयं के बारे में ऐसा कहते पाये जाते हैं तो बड़ा आश्चर्य होता है – ” आजकल कड़की व पैसों की तंगी चल रही है यार ! तथाकथित सामाजिक मान व सोशल स्टेटस अथवा आर्थिक यश कीर्ति में रखा क्या है ?

पैसे देखकर भिनकने वाले मच्छरों से ऐसी आस नहीं रखी जा सकती कि वे आपके शोक में भविष्य में साथ निभाने आयेंगे। बड़े से बड़े किसी भी (स्मरण रखें- किसी भी) आयोजन में 10 से अधिक लोग, 2000 से अधिक रुपये खर्चने कैसे आवश्यक हो सकते हैं ?

अब तक कितने आयोजनों में आपने कितने रुपये खर्च किये, ईमानदारी से कुल जमा यहाँ लिखें …………………. उधारी लेना तो अवांछनीय होता ही है किन्तु यदि पहले से अपने पास अतिरिक्त धनराशि हो तो उसे बचत के रूप में रखें अथवा किसी पुनीत प्रयोजन से खर्च करें, औपचारिकताओं अथवा सामाजिक दिखावे, मौज-मस्ती में न बर्बाद होने दें।

वृक्षारोपण में अथवा पशुसेवा में राशि लगायें तो सार्थक व औचित्यपूर्ण होगा, जैसे कि रामफल अथवा लाल अमरूद जैसे कम दिखने वाले पौधे क्रय करके मंदिरों इत्यादि के कर्ता – धर्ताओं से पूछकर लगायें, इनके आकर्षण में वे मना नहीं कर पायेंगे एवं वृक्षारोपण-जागरण भी सम्भव हो जायेगा।

5. निर्व्यसन हों

उस व्यक्ति को निर्धन अथवा ‘कम आमदनी, खर्चा ज़्यादा’ कैसे माना जा सकता है जो गुटखे व धूम्रपान इत्यादि में प्रतिदिन 100 रुपये खपा देता है, इसे बचाकर उसकी बचत देखें तो 3000 रुपये प्रतिमाह की बचत की जा सकती है.

बस ये ग़लत आदतें छोड़ देने मात्र से क्या यह 3000 रुपयों की अतिरिक्त कमायी के समकक्ष नहीं ? वार्षिक कमायी हुई ना 36000 रुपयों की |

Jija Sali Ka Pyar: शादी के बाद जीजा को अच्छी लगने लगी साली, बोला करीब आओ नहीं तो.

जीजा साली का रिश्ता वैसे तो मजाक-मस्ती का होता है। लेकिन इस रिश्ते की अपनी मर्यादा होती है। जीजा को साली का गार्जियन के तौर पर देखा जाता है। लेकिन इस कहानी में जीजा साली के साथ रिश्ता बनाना चाहता है। लड़की को समझ नहीं आ रहा है कि वो कैसे अपनी बहन का घर बचाएं।

Jija Sali Ka Pyar: शादी के बाद जीजा को अच्छी लगने लगी साली, बोला करीब आओ नहीं तो.

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, 25 साल की रिद्धिमा(बदला हुआ नाम) इन दिनों पशोपेश में है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि वो अपनी बहन का घर बचाए या फिर उसे जिससे कभी उसका क्रश हुआ करता था। बहन की शादी के तीन साल बाद ऐसी स्थिति आ जाएगी उसने कभी सोचा भी नहीं था। वो अपनी जिंदगी में आगे बढ़ रही थी ,तभी जीजा ने तूफान ला दिया। जीजा का कहना है कि या तो करीब आओ या फिर मुझे खोने के लिए तैयार रहो। चलिए रिद्धिमा की जुबानी उसकी उलझन से भरी कहानी जानते हैं और एक्सपर्ट की क्या राय है।

रिद्धिमा बताती हैं कि मेरी बहन मुझससे सिर्फ डेढ़ साल बड़ी है। हम दोनों बहुत करीब थे। हमें एक ही लड़के से क्रश हो गया था। वो लड़का हमारे पापा के दोस्त का बेटा है। हम दोनों की उस लड़के के साथ बातचीत होती थी। लेकिन वो दीदी को उस तरह पसंद नहीं करता था। लेकिन दोनों के घरवालों ने मिलकर उस लड़के के लिए दीदी को चुना। जाहिर सी बात है हमारे घरों में पहले लड़की की शादी होती है। दीदी को चूकी लड़का पसंद था इसलिए मैंने कुछ नहीं कहा, बस अपनी चाहत को दबा दिया। दीदी की शादी हो गई और वो लड़का मेरा जीजा बन गया।

जीजा से मेरी बात कभी-कभी होती थी। मिलना भी कम था, क्योंकि मैं पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गई थी। उनकी शादी के तीन साल हो गए है और एक प्यारी सी बच्ची भी है। मैं भी अपने पहले प्यार को भूल गई। लेकिन कुछ महीने पहले जब मैं घर गई थी तब मेरी दीदी और जीजा आए थे। वो हमारे साथ चार दिन तक रहें। हमने साथ में काफी मस्ती की। एक रात जब मैं छत पर अकेली थी तब जीजा आए। मैं कैजुअल उनसे बात करने लगी। लेकिन अचानक उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला कि वो आज भी मुझसे मोहब्बत करते हैं। परिवार के दबाव में आकर मैंने तुम्हारी दीदी से शादी कर ली। लेकिन एक पल भी तुमसे अलग नहीं हो पाया।

उसने आगे कहा कि तुम मेरे पास आ जाओ नहीं तो मैं कुछ खुद के साथ गलत कर लूंगा, क्योंकि मुझसे पहला प्यार भूल नहीं रहा है। मैंने उन्हें समझाया कि ये गलत है। मेरी दीदी की दुनिया उजड़ जाएगी। इसके बाद वो चले गए। लेकिन अब वो मुझे मैसेज करते हैं और फैसला करने के लिए कहते हैं। वो कहते हैं कि जल्द ही मैं कोई फैसला नहीं करती हूं तो वो आत्महत्या कर लेंगे। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कैसे मैं अपनी दीदी की दुनिया और अपने पहले प्यार को बचाऊं?

एक्सपर्ट की राय- हमारे समाज में जीजा साली का रिश्ता मजाक का भले ही होता है, लेकिन जीजा को एक भाई के तौर पर देखा जाता है। जो अपनी साली के लिए एक गार्जियन के तौर पर होता है। लेकिन कई लोग इस रिश्ते की मर्यादा को भंग कर देते हैं। सबसे पहले तो आप ये भूल जाइए कि आपका जीजा कुछ करने वाला है। अगर वाकई वो आपसे शिद्दत वाली मोहब्बत किया होता तो घरवालों को इसके बारे में बताता और आपसे शादी की जिद्द करता। लेकिन ना तो आपने ऐसा किया और ना ही उसने। यानी आप दोनों के बीच जो भी था वो महज आकर्षण था।

दीदी की एक प्यारी सी बेटी है और उनकी एक दुनिया है। अगर आपके कदम जरा सा भी बहकते हैं तो दीदी के साथ-साथ एक बच्ची के साथ भी आप अन्याय कर देंगी। आपके एक कदम से आपका परिवार यानी मम्मी-पापा का घर और दीदी का घर बर्बाद हो जाएगा। जीजा जो कुछ भी अब कर रहा है बस उसकी चाहत आपको पाने की है। आप सोचिए जिस इंसान ने आपकी दीदी से शादी की,उसके साथ रिश्ता बनाया। तीन साल तक उस रिश्ते में रहा और अब उसका आकर्षण दीदी से खत्म हो गया तो आपके पास आना चाहता है,

क्या गारंटी है कि वो आपके पास हमेशा रहेगा, आप से भी उसका प्यार खत्म हो सकता है। इसलिए जीजा की बात में मत आइए और उसे समझाइए कि आपके दिल में उसके लिए कुछ भी नहीं है और ज्यादा जिद्द करेंगे तो मैं अपने घर में और आपके घर में सारी चीजें बता दूंगी। इससे आपके जीजा डर जाएंगे और वो कोई भी गलत कदम नहीं उठाएंगे। लेकिन आपको सख्त होना पड़ेगा।

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