बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ?

तो भारत में केवल दो लोकप्रिय वेबसाइट हैं। पहला है Zeb Pay और दूसरा है Unocoin। (यूनोकॉइन) दो लोकप्रिय वेबसाइट हैं जहां से आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं और बिटकॉइन बेच सकते हैं।
बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ?
Ethereum जिसे Ether भी कहा जाता है। यह एक डिजिटल मुद्रा है और अगर कोई आप से पूछे कि Ethereum क्या है तो आप कह सकते हैं कि ये दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा वैल्युएबल डिजिटल मनी है। ये जिस टेक्नोलॉजी पर काम करता है उसे Ethereum Blockchain कहा जाता है। जिसका उपयोग Ethereum Network पर Smart Contract के संचालन के लिए किया जाता है।
Bitcoin की तरह Ethereum Network और Ether Token किसी भी सरकार या बैंक द्वारा जारी या नियंत्रित नहीं किए जा सकते। यह एक खुला नेटवर्क है जिसे इसके उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रबंधित किया जाता है। 2016 में Ethereum को दो अलग-अलग ब्लॉकचेन Ethereum और Ethereum Classic में विभाजित किया गया बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ? था। सितंबर 2019 तक बिटकॉइन के पीछे अथर्व दूसरी सबसे बड़ी Virtual currency थी।
बात करें अगर Ethereum के वैल्यूएशन की तो 1 Ethereum, 1900 डॉलर के बराबर है। यह वैल्यूएशन हमेशा उपर नीचे होता रहता है। और Ethereum current market cap लगभग 231.98 बिलियन डॉलर है।
Ethereum Smart Contract क्या है?
स्मार्ट कांटेक्ट का उपयोग कंप्यूटर कोड का वर्णन करने के लिए किया जाता है जोकि धन-संपत्ति शेयर या मूल्य के कुछ भी आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान कर सकता है। Contract को कोड मैं लिखा जाता है, जिसे Creator Blockchain में अपलोड करते है।
जब किसी Contracts को execute किया जाता है तब सभी nodes जोकि नेटवर्क में मौजूद है उसे रन करते है, जिसके बाद ब्लॉकचैन में अपलोड किया जाता है और ऐसे ही उन्हें सार्वजनिक खाते में रखा जाता है। जोकि सैद्धांतिक रूप से Temper Proof होते हैं।
सभी कंप्यूटर्स जो इस नेटवर्क में स्थित है, वह सारे ट्रांजैक्शंस को ट्रैक कर रही होती है। इसलिए इसमें छेड़छाड़ करना संभव नहीं है। यदि कोई छेड़छाड़ करता भी है तो तुरंत सभी को पता चल जाता है।
Ethereum सुरक्षित है या नही?
एथेरियम परियोजना को विभिन्न चरणों में बनाया गया है। वर्तमान में यह परियोजना दो चरण हैं। जिसे “होमस्टेड” कहा जाता है। एथेरियम नेटवर्क के विकास के लिए क्रमशः 4 सुनियोजित चरण है।
- फ्रंटियर बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ?
- होमस्टेड
- मेट्रोपोलिस
- सीनिटी
हालांकि एथेरियम अभी एक प्रौद्योगिक तकनीक है। क्योंकि यह प्रोग्राम अभी वर्चुअल मशीन पर चलाने की अनुमति देता है इसलिए यह संभव है कि कुछ चीजें अभी भी गलत हो सकती है।
GK Questions: बिटकॉइन मुद्रा क्या है और कैसे काम करती है? यहां जानें जीके के ऐसे ही सवाल और उनके जवाब
GK Questions: कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे सभी स्टूडेंट्स यह बात जानते हैं कि किसी भी कॉम्पिटिटिव एग्जाम या इंटरव्यू में कहीं से भी सवाल पूछे जा सकते हैं. यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) दुनिया के सबसे कठिन एग्जाम में से एक है. इस एग्जाम में सफलता के लिए उम्मीदवारों को कई सालों तक मेहनत करनी पड.ती है. अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं या ऐसे किसी अन्य कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तो इन जीके क्वेशन-आसंर को जरूर याद कर लें.
1. भारत पर सिकंदर के आक्रमण के परिणाम क्या थे?
भारत और यूनान के बीच अलग-अलग क्षेत्रों में प्रत्यक्ष संपर्क की स्थापना हुई. राय चौधरी के अनुसार सिकंदर के आक्रमण से भारत की छोटी-छोटी रियासतें खत्म हो गई थीं.
Colorful Milestones of Indian Roads : अलग-अलग रंगों से रंगे होते हैं सड़कों पर लगे माइलस्टोन, कारण जानें
9. क्या आप जानते हैं चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र का नाम?
बिन्दुसार चन्द्रगुप्त मौर्य का पुत्र था. ऐसा माना जाता है कि बिन्दुसार की जीवनी के सन्दर्भ में जैन व बौद्ध ग्रंथों में अधिक वर्णन नहीं किया गया है.
10. दुनिया में सबसे अधिक सैलरी देने वाले देशों के नाम क्या हैं?
दुनिया में यह टॉप 5 देशहैं, जो सबसे हाई सैलरी देते हैं- लक्ज़मबर्ग, डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया औरअमेरिका.
Bitcoin : क्या है बिटकॉइन कैसे खरीदें, जाने पूरी जानकारी
photo By Google
क्या बिटकॉइन में निवेश करने के लिए बिटकॉइन (Bitcoin ) को हैक किया जा सकता है? सारी शंकाएं दूर हो जाएंगी। तो दोस्तों, मैं आप सभी का इस पोस्ट में स्वागत करता हूं और आइए जानते हैं।
photo By Google
Bitcoin : बिटकॉइन कैसे कमाएं
ब्लॉकचेन कैसे काम करता है? (How does Blockchain work?)
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ब्लॉक पर आधारित एवं कार्य करने वाला सिस्टम हैं। ब्लॉक में उपयोगकर्ता की जानकारी एवं ट्रांजैक्शन हिस्ट्री होती है, मान लीजिए कि 3 ब्लॉक होते हैं ये तीन ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं इन तीनों में हैश होता है। अगर किसी भी ब्लॉक को बदला जाता है तो अन्य ब्लॉक को बदलावों का पता चल जाता है, कंप्यूटर के द्वारा करोड़ों अरबों हैश को कुछ सेकंड में ही कैलकुलेट किया जाता हैं।
ब्लॉकचेन को प्रूफ ऑफ वर्क भी कहते हैं। ब्लॉकचेन कंप्यूटर के द्वारा सारे कामों की सूची तैयार करके अपने पास स्टोर करता हैं। अगर कोई यूजर ट्रांजैक्शन करता है तो ट्रांजैक्शन किसके द्वारा किया गया है और ट्रांजैक्शन कहां किया गया है। इसके अलावा ट्रांजैक्शन की राशि को ब्लॉकचेन ब्लॉक के अंदर स्टोर करता हैं, आवश्यकता पड़ने पर ब्लॉक के डेटाबेस को देखा एवं पढ़ा जा सकता हैं।
ब्लॉकचेन की विशेषताएं (Features of blockchain)
Peer to peer ट्रांजैक्शन के चलते किसी थर्ड पार्टी का दखल खत्म हो जाता है जिससे किसी भी उद्योग या व्यापार के कीमत में कमी की जा सकती हैं। और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पूरी तरह से सुरक्षित है इसलिए इस पर भरोसा किया जा सकता हैं। इसके कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्न है।
- बैंकों में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके इस क्षेत्र में डाटा सिक्योरिटी, सर्विस डिलीवरी की गति, भ्रष्टाचार में कमी आदि की जा सकती हैं।
- ब्लॉकचेन के कारण डेटाबेस सुरक्षित रहता है एवं ट्रांजैक्शन समय में कमी आती हैं।
- ब्लॉकचेन तकनीक में एक बार होने वाले ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड को हटाया नहीं जा सकता, जिसके कारण इससे वर्तमान में होने वाले बड़े अपराधियों को रोका जा सकता हैं।
- ब्लॉकचेन के जरिए सारा डाटा एक जगह स्टोर हो सकेगा इसके साथ साथ हर रिकॉर्ड की जानकारी तुरंत हासिल करने की सहूलियत भी रहेगी।
- इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस होने के कारण पेपर वर्क कम होने से पर्यावरणीय स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- शिक्षा के क्षेत्र में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके पेपर लीक जैसे मामलों पर लगाम कसी जा सकती हैं।
ब्लॉकचेन और बिटकॉइन में अंतर (difference between blockchain and bitcoin)
कुछ लोग बिटकॉइन और ब्लॉकचेन को लेकर अक्सर भ्रम में रहते है। ऐसे में इनके अंतर को भी जान लें।
Blockchain | Bitcoin |
---|---|
ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी का नाम हैं। | ब्लॉकचेन पर आधारित बिटकॉइन एक एप्लीकेशन हैं। |
ब्लॉकचेन को distributed database कहते हैं। | बिटकॉइन को क्रिप्टो करेंसी कहते हैं। |
ब्लॉकचैन अंडरपिनिंग तकनीक हैं। | बिटकॉइन को खरीदा एवं बेचा जा सकता हैं। |
ब्लॉकचेन के अंदर ट्रांजैक्शन की हिस्ट्री स्टोर रहती हैं। | बिटकॉइन को माइनिंग के द्वारा प्राप्त किया जाता हैं। |
ब्लॉकचेन का इतिहास (History of blockchain)
आज से लगभग बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ? 10 साल पहले प्रयोग में आई इस तकनीक ने पूरी दुनिया में क्रांति ला दी, सबसे पहले साल 1991 में क्रिप्टोग्राफी के बारे में Stuart Haber, W. Scott Stornetta और Dave Bayer ने बताया था, साल 2008 में सतोशी नाकामोटो नाम के वैज्ञानिक ने पहला ब्लॉकचेन डाटाबेस तैयार किया। साल 2009 के अंतराल नाकामोटो ने पहला पब्लिक लेजर ब्लॉकचेन बिटकॉइन के लिए बनाया।
इसके बाद साल 2014 में ब्लॉकचेन तकनीक में बिटकॉइन के भीतर अन्य क्षेत्रों में बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ? इसके अनुप्रयोगों में बात की गई, समय के साथ टेक्नोलॉजी में बहुत सारे बदलाव किए गए और इस तकनीक ने बैंकिंग, पब्लिक रिकॉर्ड्स, लैंड डील जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला दी, बैंकिंग और पब्लिक रिकॉर्ड्स में सबसे बड़ी चुनौती है रिकॉर्ड्स को सुरक्षित रखने की पारदर्शिता और किसी भी तरह की जालसाजी को रोकना, ब्लॉकचेन की प्रक्रिया में इन सभी चुनौतियों का हल शामिल हैं।
क्रिप्टो करेंसी राष्ट्र और राष्ट्रवाद के लिए कितना बड़ा खतरा? जानिए- अपने नफे-नुकसान की बातें
By: मृत्युंजय सिंह | Updated at : 04 Mar 2020 02:28 PM (IST)
नई दिल्ली: क्रिप्टो करेंसी पर आरबीआई ने साल 2018 में बैन लगाया था जिसे आज सुप्रीम कोर्ट ने हटाने का फैसला किया है. क्रिप्टो करेंसी के चलन से से क्या देश और दुनिया की सुरक्षा को खतरा पैदा होगा यह सवाल उठने लगा है. क्या क्रिप्टो बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ? करेंसी राष्ट्रवाद के लिए भी खतरनाक है?
आज दुनिया में ऐसी सैकड़ों हजारों वेबसाइट और बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ? कंपनियां है जो बिटकॉइन को मुद्रा के रूप में स्वीकार कर रही है. दुनिया के भौतिक बाजार आजकल इंटरनेट पे और इंटरनेट हमारे मोबाइल पे आ गया है. लोग अपने खरीददारी का एक बड़ा भाग आजकल इस आभाषी माध्यम मोबाइल इंटरनेट से कर रहें हैं और नकदी कि जगह वर्चुअल वैलट रखने लगे हैं.
आर्थिक विशेषज्ञ पंकज जायसवाल के मुताबिक, ''आज भी कई लोगों के पास बैंकिंग सुविधा नहीं है लेकिन उन लोगों की संख्या अधिक है जिनके पास इंटरनेट के साथ सेल फोन है और यह इंटरनेट के माध्यम से व्यापार नहीं कर सकते. मोबाइल इंटरनेट, लॉयल्टी पॉइंट, रिवार्ड पॉइंट और वैलट की विचारधारा ने बिटकॉइन कि विचारधारा को इन्फ्रा सपोर्ट किया है क्योंकि इसने राज्य प्रतिष्ठान कि अनिवार्य मान्यता को हटा कर सिर्फ एक सूत्र वाक्य को पकड़ा है वह है जन स्वीकार्यता और हमें ले गया है उस दौर में जब विनिमय के लिए मानवों ने देश कि सीमाओं के रूप में बड़ी रेखाएं नहीं खींची थी. बिना राज्य प्रतिष्ठान कि गारंटी, केन्द्रीय बैंक के नियमन के भी आप आभाषी दुनिया में बिटकॉइन की वजह से लेन देन कर सकते हैं क्योंकि बिटकॉइन पर किसी व्यक्ति विशेष सरकार या कंपनी का कोई स्वामित्व नहीं होता है."