लघु स्थिति

उत्तर :- भगवान की दृष्टि से भारत का मुख्य भूभाग 8 डिग्री 4 से 7 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 68 डिग्री 797 डिग्री 25 पूर्व देशांतर तक फैला है| 2004 के पुरुष का सबसे दक्षिणी छोर या दक्षिणतम बिंदु डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित था| लघु स्थिति जो कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का सबसे दक्षिणी छोर था और यह 2004 में सुनामी लहरों के चलते जलमग्न हो गया है या इंदिरा पॉइंट चलाता था| यह विषुवत रेखा से लगभग साढे 600 किलोमीटर उत्तर है| कर्करेखा (23 डिग्री 30 उत्तर) इस देश को दो समान भागों में बांट देती है| भारत का सबसे उत्तरी सिरा 37 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर है जो कश्मीर के उत्तरी छोर पर पड़ता है और दक्षिणतम चोर 8 डिग्री 4 उत्तर अक्षांश पर है|
भारत लघु स्थिति में लघु उद्योग के फायदे और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया | What Is Laghu Udyog, Benefits & Registration
MSME की बात करें तो माइक्रो स्मॉल मध्यम इंटरप्राइजेज होता है जिसका दायरा काफी बड़ा है और अगर आप कोई ऐसा उद्योग शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो निश्चित रूप से इस लेख से आपको काफी मदद मिलेगी क्योंकि हमने ना सिर्फ लघु उद्योगों के बारे में बताया है बल्कि उससे जुड़ी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और फायदे ऐसे सारे बिंदु आप यहाँ पढ़ सकेंगे।
वैसे तो भारत में लघु उद्योग वह है जहाँ निवेश न्यूनतम 25 लाख रूपये और अधिकतम 5 करोड़ रूपये होता है, मध्यम उद्योग वह है जहाँ निवेश न्यूनतम पाँच करोड़ रूपये और अधिकतम 10 करोड़ रूपये होता है।
लघु उद्योग क्या है? | लघु स्थिति Laghu Udyog Kya Hai?
नाम से अगर देखा जाए तो लगभग लोग भारत में ऐसे समझते हैं कि यह कोई छोटा-मोटा बिज़नेस होगा लेकिन जैसा की हमने बताया है कि लघु उद्योग का दायरा काफी बड़ा होता है।
साधारण रूप में आप समझिए यह उद्योग वह होता है जो आसानी से घर से भी शुरू किया जा सके, जिसमें कम से कम रजिस्ट्रेशन का टेंशन हो और सरकार की ओर से मदद भी काफी मिले। अगर बड़े रूप से बात करें तो यह उद्योग MSME का एक अंग है, MSME भी हमने ऊपर समझाया हुआ है क्या होता है।
लघु उद्योग अगर सही मायने में देखा जाए तो यह सबसे ज्यादा रोज़गार और आत्मनिर्भरता के अवसर पैदा करता है, यह उद्योग वैसे तो हर क्षेत्र की मांग के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं।
कुछ सामान्य उद्योग हैं जो भारत के लगभग हर क्षेत्र के लिए उपयोगी हैं जैसे साबुन बनाना, जूते-चप्पल का काम, पेन-पेंसिल उद्योग, कॉपी-पेपर, मुर्गी पालन, गुड़ का निर्माण, मोमबत्ती उद्योग, सिलाई-कढ़ाई उद्योग इत्यादि।
BSEB Bihar Board | Bharati Bhawan Class 9th Geography Chapter 1 | Question and Answer | भूगोल अध्याय 1 भारत-स्थिति और विस्तार अतिलघु उत्तरीय प्रश्न, लघु उत्तरीय, दीर्घ प्रश्न
उत्तर :- 2 बढ़ते अक्षांश के कारण तापमान घटता जाता है| यही कारण है करल और तमिलनाडु में जो कि विषुवत रेखा के निकट है| सदा तापमान अधिक रहता है| जम्मू कश्मीर में जो विषुवत रेखा से काफी दूर है| तापमान बहुत कम रहता है जिसका प्रभाव वहां की खेती खान-पान वेशभूषा दिनचर्या आदि पर प्रभाव पड़ता है|
(रजिस्ट्रेशन) राजस्थान मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना 2022: ऑनलाइन आवेदन
Mukhyamantri Laghu Udhyog Protsahan Yojana Rajasthan Apply Online, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना ऑनलाइन आवेदन करे और Mukhyamantri Laghu Udhyog Protsahan Yojana आवेदन की स्थिति व लाभार्थी सूची देखे | सरकार द्वारा स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है। आज हम आपको राजस्थान सरकार द्वारा आरंभ की गई ऐसी ही एक योजना से संबंधित जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जिसका नाम राजस्थान मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना है। इस लेख को पढ़कर आपको इस प्रोत्साहन योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। जैसे कि राजस्थान मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना क्या है?, इसके लाभ, उद्देश्य, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। तो दोस्तो यदि आप Mukhyamantri Laghu Udhyog Protsahan Yojana 2022 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप से निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें।
राजस्थान मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना 2022 सब्सिडी
इस योजना के अंतर्गत सब्सिडी की दर 5% से 8% तक होगी। इस योजना के अंतर्गत ₹10,00,00,000 तक का लोन लिया जा सकता है। बिजनेस लोन की अधिकतम सीमा ₹1,00,00,000 है। Mukhyamantri Laghu Udhyog Protsahan Yojana 2022 के अंतर्गत ऋण का नेचर समग्र ऋण, सावधि ऋण तथा कार्यशील पूंजी ऋण हो सकता है। ₹1000000 तक के ऋण के लिए कोई भी कॉलेटरल सिक्योरिटी की जरूरत नहीं होगी। ₹1000000 तक का लोन बैंक द्वारा बिना किसी इंटरव्यू के फॉरवर्ड कर दिया जाएगा तथा ₹1000000 से ऊपर का लोन बैंक द्वारा जांच किए जाने के बाद डिस्टिक लेवल टास्क फोर्स कमेटी को फॉरवर्ड कर दिया जाएगा।
योजना का नाम | राजस्थान मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना |
किसने लॉन्च की | राजस्थान सरकार |
लाभार्थी | राजस्थान के नागरिक |
उद्देश्य | स्वरोजगार लघु स्थिति लघु स्थिति को बढ़ावा देना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://sso.rajasthan.gov.in/signin?ru=mlupy |
साल | 2022 |
सब्सिडी दर | 5% से 8% |
लघु स्थिति
लघु उपग्रह परियोजना का द्रुत प्रतिवर्तन/प्रत्याावर्तन समय में भू प्रतिबिंबन एवं वैज्ञानिक मिशनों हेतु स्टेंकड-अलोन नीतभारों के लिए आधार मुहैया कराने के लिए विचार किया गया है। विभिन्न प्रकार के नीतभारों हेतु बहुमुखी आधार बनाने हेतु दो प्रकार की बसों का संरूपण एवं विकास किया गया है।
भारतीय लघु उपग्रह-1 आई.एम.एस.-1
आई.एम.एस.-1 बस 100 कि.ग्रा. श्रेणी की बहुमुखी बस के रूप में विकसित की गई है जिसमें लगभग 30 कि.ग्रा. की नीतभार क्षमता शामिल है। इस बस को विभिन्नक न्यूीनीकरण तकनीकों का इस्ते3माल करते हुए लघु स्थिति विकसित किया गया है। आई.एम.एस.-1 श्रृंखला का प्रथम मिशन कार्टोसैट-2ए के साथ सह-यात्री के रूप में 28 मार्च, 2008 को सफलतापूर्वक प्रमोचित किया गया था। यूथसैट इस श्रृंखला का द्वितीय मिशन है और 20 अप्रैल, 2011 को रिर्सोससैट-2 के साथ सफलतापर्वूक प्रमोचित किया गया था।