घाटे का सौदा

इस समय शनि बृहस्पति की राशि धनु में गतिशील हैं और यह काल सोने के भाव में कुछ तेजी का संकेत दे रहा है। पर ज्यादातर लोग सोना नहीं, सोने के नाम पर जेवर ही खरीदते हैं जो सोने में अलॉय यानि अन्य धातुओं के मिश्रण से तैयार किया जाता है। हमारे द्वारा खरीदा गया सोना भी शुद्ध रूप में हमारे पास नहीं आता और जिस पर सोने मजदूरी के साथ निर्माण के साथ हुआ गोल्ड लॉस भी उपभोक्ता को ही चुकाना पड़ता है।
इन 'लग्जरी फीचर्स' की वजह से कार खरीदना हो सकता है घाटे का सौदा, जानें कैसे
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 26 Jan 2021 10:35 PM (IST)
ग्राहकों को लुभाने के लिए कार कपंनियां तरह-तरह के फीचर गाड़ियों में देती हैं. कई बार इन फीचर्स से प्रभावित होकर ग्राहक कार भी खरीद लेते हैं, बिना यह समझें कि इन फीचर्स की उसे जरुरत है भी या नहीं. जिसके कारण बाद में उनके लिए ये फीचर ज्यादा काम के नहीं रह जाते.
हम आपको कुछ ऐसे फीचर्स के बारे में आज बताएंगे जिनकी कोई खास जरुरत नहीं होती है और जिन्हें आसानी से नजर अंदाज किया जा सकता है.
कीलेस पुश बटन स्टार्ट यह फीचर इनदिनों कई कारों में दिया जा रहा है. कंपनियां इस फीचर को बहुत हाईलाइट करती हैं लेकिन यह फीचर बहुत काम का नहीं है. हालांकि कार को बिना चाबी के अनलॉक किया जा सकता है और केवल एक पुश बटन से कार को स्टार्ट किया जा सकता है. वैसे अधिकांश कारों में रिमोट लॉकिंग फीचर दिया जा रहा है और बटन दबा कर कार को लॉक-अनलॉक किया जा सकता है. यह फीचर स्टैंडर्ड मिलते तो ठीक वरना बहुत जरूरी नहीं है.
अक्षय तृतीया 2018ः सोना खरीदना घाटे का सौदा, लाभ के लिए ऐसा करें
हां, इन विचारों के चतुर प्रयोग से असली माया तो हमारे जेब से निकलकर उनकी तिजोरी में अवश्य चली जाती है और असली समृद्धि व्यापारियों के पास पहुंच जाती है। इन अज्ञानताओं ने ही हमारी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को भी मंद किया और हमें भी पीछे रखा। कुछ मान्यताओं और थोड़े से अस्पष्ट उल्लेखों के अलावा प्राचीन ग्रंथों में इसका कोई वर्णन नहीं है। इसका उल्लेख सिर्फ नवीन ग्रंथों में ही मिलता है।
प्राचीन ज्योतिष में स्वर्ण खरीदने के लिए विशेष ग्रह स्थितियों का वर्णन घाटे का सौदा है। सोने की खरीद बिक्री के लिये मंगल, शनि, बृहस्पति और शुक्र की चाल पर नजर रखी जाती है। शनि जब बुध की राशि में चरण रखते हैं तब सोने में भारी तेजी होती है और जब वो मंगल की राशि में कदम रखते हैं, सोने का भाव नीचे चला जाता है। इसका अक्षय तृतीया से कोई संबंध नहीं है। यानी शनिदेव के बुध की राशि में प्रविष्ट होने के पहले स्वर्ण का संग्रह कर लिया जाए तो सोने के मूल्यों में भारी वृद्धि का आनन्द लिया जा सकता है और यदि बुध में रहते ही या मंगल की राशि में जाने से पहले सोने को बेच दिया जाए तो नीचे के भाव में दोबारा उसे खरीद कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
अखबारों में विचार अब घाटे का सौदा!
‘दरअसल’ बाबूजी के स्तंभ का नाम था जो उन्होंने जीवन पर्यंत लिखा। अखबारों में स्तंभ लेखन की ललक ‘दरअसल’ पढ़ते-पढ़ते ही जगी। मैं आज जो कुछ भी हूँ उनकी दीक्षा, उनके स्नेह और सीख की बदौलत हूँ। मुझपर उनकी छाया नहीं होती तो शायद किन्हीं सरकारी-गैर सरकारी दफ्तरों के रेगिस्तान में आज लाल-पीला होकर रिटायरमेंट का इंतजार कर रहा होता।
वे एक संस्था थे, जिन्होंने कीमत और मूल्य में हमेशा फर्क बनाकर रखा। उनके नेतृत्व में देशबंधु ‘पत्र नहीं मित्र’ तो था ही उससे भी बढ़कर वह पत्रकारिता का शांतिनिकेतन था। उन्हें याद करते हुए..आज के दौर की पत्रकारिता पर एक लेख को पुनर्प्रस्तुत कर रहे हैं..
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दरअसल/जयराम शुक्ल
पत्र-पत्रिकाओं में एक दिलचस्प होड़ प्रायः देखने को मिलती है। होड़ यह दावा स्थापित करने के लिए है कि बाजार में सबसे प्रभावी उपस्थिति हमारी है। कोई पीछे नहीं रहना चाहता एक ही सर्वे और रेटिंग एजेंसी के निष्कर्ष पर सबकी अपनी-अपनी व्याख्याएं हैं। यह विग्यापन पाठकों लिए नहीं है,बाजार के लिए है। उत्पादकों और रिटेलरों को रिझाने के लिए है कि वो हमी हैं जो आपके उत्पाद की महिमा सबसे ज्यादा ग्राहकों तक पहुँचा सकते हैं। संदेश बड़ा साफ है अखबार अब विचारों के संवाहक नहीं बाजार के प्रवक्ता हैं।
घाटे का सौदा साबित हो रही लहसुन की खेती, लागत भी नहीं निकाल पा रहा अन्नदाता
उत्पादन कम, लागत बढऩे व बाजार भाव अन्य सालों की अपेक्षा कम होने के कारण किसानों को इस साल लहसुन की खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। किसानों ने मांग की है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस साल भी बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत कम से कम 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव में लहसुन की खरीद जल्द से जल्द शुरू होनी चाहिए।
4 बीघा में 65 कट्टे लहसुन का उत्पादन, खर्चा 90 हजार
मंडी में उपज बेचने आए सांगोद के किसान निजामुद्दीन ने बताया कि उन्होंने पुश्तैनी 4 बीघा जमीन में लहसुन की खेती की। सालभर पूरा परिवार खेती में लगा रहा। अब तक 90 हजार रुपए खर्च हो चुके हैं। वहीं मंडी में लहसुन 1825 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में बिका। 65 हजार का लहसुन निकला है। ऐसे में मुनाफा निकलना तो दूर लागत भी पूरी नहीं निकल पाई है।
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2012 व 17 में हुई थी लहसुन की खरीद
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2012 में लहसुन के भाव औंधे मुंह गिरने पर बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 1600 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में लहसुन की खरीद हुई थ्ीा। गत घाटे का सौदा वर्ष भी बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत राजफेड के माध्यम से 3200 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में लहसुन खरीदा गया था।
घाटे के सौदा साबित हो रही रोडवेज की सेवाएं
Meerut। करीब आठ माह पहले मेरठ शहर के ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन के लिए शुरु की गई मेरठ हैरीटेज दर्शन बस सेवा पांच यात्राओं के बाद ही थम गई। शुरुआत में यात्रियों के भरपूर उत्साह के बाद एकदम से यात्रियों की कमी होने के कारण बस का संचालन करना रोडवेज के लिए घाटे का सौदा रहा, जिसके चलते गत पांच माह से इस बस का संचालन बंद है। वहीं शहर व देहात के यात्रियों को गर्मियों से राहत देने के उद्देश्य से शुरु की गई घाटे का सौदा एसी बस सेवा अब केवल देहात मार्ग तक ही सीमित रह गई है।
मेरठ के ऐतिहासिक स्थलों का दर्शन कराने के लिए प्रत्येक रविवार को मेरठ हैरिटेज दर्शन बस का संचालन शुरु किया गया था। पूरे जोश के साथ शुरु हुई इस योजना में शुरुआत के पांच सप्ताह तक तो यात्रियों ने रुचि दिखाई लेकिन बाद में यात्रियों ने दूरी बना ली। रोडवेज के लिए पूरी बस के टिकट बुक होने के बाद ही यात्रा का संचालन करने का नियम ही भारी पड़ गया। न तो बस की सभी सीटें बुक हो पा रही थी और न ही रोडवेज घाटे में बस का संचालन कर पा रहा था। जिस कारण से यह योजना फिलहाल बंद पड़ी है।