अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें

1 साल का यह कोर्स कर आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये, जानिए- Course के बारे में
नई दिल्ली, जेएनएन। आज के युग में मार्केटिंग, बैंकिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है। साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर मना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है, तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा. ।
फाइनेंशियल शब्दों में स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रॉसेस को ‘स्टॉक ब्रोकिंग’ कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट के फील्ड में स्टूडेंट्स के अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें लिए अभी बहुत अच्छे करियर ऑप्शंस उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5 से 10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यू 19 से 20 हजार करोड़ के आसपास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग के फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
कौन होते हैं स्टॉक ब्रोकर?
स्टॉक ब्रोकर वे होते हैं, जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं, तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। आपके ये दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है। वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहे उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए, यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो, तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है, जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्स एवं योग्यताएं
स्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग ऐंड फाइनेस में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। यह एक वर्ष का कोर्स होता है, जिसमें बैंकिंग ऑपरेशंस, फाइनेंस मैंनेजमेंट, ट्रेड फाइनेंस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। ग्रेजुएशन कर चुके छात्र या ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग ऐंड फाइनेंस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को मार्केटिंग, बिजनेस, अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में रुचि होनी चाहिए।
जॉब्स के अवसर
टीकेडब्लूएस इंस्टीटयूट ऑफ बैंकिंग ऐंड फाइनेंस के डायरेक्टर अमित गोयल का कहना है कि स्टॉक ब्रोकिंग में यदि अवसरों की बात करें, तो आप फाइनेंशियल एडवाइजर, बैंक ब्रोकर, इंडिपेंडेंट ब्रोकर, इक्विटी एनालिस्ट, स्टॉक ब्रोकिंग फर्म/कंपनी, इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर भी काम कर सकते हैं। चूंकि यह मार्केटिंग और सेल्स से भी जुड़ा है, इसलिए वहां पर भी अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें आपको काफी अच्छे अवसर मिल सकते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर के तौर पर आप इन्वेस्टमेंट बैंक्स, पेंशन फंड्स ब्रोकिंग फम्र्स, म्यूचुअल फंड्स, फाइनेंशियल/ इंवेस्टमेंट कंसल्टेंसी जैसी जगहों पर कार्य कर सकते हैं।
याद रखने योग्य बातें
भारत में एक स्टॉक ब्रोकर के तौर पर आपका भविष्य काफी आशाजनक है, लेकिन इस फील्ड में अपना करियर शुरू करने से पहले आपके पास स्टॉक मार्केटिंग की गहरी समझ और जानकारी अवश्य होनी चाहिए। आपको यह जानना अति आवश्यक है कि स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है। उसके बाद आपको अपने नाम का रजिस्ट्रेशन सेबी अर्थात सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के पास अवश्य करवाना होगा। इस क्षेत्र में काफी उतार-चढ़ाव आते हैं, जो व्यक्ति को थोड़ा परेशान कर सकते हैं। ऐसे में इन सब चैलेंजेज को फेस करने की काबिलियत होनी आवश्यक है।
शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान
शेयर बाजार में शेयर खरीदन-बेचना बच्चों का खेल नहीं. इसके लिए आपको जरूरत होती है. ब्रोकर के चयन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान.
1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.
2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
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3. ब्रोकिंग चार्जेज पर नजर
अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे में इस बारे में बात कर लेना भी जरूरी है.
4. अन्य सुविधाएं के बारे में जानें
कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का चयन करें.
5. ब्रोकरेज की छवि जान लें
अपने ब्रोकर पर मुहर लगाने से पहले बाजार में उसकी छवि जान लें. ब्रोकर की सेवाओं और सुविधाओं की संतुष्टि के बाद ही उससे जुड़े. सभी ब्रोकरेज के खिलाफ दर्ज शिकायतों का ब्यौरा सेबी के पास मिल जाएगा.
(नोट: यह लेख सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग के विचारों से प्रभावित हैं. इस लेख में गिरिजा गाद्रे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता ने अहम योगदान दिया है.)
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1 साल का यह कोर्स कर आप भी कमा सकते हैं लाखों रुपये, जानिए- Course के बारे में
नई दिल्ली, जेएनएन। आज के युग में मार्केटिंग, बैंकिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है। साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर मना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है, तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा. ।
फाइनेंशियल शब्दों में स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रॉसेस को ‘स्टॉक ब्रोकिंग’ कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट के फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए अभी बहुत अच्छे करियर ऑप्शंस उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5 से 10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यू 19 से 20 हजार करोड़ के आसपास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग के फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
कौन होते हैं स्टॉक ब्रोकर?
स्टॉक ब्रोकर वे होते हैं, जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं, तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। आपके ये दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है। वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहे उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए, यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो, तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है, जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्स एवं योग्यताएं
स्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग ऐंड फाइनेस में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। यह एक वर्ष का कोर्स होता है, जिसमें बैंकिंग ऑपरेशंस, फाइनेंस मैंनेजमेंट, ट्रेड फाइनेंस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। ग्रेजुएशन कर चुके छात्र या ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग ऐंड फाइनेंस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को मार्केटिंग, बिजनेस, अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में रुचि होनी चाहिए।
जॉब्स के अवसर
टीकेडब्लूएस इंस्टीटयूट ऑफ बैंकिंग ऐंड फाइनेंस के डायरेक्टर अमित गोयल का कहना है कि स्टॉक ब्रोकिंग में यदि अवसरों की बात करें, तो आप फाइनेंशियल एडवाइजर, बैंक ब्रोकर, इंडिपेंडेंट ब्रोकर, इक्विटी एनालिस्ट, स्टॉक ब्रोकिंग फर्म/कंपनी, इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर भी काम कर सकते हैं। चूंकि यह मार्केटिंग और सेल्स से भी जुड़ा है, इसलिए वहां पर भी आपको काफी अच्छे अवसर मिल सकते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर के तौर पर आप इन्वेस्टमेंट बैंक्स, पेंशन फंड्स ब्रोकिंग फम्र्स, म्यूचुअल फंड्स, फाइनेंशियल/ इंवेस्टमेंट कंसल्टेंसी जैसी जगहों पर कार्य कर सकते हैं।
याद रखने योग्य बातें
भारत में एक स्टॉक ब्रोकर के तौर पर आपका भविष्य काफी आशाजनक है, लेकिन इस फील्ड में अपना करियर शुरू करने से पहले आपके पास स्टॉक मार्केटिंग की गहरी समझ और जानकारी अवश्य होनी चाहिए। आपको यह जानना अति आवश्यक है कि स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है। उसके बाद आपको अपने नाम का रजिस्ट्रेशन सेबी अर्थात सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के पास अवश्य करवाना होगा। इस क्षेत्र में काफी उतार-चढ़ाव आते हैं, जो व्यक्ति को थोड़ा परेशान कर सकते हैं। ऐसे में इन सब चैलेंजेज को फेस करने की काबिलियत होनी आवश्यक है।
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले स्टॉकब्रोकर कैसे चुनें?
आर्थिक मंदी के बावजूद, खोले जा रहे नए डीमैट खातों की संख्या जो मार्च २०१९ तक 35.9 मिलियन थी वो मार्च 2020 में बढ़कर 40.8 मिलियन हो गई है। इसके अलावा, इक्विटी कैपिटल मार्केट्स ने अगस्त 2020 को समाप्त.
आर्थिक मंदी के बावजूद , खोले जा रहे नए डीमैट खातों की संख्या जो मार्च २०१९ तक 35.9 मिलियन थी वो मार्च 2020 में बढ़कर 40.8 मिलियन हो गई है । इसके अलावा , इक्विटी कैपिटल मार्केट्स ने अगस्त 2020 को समाप्त होने वाली 5 महीने की में अवधि 24% की साल दर साल की वृद्धि दिखाई है। नए डीमैट खातों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि और शेयर बाजार गतिविधियों में बढ़ोतरी भारतीय शेयर बाजार में रीटेल निवेशकों की बढ़ते हुए भागीदारी को दर्शाता है।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वाले नए निवेशकों के पास फुल -सर्विस ब्रोकरेज फर्म और डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म यह दो विकल्प होते है।
डिस्काउंट ब्रोकरेज बनाम फुल -सर्विस ब्रोकरेज
भारतीय ब्रोकरेज उद्योग पिछले कुछ वर्षों में इन दो प्रमुख सेवाओं को प्रदान कर रही है -
डिस्काउंट ब्रोकर : एक डिस्काउंट ब्रोकर वह है जो डीमैट और ट्रेडिंग खातों की बुनियादी सेवाएं किफायती मूल्य में प्रदान करता है। यहाँ आप न केवल सब्सक्रिप्शन प्लान्स का चयन कर सकते हैं बल्कि कम ब्रोकरेज दरों का लाभ भी उठा सकते है।
फुल -सर्विस ब्रोकर : ये वित्तीय संस्थान हैं जो स्टॉक ट्रेडिंग सेवाओं के साथ-साथ अनुसंधान और सलाह प्रदान करते हैं। हालांकि, वे तुलनात्मक रूप से अधिक ब्रोकरेज लेते हैं जो आपके ट्रेडिंग वॉल्यूम के आनुपातिक होते हैं।
आजकल अधिकतर नए निवेशकों का डिस्काउंट अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें ब्रोकरेज की ओर अधिक झुकाव है क्योंकि यह उनको कम मूल्य पर अधिक ट्रेड करने का मौका देता है।
ब्रोकर चुनते समय इन तथ्यों का विचार करे : ब्रोकर का चयन आपके ट्रेडिंग करने के अनुभव और ट्रेडिंग के दौरान जो ब्रोकरेज के खर्च आते हैं उसपे उल्लेखनीय प्रभाव डालेगा। नीचे कुछ महत्वपूर्ण मापदंड दिए गए हैं जिनका मूल्यांकन आप एक सही ब्रोकर को चुनने के दौरान कर सकते है।
ब्रोकरेज शुल्क : ब्रोकरेज शुल्क का महत्व बहुत है चाहे आप कभी कभी या बढ़ी मात्रा में निरंतर निवेश करने में रूचि रखते हो। आपको हर खरीद-बिक्री के लिए ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान करना होता है और इसलिए कम ब्रोकरेज शुल्क आपके कुल आय पे बहुत अधिक प्रभाव डालेगा। बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज लिमिटेड (बीएफएसएल) अपने विशिष्ट शुल्क मॉडल की सहायता से सबसे बेहतर ब्रोकरेज प्रदान करता है। बीएफएसएल के किफायती सब्सक्रिप्शन पैक्स की सहायता से आप इक्विटी (इंट्राडे और डिलीवरी) में हर आर्डर पे रु. ०.९९ का फ्लॅट रेट हासिल कर सकते है।
BFSL डीमैट खाते के माध्यम से रु. 999 (+GST) के सालाना सब्सक्रिप्शन चार्ज वाले पैक के साथ आप इक्विटी एफएंडओ ट्रेडिंग में हर आर्डर पे रु. ५ का फ्लॅट दर भी पा सकते हैं। इस प्रकार के कम ब्रोकरेज दरें एफएंडओ ट्रेडिंग में 75% तक बचत करने में सहायता कर सकते हैं।
इक्विटी एफएंडओ ट्रेडिंग पे 75 % तक के बचत का हिसाब बीएफएसएल के फ्लॅट रु. ५ ब्रोकरेज प्रति आर्डर और अन्य ब्रोकरेज जो रु. २० प्रति आर्डर इन दो ब्रोकरेज की तुलना करके होता है।
विश्वास : विश्वास एक महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि आप अपनी मेहनत से बचत करके निवेश कर रहे हैं। ऐसी घटनाएँ हुई हैं जिनमें निवेशकों के शेयर्स को उनके ज्ञान के बिना स्टॉक ब्रोकर द्वारा गिरवी रखा गया है। ऐसी घटनाएं निवेशकों के भरोसे को कमजोर करती हैं। हमेशा ऐसे ब्रोकर की तलाश करें जिसने बाजार में अपना विश्वास और विश्वसनीयता साबित किया है।
डिस्काउंट ब्रोकिंग भारत में नया है और इसी वजह से बाजार में अभी बहुत कम नाम है जो पूर्णतः स्थापित हो चुके हैं। मूल ब्रांड बजाज फाइनेंस लिमिटेड की विरासत और एक मजबूत लिक्विडिटी के साथ बीएफएसएल एक विश्वसनीय नाम है। इस कंपनी को क्रिसिल एएए/स्थिर का उच्च रेटिंग प्राप्त हुआ है। इसका मतलब है कि आपके निवेश बीएफएसएल के साथ सुरक्षित हैं।
सुरक्षा : आपके शेयर्स को किसी भी बाहरी पार्टी के दखलअंदाजी और खतरों से सुरक्षित रखना अनिवार्य है। इसलिए ऐसे ब्रोकर का चयन करना महत्वपूर्ण है जो अत्याधुनिक सुरक्षा मापदंड को अपनाते है। उदाहरण के तौर पे बीएसएफ़एल स्टॉक्स के बेचने पर टी-पिन पे आधारित प्रमाणीकरण को लागू किया है जो सीडीएसएल के नियम के अनुसार है। आप वन-टाइम प्रमाणीकरण पिन का उपयोग बिक्री को पूर्ण करने के लिए कर सकते है। यह आपके बिक्री पे एक अधिक सुरक्षा परत की तरह काम करता है।
सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला : ट्रेडिंग गतिविधियाँ केवल स्टॉक ट्रेडिंग तक सीमित नहीं हैं। ट्रेडिंग में बढ़ते अनुभव के साथ आपको आईपीओ ( IPO ) , म्युचुअल फंड और अन्य में निवेश करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है। एक सही ब्रोकर आपको मार्जिन ट्रेड फाइनेंसिंग (एमटीएफ) और लोन अगेंस्ट सिक्योरिटीज (एलएएस) जैसी सुविधाएँ प्रदान करेगा।
बीएफएसएल के साथ , आप इन सभी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। BFSL की मूल कंपनी BFL के माध्यम से, ग्राहक LAS सुविधा तक आसानी से पहुँच सकते हैं। BFL देश के सबसे बड़े NBFC में से एक है।
प्लेटफ़ॉर्म और खाता खोलना : बीएफएसएल के डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म आपको सुरक्षित मोबाइल और वेब पर ट्रेडिंग करने की सुविधा देते हैं। बिना कागज़ी काम किये खाता खोलने और सहज बैक-ऑफिस एकीकरण के साथ बीएफएसएल ट्रेडिंग को आसान बना देता है।
ग्राहक सेवा : आप एक ऐसा ब्रोकर चुनें जिसके पास एक स्थापित शिकायत निवारण प्रकिया और सहयोग उपलब्ध हो। अपनी मजबूत ग्राहक सेवा पद्धति के साथ बीएसएफ़एल एक अच्छे विकल्प के तौर पे उभरा है।
चाहे आप एक नए निवेशक हों, कभी कभी ट्रेडिंग करते हों, या एक पेशेवर निवेशक हो , बीएफएसएल रिटेल और एचएनआई अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें ग्राहकों के लिए समान रूप से सेवाएं प्रदान करता है। सभी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए बीएफएसएल के साथ डीमैट खाता खोलें और आज ही सहज ट्रेडिंग का अनुभव लें।
Disclaimer: ये कंटेंट Bajaj Finserv द्वारा वितरित किया गया है , कोई भी HT ग्रुप पत्रकार इस कंटेंट निर्माण में सामिल नहीं है |