भारत की खुद की डिजिटल करेंसी

RBI का प्लान दो तरह की डिजिटल करेंसी लॉन्च करने का है पहला CBDC होलसेल (CBDC Wholesale) और दूसरा CBDC रिटेल (CBDC Retail). एक नवंबर 2022 को RBI ने CBDC होलसेल को लॉन्च किया है.
RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी कर सकता है लॉन्च
सिंगापुर में ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम के लिए ब्लूमबर्ग टेलीविजन की एमिली चांग के साथ एक इंटरव्यू में Google और अल्फाबेट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सुंदर पिचाई ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात की और बताया कि उनके पास ये वर्चुअल करेंसी है या नहीं. सुंदर पिचाई ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके पास कोई भी क्रिप्टोकरेंसी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि काश उनके पास होता. आपको बता दें इससे पहले ऐपल सीईओ टिम कुक ने भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी राय रखी थी.
टिम कुक ने न्यू यॉर्क टाइम्स के डीलबुक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में पैसा इन्वेस्ट किया है. उन्होंने एक रिकॉर्डेड इंटरव्यू में कहा था 'मुझे लगता है कि डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप में इसे स्वामित्व रखना सही है. वैसे मैं किसी को भी निवेश की सलाह नहीं दे भारत की खुद की डिजिटल करेंसी रहा हूं.'
भारत की डिजिटल करेंसी लॉन्च
What Is CBDC Wholesale: इस Central Bank Digital Currency Wholesale के तहत ड़े वित्तीय संस्थान जिसमें बैंक, बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और दूसरे बड़े सौदे करने वाले संस्थान करेंगे
What Is CBDC Retail: Central Bank Digital Currency Retail का इस्तेमाल आम लोग रोजमर्रा के लेनदेन के लिए कर सकेंगे।
भारत की डिजिटल करेंसी कैसे काम करेगी
CBDC ऐसी आधिकारिक भारतीय मुद्रा है जिसे आप देश और छु नहीं सकते, ये आपके जेब में नहीं मोबाइल या कम्प्यूटर में होगी। इसे आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। Digital Rupee भारत की खुद की डिजिटल करेंसी से आप कोई भी लेनदेन कर सकते हैं. इस डिजिटल रुपए को आप अपने Online Wallet में रख सकते हैं. देश में किसी भी प्रकार के वैध लेनदेन के लिए CBDC का इस्तेमाल हो सकेगा
Is CBDC Cryptocurrency: CBDC क्रिप्टो नहीं सिर्फ Indian Digital Currency है. जिसके लिए RBI टेंडर करेगी। इसे RBI ही जारी करेगा जैसे नोटों को करता है. इसके लिए आपका बैंक अकाउंट होना भी जरूरी नहीं है
CBDC से आम आदमी को क्या फायदा होगा
इंडियन डिजिटल करेंसी से सरकार को फायदा तो होगा ही साथ बिजनेसमैन और आम लोगों की लेनदेन की लागत कम होगी। UAE में कर्मचारियों को आधी पेमेंट डिजिटल मनी से ही होती है. जिसकी मदद से UAE में रहने वाले अपने लोगों को आसानी से पैसे ट्रांसफर कर देते हैं
World Bank का कहना है कि अभी जिस तरह बैंक पेमेंट, कैश और UPI से जो पेमेंट होता है उसमे 7% तक अधिक पेमेंट करनी पड़ती है. लेकिन Digital Currency से यह 2% तक कम हो जाएगी। इससे कम इनकम वाले देशों को हर साल 1.2 लाख करोड़ जितना पैसा बचेगा
CBDC से क्या फायदा होगा
सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा जो हमने आपको ऊपर बताया है. उसके बाद जब देश में पूरी तरह से CBCD का चलन शुरू हो जाएगा तब सरकार को ज़्यादा नोट नहीं छापने पड़ेगे जिससे नोटों को बनाने वाले खर्च में भारी कमी आएगी।
भारत के पहले 9 देश इसे लॉन्च कर चुके हैं. जैसे बहमास, नजिरिया, कैरेबियन, वहीं चीन, साऊथ कोरिया जैसे 14 देश इसे लॉन्च कर रहे हैं जबकि 84 देश इसपर रिसर्च कर रहे हैं.
Digital Currency: भारत खुद की डिजिटल करेंसी लांच करने की बना रहा है योजना, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया यह जवाब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
Digital Currency In India: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बीते मंगलवार 1 फरवरी को भारत का आम बजट 2022 (Union Budget 2022) प्रस्तुत किया। वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए इस बजट के मद्देनज़र कई ऐसे अहम मुद्दे रहे जो कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए डिजिटल स्वरूप और तकनीकी को बेहतर करने के तहत सामने रखे गए। इसी रूप में वित्त मंत्री ने आगामी समय में भारत द्वारा स्वयं की डिजिटल मुद्रा (डिजिटल मुद्रा) यानी रुपए का डिजिटल रूप प्रस्तुत करने की भी बात की गई।
Union Budget 2022: Bitcoin समेत इन क्रिप्टोकरेंसी की कमाई पर 30% टैक्स, लॉन्च होगी भारत की डिजिटल करेंसी
आज यानी 1 फरवरी को भारत की वित्त मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारमण ने देश का वार्षिक केन्द्रीय बजट पेश कर दिया है. यह कहा गया है कि इस साल RBI देश की खुद की डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा और साथ ही, बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर होने वाली कमाई पर 20% का टैक्स भी लगाया जाएगा. आइए इस सबके बारे में जानते हैं..
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज इस साल के केन्द्रीय बजट पेश किया है जिसमें कई सारे अहम पहलुओं को समेटा गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट पेश करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से 2022-23 से ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके ‘डिजिटल रुपया’ पेश करने का प्रस्ताव है. साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्सेशन को लेकर भी फैसला लिया गया है.
लॉन्च होगी भारत की डिजिटल करेंसी
वित्त मंत्री ने यह स्पष्ट किया है कि ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करके रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया साल 2022 यानी इसी साल से देश की अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा. निर्मला सीतारमण जी का कहना है कि डिजिटल करेंसी भारत की खुद की डिजिटल करेंसी के आने से डिजिटल ईकोनॉमी को काफी बूस्ट मिलेगा और करेंसी मैनेजमेंट भारत की खुद की डिजिटल करेंसी सिस्टम भी काफी सस्ता हो जाएगा. इस डिजिटल करेंसी को हमारे देश की क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जा सकता है.
बिटकॉइन की कमाई पर लगेगा 30% टैक्स
बजट के दौरान बिटकॉइन को बैन करने के बारे में तो कुछ नहीं कहा गया है लेकिन ये जरूर बताया गया है कि अब से बिटकॉइन आदि की कमाई पर टैक्स लगाया जा रहा है. बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों के लिए ये काफी चौंकाने वाली बात है कि वर्चुअल डिजिटल ऐसेट पर 30% टैक्स लगेगा और इन डिजिटल ऐसेट्स को वर्चुअली ट्रांसफर करने पर 1% टीडीएस भी लगेगा. क्रिप्टोकरेंसी अगर उपहार के तौर पर किसी को दी जाती है तो गिफ्ट लेने वाले को टैक्स देना होगा.
- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.
- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?
- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- भारत की खुद की डिजिटल करेंसी लेनदेन में प्राइवेसी.
- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज बहुत ज्यादा.
किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत
1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?
- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?