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मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए

मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए

पेपर बैग बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें? | निवेश, प्रॉफिट, मशीने व विधि | Paper Bag banane ka business kaise shuru kare

|| पेपर बैग बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें? | Paper Bag banane ka business kaise shuru kare | How to make paper bags for business in Hindi | Paper bag ka business kyu karna chahiye | पेपर बैग बनाने के लिए मशीन | पेपर बैग बनाने के बाद क्या करे? | पेपर बैग किससे बनते हैं? ||

Paper Bag Making Business in Hindi : – यदि आप किसी बिजनेस में अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं तो उसके लिए आज हम आपको एक ऐसा बिज़नेस सुझाना चाह रहे हैं जो सबसे अनोखा और अलग (Paper bag banane ka business) है। यह बिज़नेस है पेपर बैग बनाने का बिज़नेस। चूँकि आज के समय में सभी अलग अलग तरह के बिज़नेस में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और उसमे कोई सफल हो रहा हैं तो बहुत सारे असफल। तो मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए हम आपके लिए एक ऐसा बिज़नेस लेकर आये हैं जो भविष्य की दृष्टि से बहुत ही सफल बिज़नेस माना जाएगा।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आगे का जमाना पेपर बैग का मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए ही हैं और हर कोई इसी में ही काम करेगा। अब वह समय गया जब लोग प्लास्टिक के बैग इस्तेमाल किया करते थे। इसकी जगह दूसरे बैग्स ने ले ली हैं जिनमे से पेपर बैग प्रमुख है। तो आज का विषय पेपर बैग बनाने के बिज़नेस के ऊपर ही रहने (Paper bag banane ka business kaise karen) वाला है। यह लेख पढ़कर आपको आईडिया हो जाएगा कि किस तरह से आप अपना पेपर बैग बनाने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

पेपर बैग बनाने का व्यापार बहुत ही बड़ा व्यापार है। भविष्य में इसी का ही बोलबाला रहने (How to make paper bags for business in Hindi) वाला है। हर कोई इसी की मांग करेगा और आपको भी इसमें बहुत ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा। इसलिए यदि आप पेपर बैग के व्यापार में अपनी किस्मत आजमाएंगे तो इसे बहुत ही सही निर्णय कहा जाएगा। तो आइए जाने पेपर बैग बनाने का बिज़नेस कैसे किया जाए।

आज से भारत के हाथों में जी-20 की अध्यक्षता

भारत का जी-20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा। आज हम जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी जैसी जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान आपस मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए में लड़कर नहीं, बल्कि मिलकर काम करके ही निकाला जा सकता है।

जी-20 की पिछली 17 अध्यक्षताओं के दौरान वृहद आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय कराधान को तर्कसंगत बनाने और विभिन्न देशों के सिर से कर्ज के बोझ को कम करने समेत कई महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए। हम इन उपलब्धियों से लाभान्वित होंगे तथा यहां से और आगे की ओर बढ़ेंगे।

अब, जबकि भारत ने इस महत्वपूर्ण पद को ग्रहण किया है, मैं अपने आपसे यह पूछता हूं- क्या जी-20 अभी भी और आगे बढ़ सकता है? क्या हम समग्र मानवता के कल्याण के लिए मानसिकता में मूलभूत मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए बदलाव लाने की पहल कर सकते हैं?

मेरा विश्वास है कि हां, हम ऐसा कर सकते हैं। हमारी परिस्थितियां ही हमारी मानसिकता को आकार देती हैं। पूरे इतिहास के दौरान मानवता का जो स्वरूप होना चाहिए था, उसमें एक प्रकार की कमी दिखी। हम सीमित संसाधनों के लिए लड़े, क्योंकि हमारा अस्तित्व दूसरों को उन संसाधनों से वंचित कर देने पर निर्भर था। विभिन्न मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए विचारों, विचारधाराओं और पहचानों के बीच, टकराव और प्रतिस्पर्धा को ही जैसे आदर्श मान बैठे।

दुर्भाग्य से, हम आज भी उसी शून्य-योग की मानसिकता में अटके हुए हैं। हम इसे तब देखते हैं, जब विभिन्न देश, क्षेत्र या संसाधनों के लिए आपस में लड़ते हैं। हम इसे तब देखते हैं, जब आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को हथियार बनाया जाता है। हम इसे तब देखते हैं, जब कुछ लोगों द्वारा टीकों की जमाखोरी की जाती है, भले ही अरबों लोग बीमारियों से असुरक्षित हों।

कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि टकराव और लालच मानवीय स्वभाव है। मैं इससे असहमत हूं। अगर मनुष्य स्वाभाविक रूप से स्वार्थी है, तो हम सभी में मूलभूत एकात्मता की हिमायत करने वाली इतनी सारी आध्यात्मिक परंपराओं के स्थायी आकर्षण को कैसे समझा जाए?

भारत में प्रचलित ऐसी ही एक परंपरा है जो सभी जीवित प्राणियों और यहां तक कि निर्जीव चीजों को भी एक समान ही पांच मूल तत्वों - पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश के पंचतत्व से बना हुआ मानती है। इन तत्वों का सामंजस्य - हमारे भीतर और हमारे बीच भी- हमारे भौतिक, सामाजिक और पर्यावरणीय कल्याण के लिए आवश्यक है।

भारत की जी-20 की अध्यक्षता दुनिया में एकता की इस सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने की ओर काम करेगी। इसलिए हमारी थीम - 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है। ये सिर्फ एक नारा नहीं है। ये मानवीय परिस्थितियों में उन हालिया बदलावों को ध्यान में रखता है, जिनकी सराहना करने में हम सामूहिक रूप से विफल रहे हैं।

आज हमारे पास दुनिया के सभी लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त उत्पादन करने के साधन हैं। आज, हमें अपने अस्तित्व के लिए लड़ने की जरूरत नहीं है - हमारे युग को युद्ध का युग होने की जरूरत नहीं है। ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए! आज हम जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी जैसी जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान आपस में लड़कर नहीं, बल्कि मिलकर काम करके ही निकाला जा सकता है।

सौभाग्य से, आज की जो तकनीक है, वह हमें मानवता के व्यापक पैमाने पर समस्याओं का समाधान करने का साधन भी प्रदान करती है। आज हम जिस विशाल वर्चुअल दुनिया में रहते हैं, उससे हमें डिजिटल प्रौद्योगिकियों की व्यापकता का भी पता चलता है।

भारत इस सकल विश्व का सूक्ष्म जगत है, जहां विश्व की आबादी का छठा हिस्सा रहता है और जहां भाषाओं, धर्मों, रीति-रिवाजों और विश्वासों की विशाल विविधता है। सामूहिक निर्णय लेने की सबसे पुरानी ज्ञात परंपराओं वाली सभ्यता होने के नाते भारत दुनिया में लोकतंत्र के मूलभूत मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए डीएनए में योगदान देता है। लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की राष्ट्रीय सहमति किसी आदेश से नहीं, बल्कि करोड़ों स्वतंत्र आवाजों को एक सुरीले स्वर में मिला कर बनाई गई है।

आज, भारत सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमारे प्रतिभाशाली युवाओं की रचनात्मक प्रतिभा का पोषण करते हुए, हमारा नागरिक-केंद्रित शासन मॉडल एकदम हाशिए पर खड़े लोगों का भी ख्याल रखता है। हमने राष्ट्रीय विकास को ऊपर से नीचे की ओर के शासन की कवायद नहीं, बल्कि एक नागरिक-नेतृत्व वाला 'जन आंदोलन' बनाने की कोशिश की है।

हमने ऐसी डिजिटल जन उपयोगिताएं निर्मित करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है जो खुली, समावेशी और अंतर-संचालनीय हैं। इनके कारण सामाजिक सुरक्षा, वित्तीय समावेशन और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान जैसे विविध क्षेत्रों में क्रांतिकारी प्रगति हुई है। इन सभी कारणों से भारत के अनुभव संभावित वैश्विक समाधानों के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकते हैं। जी-20 अध्यक्षता के दौरान, हम भारत के अनुभव, ज्ञान और प्रारूप को दूसरों के लिए, विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए एक संभावित टेम्प्लेट के रूप में प्रस्तुत करेंगे।

हमारी जी-20 प्राथमिकताओं को, न केवल हमारे जी-20 भागीदारों, बल्कि दुनिया के दक्षिणी हिस्से में हमारे साथ चलने वाले देशों, जिनकी बातें अक्सर अनसुनी कर दी जाती है, के परामर्श से निर्धारित किया जाएगा। हमारी प्राथमिकताएं हमारी 'एक पृथ्वी' को संरक्षित करने, हमारे 'एक परिवार' में सद्भाव पैदा करने और हमारे 'एक भविष्य' को आशान्वित करने पर केंद्रित होंगी। अपने प्लेनेट को पोषित करने के लिए, हम भारत की प्रकृति की देख-भाल करने की परंपरा के आधार पर स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल जीवन शैली को प्रोत्साहित करेंगे।

मानव परिवार के भीतर सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए, हम खाद्य, उर्वरक और चिकित्सा उत्पादों की वैश्विक आपूर्ति को गैर-राजनीतिक बनाने की कोशिश करेंगे, ताकि भू-राजनीतिक तनाव मानवीय संकट का कारण न बनें। जैसा हमारे अपने परिवारों में होता है, जिनकी जरूरतें सबसे ज्यादा होती हैं, हमें उनकी चिंता सबसे पहले करनी चाहिए।

हमारी आने वाली पीढ़ियों में उम्मीद जगाने के लिए, हम बड़े पैमाने पर विनाश के हथियारों से पैदा होने वाले जोखिमों को कम करने और वैश्विक सुरक्षा बढ़ाने पर सर्वाधिक शक्तिशाली देशों के बीच एक ईमानदार बातचीत को प्रोत्साहन प्रदान करेंगे।भारत का जी-20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा। आइए, हम भारत की जी-20 अध्यक्षता को संरक्षण, सद्भाव और उम्मीद की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट हों। आइए, हम मानव-केंद्रित वैश्वीकरण के एक नए प्रतिमान को स्वरूप देने के लिए साथ मिलकर काम करें।

जम्मू कश्मीर: शिकारे की मरम्मत पर प्रतिबंध ने मालिकों के सामने खड़ा किया आजीविका का संकट

जम्मू कश्मीर सरकार ने 1988 में प्रदूषण संबंधी चिंताओं के कारण नए शिकारे के निर्माण और मौजूदा शिकारे की मरम्मत व नवीनीकरण पर प्रतिबंध लगा दिया था. 2009 में अधिकारियों द्वारा जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट को यह बताने के बाद कि शिकारा श्रीनगर के जल प्रदूषण का प्राथमिक स्रोत हैं, प्रतिबंध को फिर से लागू कर दिया गया था. The post जम्मू कश्मीर: शिकारे की मरम्मत पर प्रतिबंध ने मालिकों के सामने खड़ा किया आजीविका का संकट appeared first on The Wire - Hindi.

जम्मू कश्मीर सरकार ने 1988 में प्रदूषण संबंधी चिंताओं के कारण नए शिकारे के निर्माण और मौजूदा शिकारे की मरम्मत व नवीनीकरण पर प्रतिबंध लगा दिया था. 2009 में अधिकारियों द्वारा जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट को यह बताने के बाद कि शिकारा श्रीनगर के जल प्रदूषण का प्राथमिक स्रोत हैं, प्रतिबंध को फिर से लागू कर दिया गया था.

कश्मीर में एक क्षतिग्रस्त शिकारा. (फोटो: समीर हुसैन)

श्रीनगर: कश्मीरी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाने वाली शिकारा (Houseboat) को चलाने वाले परिवारों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. ऐसा उस कानून के चलते हो रहा है जो शिकारा की मरम्मत करने पर पाबंदी लगाता है.

कश्मीर हाउसबोट ओनर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता गुलाम कादिर गासी ने द वायर को बताया कि एक समय एसोसिएशन के साथ 250 हाउसबोट पंजीबद्ध थीं, अब 76 ही बची हैं.

1988 में फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले वाली सरकार ने प्रदूषण संबंधी चिंताओं के कारण कश्मीर में नए शिकारा के निर्माण और मौजूदा शिकारा की मरम्मत व नवीनीकरण पर प्रतिबंध लगा दिया था.

सरकार डल झील, निगीन झील और झेलम नदी में इनकी संख्या कम करना चाहती थी. चिनार बाग सहित ये तीन स्थान, हजारों शिकारा का डेरा थे.

2009 में अधिकारियों द्वारा जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट को यह बताने के बाद कि शिकारा, श्रीनगर के जल प्रदूषण का प्राथमिक स्रोत हैं, प्रतिबंध को फिर से लागू कर दिया गया था.

इसने उन लोगों के लिए अपने शिकारे की मरम्मत करना एक कठिन कार्य हो गया, जिनका शिकारा अभी चालू है.

एक शिकारे के मालिक 31 वर्षीय मोहम्मद यूनिस ने द वायर को बताया, ‘जब झील और अन्य जल निकायों के आसपास सभी निर्माण प्रतिबंधित थे, तो मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि वे शिकारा लाइसेंस का नवीनीकरण न करें. इससे विशेष अनुमति के बिना मरम्मत करना असंभव हो गया. अनुमति केवल एक लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद ही प्राप्त की जा सकती थी, जिसमें कम ही सफलती मिलती है.’

इसी के चलते वे लोग जिनकी आजीविका का एकमात्र साधन शिकारा है, संकट में हैं.

12 नवंबर को झेलम नदी मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए में चलने वाले सुहैल अहमद के शिकारे में दरार पड़ गई और वह पलट गया. उस समय उसमें छह पर्यटक मौजूद थे, जिन्हें उन्होंने बचा लिया.

अहमद कहते हैं, ‘हमारा प्रिंस नामक शिकारा झेलम नदी पर सबसे पुराना और सबसे लंबा था. इसमें छह बेडरूम थे. हमने पर्यटकों को तो बचा लिया, लेकिन अपना 50 साल पुराना शिकारा खो दिया, जो हमारी आजीविका का एकमात्र स्रोत था.’

अगले दिन नदी पुलिस ने शिकारे को पानी से निकाल लिया. उन्होंने इसे पानी से बाहर निकालने के लिए लगभग 3 लाख रुपये खर्च करने का दावा किया, लेकिन उनके प्रयास व्यर्थ रहे.

उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अब शिकारे को नष्ट करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. हमें सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिला और न ही किसी अधिकारी ने हमसे यह जानने के लिए संपर्क किया कि हमें किसी मदद की जरूरत है या नहीं. पर्यटन विभाग से हमें केवल एक ही सहायता मिली कि नाव से पानी निकालने के लिए दो वाटर पंप दिए. यह हमारा दूसरा शिकारा है, जो पिछले दो सालों में डूब गया.’

हाउसबोट ओनर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता गुलाम कादिर गासी का कहना है कि आजीविका के मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए वैकल्पिक अवसर प्रदान करने में भी प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया गया है.

उन्होंने द वायर को बताया कि शिकारा बनाने और मरम्मत करने में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी महंगी हो गई है. रियायती दरों पर इमारती लकड़ी जारी करने के लिए पर्यटन विभाग से किए गए अनुरोधों का कोई परिणाम नहीं निकला.

यही कारण है कि शिकारे को आसानी से ठीक करने का कोई तरीका न होने के चलते उनके डूबने का खतरा रहता है.

एक शिकारे का टूटा हुआ ढांचा. (फोटो: समीर हुसैन)

एक अन्य शिकारा मालिक यूनुस अहमद ने बताया कि शिकारे का आधार क्षतिग्रस्त होने के चलते पिछले साल कई डल झील और झेलम नदी में डूब गए.

उन्होंने कहा, ‘शिकारे के आधार में मामूली दरारों की मरम्मत की जा सकती है, लेकिन झेलम नदी में कोई ऐसी जगह (बोट यार्ड) नहीं है, जहां शिकारे को रखा जा सके. सर्दियों के मौसम में कई पर्यटक इनमें रहना पसंद करते हैं. अगर इनमें पर्यटकों की मौत हो जाती है तो कौन जिम्मेदार होगा? कुछ महीने पहले पर्यटन विभाग ने हमें कुछ लकड़ी प्रदान की थी. लेकिन हम अपनी नावों का नवीनीकरण कहां और कैसे करें?’

22 मई 2021 को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर में शिकारे के नवीनीकरण की अनुमति देने के लिए एक नई नीति की घोषणा की, जिसने इसके मालिकों को कुछ आशा दी है. हालांकि, उन्होंने बताया कि अभी तक धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ है.

इनका कहना है कि अगर किसी को अपने शिकारे का नवीनीकरण करने की अनुमति भी दी जाती है, तो प्रक्रिया मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए में शामिल लंबी और व्यस्त कागजी कार्रवाई में एक साल या उससे अधिक समय लग सकता है.

द वायर से बात करते हुए कश्मीर पर्यटन विभाग के निदेशक फ़ज़ लुल हसीब ने कहा कि विभाग द्वारा 3 दिसंबर को पुनर्वास नीति की घोषणा करने की उम्मीद है. संभागीय आयुक्त ने शिकारा मालिकों के पुनर्वास के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है .

1988 में शिकारे के नवीनीकरण पर प्रतिबंध के आदेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने पर्यटन सचिव और पर्यटन निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है और उनके निर्णय को अनुमोदन के लिए उच्च न्यायालय को भेजा जाएगा.

इससे पहले हाईकोर्ट ने कहा है कि झीलों को संरक्षित किया जाना चाहिए और उनके पास कोई निर्माण और नवीनीकरण नहीं होना चाहिए.

Android के लिए सर्वश्रेष्ठ एनीम गेम

Android डिवाइस गेम

खेल में, आप रोमांचक shinobi कार्रवाई का आनंद लेने में सक्षम होंगे क्योंकि प्रत्येक चरित्र में अद्भुत तकनीकें हैं। आप अपने इच्छित शिनोबिस के साथ एक टीम बना सकते हैं, और जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, आपको करना होगा अपने शत्रुओं से अपने दुर्ग की रक्षा करें।

दूसरी ओर, यदि आप अपने दम पर खेलना पसंद करते हैं, तो आप इसे बिना किसी समस्या के कर सकते हैं। साथ ही, आप जितने अधिक झगड़े जीतेंगे, आप अनलॉक करेंगे मुख्य पात्रों के दुर्लभ कार्ड। इसके अलावा, इस खेल के सबसे अच्छे पहलुओं में से एक की संभावना है Naruto और Boruto, या Sasuke और Sarada जैसे पिता और पुत्रों के साथ टीम बनाएं।

ड्रेगन बॉल जेड लड़ाई Dokkan

ड्रेगन बॉल जेड लड़ाई Dokkan

यदि आप ड्रैगन बॉल के प्रशंसक हैं, तो आपको डोक्कन बैटल को जरूर आजमाना चाहिए। आपके पास ड्रैगन बॉल के पूरे इतिहास से 2000 से अधिक पात्रों में से चुनने का अवसर होगा, और आप मूल कहानी का आनंद लें मंगा का, सोन गोकू के सर्वोत्तम परिवर्तनों की कल्पना करने के लिए।

इसमें 2डी एनिमेशन और चित्र हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर देंगे, और आपको ऐसा महसूस होगा कि आप पोर्टेबल कंसोल पर खेल रहे हैं न कि अपने एंड्रॉइड मोबाइल के साथ। मुख्य गेम मोड बहुत सरल है, और आपको बस इतना करना है स्क्रीन को निश्चित समय पर दबाएं गोकू की शक्तियों को उगलना शुरू करने के लिए।

इस खेल के साथ, आप इस प्रतिष्ठित श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ क्षणों को पुनः प्राप्त करेंगे, और यदि आप नई एनीमे श्रृंखला के साथ अप टू डेट नहीं हैं, आप डोक्कन बैटल खेल रहे हैं।

ब्लीच बहादुर आत्माओं

ब्लीच बहादुर आत्माओं

इचिगो कुरोसाकी अब तक के सबसे प्रसिद्ध एनीमे पात्रों में से एक है, और ब्लीच ब्रेव सोल्स इसका हिस्सा है एंड्रॉइड के लिए सर्वश्रेष्ठ एनीम गेम इस अनिमे से आपके सभी पसंदीदा पात्र गेम में उपलब्ध हैं, जो एनीमेशन और 2डी सिनेमैटिक्स प्रदान करता है।

इसके बाद आपके पास विकल्प है आपके द्वारा चुने गए चरित्र की शक्ति बढ़ाएँ, यह इचिगो, रुकिया और यहां तक ​​कि ओरिहाइम भी हो। साथ ही, आप कर सकते हैं इसकी शुरुआत से कहानी खेलें इचिगो और उसके साथियों के सभी बेहतरीन पलों को याद करने के लिए।

मल्टीप्लेयर मोड उपलब्ध है इसलिए आपको अपने आप चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अन्य साथियों के साथ खेलें ताकि मौज-मस्ती के घंटे बहुत हों और आप ब्लीच का हिस्सा महसूस करें।

वन पीस बाउंटी रश

वन पीस बाउंटी रश

क्या समुद्री डाकू आपको मोहित करते हैं? तब Luffy आपके पसंदीदा जापानी एनीम पात्रों में से एक होना चाहिए। वन पीस बाउंटी मूल्य कार्रवाई को पता होना चाहिए रश में आपको युद्ध के मैदान में खजाने के लिए लड़ना होगा।

एनिमेशन 3डी में हैं और, आप 4 भागीदारों के साथ खेल सकते हैं अपने विरोधियों के सामने बेरी के सिक्कों का खजाना लूटने की कोशिश करने के लिए। श्रृंखला के सबसे प्रतिष्ठित पात्र खेल में मौजूद हैं, इसलिए आपको जो पहला नाम दिखाई देता है, उसके साथ मिलकर आपको समझौता नहीं करना पड़ेगा।

हालांकि आपको विश्वास नहीं करना चाहिए कि यह एक साधारण प्रक्रिया होगी। सबसे अच्छा वह है खजाने को प्राप्त करने के लिए रणनीति विकसित करें, इसलिए आपको मल्टीप्लेयर सहित सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करना होगा।

माई हीरो अल्ट्रा इम्पैक्ट

माई हीरो अल्ट्रा इम्पैक्ट

माई हीरो एकेडेमिया ने हाल के वर्षों में सबसे लोकप्रिय एनीमे की सूची में अपना नाम बनाने में कामयाबी हासिल की, जिसके कारण माई हीरो अल्ट्रा इम्पैक्ट का विकास हुआ, एक गेम जिसमें आपको अपने चरित्र के कौशल का परीक्षण करें।

बाकी शीर्षकों के विपरीत, अल्ट्रा इम्पैक्ट में आपको करना होगा पात्रों को प्रशिक्षित करें और चुनें कि किन शक्तियों का उपयोग करना है क्षेत्र में और किसे छोड़ना है। लड़ाइयाँ 6 खिलाड़ियों के बीच खेली जाती हैं, जिसका अर्थ है कि यह 3 बनाम 3 होगा।

जीतना, आपको विशेष चित्र मिलेंगे बकुगो जैसे पात्रों का, और आपका अपना संग्रह हो सकता है।

वन पंच मैन रोड टू हीरो 2.0

वन पंच मैन रोड टू हीरो 2.0

साइतमा और उनके प्रतिष्ठित मुक्के काफी सनसनी बन गए, और इस कारण से, आपको हीरो 2.0 के लिए वन पंच मैन रोड खेलना चाहिए। सबसे पहले, आप अपने कौशल का परीक्षण कुलीन द्वंद्व मोड में कर सकते हैं, जहाँ आप अपने विरोधियों को चुन सकते हैं।

बाद में, आप कहानी मोड में जा सकते हैं। मुख्य मानचित्र पर आपको चुनने के लिए कई विकल्प दिखाई देंगे। स्क्रीन के दाईं ओर, आप पाएंगे विभिन्न विकल्प जिनमें आप अपने वर्तमान मिशन देखेंगे, आपका बैकपैक, पात्रों की सूची और आपके पास वर्तमान में रैंकिंग।

अंत में आप कर सकते हैं अन्य पात्रों की भर्ती करें आपके कारण में शामिल होने और अपने शक्तिशाली दुश्मनों को हराने की प्रक्रिया में आपकी सहायता करने के लिए।

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