बिटकॉइन किसने बनाया था

बिटकॉइन क्या है किसने बनाया और कैसे खरीदें | Bitcoin In Hindi
Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का बिटकॉइन किसने बनाया था नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.
अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.
इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.
हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में आपके बिटकॉइन से सम्बंधित बिटकॉइन किसने बनाया था बिटकॉइन किसने बनाया था अनेक सारे Confusion दूर हो जायेंगे, लेकिन उसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढना होगा. तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं बिटकॉइन क्या होता है विस्तार से.
क्रिप्टो करेंसी की कब हुई थी शुरुआत, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान, समझिए पूरा हिसाब
इन दिनों जिस क्रिप्टो करेंसी का जलवा है, ये डिजिटल करेंसी है. इसे आप छू नहीं सकते, लेकिन हां अमीर जरूर हो सकते हैं. आमतौर पर इसका इस्तेमाल किसी सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जा सकता है.
TV9 Hindi | Edited By: रोहित ओझा
Updated on: Dec 23, 2020 | 9:13 AM
डिजिटल होती दुनिया में हर चीज वर्चुअल होती जी रही है. डिजिटल पेंमेट की सुविधा ने लोगों की लाइफ को काफी आसान बना दिया है. डिजिटल होते इस वर्ल्ड में क्रिप्टो करेंसी का क्रेज बढ़ गया है. दुनिया के हर एक देश की अपनी मुद्रा है. जैसे-भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर और ब्रिटेन में पाउंड. लेकिन इन दिनों जिस क्रिप्टो करेंसी का जलवा है, ये डिजिटल करेंसी है. इसे आप छू नहीं सकते, लेकिन हां अमीर जरूर हो सकते हैं. आइए अब समझ लेते हैं इस क्रिप्टो करेंसी का पूरा हिसाब.
कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी क्रिप्टो करेंसी एक इंडिपेंडेंट मुद्रा है. यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती. जैसे रुपया, डॉलर, यूरो या अन्य मुद्राओं का संचालन देश की सरकारें करती हैं, लेकिन क्रिप्टो करेंसी का संचलान कोई भी अथॉरिटी नहीं करती. यह एक डिजिटल करेंसी होती है. इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है. आमतौर पर इसका प्रयोग किसी सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जा सकता है.
जापान के एक इंजीनियर ने की थी शुरुआत
सबसे पहले साल 2009 में क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत हुई थी, जो बिटकॉइन थी. जापान के इंजीनियर सतोषी नाकमोतो ने इसे बनाया था. शुरुआत में इसे कोई खास सफलता नहीं मिली, लेकिन धीरे-धीरे इसकी कीमत आसमान छूने लगी और ये पूरी दुनिया में छा गया.
क्रिप्टो करेंसी के क्या हैं फायदे और नुकसान
क्रिप्टो करेंसी के कई फायदे हैं और इसके नुकसान भी हैं. पहला फायदा ये है कि डिजिटल करेंसी होने के कारण धोखाधड़ी की गुंजाइश ना के बराबर है. दूसरा ये कि इसकी कोई नियामक संस्था नहीं है. इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों असर इसपर नहीं पड़ता. क्रिप्टोकरेंसी में मुनाफा अधिक होता है और ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि वर्चुअल करेंसी में भारी उतार-चढ़ाव आपके माथे पर पसीना ला देगा.
एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी एक ही दिन में बिना किसी चेतावनी के 40 से 50 प्रतिशत बिटकॉइन किसने बनाया था गिर गई थी. इसका सबसे बड़ा नुकसान ये होता है कि वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसमें सौदा जोखिम भरा होता है. इस करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध खरीद-फरोख्त जैसे अवैध कामों के लिए किया जा सकता है. , इसका एक और नुकसान यह है कि यदि कोई ट्रांजेक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते हैं.
क्रिप्टो करेंसी से क्या भारत में होता है लेनदेन
भारत में क्रिप्टो करेंसी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था और वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की इजाजत दी थी. साल 2018 में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भारतीय रिजर्व बैंक के सर्कुलर पर आपत्ति जताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. बिटकॉइन के अलावा भी रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कोइन, वॉइस कॉइन और मोनरो कॉइन जैसी अन्य क्रिप्टो करेंसी बाजार में उपलब्ध हैं.
बिटकॉइन के बारे में ये जान लीजिए क्योंकि कोई बताएगा नहीं
इंटरनेट की रहस्यमय करेंसी बिटकॉइन को 8 साल ही हुए हैं लेकिन इसके खूब चर्चे हैं. इसके भाव हैरान करने वाले हैं तो बहुत से लोग इस बात से अचरज में हैं कि कैसे घर बैठे लोग बिटकॉइन से ही करोड़पति बन गए हैं. इसे क्रिप्टोकरेंसी का बादशाह कहा जा सकता है क्योंकि कई करेंसी आई और गईं बिटकॉइन पूरे दम-खम से कायम है. हम ऐसी 10 बातें आपको बता रहे हैं जो शायद किसी ने ना बताई हों पर ये जानना बेहद जरूरी है.
1. पहली बार बिटकॉइन से पिज्जा बिटकॉइन किसने बनाया था बिटकॉइन किसने बनाया था खरीद
22 मई को बिटकॉइन पिज्जा डे के तौर पर मनाया जाता है? लेकिन इसकी वजह क्या है बहुत कम लोग जानते होंगे. असल में पहली बार 22 मई 2010 को बिटकॉइन से पिज्जा खरीदा गया था. उस वक्त ये बड़ी बात थी क्योंकि तब तक कोई रिटेलर बिटकॉइन को करेंसी के बदले स्वीकार नहीं करता था.
22 मई 2010 को 10,000 बिटकॉइन के बदले लेजलो हैंयेज ने पापा जॉन के दो पिज्जा खरीदे थे. उस वक्त 10,000 बिटकॉइन का दाम $41था. अब एक बिटकॉइन का दाम 15000 डॉलर है.
2. बिटकॉइन की सीमित सप्लाई
बिटकॉइन की तादाद सीमित है सिर्फ 2.10 करोड़ ही है, इससे ज्यादा नहीं. अब तक सिस्टम में 1.67 करोड़ बिटकॉइन जारी हो चुके हैं. माइनिंग के जरिए हर 10 मिनट में करीब 12.5 नए बिटकॉइन रिलीज हो रहे हैं. माइनिंग का मतलब यह नहीं कि इन्हें माइन से बिटकॉइन किसने बनाया था निकाला जाता है. बल्कि नए बिटकॉइन के लिए दुनियाभर में कंप्यूटर नेटवर्क में कंपिटीशन मेंं नए बिटकॉइन तैयार होते हैं.
3. गुप्त चाबी (पासवर्ड) गुमी तो बिटकॉइन स्वाहा
बिटकॉइन के लिए प्राइवेट की (पासवर्ड) या चाबी जरूरी है. अगर यह लापता हुए तो बिटकॉइन भी जाना तय मानिए. अमेरिका के जेम्स हॉवेल ने जरा सी लापरवाही से 7,500 बिटकॉइन गवां दिए थे. 2013 में घर की सफाई के वक्त हॉवेल ने अपनी हार्ड डिस्क फेंक दी थी जिसमें बिटकॉइन का पासवर्ड था. अभी के भाव में इनकी कीमत करीब 10 करोड़ डॉलर है.
Happy Birthday Bitcoin: 13 साल का हो गया Bitcoin, 6 पैसे से शुरू हुआ सफर अब 35 लाख रुपये का
Bitcoin 13 years journey: अभी बिटकॉइन 34,85,856.77 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. सिर्फ आज के ट्रेड में यह करीब 30 हजार रुपये चढ़ा है. पिछले साल एक समय इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. इसे बिना सरकारी नियंत्रण वाली भविष्य की ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली के रूप में शुरू किया गया था. जब इसे लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत महज 0.0008 डॉलर (करीब छह पैसे) थी.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 04 जनवरी 2022, 5:53 PM IST)
- 13 साल का हो गया बिटकॉइन
- छह पैसे से शुरू हुआ सफर लाखों में पहुंचा
सबसे लोकप्रिय और वैल्यूएबल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) ने इस सप्ताह 13 साल पूरे कर लिए. बिटकॉइन ने 13 साल के इस सफर में इन्वेस्टर्स को जादुई रिटर्न दिया है. इसने 13 साल पहले मात्र छह पैसे से सफर की शुरुआत की, जो अभी करीब 35 लाख रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है.
तीन जनवरी है बिटकॉइन की मिंट डेट
बिटकॉइन के बर्थडे (Bitcoin Birthday) पर लोगों में एक राय नहीं है. इस क्रिप्टोकरेंसी का व्हाइटपेपर (Bitcoin Whitepaper) 28 अक्टूबर 2008 को जारी हुआ था, लेकिन इसकी मिंट डेट (Bitcoin Mint Date) 3 जनवरी 2009 है. इस कारण कुछ लोग 28 अक्टूबर को बिटकॉइन का बर्थडे मानते हैं, जबकि कई सारे लोग 3 जनवरी को इसका जन्मदिन मनाते हैं. बहरहाल जन्मदिन की तारीखों पर भले विवाद हो, लेकिन इस बात में दो मत नहीं है कि इसने क्रिप्टोकरेंसी के संसार को पंख लगा दिए.
फाउंडर की पहचान अभी तक गोपनीय
बिटकॉइन की शुरुआत सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने की थी, जिनकी पहचान अभी तक जाहिर नहीं हो पाई है. सातोशी नाकामोतो के वॉलेट (Satoshi Nakamoto Wallet) बिटकॉइन किसने बनाया था में अभी करीब 73 बिलियन डॉलर के बिटकॉइन टोकन मौजूद हैं. 2011 के बाद भी नाकामोतो के वॉलेट का वजन बढ़ता गया है. नाकामोतो ने इनमें से कुछ भी खर्च नहीं किया है.
एक समय 50 लाख हो गई थी बिटकॉइन की कीमत
अभी बिटकॉइन 34,85,856.77 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. सिर्फ आज के ट्रेड में यह करीब 30 बिटकॉइन किसने बनाया था हजार रुपये चढ़ा है. पिछले साल एक समय इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. इसे बिना सरकारी नियंत्रण वाली भविष्य की ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली के रूप में शुरू किया गया था. जब इसे लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत महज 0.0008 डॉलर (करीब छह पैसे) थी.
इससे ज्यादा नहीं हो सकती है बिटकॉइन की माइनिंग
बिटकॉइन की वैल्यू में इस तेजी का कारण इसी माइनिंग पर लगी लिमिट है. नाकामोतो ने इसकी शुरुआत के समय ही यह तय कर दिया था कि बिटकॉइन के यूनिट की संख्या कभी भी 2.10 करोड़ से अधिक नहीं हो सकती है. अगस्त 2021 तक मार्केट में 1.87 करोड़ बिटकॉइन यूनिट उपलब्ध थे. इस तरह अब बिटकॉइन के सिर्फ 23 लाख यूनिट की माइनिंग (Bitcoin Mining) की जा सकती है.
Happy Birthday Bitcoin: 13 साल का हो गया Bitcoin, 6 पैसे से शुरू हुआ सफर अब 35 लाख रुपये का
Bitcoin 13 years journey: अभी बिटकॉइन 34,85,856.77 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. सिर्फ आज के ट्रेड में यह करीब 30 हजार रुपये चढ़ा है. पिछले साल एक समय इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक बिटकॉइन किसने बनाया था पहुंच गई थी. इसे बिना सरकारी नियंत्रण वाली भविष्य की ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली के रूप में शुरू किया गया था. जब इसे लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत महज 0.0008 डॉलर (करीब छह पैसे) थी.
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- नई दिल्ली,
- 04 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 04 जनवरी 2022, 5:53 PM IST)
- 13 साल का हो गया बिटकॉइन
- छह पैसे से शुरू हुआ सफर लाखों में पहुंचा
सबसे लोकप्रिय और वैल्यूएबल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) ने इस सप्ताह 13 साल पूरे कर लिए. बिटकॉइन ने 13 साल के इस सफर में इन्वेस्टर्स को जादुई रिटर्न दिया है. इसने 13 साल पहले मात्र छह पैसे से सफर की शुरुआत की, जो अभी करीब 35 लाख रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है.
तीन जनवरी है बिटकॉइन की मिंट डेट
बिटकॉइन के बर्थडे (Bitcoin Birthday) पर लोगों में एक राय नहीं है. इस क्रिप्टोकरेंसी का व्हाइटपेपर (Bitcoin Whitepaper) 28 अक्टूबर 2008 को जारी हुआ था, लेकिन इसकी मिंट डेट (Bitcoin Mint Date) 3 जनवरी 2009 है. इस कारण कुछ लोग 28 अक्टूबर को बिटकॉइन का बर्थडे मानते हैं, जबकि कई सारे लोग 3 जनवरी को इसका जन्मदिन मनाते हैं. बहरहाल जन्मदिन की तारीखों पर भले विवाद हो, लेकिन इस बात में दो मत नहीं है कि इसने क्रिप्टोकरेंसी के संसार को पंख लगा दिए.
फाउंडर की पहचान अभी तक गोपनीय
बिटकॉइन की शुरुआत सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने की थी, जिनकी पहचान अभी तक जाहिर नहीं हो पाई है. सातोशी नाकामोतो के वॉलेट (Satoshi Nakamoto Wallet) में अभी करीब 73 बिलियन डॉलर के बिटकॉइन टोकन मौजूद हैं. 2011 के बाद भी नाकामोतो के वॉलेट का वजन बढ़ता गया है. नाकामोतो ने इनमें से कुछ भी खर्च नहीं किया है.
एक समय 50 लाख हो गई थी बिटकॉइन की कीमत
अभी बिटकॉइन 34,85,856.77 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. सिर्फ आज के ट्रेड में यह करीब 30 हजार रुपये चढ़ा है. पिछले साल एक समय इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. इसे बिना सरकारी नियंत्रण वाली भविष्य की ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली के रूप में शुरू किया गया था. जब इसे लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत महज 0.0008 डॉलर (करीब छह पैसे) थी.
इससे ज्यादा नहीं हो सकती है बिटकॉइन की माइनिंग
बिटकॉइन की वैल्यू में इस तेजी का कारण इसी माइनिंग पर लगी लिमिट है. नाकामोतो ने इसकी शुरुआत के समय ही यह तय कर दिया था कि बिटकॉइन के यूनिट की संख्या कभी भी 2.10 करोड़ से अधिक नहीं हो सकती है. अगस्त 2021 तक मार्केट में 1.87 करोड़ बिटकॉइन यूनिट उपलब्ध थे. इस तरह अब बिटकॉइन के सिर्फ 23 लाख यूनिट की माइनिंग (Bitcoin Mining) की जा सकती है.