स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर

पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं के कारण, म्यूचुअल फंड शेयर खरीदते समय कम लेनदेन लागत को आकर्षित करते हैं और इसलिए, व्यक्तिगत निवेशकों की तुलना में कम ब्रोकरेज का भुगतान करते हैं।
निवेश बनाम अटकलें (सट्टेबाज़ी): प्रमुख अंतर
लोग अक्सर खुद से सवाल पूछते हैं: मैं वित्तीय बाजार में कैसे सही तरीके से ट्रेड कर सकता हूँ? क्या लंबी अवधि के लिए क्रॉस-करेंसी जोड़े, शेयर या ETF खरीदना उचित होगा, या क्या यह उन्हें केवल कुछ घंटों के लिए रखकर बेच देना पर्याप्त होगा? हम अगले लेख में इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
एक ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां आप दूसरे शहर जा रहे हैं। आपने एक नया घर खरीदा, अपना सामान स्थानांतरित किया, लेकिन अब एक समस्या आन पड़ी है। काम पर कैसे जाएंगे। कार्यालय घर से काफी दूर है, और सार्वजनिक परिवहन की पहुँच वहाँ नहीं है।
इसके अलावा, आप को यात्रा करना पसंद है, लेकिन आप विमानों से यात्रा करना नहीं चाहते हैं। आपके पास दो विकल्प हैं: आप काम और यात्रा के लिए एक कार खरीद सकते हैं, या आप हर दिन किराए पर कार ले सकते हैं। आपको इस बात से सहमत होना होगा कि दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं।
निवेश क्या है?
निवेश करना और सट्टा लगाना (स्पेक्युलेट करना) काम और यात्रा के लिए कार चुनने जैसा है। निवेश मुख्य रूप से एक लंबी अवधि की प्रतिबद्धता है, ठीक उसी तरह जैसे अपनी खुद की कार खरीदना। इस प्रकार के निवेश के लिए अपेक्षाकृत बड़ी राशि की आवश्यकता होती है।
आपको एक स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर उदाहरण देने के लिए, यदि आप शेयरों में अपना पैसा निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो Apple की कीमत वर्तमान में $133 प्रति शेयर, Amazon $3,400 और Tesla $680 है। निश्चित रूप से, आप एक कंपनी का एकल स्टॉक खरीद सकते हैं, लेकिन तब आप द्वारा पैसे कमा नहीं पाने (अपनी कार से दुर्घटना होने) की जोखिम काफी बढ़ जाती है।
इन जोखिमों को न्यून करने के लिए, आपको एक पोर्टफोलियो बनाने की आवश्यकता होगी जिसमें तथाकथित सुरक्षित स्टॉक सहित विभिन्न स्टॉक शामिल हैं, जिसका अर्थ है कंपनियों के स्टॉक या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) जो बाजार में गिरावट आने पर बढ़ते हैं। यह कार बीमा खरीदने जैसा है।
सट्टेबाज़ी (स्पेक्युलेशन) क्या है?
जहां तक सट्टेबाज़ी की बात है, यह कार किराए पर लेने जैसा ही है। सबसे पहले, आपको सट्टा लगाने के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता नहीं होती है। ट्रेड करने के लिए, आप अपने ब्रोकर द्वारा उपलब्ध कराए गए फंड का उपयोग लीवरेज या गुणक के रूप में कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, X500 का गुणक ट्रेड राशि को 500 गुना बढ़ा देता है, जिसका अर्थ है कि यदि आप अपने स्वयं के फंड के केवल 10 डॉलर के साथ ट्रेड खोलते हैं, तो आप $5,000 तक का ट्रेड कर सकते हैं। दूसरी ओर, कार किराए पर लेने की तरह, आपको कमीशन के रूप में नियमित किराया देना होगा। बार-बार ट्रेडिंग करने के चलते, लंबी अवधि स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर में, कमीशन पर्याप्त मात्रा में हो सकता है।
आप द्वारा किराये की कार में लंबी यात्रा करने की संभावना बहुत न्यून है। हालाँकि, आपको शायद तेल के स्तर और ईंधन के बारे में सोचने की ज़रूरत नहीं होगी। आप रास्ते और बिंदु ए से बी तक पहुंचने की सबसे कम दूरी के बारे में सोच रहे होंगे। इसी तरह, सट्टा (स्पेक्युलेट) लगाते समय, आपको कारोबार में क्या हो रहा है या, उदाहरण के लिए, देश की अर्थव्यवस्था जिसकी मुद्रा आप खरीद या बेच रहे हैं, के बारे में समझने की ज़रूरत नहीं है।
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By: ABP Live | स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर Updated at : 30 Jun 2022 02:44 PM (IST)
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Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi | म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है जानिए?
हम हमेशा Confused हो जाते है की क्या करे डायरेक्ट स्टॉक्स में Potential तो है लेकिन रिस्क भी ज्यादा है वही बात आती है mutual फण्ड की तो mutual fund सेफ तो है लेकिन एक्स्पांस रेश्यो भी देखना जरुरी होता है तो आज इस आर्टिकल के माध्यम से बारी बारी से समझते है की म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है (Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi) और हमें सबसे पहले कहा निवेश करना चाहिए-
आप अपने पैसो स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर को निवेश करना चाहते है तो आपके मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि आपको स्टॉक मार्केट या म्यूचुअल फंड दोनों में से किस में निवेश करना चाहिए? दोनों ही आज के इस दौर में निवेश के लिए आकर्षक, लोकप्रिय और शानदार विकल्प है। आज हम आपको समझायेंगे की आपको म्यूच्यूअल फण्ड या स्टॉक मार्केट किस में निवेश करना है
Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi
स्टॉक और म्यूचुअल फंड के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि स्टॉक का मतलब किसी कंपनी के स्टॉक्स में डायरेक्ट निवेश करना होता है। स्टॉक में निवेश एक या एक से अधिक कंपनियों में रखे गए शेयरों का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है, जो उन कंपनियों में किसी व्यक्ति के स्वामित्व (OWNERSHIP) को दर्शाता है
म्यूच्यूअल फण्ड एक पेशेवर रूप से प्रबंधित निवेश योजना है, एक स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर साथ कई लोगों के निवेश के कारण ही इसे म्यूच्यूअल फंड कहा जाता है , म्यूच्यूअल फण्ड को फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है जो की एक प्रोफेशनल एक्सपर्ट होता हैं। वह निवेशकों के पैसों को स्टॉक, बांड्स स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर और सिक्योरिटीज में निवेश करता है।
सरल शब्दों में, म्यूचुअल फंड अनिवार्य रूप से धन नवेश करने का सामूहिक घड़ा है जिसमें निवेशक अपना योगदान देते हैं। इस सामूहिक राशि को फिर फंड के निवेश उद्देश्य के अनुसार निवेश किया जाता है।
निवेशक इन दोनों तरीकों का उपयोग निवेश पर त्वरित रिटर्न के लिए कर सकते हैं या इसे अधिक समय के लिए भी रख सकते हैं।
म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है ( मुख्य अंतर ) :
- स्टॉक प्रत्यक्ष निवेश का एक रूप है, म्यूचुअल फंड एक अप्रत्यक्ष निवेश है।
- स्टॉक एक कंपनी में निवेशक को स्वामित्व हिस्सेदारी प्रदान करते हैं। दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड संपत्ति की टोकरी (basket of assets.) के आंशिक स्वामित्व ( fractional ownership ) की पेशकश करते हैं।
- स्टॉक के मामले में बाजार खुलने पर दिन भर ट्रेडिंग की जाती है। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड में दिन में केवल एक बार ट्रेडिंग की जाती है।
- स्टॉक का प्रबंधन और प्रशासन स्वयं निवेशक द्वारा किया जाता है। इसके विपरीत, फंड मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करता है।
- शेयरों की संख्या से प्रति शेयर मूल्य गुणा निवेशक द्वारा रखे गए स्टॉक के मूल्य के बराबर है। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड के मूल्य को एनएवी(NAV) की गणना करके मापा जा सकता है, जो कि व्यय के शुद्ध परिसंपत्ति का कुल मूल्य है।
Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi | म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है जानिए?
हम हमेशा Confused हो जाते है की क्या करे डायरेक्ट स्टॉक्स में Potential तो है लेकिन रिस्क भी ज्यादा है वही बात आती है mutual फण्ड की तो mutual fund सेफ तो है लेकिन एक्स्पांस रेश्यो भी देखना जरुरी होता है तो आज इस आर्टिकल के माध्यम से बारी बारी से समझते है की म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है (Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi) और हमें सबसे पहले कहा निवेश करना चाहिए-
आप अपने पैसो को निवेश करना चाहते है तो आपके मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि आपको स्टॉक मार्केट या म्यूचुअल फंड दोनों में से किस में निवेश करना चाहिए? दोनों ही आज के इस दौर में निवेश के लिए आकर्षक, लोकप्रिय और शानदार विकल्प है। आज हम आपको समझायेंगे की आपको म्यूच्यूअल फण्ड या स्टॉक मार्केट किस में निवेश करना है
Mutual Fund Vs Stocks deference In Hindi
स्टॉक और म्यूचुअल फंड के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि स्टॉक का मतलब किसी कंपनी के स्टॉक्स में डायरेक्ट निवेश करना होता है। स्टॉक में निवेश एक या एक से अधिक कंपनियों में रखे गए शेयरों का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है, जो उन कंपनियों में किसी व्यक्ति के स्वामित्व (OWNERSHIP) को दर्शाता है
म्यूच्यूअल फण्ड एक पेशेवर रूप से प्रबंधित निवेश योजना है, एक साथ कई लोगों के निवेश के कारण ही इसे म्यूच्यूअल फंड कहा जाता है , म्यूच्यूअल फण्ड को फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है जो की एक प्रोफेशनल एक्सपर्ट होता हैं। वह निवेशकों के पैसों को स्टॉक, बांड्स और सिक्योरिटीज में निवेश करता है।
सरल शब्दों में, म्यूचुअल फंड अनिवार्य रूप से धन नवेश करने का सामूहिक घड़ा है जिसमें स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर निवेशक अपना योगदान देते हैं। इस सामूहिक राशि को फिर फंड के निवेश उद्देश्य के अनुसार निवेश किया जाता स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट के बीच अंतर है।
निवेशक इन दोनों तरीकों का उपयोग निवेश पर त्वरित रिटर्न के लिए कर सकते हैं या इसे अधिक समय के लिए भी रख सकते हैं।
म्यूच्यूअल फण्ड और स्टॉक्स में क्या अंतर है ( मुख्य अंतर ) :
- स्टॉक प्रत्यक्ष निवेश का एक रूप है, म्यूचुअल फंड एक अप्रत्यक्ष निवेश है।
- स्टॉक एक कंपनी में निवेशक को स्वामित्व हिस्सेदारी प्रदान करते हैं। दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड संपत्ति की टोकरी (basket of assets.) के आंशिक स्वामित्व ( fractional ownership ) की पेशकश करते हैं।
- स्टॉक के मामले में बाजार खुलने पर दिन भर ट्रेडिंग की जाती है। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड में दिन में केवल एक बार ट्रेडिंग की जाती है।
- स्टॉक का प्रबंधन और प्रशासन स्वयं निवेशक द्वारा किया जाता है। इसके विपरीत, फंड मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करता है।
- शेयरों की संख्या से प्रति शेयर मूल्य गुणा निवेशक द्वारा रखे गए स्टॉक के मूल्य के बराबर है। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड के मूल्य को एनएवी(NAV) की गणना करके मापा जा सकता है, जो कि व्यय के शुद्ध परिसंपत्ति का कुल मूल्य है।
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)