शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है?

शेयर बाजार हुआ पॉजिटिव, छत्तीसगढ़ में 10 फीसद बढ़े निवेशक
रायपुर। चुनावी नतीजों के बाद से शेयर मार्केट का रुख पॉजिटिव हो गया है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि मुनाफा वसूली के चलते हालांकि मार्केट में थोड़ा उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन ओवरऑल शेयर मार्केट पॉजिटिव है। खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ में निवेशक बढ़ते जा रहे हैं। करीब 10 फीसद बढ़ गए हैं। प्रदेश में रोजाना का वोल्यूम बढ़कर 300 करोड़ के पार हो गया है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को बाजार की उथल-पुथल से घबराने की आवश्यकता नहीं है। स्थिर सरकार से मार्केट को पाजिटिव पॉवर मिला है। सेंसेक्स ने पहली बार 40 हजार का आंकड़ा पार किया है। निफ्टी भी 12 हजार शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? का अंक पार जा चुकी है। निवेशकों का रुझान इसके चलते बढ़ता जा रहा है। हालांकि मुनाफा वसूली के चलते मंगलवार को सेंसेक्स व निफ्टी दोनों में थोड़ी गिरावट आई। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अब मार्केट की रफ्तार बनी रहेगी, हालांकि बीच-बीच में करेक्शन देखने को मिलता रहेगा।
फैक्ट फाइल
Thailand Open Championship 202: भारतीय जंप रोप दल में छत्तीसगढ़ के तीन खिलाड़ी, जीत चुके हैं अब तक इतने मेडल
वर्ष निवेशकों की संख्या
2017 एक लाख 75 हजार
2018 एक लाख 85 हजार
2019 दो लाख 10 हजार (अब तक)
Road Safety: खुला नाला, जर्जर मार्ग, सड़क पर बिजली के खंभों से यातायात जाम, इस वजह से बढ़ रहीं दुर्घटनाएं
(रोजाना का वोल्यूम बढ़कर 300 करोड़ के पार)
एमएफ व एसआइपी की ओर ज्यादा रुझान-
म्यूचुअल फंड (एमएफ) और सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआइपी) की ओर निवेशकों का रुझान ज्यादा है। इसका कारण यह है कि एसआइपी में सुविधानुसार मंथली, त्रैमासिक, छमाही इन्वेस्ट किया जा सकता है।
इसमें राशि भी आप अपनी इच्छा व बजट के अनुसार निवेश कर सकते हैं। इन दिनों इक्विटी मार्केट की तुलना में एसआइपी ज्यादा रिटर्न दे रहा है। इसी प्रकार से एमएफ पर लोगों की दिलचस्पी है। इनके अलावा डाकघर की स्कीम व बैंकों के एफडी पर निवेशकों का रुझान है।
मार्केट के सिद्धांत का करें पालन-
निवेशकों को मार्केट के सिद्दांतों का पालन करना चाहिए। सिद्धांत के अनुसार मंदी में निवेश और तेजी आने पर मुनाफा वसूली करनी चाहिए। इससे ही निवेशकों को फायदा होगा। इन दिनों मार्केट का रुख पूरी तरह से पॉजिटिव बना हुआ है।- बसंत दौलतानी, विशेषज्ञ, मोतीलाल ओसवाल शेयर ब्रोकिंग कंपनी
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में ट्रेड करने से पहले सुरक्षा को समझना जरूरी, लालच के अवसर से दूर रहिए, कारोबार करने से पहले इन बातों पर दें ध्यान
शेयर बाजार में कारोबार करना बड़ा आसान लगता है। लेकिन इस आसानी और लगातार ज्यादा रिटर्न पाने की लालच से निवेशकों को नुकसान होता है। अगर आप एक निवेशक के तौर पर कारोबार कर रहे हैं तो आपको अपने पैसों की सुरक्षा और लालच के अवसर से दूर रहने के लिए पहले काम करना होगा।
बेहतर रिटर्न का होता है उद्देश्य
ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य निवेश पर बेहतर रिटर्न (आरओआई) हासिल करना है। दुर्भाग्य से, कई स्कैमर्स और धोखेबाजों को आसान पैसे के इस लालच में भी मौका दिखाई देता है। निवेशकों को सही तरीकों से धन कमाने की इच्छा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन निगेटिव पहलू यह है कि शेयर बाजार में नौसिखिए निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाले भी बहुत हैं। ब्रोकिंग हाउस एंजल ब्रोकिंग का कहना है कि निवेशक नीचे दिए गए टिप्स को आजमा कर धोखाधड़ी और नुकसान से बच सकते हैं।
धोखेबाज एडवाइजर्स से दूर रहें
इन दिनों सैकड़ों धोखेबाज एडवाइजर अपने आपको शेयर बाजार विशेषज्ञों के रूप में पेश करते हैं। वे आम तौर पर अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर काम करते हैं। यदि आप उन्हें नहीं पहचान पाते और यह नहीं जानते तो इसका शिकार होने की संभावना बहुत ज्यादा है।
सेबी में रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार का सहारा लें
नौसिखिए निवेशकों के लिए सही नियम यही होना चाहिए कि वे ट्रेडिंग की शुरुआत में सेबी-रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों की सेवा लें। इसमें एक बड़ा जोखिम शामिल है: थर्ड पार्टी के साथ आपके खाते में लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करना आपको धोखाधड़ी के लिए असुरक्षित बना सकता है।
थर्ड पार्टी को अधिकार देने से बचें
आपकी ओर से ट्रेड्स को सफल बनाने वाले एक्सपर्ट ट्रेडर की धारणा आसान हो सकती है, लेकिन यह आपके लिए कई समस्याएं भी शुरू कर सकती है। सबसे अच्छा तरीका यह है कि जब तक कि टेक-ड्रिवन ट्रेडिंग सॉल्युशन नहीं है, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के अनुसार फुल कम्प्लायंस में काम करने वाले किसी व्यक्ति की पुष्टि नहीं होती, तब तक किसी थर्ड पार्टी को अपने ओर से ट्रेड करने के अधिकार देने से बचें।
उन साधन का उपयोग नहीं करें, जिन्हें आप समझते नहीं हैं
इसके अलावा, ऐसे टूल्स का उपयोग न करें जिन्हें आप अच्छी तरह से समझ नहीं पाए हैं। इसके अलावा, यदि आप लॉगिन डिटेल्स के कारण किसी नुकसान में हैं, तो आप एग्रीमेंट करनेवाले ब्रोकर या थर्ड पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कई फिल्मों में पंप एंड डंप स्कीम का चलन बताया गया है और अब वित्तीय दुनिया इसके लिए कोई नई नहीं है। हालांकि, लालच लोगों को गलत रास्ते पर ले जाता है। छोटे शेयरों में ज्यादा हेरफेर सबसे आसान है।
यह किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसके पास ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते तक पहुंचने और निवेशकों के शेयर खरीदने के लिए जोड़-तोड़ करने की आदत हो। मूल रूप से इस स्कीम को समझना होगा।
धोखेबाज क्या करते हैं?
धोखेबाज एक ऐसे शेयर में भारी मात्रा में खरीदारी करते हैं, जो कम वोल्यूम पर ट्रेड करता है। इससे कीमत में भारी उछाल आती है। जब निवेशक शेयर खरीद लेते हैं तो धोखेबाज अपने शेयर बेच देते हैं और स्टॉक को गिरा देते हैं। इससे निवेशकों का पैसा डूब जाता है।
निवेश से पहले रिसर्च करें
किसी भी शेयर के बारे में तमाम खबरें आती जाती हैं। यह खबरें कभी-कभी शेयरों की कीमतों को बढ़ाने के लिए या गिरान के लिए जान बूझकर फैलाई जाती हैं। इसलिए ऐसी खबरों के सोर्स को जरूर देखें। यह सुनिश्चित करें कि शेयर खरीदने से पहले आप अपना रिसर्च करें।
ज्यादा रिटर्न पर ध्यान न दें
जब बात निवेश की आती है तो सावधानी जरूर रखें। जल्दबाजी, या ज्यादा रिटर्न देनेवाले स्टॉक को न खरीदें। निवेश से पहले जितना हो सके उतना रिसर्च करें। प्रमोशनल न्यूज़लेटर्स, नोटिस और ईमेल की बात आने पर बिजनेस और प्रमोटर्स के बारे में पता करें।
कई स्कैमर्स शॉर्टकोड का उपयोग कर एसएमएस भेजते हैं जो एक प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्म जैसे नजर आते हैं। इसे ध्यान में रखें। छोटे-छोटे स्टॉक से दूर रहें। उनमें निवेश तभी करें जब आप अपना पैसा खोने की क्षमता रखते हैं।
शेयर ट्रेडिंग में कीमत और वॉल्यूम के बीच क्या है संबंध?
वॉल्यूम से बाजार में ट्रेडर के एक्शन के बारे में पता चलता है. यह बाजार के सेंटिमेंट को समझने में बहुत मददगार हो सकता है.
बुनियादी रूप से जब संस्थागत निवेशक बाजार में आते हैं तो वे असर डालते हैं, क्योंकि उनके ऑर्डर काफी बड़े होते हैं. इससे शेयर की कीमत चढ़ जाती है.
वॉल्यूम में बदलाव से शेयर से जुड़े सेंटिमेंट का पता चलता है. इसके चलते ही शेयर की कीमत में बदलाव आता है. ट्रेडिंग वॉल्यूम का बढ़ना अच्छे बाय ऑर्डर का संकेत देता है. दूसरी तरफ, यदि ट्रेडिंग वॉल्यूम घटता है तो उसे बिकवाली का सही समय नहीं माना जाता है. ध्यान देने वाली एक दूसरी बात यह है कि जब किसी शेयर में वॉल्यूम नीचे से ऊपर की तरफ जाता है तो यह मजबूत खरीदारी का संकेत होता है.
बुनियादी रूप से जब संस्थागत निवेशक बाजार में आते हैं तो वे असर डालते हैं, क्योंकि उनके ऑर्डर काफी बड़े होते हैं. इससे शेयर की कीमत चढ़ जाती है. इसलिए वॉल्यूम का मतलब समझना और प्राइस और वॉल्यूम के बीच का संबंध समझना ट्रेडिंग और इनवेस्टिंग (निवेश) दोनों के लिए बहुत जरूरी है. एक निश्चित समय तक वॉल्यूम पैटर्न को देखने से किसी खास शेयर या बाजार में तेजी और गिरावट के पीछे की ताकत का पता चलता है.
वॉल्यूम को कुछ समय पहले के आंकड़ों के संदर्भ में देखा जा सकता है. आज के वॉल्यूम की तुलना 10 साल पहले के आंकड़े से करने पर सही डेटा नहीं मिलेंगे. डेटा जितना हाल का होगा, नतीजे उतने ठोस मिलेंगे. यह समझना जरूरी है कि सिर्फ वॉल्यूम से हमें ठोस संकेत नहीं मिल सकता. वॉल्यूम और प्राइस के साथ हमें एंट्री और एग्जिट सिग्नल भी देखना होगा. इसमें संदेह नहीं कि वॉल्यूम का एक ट्रेंड होता है. हम यह कह सकते हैं कि दोनों एक सिक्के के दो हिस्से हैं. निवेशक को ट्रेडिंग में दोनों का ध्यान रखने की जरूरत है.
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Share Market Updates: साल 2020 के अंतिम दिन शेयर बाजार स्थिर रुख के साथ बंद
Share Market Updates Today, 31 December 2020 Stock Market News: एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जरिए विकसित कोविड-19 वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी से यूरोपीय शेयर बाजरों में तेजी रही. ब्रिटेन पहला देश है, जिसने इन कंपनियों के टीके को मंजूरी दी है.
साल 2020 के अंतिम दिन शेयर बाजार स्थिर रुख के साथ बंद. सेंसेक्स 5.11 अंक की बढ़त के साथ 47,751.33 अंक पर रहा. वहीं निफ्टी 0.20 अंक फिसलकर 13,981.75 अंक पर रहा.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 24 पैसे की बढ़त के साथ 73.07 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
सेंसेक्स और निफ्टी ने आज फिर अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है. सेंसेक्स 47896.97 अंकों का नया ऑल टाइम हाई बना चुका है. वहीं निफ्टी 14 हजार के स्तर को पार करते हुए 14024.85 का ऑल टाइम हाई बना चुकी है.
सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भेल ने बताया कि उसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जलविद्युत परियोजनाओं के लिए 3,200 करोड़ रुपये के ठेके मिले हैं. भेल ने एक बयान में कहा कि भेल को आंध्र प्रदेश में जलविद्युत परियोजना और तेलंगाना में सिंचाई योजनाओं के पंप-मोटर सेट संबंधी कार्यों के लिए इलेक्ट्रो-मैकेनिकल प्रोजेक्ट (ईएंडएम) के 3,200 करोड़ रुपये के ठेके मिले हैं.
रिलायंस जियो ने कहा है कि इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज (आईयूसी) व्यवस्था खत्म होने के साथ ही भारत में जियो से अन्य नेटवर्क पर कॉल एक जनवरी 2021 से मुफ्त होंगे.
विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे और शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक उन्होंने बुधवार को सकल आधार पर 1,824.52 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73.15 पर खुला. रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11 पैसे बढ़कर दो महीने के उच्चतम स्तर 73.31 पर बंद हुआ था.
शेयर बाजार में आज उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हालांकि बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहा है. वहीं आज निफ्टी ने बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है. निफ्टी ने इतिहास में पहली बार 14 हजार का स्तर छुआ है. निफ्टी आज के कारोबार में 14010.15 का हाई बना चुकी है. वहीं सेंसेक्स 47865.56 का हाई बना चुका है.
साल के आखिरी दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. सेंसेक्स 7 अंकों की तेजी के साथ 47753.11 के स्तर पर खुला है. वहीं निफ्टी 12 अंकों की गिरावट के साथ 13970 के स्तर पर खुली है.
प्री-ओपनिंग में शेयर बाजार सपाट खुले हैं. सेंसेक्स 7 अंक तेज है तो वहीं निफ्टी में 12 अंक की गिरावट है.
सरकार की कुल देनदारियां सितंबर 2020 के अंत तक बढ़कर 107.शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? 04 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं. जून के अंत तक यह 101.3 लाख करोड़ रुपये थीं. इस तरह तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सरकार की देनदारियों में 5.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ. सार्वजनिक ऋण प्रबंधन पर ताजा तिमाही रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर, 2020 के अंत तक कुल बकाया देनदारियों में सार्वजनिक ऋण का हिस्सा 91.1 प्रतिशत था.
यस बैंक ने अपने दो वरिष्ठ अधिकारियों को पदोन्नत कर उन्हें मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और एचआर प्रमुख नियुक्त किया है. बैंक ने निरंजन बानोदकर को ग्रुप सीएफओ और अनुराग अदलखा को समूह के एचआर प्रमुख के रूप में पदोन्नत किया है. इन नियुक्तियों को नामांकन और पारितोषिक समिति और ऑडिट समिति की सिफारिश के शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? शेयर मार्केट में वोल्यूम क्या है? आधार पर निदेशक मंडल ने मंजूरी दे दी है. देवदत्ता कुरेन का स्थान अब नए एचआर प्रमुख लेंगे. दोनों नियुक्तियां एक जनवरी से प्रभावी होंगी.
राइट्स लिमिटेड ने 10 रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर पांच रुपये का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की. कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल की बैठक में इसका निर्णय किया गया. बयान के मुताबिक कंपनी अपनी चुक्ता पूंजी के 50 प्रतिशत की दर पर लाभांश देगी. यह राशि कुल 120.15 करोड़ रुपये बैठती है. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी की एकल आधार पर कुल आय 852 करोड़ रुपये जबकि शुद्ध लाभ 191 करोड़ रुपये रहा है. राइट्स सार्वजनिक क्षेत्र की एक मिनीरत्न कंपनी है. यह पर्यटन परामर्श और इंजीनियरिंग क्षेत्र में काम करती है.
रियल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ग्रेटर नोएडा स्थित सूचना प्रौद्योगिकी विशेष आर्थिक क्षेत्र (आईटी-सेज) में अपनी पूरी 66.24 प्रतिशत हिस्सेदारी मिगसन समूह को बेचेगी. कंपनी ने कहा कि उसने ग्रेटर नोएडा में 37.5 एकड़ भूमि पर आईटी पार्क का स्वामित्व रखने वाली अपनी अनुषंगी असंल आईटी सिटी एंड पार्क्स लिमिटेड में पूरी 66.24 प्रतिशत हिस्सेदारी मिगसन समूह के महालक्ष्मी इंफ्राहोम को बेचने के लिए समझौता किया है.
कोरोमंडल इंटरनेशनल की एक प्रवर्तक कंपनी ई.आई.डी पैरी इंडिया लिमिटेड ने कंपनी के 58 लाख से अधिक शेयर बेचे. खुले बाजार में हुई इस बिक्री से कंपनी को 469 करोड़ रुपये से अधिक मिले. बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार ईआईडी पैरी ने 803.19 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर 58.50 लाख शेयरों को बिक्री की. इस तरह यह सौदा कुल 469.86 करोड़ रुपये का हुआ. सितंबर तिमाही के अंत तक ईआईडी पैरी के पास कोरोमंडल इंटरनेशनल में प्रवर्तक के तौर पर 58.42 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. बीएसई पर कोरोमंडल इंटरनेशनल का शेयर बुधवार को करीब छह प्रतिशत गिरकर 802.70 रुपये रहा.
इंडियन बैंक ने लंबी अवधि के बांड से 392 करोड़ रुपये जुटाए हैं. शेयर बाजार को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि उसने बासेल तीन अनुकूल एटी-1 दीर्घकालिक बांड के जरिए 392 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इन बांड पर कूपन दर 8.44 प्रतिशत सालाना है. जिसका भुगतान वार्षिक आधार पर किया जाएगा. इससे पहले इसी महीने बैंक ने एटी-1 (अतिरिक्त टियर-1) बांड के जरिए 560 करोड़ रुपये जुटाए थे.
SGX निफ्टी में आज हल्की गिरावट देखने को मिल रही है. SGX निफ्टी 18.50 अंक की गिरावट के साथ 13963 के स्तर पर बना हुआ है.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: शेयर बाजार में बुधवार को तेजी रही. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों नए रिकार्ड स्तर पर बंद हुए. वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच वित्तीय कंपनियों, वाहन और आईटी कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में शेयर बाजारों में तेजी आई है. एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जरिए विकसित कोविड-19 वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी से यूरोपीय शेयर बाजरों में शुरुआती करोबार में तेजी रही. ब्रिटेन पहला देश है, जिसने इन कंपनियों के टीके को मंजूरी दी है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने मंजूरी को उत्साहजनक बताया और कहा कि कंपनी अब भारत में वैक्सीन को अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार करेगी. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद सेंसेक्स 133.14 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 47,746.22 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 47,807.85 अंक का ऑल टाइम हाई बनाया. निफ्टी भी 49.35 अंक यानी 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकार्ड 13,981.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 13,997 के ऑलटाइम हाई तक चला गया था.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद से घरेलू धारणा मजबूत बनी हुई है. वाहन, रीयल्टी और धातु जैसे वृद्धि वाले क्षेत्रों की अगुवाई में तेजी आई, जबकि दवा जैसे सुरक्षित माने वाले क्षेत्र दबाव में बने हुए हैं. हालांकि बाजार काफी ऊपर चढ़ चुका है, लेकिन एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) लगातार पूंजी लगा रहे हैं. इसका असर बाजार पर सकारात्मक पड़ रहा है.
क्रिप्टोकरंसी बाजार में बिकवाली की सुनामी, 7000 से सीधे 80 पैसे पर आ गई टेरा लूना
सबसे भारी गिरावट टेरा लूना में देखने को मिली है। बीते एक सप्ताह में इसके दाम करीब सात हजार रुपये से गिरकर सीधे 50 पैसे तक पहुंच गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान ही यह करंसी 99.66 फीसदी गिर चुकी है।
दुनिया के बाकी बाजार जहां महंगाई की चिंता में टूटते जा रहे हैं, वहीं क्रिप्टोकरंसी का बाजार कड़े नियमों के कसते शिकंजे के खौफ में एक हफ्ते से तेज बिकवाली की मार झेल रहा है। ज्यादातर करंसी 25 से 30 फीसदी ने नीचे के भाव पर कारोबार कर रही हैं तो कुछेक करंसी 50-60 फीसदी तक टूट चुकी हैं। इनमें से एक स्टेबल कॉइन कही जाने वाली लूना तो 99 फीसदी तक गिर गई है।
सबसे भारी गिरावट टेरा लूना में देखने को मिली है। बीते एक सप्ताह में इसके दाम करीब सात हजार रुपये से गिरकर सीधे 50 पैसे तक पहुंच गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान ही यह करंसी 99.66 फीसदी गिर चुकी है। गुरुवार को लूना में 48.61 फीसदी की गिरावट आई थी और उससे एक दिन पहले यह 50 फीसदी से ज्यादा गिरी थी।
पिछले दो-तीन महीने से वैश्विक नियमन के दबाव, टैक्स की मार जैसी चर्चाओं से क्रिप्टो बाजार अपनी चमक खो रहे थे। कई क्रिप्टो एक्सचेंज पर वोल्यूम में भारी गिरावट देखी जा रही थी। लेकिन गत एक सप्ताह से घबराहट भरी बिकवाली का जो दौर शुरू हुआ है वह थमने का नाम ही नहीं ले रहा।
क्रिप्टोकरंसी के ग्लोबल मार्केट कैप के उच्चतम स्तर की बात करें तो इसने 9 नवम्बर 2021 को 2.93 ट्रिलियन डॉलर का रिकॉर्ड बनाया था। अब तक इस आंकड़े में लगभग 60 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। क्रिप्टोकरंसी मार्केट कैप आज घटकर 1.23 ट्रिलियन डॉलर रह गया है।