भारत में इक्विटी में व्यापार कैसे करें

सही ब्रोकर कैसे चुनें?

सही ब्रोकर कैसे चुनें?
  • Angel Broking
  • Geojit Securities
  • Icici Direct
  • HDFC
  • Motilal Oswal
  • Share Khan
  • Religare
  • Zerodha - Discount Broker .
    उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।

स्टॉक ब्रोकर क्या है और शेयर ब्रोकर के प्रकार (Stock Broker in Hindi)

Stock Broker Kya Hai In Hindi: अगर आप शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहते हैं तो इससे जुड़े छोटे सही ब्रोकर कैसे चुनें? – छोटे टर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करें, इनके बारे में जानकारी होना आपके वित्तीय बुद्धि को मजबूत बनाती है. शेयर बाजार से जुडी एक ऐसी ही टर्म है जो कि बहुत महत्वपूर्ण है वह है स्टॉक ब्रोकर. जिसके बारे में हम आपको आज के लेख में जानकारी देंगे.

आज के इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Stock Broker क्या है, स्टॉक ब्रोकर कितने प्रकार के होते हैं, स्टॉक ब्रोकर कैसे काम करता है और स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें.

शेयर मार्केट में स्टॉक ब्रोकर का रोल सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि निवेशक सीधे तौर पर शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है. ब्रोकर के द्वारा ही निवेशक शेयर बाजार में शेयर को खरीद और बेच सकता है. शेयर खरीदने और बेचने के लिए ब्रोकर कुछ प्रतिशत चार्ज अपने ग्राहकों से करते हैं जिससे उनकी कमाई होती है.

अगर आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ें, इसमें हमने आपको स्टॉक ब्रोकर के बारे में बहुत उपयोगी जानकारी प्रदान करवाई है. तो चलिए आपका अधिक समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Share Broker क्या है हिंदी में.

What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .


Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।

What and is stock broker and brorage fee in hindi.

स्टॉक ब्रोकर

Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।

(1) Full -service broker

Full-service broker

फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज सही ब्रोकर कैसे चुनें? फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।


Discount broker


टेक्नोलॉजी के उत्थान से पहले केवल धनी लोग ही Share market में काम कर पाते थे। इंटरनेट केआगमन के बाद कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति, जिसे शेयर बाजार का ज्ञान हो छोटी सी धन-राशि से Discount broker के यहां बहुत कम Brokrage fee में इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग कर सकता है।

डिस्काउंट ब्रोकिंग सर्विस में शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने पहले, आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग खुद करना आना चहिये। इधर-उधर से टिप्स लेकर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं चाहिए। जिससे नुकसान ना हो। ये भी पढ़ें- शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके

डिस्काउंट शेयर ब्रोकर, buy और sell के ऑर्डर को फूलसर्विस ब्रोकर की तुलना में कम ब्रोकरेज पर पूरा करते ह। ये 0.10 % से 0. 01% तक हो सकती है। लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर निवेश तथा के लिए सलाह नहीं देते तथा ना ही रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित करते है।

यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को आप इस लिंक द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर पर क्लिक करके बहुत आसानी से खरीद सकते हैं।

डिस्काउंट ब्रोकर अपने कस्टमर के लिए टेक्स प्लानिंग भी नहीं करते है। Discount stock broker उन इन्वेस्टर तथा ट्रेडर दोनों के लिए उपयोगी है। एक्टिव ट्रेडर जो लगातार ट्रेड करते हैं, उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खता खुलवाना चाहिए। क्योकि कम ब्रोकरेज उनके प्रॉफिट को नहीं खाती और इससे उनको ज्यादा प्रॉफिट होता है।

ऐसे इन्वेस्टर तथा ट्रेडर जो शेयर बाजार के जानकर होते है। जिनका छोटा पोर्टफोलियो होता है,उनके लिए Discount stock broker फायदे का सौदा है। जो लोग Share market के जानकर हैं और अपने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के निर्णय खुद हैं,उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खाता खुलवाने में ही फायदा है। ये भी पढ़ें- फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस में क्या अन्तर है ?

सही Stock broker तथा Brokrage cost कैसे चुनें?

शेयर खरीदने तथा बेचने की लागत बहुत ही पेचीदा होती है। ब्रोकिंग हाउस के रिलेशनशिप मैनेजर से कमीशन (Brokrage ) के बारे पूछे। ज्यादातर मैनेजर आपको ब्रोकरेज .05% इंट्राडे के लिए तथा .50% डिलीवरी के लिए बतायगे। यदि आप इसे नहीं मानेगे या दूसरी जगह ट्राई करेंगे तो ये कम हो सकती है। जैसे कि .01% इंट्राडे के लिए तथा .10% डिलीवरी बेस खरीदारी करने के लिए।

जब आप एक ब्रोकर चुन लेते है, तो यह पक्का करे कि क्या वो वही ब्रोकरेज ले रहा है। जिसकी उसने आपसे शुरू में पेशकश की थी। समय-समय पर Brokrage fee को चेक करते रहे।

Stock broker आपके अकाउंट के अमाउंट से एनुअल मेंटेनेंस चार्ज करते है। इसे AMC भी कहते है। यदि इसे आपका ब्रोकर मंथली चार्ज करेगा तो यह आपकी बेलेंश शीट को खाता रहेगा। इसका बेस्ट ऑप्शन इसे लम्प्शम्प पे करना चाहिए। यह लाइफटाइम के लिए 600-700 /- रूपये के आसपास होना चाहिए। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर

स्टॉक ब्रोकर को SEBI (सेबी ) में सही ब्रोकर कैसे चुनें? रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर ब्रोकर की रजिस्ट्रेशन डिटेल चेक कर सकते। प्रत्येक Stock broker की वेबसाइट पर उसका रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखा होता है।उस रजिस्ट्रेशन नंबर को सेबी की वेबसाइट पर डालकर स्टॉक ब्रोकर के बारे में डिटेल जान सकते है।

यहां पर इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर के नाम दिए गए है। इनमे से कुछ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी है-

  • Angel Broking
  • Geojit Securities
  • Icici Direct
  • HDFC
  • Motilal Oswal
  • Share Khan
  • Religare
  • Zerodha - Discount Broker .
    उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद सही ब्रोकर कैसे चुनें? आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट सही ब्रोकर कैसे चुनें? करके पूछ सकते है।

आसानी से स्टॉक मार्केट सीखे

Niftyfriend.com भारतीय शेयर बाजार के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए भारतीय व्यापारियों / एनआरआई के लिए एक “नि: शुल्क सीखने वाला निवेश पोर्टल है। हम पहले “स्टॉक ब्रोकर” के लिए निवेश यात्रा और चयन शुरू करने में मददगार हैं। हमारी समीक्षाओं से स्टॉक ब्रोकर, सेवाओं और शुल्क जैसे ब्रोकरेज शुल्क और डीमैट शुल्क के बारे में ज्ञान बढ़ता है। तुलना करें और अपने लिए सही स्टॉक ब्रोकर चुनें। ब्रोकरेज शुल्क, लेनदेन शुल्क, और अन्य शुल्क जैसे और अन्य छिपे हुए शुल्क (जैसे डीपी शुल्क, कॉल और व्यापार शुल्क, फंड ट्रांसफर शुल्क) के बारे में अधिक जानकारी पढ़ें।

निवेशकों को ब्रोकर के बारे में पारदर्शी जानकारी प्रदान करने और व्यापारियों को व्यापार शुरू करने से पहले बेहतर मार्गदर्शन करने का हमारा मूल आदर्श वाक्य या मौजूदा व्यापारी अपना सर्वश्रेष्ठ उपयुक्त ब्रोकर चुन सकते हैं जो उनके ट्रेडिंग उपयुक्त ब्रोकर को पूरा करता है ताकि उनके सफल ट्रेडिंग कैरियर के साथ नई ऊंचाई हासिल हो सके।

हमारा मार्गदर्शक

एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? महत्वपूर्ण पैरामीटर की जाँच करें।

भारतीय स्टॉक मार्केट के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए भारतीय व्यापारियों / एनआरआई के लिए niftyfrined.com विकसित और डिज़ाइन, ब्रोकरेज की तुलना और ब्रोकरेज चार्ज, ट्रांजेक्शन चार्ज, और अन्य शुल्क जैसे और अन्य छुपे हुए चार्ज (जैसे डीपी चार्ज, कॉल) के आधार पर ब्रोकरेज शुल्क। व्यापार शुल्क, फंड ट्रांसफर शुल्क)। ब्रोकर के बारे में निवेशकों को पारदर्शी जानकारी प्रदान करने और कारोबार शुरू करने से पहले व्यापारियों को बेहतर तरीके से मार्गदर्शन करने के लिए हमारा मूल उद्देश्य अपने मौजूदा उपयुक्त ब्रोकर का चयन कर सकता है जो अपने ट्रेडिंग उपयुक्त ब्रोकर को पूरा करता है ताकि नए उच्च अपने सफल ट्रेडिंग कैरियर के साथ प्राप्त कर सकें। हालाँकि, खाता खोलने से पहले हम दलाली की पुन: पुष्टि करने की सलाह देते हैं और अन्य लोग टर्म ब्रोकर संबंधित ब्रोकर बनते हैं क्योंकि उनके द्वारा समय-समय पर परिवर्तन किया जा सकता है। और हम नियमित आधार पर योजना और प्रस्तावों को अद्यतन करने के बारे में भी चिंतित हैं।

भारत में चॉइस stock ब्रोकरेज फर्म के लिए
पैरामीटर यहाँ हैं:

display:none;

Your content goes here. Edit or remove this text inline or in the module Content settings. You can also style every सही ब्रोकर कैसे चुनें? aspect of this content in the module Design settings and even apply custom CSS to this text in the module Advanced settings.

1.ब्रोकरेज शुल्क:

ब्रोकर ब्रोकरेज शुल्क चुनते समय ब्रोकर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि ब्रोकर ब्रोकरेज शुल्क लगाने में लाभदायक हो जाता है। ब्रोकरों द्वारा फिक्स्ड / फ्लेक्सिबल (प्रतिशत प्रतिशत और फ्लैट / फिक्स्ड चार्जेज) ब्रोकरेज चार्ज पॉलिसीज हैं। इस पैरामीटर के आधार पर विपरीत साइट के रूप में दिए गए सर्वश्रेष्ठ चार अनुशंसित हैं।

2. आदेश सुविधाएं:

ऑर्डर के प्रकार जो व्यापारियों को उनकी ट्रेडिंग शैली दिन/डिलीवरी के अनुसार ऑनलाइन/ऑफ़लाइन ऑर्डर की सुविधा के अनुसार लचीलापन प्रदान करते हैं। आजकल कुछ ब्रोकर सबसे उन्नत ऑर्डर सुविधा प्रदान करते हैं जैसे ट्रेलिंग स्टॉप लॉस और लक्ष्य ऑर्डर समान मार्जिन जो सुरक्षित दिन व्यापारी और स्वतंत्रता

3. पारदर्शिता/समर्थन:

व्यापारी के प्रति आश्वस्त होने के कारक के लिए समय पर समर्थन और उपयोगिता महत्वपूर्ण है
या इसके साथ भारतीय बाजार के दलालों ने भारतीय व्यापारी के लिए अपने सर्वोत्तम, निम्न और सस्ते ब्रोकरेज और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का चयन करने की तुलना की। हमारा उद्देश्य खुदरा व्यापारियों को अत्याधुनिक तकनीक कम दलालों के लिए उनके सबसे भरोसेमंद ब्रोकर प्रदान करना है। खासकर अब डिस्काउंट ब्रोकर, सभी सेगमेंट के साथ भारतीय शेयर बाजार में शामिल हो गया है। हमने भारतीय निवेशकों को उनके ब्रोकर, ट्रेडिंग सुविधाओं और स्टॉक, कमोडिटी मार्केट की अन्य खबरों को समझने की कोशिश की।

हमने उन व्यापारियों और निवेशकों के लिए सर्वोत्तम जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया, जो अपने ज्ञान में सुधार करना चाहते हैं। यहां हम उपलब्ध भारतीय स्टॉक ब्रोकरों की ब्रोकरेज योजनाओं और विदेशी मुद्रा ब्रोकरेज कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवा की निष्पक्ष समीक्षाओं की समीक्षा के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। इसके अलावा, बाजार विशेषज्ञों के सम्मानित दृष्टिकोण, व्यापारियों की समीक्षा और स्वतंत्र विशेषज्ञों की रेटिंग आपको रुचि की ब्रोकर कंपनियों और उनकी गतिविधि का अपना उद्देश्य मूल्यांकन करने में मदद करेगी।
निफ्टी फ्रेंड को उन लोगों की सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो ट्रेडिंग करते समय एक उच्च रिटर्न देना चाहते हैं, लेकिन इस बीच सफलतापूर्वक ट्रेड करने के लिए ज्ञान या समय की कमी के कारण इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। आपके द्वारा खाता खोलने और व्यापार शुरू करने से पहले हम आपको विदेशी मुद्रा बाजार में संचालन की विशेषताओं को समझने, इसकी गतिशीलता और बिक्री के माहौल के चरित्र को महसूस करने में सहायता करेंगे। आवश्यक जानकारी और अनुभव रखने के बाद हम आपके मामलों की वर्तमान स्थिति को बेहतर बनाने में सक्षम होंगे।

4. लेनदेन शुल्क/अन्य शुल्क:

यह शुल्क संबंधित एक्सचेंज (बीएसई/एनएसई/एनसीडीईएक्स/एमसीएक्स आदि) द्वारा लगाया जाता है और टर्न ओवर एक्सचेंज के आधार पर इन शुल्कों को ठीक करता है। कुछ डिस्काउंट ब्रोकर बहुत कम ब्रोकरेज शुल्क प्रदान करते हैं, हालांकि व्यापारी को लेनदेन की जांच करनी चाहिए जो व्यापार के कुल कारोबार पर प्रबंधित होता है।

स्‍टॉक मार्केट की निवेश पाठशाला 1 : घर बैठे करें निवेश, होती है मोटी कमाई

(फाइल फोटो)

देश में स्‍टॉक मार्केट सही ब्रोकर कैसे चुनें? में पैसा लगाने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। लेकिन अभी भी कई लोगों को नहीं पता है कि शेयर बाजार में निवेश कैसे किया जाता है। हालांकि यह काफी आसान है। अगर इंटरनेट पर काम करने की आदत है तो यह पूरा काम ऑनलाइन घर बैठे ही किया जा सकता है। वहीं अगर इंटरनेट पर काम करने के आदी नहीं हैं, तो किसी किसी ब्रोकर की मदद से इस काम को आसानी से किया जा सकता है। आजकल ब्रोकर निवेशकों को हर तरह की सुविधा फोन पर भी उपलब्‍ध करा रहे हैं।

किन दस्तावेजों की पड़ती है जरूरत

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले एक डीमैट खाता और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है। इसके लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, कैंसिल चेक और फोटो की जरूरत पड़ती है।

इन बातों का रखें ध्‍यान

अच्‍छा ब्रोकर चुनें : देश में कई बड़े-बड़े ब्रोकर हैं। इनके कार्यालय ज्‍यादातर शहरों में हैं। लोगों इन ब्रोकर की साइट पर जाकर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की रिक्‍वस्‍ट कर सकते हैं। इसके बाद आपके पास एक फोन आएगा और आपसे मिलने का समय तय करेगा। इसी दौरार यह दस्‍तावेजों के बारे में जानकारी भी देता है।

ऑन लाइन और ऑफ लाइन का विकल्‍प चुने : जब ब्रोकर का प्रतिनिधि आता है तो पहला सवाल होता है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए अकाउंट ऑनलाइन खोलना है या ऑफ लाइन। ऑन लाइन अकाउंट में निवेशक घर से इंटरनेट के माध्‍यम से शेयर खुद ही खरीद सकता है। लेकिन इस अकाउंट में यह भी सुविधा होती है कि आप फोन के माध्‍यम से भी शेयर की खरीदारी कर सकते हैं। वहीं ऑफ लाइन अकाउंट में शेयरों की खरीदारी केवल ब्रोकर के आफिस में जाकर या फोन पर ही की जा सकती है। इस कारण ऑन लाइन अकाउंट ज्‍यादा अच्‍छा माना जाता है जिसमें ऑफ लाइन अकाउंट की भी सभी सुविधाएं होती हैं।

डिटेल सही दें: डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलते वक्‍त आपका मोबाइल नम्‍बर और ईमेल लिया जाता है। यह जानकारी सही होनी चाहिए। क्‍योंकि ब्रोकर और स्‍टॉक एक्‍सचेंज हर ट्रेड की जानकारी मेल और मोबाइल नंबर पर देते हैं। अगर यह जानकारी सही होगी तो आपके अकाउंट के साथ कोई भी गड़बड़ी नहीं कर सकेगा। अगर कभी ईमेल या मोबाइल नंबर में आप बदलाव करते हैं तो उसकी जानकारी अपने अकाउंट में अपडेट करा सकते हैं।

क्‍या होता है ट्रेडिंग खाता

ट्रेडिंग खाते के माध्‍यम से ही आप शेयरों की खरीद या बिक्री करते हैं। इस खाते में ही पैसे भी रखे जाते हैं। अगर आप चाहें तो इस खातें में शेयर खरीदने के बाद बचे पैसे को अपने बैंक अकाउंट में ट्रासंफर कर सकते हैं।

जाने पैसे ट्रांसफर करने का तरीका

अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको इसके लिए पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर करने होते हैं। यह पैसा आप ऑनलाइन या चेक और ड्राफ्ट से ही अपने ट्रेडिंग खाते में ला सकते हैं। कोई भी ब्रोकर यह पैसा नकद नहीं ले सकता है।

ब्रोकरेज की बारे में जानें पूरी बात

शेयर खरीदने और बेचने के दौरान निवेशकों को फीस देनी होती हैं। यह कंपनियां अपने हिसाब से तय करती हैं। आमतौर पर यह 1 फीसदी से कम होती है। इसलिए जब भी अकाउंट खुलवाएं तो ब्रोकरेज की जानकारी जरूर कर लें।

एक्सपर्ट की राय

शेयरखान के वाइस प्रेसिडेंट मृदुल कुमार वर्मा की राय है कि लोगों के पास एक डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए। इसमें शेयर और म्युचुअल फंड के अलावा टैक्स सेविंग बांड से लेकर कंपनियों की एफडी सही ब्रोकर कैसे चुनें? तक को खरीद कर रखा जा सकता है। इसके अलावा अगर किसी को अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए डीमैट में रखे शेयर, म्युचुअल फंड, बांड या कंपनियों की एफडी के बदले तुरंत ही लोन भी लिया जा सकता है। ऐसा इसलिए होता है कि इनको ऑनलाइन गिरवी रखने की सुविधा भी होती है।

रेटिंग: 4.58
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 469
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *