भारत का विदेशी मुद्रा भंडार

India Forex Reserve: 5.22 अरब डॉलर की कमी के साथ दो साल के निचले स्तर पर गिरा विदेशी मुद्रा भंडार
RBI Data: विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर के भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मुकाबले रुपये में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई द्वारा डॉलर बेचे जाने के चलते विदेशी मुद्रा कोष में ये कमी आई है.
By: ABP Live | Updated at : 23 Sep 2022 07:22 PM (IST)
India Forex Reserve: देश के विदेशी मुद्रा भंडार ( Foreign Currency Reserves) में गिरावट जारी है. लगातार सातवें हफ्ते विदेशी मुद्रा कोष में गिरावट आई है. आरबीआई द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक 16 सितंबर 2022 को खत्म हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5.22 अरब डॉलर घटकर 545.652 अरब डॉलर तक जा गिरा है. जबकि इसके पहले 9 सितंबर को खत्म हफ्ते में 550.87 अरब डॉलर था. दो अक्टूबर 2020 के बाद विदेशी मुद्रा भंडार अपने निचले लेवल पर है.
लगातार गिर रहा है विदेशी मुद्रा भंडार
विदेशी निवेशकों ( Foreign Investors) की बिकवाली और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई (RBI) द्वारा डॉलर बेचे जाने के चलते विदेशी मुद्रा कोष में ये कमी आई है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अपने ऐतिहासिक निचले स्तर 81.20 के लेवल तक जा लुढ़का था जो 80.99 के लेवल पर क्लोज हुआ है. सभी करेंसी के मुकाबले डॉलर में मजबूती आई है. वहीं इंपोर्टरों द्वारा डॉलर की मांग बढ़ने के चलते भी डॉलर की कमी देखी जा रही है.
बीते सात हफ्ते से लगातार विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिली है. फरवरी के भारत का विदेशी मुद्रा भंडार आखिर में रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है. मार्च के आखिर में विदेशी मुद्रा भंडार 607 अरब डॉलर था.
करेंसी मार्केट के जानकारों का मानना है कि विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है. आने वाले दिनों में ये घटकर 510 अरब डॉलर तक गिर सकता है.
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Published at : 23 Sep 2022 07:16 PM (IST) Tags: dollar India Forex Reserve RBI Data Foreign Currency Reserves हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
डेली अपडेट्स
मुद्रास्फीति दर: बाज़ार मुद्रास्फीति में परिवर्तन मुद्रा विनिमय दरों में परिवर्तन का कारण बनता है। उदाहरण के लिये दूसरे देश की तुलना में कम मुद्रास्फीति दर वाले देश की मुद्रा के मूल्य में वृद्धि देखी जाती है।
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इसमें निर्यात, आयात, ऋण आदि सहित कुल लेन-देन शामिल हैं।
उत्पादों के आयात पर अपने विदेशी मुद्रा कोअधिक खर्च करने के कारण चालू खाते में घाटा, निर्यात की बिक्री से होने वाली आय से मूल्यह्रास का कारण बनता है और यह किसी देश की घरेलू मुद्रा की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव को बढ़ावा देता है।
सरकारी ऋण: सरकारी ऋण केंद्र सरकार के स्वामित्व वाला ऋण है। बड़े सरकारी कर्ज वाले देश में विदेशी पूंजी प्राप्त करने की संभावना कम होती है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ जाती है।
इस मामले में,विदेशी निवेशक अपने बॅाण्ड की विक्री खुले बाज़ार में करेंगे, यदि बाज़ार किसी निश्चित देश के भीतर सरकारी ऋण का अनुमान लगाता है। परिणामतः इसकी विनिमय दर के मूल्य में कमी आएगी।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न
प्रिलिम्स:
प्रश्न. भुगतान सन्तुलन के संदर्भ में निम्नलिखित में से किससे/किनसे चालू खाता बनता है? (2014)
- व्यापार संतुलन
- विदेशी संपत्ति
- अदृश्य का संतुलन
- विशेष आहरण अधिकार
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3
(d) केवल 1, 2 और 4
उत्तर: (c)
व्याख्या:
- भुगतान संतुलन (BoP) दो मुख्य पहलुओं से बना है: चालू खाता और पूंजी खाता।
- BoP का चालू खाता वस्तुओं, सेवाओं, निवेश आय और हस्तांतरण भुगतानों के प्रवाह व बहिर्वाह को मापता है। सेवाओं में व्यापार (अदृश्य); माल के रूप में व्यापार (दृश्यमान); एकतरफा स्थानांतरण; विदेशों से प्रेषण; अंतर्राष्ट्रीय सहायता चालू खाते के कुछ मुख्य घटक हैं। जब सभी वस्तुओं और सेवाओं को संयुक्त किया जाता है, तो वे एक साथ मिलकर किसी देश का व्यापार संतुलन (BoT) को दर्शाता है। अतः कथन 1 और 3 सही हैं।
- BoP का पूंजी खाता किसी देश के निवासियों और बाकी दुनिया के बीच उन सभी लेनदेन को रिकॉर्ड करता है, जो देश के निवासियों या उसकी सरकार की संपत्ति या देनदारियों में बदलाव का कारण बनते हैं
- निजी अथवा सार्वजनिक क्षेत्रों द्वारा ऋण और उधार; निवेश; विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन पूंजी खाते के घटकों के कुछ उदाहरण हैं। अतः कथन 2 और 4 सही नहीं हैं। इसलिये विकल्प (c) सही उत्तर है।
मेन्स:
प्रश्न.भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की आवश्यकता का औचित्य सिद्ध कीजिये। हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों और वास्तविक एफडीआई के बीच अंतर क्यों है? भारत में वास्तविक एफडीआई बढ़ाने के लिये उठाए जाने वाले उपचारात्मक कदमों का सुझाव दीजिये।
Foreign Currency Reserve: लगातार दूसरे सप्ताह घटा अपना विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए कितना रह गया
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Currency Reserve) एक बार फिर से घटा है। यह लगातार दूसरा सप्ताह है, जबकि इसमें कमी हुई है। पिछले महीने भी लगातार चार सप्ताह तक इसमें कमी हुई थी। इसके बाद एक सप्ताह इसमें बढ़ोतरी हई है। लेकिन पांच अगस्तर और 12 अगस्त 2022 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में फिर कमी हुई है। इस बार 2.23 अरब डॉलर की कमी हुई है। इससे पहले के सप्ताह में 89.7 करोड़ डॉलर की कमी हुई थी।
विदेशी मुद्रा भंडार में 2.23 अरब डॉलर भारत का विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट (File Photo)
हाइलाइट्स
- भारत का विदेशी मुद्रा भंडार फिर लगातार दूसरे सप्ताह घटा है
- बीते 12 अगस्त को देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.23 अरब डॉलर की कमी हुई
- अब देश में 570.74 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार रह गया है
- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यह जानकारी दी है
फॉरेन करेंसी असेट भी घटे
बीते 12 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का मुख्य कारण फॉरेन करेंसी असेट (Foreign Currency Asset) का घटना है। यह कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आरबीआई के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) 2.65 अरब डॉलर घटकर 506.99 अरब डॉलर रह गईं। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
स्वर्ण भंडार में बढ़ोतरी
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) का मूल्य 30.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.61 अरब डॉलर हो गया
एसडीआर भी बढ़ा
समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (SDR)10.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.13 अरब डॉलर हो गया। जबकि आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 70 लाख डॉलर बढ़कर 4.99 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
Foreign Exchange: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर रहा
RBI के जारी आंकड़े के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 10 वें सप्ताह में पहली बार अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है.
By: ABP Live | Updated at : 14 Oct 2022 07:47 PM (IST)
विदेशी मुद्रा भंडार
Foreign Exchange Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट देखी जा रही थी. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़े के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 10 वें सप्ताह में पहली बार अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 7 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया. आपको बता दे कि सुरक्षित सोने के भंडार का मूल्य बढ़ने से विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई है. इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर आ गया था. मालूम हो कि पिछले साल अक्टूबर 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था.
RBI के प्रयास हुआ सुधार
स्थानीय मुद्रा रुपया को अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उठाने के लिए RBI ने कई प्रयास किये है. मार्च के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 607 अरब डॉलर से तेजी से कम हो गया है. जोकि पिछले साल 3 सितंबर को 642.45 अरब डॉलर से 109.58 अरब डॉलर रहा. 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई 2020 के बाद से अपने न्यूनतम स्तर पर गिरकर 532.66 अरब डॉलर रहा था. साथ ही इसी सप्ताह विदेशी मुद्रा संपत्ति 1.31 अरब डॉलर घटकर 471.50 अरब डॉलर रह गई है. सोने का भंडार 1.35 अरब डॉलर बढ़कर 38.96 अरब डॉलर हो गया है. वही 14 अक्टूबर 2022 को ग्रीनबैक के मुकाबले 82.43 के निचले स्तर पर पहुंच गया और आज 82.32 पर बंद हुआ है.
गिरावट की क्या रही वजह
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के पीछे एक मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में आना रहा, जो 30 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते में 472.81 अरब डॉलर रहा है. इसके पिछले हफ्ते में FCA 477.21 अरब डॉलर रहा था. इसके अलावा गोल्ड एसेट्स 30 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते में घटकर 37.61 अरब डॉलर रहा, जो इसके भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले हफ्ते 37.89 अरब डॉलर रहा है.
RBI ने क्या कहा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले महीने कहा था कि RBI बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार बाजार में अनिश्चितता के बावजूद मजबूत बना हुआ है. उन्होंने कहा कि आरबीआई मौजूदा परिस्थितियों के निरंतर मूल्यांकन के आधार पर विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप कर रहा है. दास ने कहा कि 1 अप्रैल से शुरू हुए इस वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान भंडार में लगभग 67 प्रतिशत गिरावट दर्ज हुई. गवर्नर ने कहा कि 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान भुगतान संतुलन (BOP) के आधार पर विदेशी मुद्रा भंडार में 4.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई है.
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Published at : 14 Oct 2022 07:47 PM (IST) Tags: Rupee dollar forex reserve RBI India Forex Reserves हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
फॉरेक्स रिजर्व 580 अरब डॉलर: विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में रूस को पछाड़कर चौथे स्थान पर पहुंचा भारत, चीन इसमें सबसे आगे
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दुनिया का चौथा सबसे बड़ा भंडार बन गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक भारत रूस को पछाड़कर इस पायदान पर पहुंचा है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5 मार्च को 4.3 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 580.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। वहीं रूस का भंडार 580.1 अरब (बिलियन) डॉलर पर आ गया ।
चीन बना हुआ है टॉप पर
चीन के पास सबसे ज्यादा भंडार है, जिसके बाद जापान और स्विट्जरलैंड आते हैं। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार विश्लेषकों का कहना है कि मजबूत भंडार से विदेशी निवेशकों और क्रेडिट रेटिंग कंपनियों को यह भरोसा मिलता है कि सरकार घटते फिजकल आउटलुक और अर्थव्यवस्था के चार दशकों में पहले एक साल के संकुचन की ओर बढ़ने के बावजूद अपने कर्ज को लेकर वादे को पूरा कर सकती है।
580.299 अरब डॉलर का हुआ विदेशी मुद्रा भंडार हुआ
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5 मार्च को समाप्त सप्ताह में 4.255 अरब डॉलर घटकर 580.299 अरब डॉलर रह गया। RBI के 12 मार्च को जारी आंकड़ों के अनुसार इससे पहले के सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 68.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 584.554 अरब डॉलर हो गया था। विदेशी मुद्रा भंडार 29 जनवरी 2021 को समाप्त सप्ताह में 590.185 अरब डॉलर के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था।
निर्यात बढ़ाने पर जोर दे रही सरकार
सरकार आयात (इम्पोर्ट) कम करने और निर्यात (एक्सपोर्ट) बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसी के चलते सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव (PLI) की शुरुआत भी की है। इस योजना के अनुसार, केंद्र अतिरिक्त उत्पादन पर प्रोत्साहन देगा और कंपनियों को भारत में बने उत्पादों को निर्यात करने की अनुमति देगा।
क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार?
विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक में रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर वह अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकें। विदेशी मुद्रा भंडार को एक या एक से अधिक मुद्राओं में रखा जाता है। ज्यादातर डॉलर और कुछ हद तक यूरो में विदेशी मुद्रा भंडार रखा जाता है। कुल मिलाकर विदेशी मुद्रा भंडार में केवल विदेशी बैंक नोट, विदेशी बैंक जमा, विदेशी ट्रेजरी बिल और अल्पकालिक और दीर्घकालिक विदेशी सरकारी प्रतिभूतियां शामिल होनी चाहिए। हालांकि, सोने के भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर), और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा राशि भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा होता हैं।